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हो गया पाकिस्तान पर फाइनल फैसला? पीएम मोदी ने की तीनों सेना प्रमुख के साथ बैठक, डोभाल से भी मिले मीटिंग

#pmmodihighlevelmeeting

भारत और पाकिस्‍तान के बीच आज चौथे दिन भी सीमा पर जंग जैसे हालात हैं। दोनों देशों के बीच का तनाव बढ़ता ही जा रहा है। इसी बीच दिल्ली में भी हलचल बढ़ी हुई है। तीनों सेनाओं के सेनाध्यक्ष, सीडीएस और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह शनिवार को पीएम आवास पहुंचे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ तीनों सेनाध्यक्ष, सीडीएस अनिल चौहान और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की बैठक हुई। माना जा रहा कि पाकिस्तान की ओर से जारी नापाक हरकत, मिसाइल और ड्रोन अटैक को लेकर इस बैठक में चर्चा के बाद कोई ठोस फैसला लिया गया होगा।

भारतीय सेना ने आतंकियों का लॉन्च पैड किया तबाह

भारतीय सेना ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर साझा एक पोस्ट में जानकारी देते हुए बताया कि भारतीय सेना ने आतंकवादी लॉन्चपैड्स को नष्ट कर दिया। 08 और 09 मई 2025 की रात को पाकिस्तान द्वारा जम्मू कश्मीर और पंजाब के कई शहरों में ड्रोन हमलों की कोशिश करने के बाद पाकिस्तान के दुस्साहस का जवाब देते हुए भारतीय सेना ने आतंकवादी लॉन्चपैड्स को निशाना बनाया और उन्हें तबाह कर दिया। नियंत्रण रेखा के करीब स्थित आतंकवादी लॉन्चपैड अतीत में भारतीय नागरिकों और सुरक्षा बलों के खिलाफ आतंकवादी हमलों की योजना बनाने और उन्हें अंजाम देने का केंद्र थे। भारतीय सेना की कार्रवाई ने आतंकवादी बुनियादी ढांचे और क्षमताओं को एक बड़ा झटका दिया है।

पाक के 7 ठिकानों का काम तमाम

भारतीय सेना ने पाक के 7 ठिकानों का काम तमाम कर दिया है। इनमें 5 एयरबेस और 2 रडार बेस शामिल हैं। भारतीय सेना ने 5 एयरबेस और 2 रडार बेस को पूरी तरह से खत्म कर दिया है। इनमें नूर खान एयरबेस रावलपिंडी, रहमियार खान मुस्तफाबाद, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के चकवाल ज़िले में का मुरीद एयबेस, रहमियार खान, रफीकुई, मुरीदएयर बेस शामिल हैं। इसके अलावा 2 रडार बेस सिस्टम भी तबाह किए हैं। भारत के इस एक्शन के बाद पाकिस्तान डरा हुआ है।

भारत के खिलाफ पाक ने हाई स्पीड मिसाइल का किया इस्तेमाल, जवाबी कार्रवाई में सैन्य ठिकानों पर एयर स्ट्राइक

#indiapakistanwar

भारत और पाकिस्तान के बीच जारी तनाव के बीच लगातार चौथे दिन विदेश सचिव विक्रम मिसरी के साथ भारतीय थल सेना की कर्नल सोफ़िया क़ुरैशी और भारतीय वायु सेना की विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने प्रेस ब्रीफ़िंग की। कर्नल सोफ़िया क़ुरैशी ने शनिवार को प्रेस ब्रीफ़िंग के दौरान भारत की ओर से पाकिस्तान पर किए गए हमलों की जानकारी दी। कर्नल सोफिया कुरैशी ने बताया कि पश्चिमी मोर्चे पर पाकिस्तान का आक्रामक रुख जारी रहा और उसने भारतीय सेना को निशाना बनाने की कोशिश की। उन्होंने बताया कि पाकिस्तान द्वारा सैन्य ठिकानों को जानबूझकर निशाना बनाने के बाद भारतीय सशस्त्र बलों ने सुनियोजित तरीके से जवाबी हमले किए।

'पाकिस्तान ने हाई स्पीड मिसाइल का इस्तेमाल किया'

कर्नल कुरैशी ने बताया कि पाकिस्तान ने पूरे पश्चिमी सीमा पर लड़ाकू विमानों, लॉन्ग रेंज म्यूनिशन और ड्रोन्स से हमला किया। पाकिस्तान ने 26 से अधिक स्थानों पर घुसपैठ की कोशिश की गई, भारतीय सेना ने अधिकतर को ध्वस्त कर दिया। पाकिस्तान ने सुबह हाई स्पीड मिसाइल का इस्तेमाल करके पंजाब के एयरबेस स्टेशन पर हमले की कोशिश की। कर्नल क़ुरैशी ने बताया कि पाकिस्तान ने उधमपुर, भुज, पठानकोट, बठिंडा और आदमपुर सैन्य हवाई अड्डों के साज़ो-सामान और कर्मियों को नुकसान पहुंचाया है। उन्होंने बताया कि पंजाब के सैन्य अड्डे पर रात एक बजकर 40 मिनट पर हाई स्पीड मिसाइल दागी गई। कर्नल क़ुरैशी ने बताया कि भारत ने इस मिसाइल को निष्क्रिय कर दिया।

