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कनाडा के नए प्रधानमंत्री होंगे पूर्व गवर्नर मार्क कार्नी, क्या सुधरेंगे भारत के साथ संबंध?
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#mark_carney_becomes_new_pm_in_canada

कनाडा की सत्तारूढ़ लिबरल पार्टी ने मार्क कार्नी को अपना नया नेता चुन लिया है। मार्क कार्नी देश के अगले प्रधानमंत्री होंगे। 59 वर्षीय कार्नी प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो की जगह लेंगे, जिन्होंने जनवरी में अपने इस्तीफे की घोषणा की थी, लेकिन आने वाले दिनों में उनके उत्तराधिकारी के शपथ लेने तक वो प्रधानमंत्री बने रहेंगे। प्रधानमंत्री के रूप में जस्टिन ट्रूडो ने भारत के साथ रिश्तों को निचले स्तर पर पहुंचा दिया था। ऐसे में सवाल है कि भारत और कनाडा के रिश्ते में सुधार होगा?

जस्टिन ट्रूडो ने जहां अपने कार्यकाल में भारत से संबंधों को तनावपूर्ण बनाया तो वहीं मार्क कार्नी ने भारत से संबंधों को सुधारने का वादा किया है। कनाडा ने नए पीएम ने इस बात के संकेत भी दिए हैं। लिबरल पार्टी में नेतृत्व की दौड़ से पहले कार्नी ने एक इंटरव्यू में कहा कि अगर वह पीएम बने तो वह समान विचारधारा वाले देशों के साथ कनाडा के व्यापारिक संबंधों को विविधता देने के लिए काम करेंगे। कार्नी ने कहा, कनाडा जो करना चाहेगा वह है समान विचारधारा वाले देशों के साथ हमारे व्यापारिक संबंधों को विविधता देना और भारत के साथ संबंधों को फिर से बनाने के अवसर हैं।

हालांकि, ये कहना अभी जल्दबाजी होगी कि कार्नी ट्रूडो द्वारा भारत-कनाडा संबंधों को पहुंचाई गई क्षति को दूर कर पाएंगे। लेकिन राजनीतिक पर्यवेक्षकों और कुछ लिबरल नेताओं का मानना है कि उनके चुनाव से तत्काल कोई नीतिगत परिवर्तन नहीं होगा, लेकिन उनकी नेतृत्व शैली और आर्थिक फोकस कई तरीकों से भारत के प्रति कनाडा के दृष्टिकोण को प्रभावित कर सकते हैं

कार्नी का अर्थव्यवस्था और वित्तीय मामलों में व्यापक अनुभव है। वह पहले ब्रूकफील्ड एसेट मैनेजमेंट के बोर्ड के अध्यक्ष रह चुके हैं, जो भारत में करीब 30 बिलियन डॉलर की संपत्तियों का प्रबंधन करता है। इनमें रियल एस्टेट, इंफ्रास्ट्रक्चर, नवीकरणीय ऊर्जा, प्राइवेट इक्विटी और विशेष निवेश शामिल हैं। कनाडा इंडिया फाउंडेशन के अध्यक्ष रीतेश मलिक के मुताबिक, कार्नी एक अनुभवी अर्थशास्त्री हैं और ब्रूकफील्ड में अपने अनुभव के चलते भारत की अर्थव्यवस्था को अच्छी तरह समझते हैं। उनकी प्राथमिकता विदेश नीति और व्यापार पर होगी, जिससे भारत-कनाडा के मौजूदा तनावपूर्ण संबंधों में सुधार की संभावना है।

बता दें कि ट्रूडो के कार्यकाल के दौरान भारत-कनाडा संबंध काफी बिगड़ गए थे, जो ऐतिहासिक निम्न स्तर पर पहुंच गए थे। दोनों देशों के बीच तनाव तब बढ़ गया जब ट्रूडो ने खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारत का हाथ होने का आरोप लगाया, जिसे भारत ने सख्ती से खारिज कर दिया। इसके जवाब में, दोनों देशों ने एक-दूसरे के राजनयिकों को निष्कासित कर दिया, जिससे राजनयिक संबंध और खराब हो गए। व्यापार वार्ता भी रोक दी गई और कनाडाई नागरिकों के लिए वीजा सेवाएं अस्थायी रूप से निलंबित कर दी गईं।