'पाकिस्तान ने नागरिक ठिकानों को बनाया निशाना'

पाकिस्तान द्वारा नागरिक ठिकानों पर हमले की कोशिश की गई। श्रीनगर, अवंतीपोरा में भी चिकित्सीय और स्कूलों को निशाना बनाने की कोशिश की गई। पाकिस्तान द्वारा सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने की कोशिश के बाद भारत ने जवाबी कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान के हथियार भंडार गृह, तकनीकी इंफ्रास्टक्चर, कमांड सेंटर को निशाना बनाया और पाकिस्तानी सेना को काफी क्षति पहुंचाई।

'पाकिस्तान के कई सैन्य ठिकानों पर की एयर स्ट्राइक'

कर्नल सोफ़िया क़ुरैशी ने बताया, पाकिस्तान द्वारा सैन्य ठिकानों को जानबूझकर निशाना बनाने के बाद भारतीय सशस्त्र बलों ने सुनियोजित तरीके से जवाबी हमले किए। टेक्निकल इंस्टॉलेशंस, कमांड एंड कंट्रोल स्टेशन, रडार साइट्स और हथियार भंडार को चुनकर निशाना बनाया गया। रफीकी, मुरीद, चकलाला, रहीमयार खान, सुक्कुर और चुनिया में स्थित पाक सैन्य ठिकानों पर सटीक हथियारों और लड़ाकू जेट से प्रहार किए गए। कर्नल कुरैशी ने बताया कि भारत ने पाकिस्तान के पसरूर में स्थित रडार साइट और सियालकोट के एविएशन बेस को भी निशाना बनाया। उन्होंने बताया कि इन सभी जवाबी कार्रवाइयों के लिए यह भी सुनिश्चित किया कि कम से कम कोलैटरल डैमेज (आम लोगों को कम से कम नुक़सान) हो।

'पाकिस्तानी आर्मी भारत सीमा की ओर बढ़ रही'

प्रेस कॉन्फ्रेंस में विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने कहा कि पाकिस्तान आर्मी को आगे के क्षेत्रों में अपने सैनिकों को ले जाते हुए देखा गया है, जिससे पता चलता है कि वे और अधिक तनाव बढ़ाना चाहते हैं। भारतीय सशस्त्र बल पूरी तरह से तैयार हैं और सभी शत्रुतापूर्ण कार्रवाइयों का प्रभावी ढंग से मुकाबला किया गया है और आनुपातिक रूप से जवाब दिया गया है। भारतीय सशस्त्र बलों ने गैर-वृद्धि के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई है, बशर्ते कि पाकिस्तानी पक्ष भी ऐसा ही करे। इसका मतलब है कि भारत शांति चाहता है, लेकिन अगर पाकिस्तान हमला करता है तो वह जवाब देने के लिए तैयार है।

झूठ बोल रहा है पाक, सेना ने वीडियो दिखाकर बताया भारतीय वायुसेना को नहीं हुआ कोई नुकसान

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भारत और पाकिस्तान के बीच सीमा पर तनाव बढ़ाती ही जा रहा है। दोनों देशों के बीच जारी संघर्ष का आज चौथा दिन है। लगातार चार दिनों से पाकिस्तान की ओर से उकसावे वाली नीती अपनाई जा रही है। इस बीच भारत और पाकिस्तान के बीच तनावपूर्ण हालात को लेकर विदेश सचिव मिसरी ने ताजा अपडेट दिया है। विदेश सचिव ने कहा कि पाकिस्तान की गतिविधि उकसाने वाली और एस्केलेट करने वाली है। आज सुबह भी यही हु़आ। भारत ने उन्हें करारा जवाब दिया है।

'पाकिस्तान झूठा प्रोपेगैंडा चला रहा'

विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने प्रेस ब्रीफिंग के दौरान कहा कि पाकिस्तान झूठ और प्रोपेगैंडा फैला रहा है और यह पाकिस्तानी सरकारी एजेंसियों द्वारा फैलाया जा रहा है। पाकिस्तान ने दावा किया है कि हमारे सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया गया, ये सरासर झूठ है। सिरसा, आदमपुर एयरबेस को नुकसान के दावे पूरी तरह से गलत हैं। प्रेस ब्रीफिंग के दौरान इन एयरबेस की तस्वीरें भी दिखाई गईं जिनमें भारतीय एयरबेस पूरी तरह से सामान्य दिखाई दिए।

'पाकिस्तान नागरिक ठिकानों को निशाना बना रहा'

विदेश सचिव ने कहा कि पाकिस्तान नागरिक ठिकानों को निशाना बना रहा है और खासकर जम्मू और पंजाब में हमले किए गए हैं। आज सुबह भी पाकिस्तान ने राजौरी में गोलीबारी की, जिसमें एक प्रशासनिक अधिकारी की मौत हो गई। साथ ही जालंधर और फिरोजपुर में भी हमले हुए हैं। पाकिस्तान ने दावा किया है कि भारत द्वारा अमृतसर की तरफ मिसाइल हमले किए गए, ये बचकाने आरोप हैं और ये देश को बांटने की साजिश है।

पाकिस्तान को मिला IMF से मिला लोन, भारत ने वोटिंग में नहीं लिया हिस्सा

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भारत-पाकिस्तान तनाव के बीच अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने पाकिस्तान को एक्सटेंडेड फंड फैसिलिटी (ईएफएफ) के तहत एक अरब अमेरिकी डॉलर का फंड तत्काल जारी कर दिया है। पाकिस्तान को कर्ज देने के लिए हुए मतदान में भारत ने हिस्सा नहीं लिया। हालांकि, भारत ने पाकिस्तान की पोल खोलने में कसर नहीं छोड़ी। भारत ने पाकिस्तान के खराब ट्रैक रिकार्ड हवाला देते हुए आईएमएफ फंड का दुरुपयोग राज्य प्रायोजित सीमा पार आतंकवाद में किए जाने की आशंका जताई।

भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ क्यों नहीं किया वोट?

पाकिस्तान के दो लोन प्रोग्राम को मंजूर करने के लिए 9 मई को वोटिंग हुई। वोटिंग में पाकिस्तान को दो ऋण कार्यक्रमों के तहत कुल $2.3 बिलियन की वित्तीय सहायता प्रदान करने पर हरी झंडी दे दी गई। इस दौरान भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ में वोट डालने की बजाए वोट ही नहीं डाला। सवाल उठ रहे हैं कि भारत ने ऐसा क्यों किया. अगर वह चाहता तो पाकिस्तान के खिलाफ वोट करके मौजूदा हालात में बदला तो ले ही सकता था लेकिन इसके बाद भी भारत वोटिंग से अलग रहा। दरअसल, भारत ने कूटनीतिक चैनलों के माध्यम से अपनी चिंताओं को बताना ज्यादा पसंद किया।

भारत ने खोली पाकिस्तान के करतूतों की पोल

भारत ने बयान जारी करते हुए कहा है कि पाकिस्तान लंबे समय से आईएमएफ से कर्ज ले रहा है लेकिन आईएमएफ की शर्तों के पालन करने में उसका ट्रैक रिकॉर्ड बहुत खराब है। पिछले 35 सालों में 28 साल पाकिस्तान ने आईएमएफ से कर्ज लिया है। 2019 से पिछले पांच वर्षों में आईएमएफ के चार सहायता कार्यक्रम हुए हैं। अगर पिछली सहायता सफल होती तो पाकिस्तान को एक और बेल-आउट कार्यक्रम के लिए कर्ज लेने की जरूरत नहीं होती।

भारत ने कहा कि पाकिस्तान का रिकॉर्ड बताता है कि या तो आईएमएफ के कार्यक्रम ठीक से नहीं बनाए गए या उनकी निगरानी ठीक से नहीं हुई या फिर पाकिस्तान ने उन्हें ठीक से लागू नहीं किया। भारत ने यह भी कहा कि पाकिस्तानी सेना आर्थिक मामलों में हस्ताक्षेप करती है। इससे नीतिगत चूक और सुधारों के उलट होने का जोखिम बढ़ गया है। वहां भले ही अभी आम नागरिकों की सरकार है लेकिन पाकिस्तानी सेना घरेलू राजनीति में बड़ी भूमिका निभाती है और अर्थव्यवस्था में भी दखल रखती है।2021 की संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट में सेना से जुड़े व्यवसायों को "पाकिस्तान में सबसे बड़ा समूह" बताया गया था। हालात सुधरे नहीं हैं बल्कि पाकिस्तानी सेना अब स्पेशल इन्वेस्टमेंट फैसिलिटेशन काउंसिल की भूमिका निभा रही है।

‘आतंकवाद को बढ़ावा देने वालों को इनाम देना गलत’

भारत ने आईएमएफ संसाधनों के दीर्घकालिक उपयोग के मूल्यांकन पर आईएमएफ रिपोर्ट का हवाला दिया। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि पाकिस्तान को कर्ज देने में राजनीतिक बातों का ध्यान रखा जाता है। बार-बार कर्ज लेने से पाकिस्तान पर कर्ज का बोझ बहुत बढ़ गया है। भारत ने कहा कि सीमा पार आतंकवाद को बढ़ावा देने वालों को इनाम देना गलत है। इससे दुनिया में गलत संदेश जाएगा और फंडिंग करने वाली एजेंसियों और दानदाताओं की छवि खराब होगी।

भारत ने जताई पैसे का इस्तेमाल आतंकवाद के लिए किए जाने आशंका

भारत ने कहा कि आईएमएफ जैसे अंतरराष्ट्रीय वित्तीय संस्थानों से आने वाले पैसे का इस्तेमाल आतंकवाद के लिए किया जा सकता है। कई देशों ने इस पर चिंता जताई है। आईएमएफ के नियम और प्रक्रियाएं ऐसी हैं कि वह कुछ नहीं कर सकता। भारत ने कहा कि यह एक गंभीर समस्या है। वैश्विक वित्तीय संस्थानों को अपनी प्रक्रियाओं में नैतिक मूल्यों को भी शामिल करना चाहिए। आईएमएफ ने भारत के बयान और मतदान से दूर पर ध्यान दिया है।

पाकिस्तान के साथ तनाव के बीच भारत में 32 एयरपोर्ट किए गए बंद, 14 मई तक उड़ान रद्द

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भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर पहुंच चुका है। हालांकि, युद्ध की आदिकारिक घोषणा नहीं हुई है, लेकिन पिछले दो दिनों में

पाकिस्तान की तरफ से भारत के कई शहर और एयरपोर्ट को निशाना बनाने की कोशिश की जा रही है। हालांकि, भारत ने पाकिस्तान के हर वार को नाकाम कर दिया है। इस बीच भारत के नागरिक उड्डयन मंत्रालय (डीजीसीए) ने अहम फैसला लिया है। देश के उत्तरी एवं पश्चिमी हिस्सों में स्थित 32 हवाई अड्डों से नागरिक उड़ानों पर रोक लगा दी गई है। भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) और संबंधित विमानन प्राधिकरणों को कई ‘नोटिस टु एयरमैन (नोटम)’ जारी किए गए हैं। इसके तहत 15 मई को सुबह पांच बजकर 29 मिनट तक जारी रहेगी।

भारत-पाक तनाव का इन हवाई अड्डों पर असर

हवाई यात्रियों की सुरक्षा को बेहद ध्‍यान में रखते हुए 32 जगहों पर नागरिक उड़ान संचालन इन हवाई अड्डों पर बंद रहेगा। जिनमें उधमपुर, अंबाला, अमृतसर, अवंतीपुरा, बठिंडा, भुज, बीकानेर, चंडीगढ़, हलवारा, हिंडन, जैसलमेर, जम्मू, जामनगर, जोधपुर, कांडला, कांगड़ा (गग्गल), केशोद, किशनगढ़, कुल्लू मनाली (भुंतर), लेह, लुधियाना, मुंद्रा, नलिया, पठानकोट, पटियाला, पोरबंदर, राजकोट (हीरासर), सरसावा, शिमला, श्रीनगर, थोईस और उत्तरलाई शामिल हैं।

एयर इंडिया ने सोशल मीडिया एक्स पर जानकारी दी है कि विमानन अधिकारियों की अधिसूचना के बाद जम्मू, श्रीनगर, लेह, जोधपुर, अमृतसर, चंडीगढ़, भुज, जामनगर और राजकोट के लिए उड़ानें 15 मई को सुबह पांच बजकर 29 मिनट तक रद्द की जा रही हैं।

दिल्ली एयरपोर्ट पर उड़ानों का संचालन सामान्य

हालांकि, देश की राजधानी दिल्ली एयरपोर्ट पर हालात सामान्य हैं। दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (डीएआईएल) ने बताया कि एयरपोर्ट पर उड़ानों का संचालन सामान्य है। हालांकि, डायल ने यात्रियों को आगाह किया है कि बदलती एयरस्पेस स्थिति और सुरक्षा बढ़ाए जाने के कारण कुछ फ्लाइट्स के समय में बदलाव आ सकता है। डीएआईएल ने यात्रियों से अपील की है कि वे सभी नियमों का पालन करें, चाहे वह हाथ के सामान का हो या चेक-इन बैगेज का। इसके साथ ही सुरक्षा कर्मियों और एयरलाइन स्टाफ के साथ पूरा सहयोग करने की सलाह दी गई है ताकि यात्रा प्रक्रिया आसान और सुगम बनी रहे।

सेकेंडरी लैडर प्वाइंट चेकिंग अनिवार्य

हालांकि, नागरिक उड्डयन सुरक्षा ब्यूरो (बीसीएएस) ने सभी उड़ानों के लिए सेकेंडरी लैडर प्वाइंट चेकिंग यानी फ्लाइट में चढ़ने से पहले एक और बार यात्रियों की जांच अनिवार्य कर दी है। इसके अलावा, अब किसी भी यात्री के रिश्तेदार या मित्रों को एयरपोर्ट टर्मिनल बिल्डिंग में जाने की इजाजत नहीं है। कुल मिलाकर, हर तरफ सुरक्षा के इंतजाम बढ़ा दिए गए हैं।

पाकिस्तान नहीं आ रहा बाज, अब भारत में 26 जगहों पर ड्रोन अटैक, हर वार नाकाम

#indiapakistanwar

भारत और पाकिस्‍तान के बीच आज चौथे दिन भी सीमा पर जंग जैसे हालात हैं। पाकिस्‍तान की तफ से राजस्‍थान से लेकर पंजाब और जम्‍मू-कश्‍मीर से सटी सीमाओं पर उकसावे की कार्रवाई की गई है। पाकिस्तान ने बीते 24 घंटों में 26 जगहों पर हमला किया। पाकिस्‍तान के ड्रोन भारतीय सीमा में नजर आए। जैसलमेर, अमृतसर, फिरोजपुर, होशियारपुर, पठानकोर्ट, पुंछ, जम्‍मू, कठुआ में पाकिस्‍तान के ड्रोन देखे गए। पाकिस्तान ने जैसलमेर में 9, अमृतसर में 15 ड्रोन गिराए। उसकी हर कोशिश को भारतीय सेना ने फेल कर दिया। भारत ने न केवल इन हमलों को नाकाम किया, बल्कि जवाब में पाकिस्तान के वायु रक्षा ठिकानों को निशाना बनाया।

मार खाकर भी मान नहीं रहा पाकिस्तान

पाकिस्तान ने शुक्रवार को लगातार दूसरी रात जम्मू कश्मीर से लेकर गुजरात तक 26 स्थानों पर ताजा ड्रोन हमले किए। रक्षा मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने बताया कि इंटरनेशनल बॉर्डर और एलओसी के पास 26 स्थानों पर ड्रोन देखे गए। इनमें संदिग्ध हथियार वाले ड्रोन शामिल हैं। उन्होंने कहा कि इन स्थानों में बारामूला, श्रीनगर, अवंतीपोरा, नगरोटा, जम्मू, फिरोजपुर, पठानकोट, जैसलमेर, बाड़मेर, भुज और लक्खी नाला शामिल हैं। उन्होंने कहा कि एक सशस्त्र ड्रोन के निशाने पर फिरोजपुर में एक रिहायशी क्षेत्र आया, जिसमें स्थानीय परिवार के कुछ सदस्य घायल हो गए।

एयरपोर्ट और एयरबेस में हमले की कोशिश

श्रीनगर एयरपोर्ट और अवंतीपोरा एयरबेस पर हमला करने की कोशिश नाकाम हो गई। पाकिस्तान ने श्रीनगर में करीब 15 ड्रोन से हमला किया। भारतीय सेना ने एयरपोर्ट के पास से ड्रोन को मार गिराया गया और हमले की कोशिश नाकाम कर दी। वहीं अवंतीपोरा में ड्रोन हमले को एयर डिफेंस गन ने मार गिराया, अनंतनाग में भी ड्रोन हमला नाकाम। अभी तक कश्मीर में कही भी कोई नुकसान की खबर नहीं है। ड्रोन वाली साजिश के बाद जम्मू के आरएस पुरा सेक्टर में भारी गोलीबारी शुरू हुई।

भारत ने पाक के हवाई ठिकानों को बनाया निशाना?

समाचार एजेंसी एएनआई ने सूत्रों का हवाला देते हुए बताया, भारत ने शनिवार को जवाबी हमले किए, जिसमें पिछले दो दिनों में महत्वपूर्ण उकसावे और बढ़ती शत्रुता के जवाब में कम से कम चार पाकिस्तानी हवाई ठिकानों को निशाना बनाया गया। शनिवार की सुबह, पाकिस्तान के विभिन्न स्थानों पर कई विस्फोटों की आवाज़ें सुनी गईं, जो संभावित भारतीय जवाबी हमले का संकेत देती हैं। पाकिस्तान ने बाद में दावा किया कि उसके तीन हवाई अड्डे- इस्लामाबाद के पास रावलपिंडी में नूर खान हवाई अड्डा, चकवाल में मुरीद हवाई अड्डा और पूर्वी पंजाब के झंग जिले में रफ़ीकी हवाई अड्डा- उन ठिकानों में शामिल थे जिन्हें निशाना बनाया गया।

जी7 देशों ने की भारत-पाकिस्तान से संयम की अपील

भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव पर जी7 देशों ने संयम बरतने की पील की है। जी7 देशों के विदेश मंत्रियों की तरफ से बयान जारी किया गया है। स्‍टेटमेंट में कहा गया कि हम, कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान, यूनाइटेड किंगडम और संयुक्त राज्य अमेरिका के जी7 विदेश मंत्री और यूरोपीय संघ के उच्च प्रतिनिधि, 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए जघन्य आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा करते हैं और भारत और पाकिस्तान दोनों से अधिकतम संयम बरतने का आग्रह करते हैं। आगे की सैन्य एक्टिविटी स्थिरता के लिए एक गंभीर खतरा है। हम दोनों पक्षों के नागरिकों की सुरक्षा के लिए बहुत चिंतित हैं। हम तत्काल तनाव कम करने का आह्वान करते हैं और दोनों देशों को शांतिपूर्ण परिणाम की दिशा में सीधे संवाद में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित करते हैं। हम घटनाओं पर बारीकी से नज़र रखना जारी रखते हैं और एक त्वरित और स्थायी राजनयिक समाधान के लिए अपना समर्थन व्यक्त करते हैं।

पाकिस्तान का इतिहास झूठ और चालबाजियों से भरा, विक्रम मिस्री ने पड़ोसी देश को घेरा

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गुरूवार रात पाकिस्तान की ओर से भारी सीमा पार से की गई गोलाबारी और ड्रोन तथा मिसाइल हमलों के प्रयास के बाद विदेश मंत्रालय की प्रेस कॉन्फ्रेंस की। लगातार तीसरे दिन हुई विदेश मंत्रालय की प्रेस कॉन्फ्रेंस में विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने पाकिस्तान को कड़े शब्दों में घेरा। उन्होंने पाकिस्तान पर झूठ बोलने और भारत पर बेतूके आरोप लगाने की बात कही। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान का इतिहास झूठ और चालबाजियों से भरा पड़ा है।

पाकिस्तान के हमले पर क्या बोले विदेश सचिव?

विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा, पाकिस्तान द्वारा कल रात की गई ये भड़काऊ और आक्रामक कार्रवाइयां भारतीय शहरों और नागरिक बुनियादी ढांचे के अलावा सैन्य प्रतिष्ठानों को निशाना बनाकर की गईं। भारतीय सशस्त्र बलों ने आनुपातिक, पर्याप्त और जिम्मेदारी से जवाब दिया। पाकिस्तान द्वारा किए गए इन हमलों का पाकिस्तानी राज्य मशीनरी द्वारा आधिकारिक और स्पष्ट रूप से हास्यास्पद खंडन उनके कपट और नई गहराई का एक और उदाहरण है, जिस तक वे पहुंच रहे हैं।

‘झूठ और चालबाजियों से भरा पाक का इतिहास’

विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा कि पाकिस्तान अपने हमलों की जिम्मेदारी लेने के बजाय भारत पर ही बेहूदे और बेतुके आरोप लगा रहा है कि भारतीय सेना अपने ही शहरों जैसे अमृतसर को निशाना बना रही है और पाकिस्तान को दोषी ठहरा रही है। उन्होंने कहा कि यह कोई नई हरकत नहीं है, पाकिस्तान का इतिहास ऐसे झूठ और चालबाजियों से भरा पड़ा है। सबसे गंभीर आरोपों में से एक पर बात करते हुए मिस्री ने कहा, ‘पाकिस्तान ने यह झूठ फैलाया कि भारत ने ननकाना साहिब गुरुद्वारे पर ड्रोन अटैक किया है, जबकि यह पूरी तरह से मनगढ़ंत और बेहूदा आरोप है.’ विदेश सचिव ने साफ किया कि पाकिस्तान का असली इरादा ‘इस पूरे मामले को साम्प्रदायिक रंग देकर भारत के भीतर सांप्रदायिक तनाव भड़काने का है.’ उन्होंने इसे पाकिस्तान की ‘हताशा और उसकी विफलताओं को छिपाने का घिनौना प्रयास’ करार दिया।

भारत के जवाबी हमलों में पाक को तगड़ा नुकसान

विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने बताया कि पाकिस्तान के हमले के जवाब में भारतीय वायुसेना ने सटीक रणनीति के तहत चार एयर डिफेंस साइट्स पर सशस्त्र ड्रोन लॉन्च किए। इनमें से एक ड्रोन ने पाकिस्तानी एयर डिफेंस रडार को पूरी तरह तबाह कर दिया. व्योमिका ने बताया कि पाकिस्तान ने भी भारी कैलिबर की तोपों और सशस्त्र ड्रोन के जरिए नियंत्रण रेखा पर जबरदस्त गोलाबारी की, जिसमें भारतीय सेना के कुछ जवान हताहत और घायल हुए हैं. हालांकि भारतीय सेना की जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान को बड़ा नुकसान उठाना पड़ा है। कई पाकिस्तानी ठिकानों पर सटीक निशाना लगाया गया और भारी क्षति पहुंचाई गई है। भारतीय सेना ने स्पष्ट किया है कि वह हर उकसावे का सख्ती से जवाब देगी, लेकिन नागरिकों की सुरक्षा को प्राथमिकता दी जाएगी।

पाकिस्तान के कायराना हमले में 4 जवान हताहत

विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने कहा, पाकिस्तानी हमले के जवाब में पाकिस्तान की चार एयर डिफेंस सिस्टम पर सशस्त्र ड्रोन दागे गए। इनमें से एक ड्रोन एडी रडार को नष्ट करने में सक्षम रहा। पाकिस्तान ने भारी कैलिबर वाली तोपों और हथियारों से लैस ड्रोनों से नियंत्रण रेखा के पार गोलाबारी भी की। इसमें भारतीय सेना के कुछ जवान हताहत हुए और उन्हें चोटें आईं। भारतीय सेना के 4 जवान हताहत हुए हैं और दो स्कूली बच्चों की जान गई है। भारतीय जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तानी सेना को भी भारी नुकसान उठाना पड़ा।

पाकिस्तान ने तुर्किए के ड्रोन से किया हमला, 36 जगहों को बनाया निशाना, प्रेस कॉन्फ्रेंस में बोलीं कर्नल सोफिया कुरैशी

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ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान के साथ तनाव के बीच विदेश मंत्रालय ने लगातार तीसरे दिन प्रेस कॉन्फ्रेंस किया। विदेश मंत्रालय की प्रेस कॉन्फ्रेंस में कर्नल सोफिया कुरैशी ने बताया कि पाकिस्तान की ओर से भारत के कई सैन्य ठिकानों पर हमला करने की कोशिश की गई। पाकिस्तान ने तुर्की के ड्रोन समेत कई मिसाइल की मदद से हमला करने की कोशिश की। भारत ने पाकिस्तान के सभी हमले नाकाम कर दिए।

पाक ने 300 से 400 ड्रोन का इस्तेमाल किया

कर्नल सोफिया कुरैशी ने बताया कि 7 और 8 मई की रात को पाकिस्तानी सेना ने सैन्य बुनियादी ढांचे को निशाना बनाने के इरादे से पूरी पश्चिमी सीमा पर कई बार भारतीय हवाई क्षेत्र का उल्लंघन किया। इतना ही नहीं, पाकिस्तानी सेना ने नियंत्रण रेखा पर भारी कैलिबर के हथियारों से भी गोलीबारी की। 36 स्थानों पर घुसपैठ की कोशिश करने के लिए लगभग 300 से 400 ड्रोन का इस्तेमाल किया गया। भारतीय सशस्त्र बलों ने गतिज और गैर-गतिज साधनों का उपयोग करके इनमें से कई ड्रोन को मार गिराया।

'खुफिया जानकारी लेने आए थे PAK के ड्रोन'

विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने ब्रीफिंग में कहा कि पाकिस्तानी सेना ने हेवी कैलिबर वेपंस का यूज किया. एलओसी और इंटरनेशनल बॉर्डर पर पाकिस्तानी हमलों की रिपोर्ट्स हैं। सिंह के मुताबिक, इतने बड़े पैमाने पर हवाई घुसपैठ का मकसद हथियारों की टेस्टिंग और इंटेलिजेंस गैदरिंग हो सकता है।

'जानबूझकर नागरिक विमानों को ढाल बना रहा पाक'

विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने पाकिस्तान पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि 7 मई की शाम 8:30 बजे पाकिस्तान ने भारत पर ड्रोन और मिसाइल के जरिए उकसावे वाला हमला किया, लेकिन इसके बावजूद उसने अपना नागरिक एयरस्पेस बंद नहीं किया। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान जानबूझकर नागरिक विमानों को ढाल बना रहा है, ताकि भारतीय एयर डिफेंस जवाब देने से हिचके। यह न सिर्फ खतरनाक है बल्कि अंतरराष्ट्रीय उड्डयन नियमों का भी उल्लंघन है, क्योंकि उस समय इंटरनेशनल फ्लाइट्स भी भारत-पाक सीमा के पास उड़ान भर रही थीं। व्योमिका ने बताया कि भारतीय क्षेत्र में हाई अलर्ट के चलते नागरिक हवाई गतिविधि पूरी तरह बंद थी, लेकिन पाकिस्तान के कराची से लाहौर के बीच नागरिक विमान उड़ते रहे। भारतीय वायुसेना ने संयम का परिचय देते हुए इन इंटरनेशनल सिविल एयरलाइंस की सुरक्षा सुनिश्चित की।

दुनिया ने 2025 में झेला अब तक का दूसरा सबसे गर्म अप्रैल का महीना

पिछले साल के अप्रैल के मुकाबले इस बार मामूली राहत, 0.07 डिग्री कम रहा तापमान

अप्रैल 2025 दुनिया का अब-तक का दूसरा सबसे गर्म अप्रैल रहा। इसके साथ ही बीते 12 महीनों का औसत तापमान औद्योगिक क्रांति (1850–1900) के शुरुआती तापमान के मुकाबले 1.58 डिग्री सेल्सियस अधिक रहा। यह जानकारी यूरोपीय जलवायु एजेंसी कोपरनिकस ने दी है। एजेंसी के मुताबिक, इस साल अप्रैल का वैश्विक औसत सतही वायु तापमान 14.96 डिग्री दर्ज किया गया। यह 1991–2020 के औसत तापमान से 0.60 डिग्री अधिक था। वहीं, अप्रैल 2024 के मुकाबले अप्रैल 2025 0.07 डिग्री ठंडा और 2016 में दर्ज तीसरे सबसे गर्म अप्रैल के मुकाबले 0.07 डिग्री सेल्सियस अधिक गर्म था। कोपरनिकस के मुताबिक, अप्रैल 2025 22 में 21वां महीना रहा जब वैश्विक तापमान 1.5 डिग्री से अधिक रहा।

बढ़ रहा समुद्री तापमान, कम हो रही बर्फ

अप्रैल 2025 में औसत समुद्री सतह तापमान (एसएसटी) 20.89 डिग्री सेल्सियस था। यह इस महीने के लिए अब तक का दूसरा सबसे अधिक तापमान रहा। दुनिया के कई समुद्री क्षेत्रों में एसएसटी असामान्य रूप से अधिक रहा, खासतौर पर उत्तर-पूर्वी उत्तरी अटलांटिक क्षेत्र में। अप्रैल में भूमध्य सागर का तापमान सामान्य से ज़्यादा था, लेकिन मार्च जितना रिकॉर्ड तोड़ गर्म नहीं था। अप्रैल में उत्तर ध्रुव के पास आर्कटिक में समुद्री बर्फ सामान्य से 3 फीसदी कम थी।

यह पिछले 47 सालों में अप्रैल महीने के लिए छठा सबसे कम बर्फ वाला महीना रहा और इससे पहले दिसंबर से मार्च तक लगातार रिकॉर्ड बर्फ कम रही थी। दक्षिण ध्रुव के पास अंटार्कटिकामें समुद्री बर्फ सामान्य से 10 फीसदी कम थी, जो अप्रैल महीने के लिए अब तक की 10वीं सबसे कम मात्रा थी।

चरम मौसमी घटनाओं का बढ़ रहा खतरा

कोपरनिकस क्लाइमेट चेंज सर्विस की उप निदेशक सामंथा बर्गेस ने कहा कि जलवायु प्रणाली में हो रहे तेज बदलावों को समझने और जवाब देने के लिए लगातार निगरानी बेहद जरूरी है। वैज्ञानिक मानते हैं कि जीवाश्म ईंधन के जलने से उत्सर्जित ग्रीनहाउस गैसों ने धरती के तापमान को बढ़ाया है।

दुनिया के देशों ने जलवायु परिवर्तन के सबसे बुरे प्रभावों से बचने के लिए 2015 के पेरिस समझौते में तय किया गया था कि वैश्विक तापमान को पूर्व-औद्योगिक स्तर के 1.5 डिग्री सेल्सियस से नीचे रखा जाएगा, लेकिन 2024 पहला कैलेंडर वर्ष बन गया जब औसत तापमान इस सीमा तक पहुंच गया।

हालांकि, इस सीमा को स्थायी रूप से पार करना तब माना जाएगा जब तापमान 20–30 वर्षों तक लगातार इतना ही अधिक बना रहे। हालांकि, दुनिया अब इसके काफी करीब पहुंच चुकी है।

विश्वभर में इस रविवार को मनाया जाएगा मदर्स डे

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

पहली नजर का प्यार क्या होता है ये सवाल कोई उस महिला से पूछे जिसके सामने पहली उसका नवजात शिशु आया हो। मां और बच्चे का रिश्ता इस दुनिया में सबसे खूबसूरत और अनमोल है।

बच्चा दर्द में होता है तो तकलीफ मां को होती है , वो मुस्कुराता है तो खुश होती है। मां के प्यार, त्याग और समर्पण को शब्दों में बताना नहीं आसान नहीं है। वैसे तो हर दिन ही बच्चों को पैरेंट्स के लिए खास बनना चाहिए जो पूरी तरह मां समर्पित है। ये दिन है मदर्स डे जो इस साल 11 म‌ई को मनाया जा रहा है। मां के सम्मान में हर साल म‌ई के दूसरे रविवार को मदर्स डे मनाया जाता है।

इस दिन बच्चे अपनी मां से अपनी जिंदगी में उनकी क्या जगह है इस बात को बताने के लिए तमाम तरीके अपनाते हैं। आम दिनों में कभी बिजी रहने तो कभी कुछ कारणों से लोग सबसे कम समय मां को ही देते हैं। ऐसे में ये दिन खास दिन है जब लोग सभी कामों से ऊपर अपनी मां को रखते हैं और उनके साथ समय बिताते हैं।

गौरतलब है कि सबसे पहले मदर्स डे मनाने की शुरुआत अमेरिका से हुई थी। अमेरिका में एक सामाजिक कार्यकर्ता थी। जिनका नाम एना जार्विस था और वह अपनी मां से बहुत प्यार करती थी यह कारण था कि उन्होंने न कभी शादी की और न कोई बच्चा पाला। मां की मौत होने बाद प्यार जताने के लिए एना जार्विस ने म‌ई महीने के दूसरे रविवार को मदर्स डे के रूप में मनाने की शुरुआत की थी। फिर धीरे-धीरे क‌ई देशों में मदर्स डे मनाया जाने लगा। अब दुनिया के अधिकांश देशों में मदर्स डे मनाया जाता है।