तीसरे बच्चे के जन्म पर तोहफाः इस राज्य के सांसद का एलान, लड़की हुई तो 50 हजार, लड़के पर गाय
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#tdpleadergiftsthirdchild_birth

इस समय देश के कई राज्यों में जनसंख्या बढ़ाने पर जोरे दिया जा रहा है। खासकर परिसीमन के मुद्दे को लेकर भारत के दक्षिणी राज्यों में तनाव है।2026 में प्रस्तावित परिसीमन को लेकर साउथ के कई राज्यों में डर है कि उन्हें इसका घाटा हो सकता है। पहले ही आंध्र प्रदेश के सीएम एन चंद्रबाबू नायडू जनसंख्या बढ़ाने की वकालत कर चुके हैं। इस बीच आंध्र प्रदेश में भाजपा की सहयोगी तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) के सांसद कालिसेट्टी अप्पलानायडू ने राज्य के लोगों को तीसरा बच्चा पैदा करने पर गिफ्ट दिए जाने का ऐलान किया है।

विजयनगरम के सांसद कालीसेट्टी अप्पाला नायडू ने बीते दिन अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर महिलाओं को तीसरा बच्चा पैदा करने पर उपहार देने का वादा किया है। एमपी ने एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए इसकी घोषणा की। उन्होंने कहा कि अगर लड़की हुई तो 50,000 रुपये और अगर लड़का हुआ तो महिलाओं को एक गाय दी जाएगी। इस खबर से पूरे आंध्र प्रदेश में हलचल मची है।

अप्पाला नायडू ने अपने निर्वाचन क्षेत्र की हर महिला को यह प्रस्ताव देने का वादा किया है। नायडू ने कहा, राजनीति और जीवन में कई महिलाओं ने उन्हें प्रोत्साहित किया, जिनमें उनकी मां, पत्नी, बहनें और बेटी शामिल हैं। सांसद ने समाज में महिलाओं के साथ होने वाले भेदभाव को लेकर भी बात की। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि महिलाओं का प्रोत्साहन समय की मांग है।

चंद्रबाबू नायडू कर चुके हैं जनसंख्या वृद्धि के आह्वान

इसके लिए खुद मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू से भी उन्हें प्रशंसा मिल रही है। यह बयान मुख्यमंत्री नायडू के जनसंख्या वृद्धि के आह्वान पर आई। एक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नायडू ने कहा था कि सभी महिलाओं कर्मचारियों को मैटरनिटी लीव मिलेगी, चाहे उनके कितने भी बच्चे हों। नायडू ने महिलाओं से आग्रह किया था कि वे जितना हो सके उतने ज्यादा बच्चों को जन्म दें ताकि राज्य में युवा जनसंख्या बढ़े। नायडू ने अक्तूबर, 2024 में भी राज्य में लोगों की बढ़ती औसत उम्र पर चिंता जताई थी।

भारत की युवा आबादी घट रही

केंद्र की यूथ इन इंडिया-2022 रिपोर्ट के मुताबिक 2036 तक देश की 34.55 करोड़ आबादी ही युवा रह जाएगी, जो अभी 47% से ज्यादा है। अभी देश में 25 करोड़ युवा 15 से 25 साल के बीच के हैं। अगले 15 साल में यह और तेजी से गिरेगी। संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष की इंडिया एजिंग रिपोर्ट 2023 की मानें तो 2011 में भारत में युवा आबादी की औसत उम्र 24 साल थी, जो अब 29 साल हो गई है। 2036 तक भारत की बुजुर्ग जनसंख्या 12.5%, 2050 तक 19.4% तो सदी के अंत तक 36% हो जाएगी।

धर्म और चर्च बचाने के लिए ज्यादा बच्चे पैदा करें, मिजोरम में चर्च की सलाह
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#mizoram_church_instructions_to_produce_more_children

देश में कहीं परिसीमन के बाद प्रतिनिधित्व घटने खौफ में लोगों को जनसंख्या बढ़ाने की सलाह दी जा रही हो तो कहीं धर्म को बचान के लिए। अभी हाल ही में तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने राज्य के नव-विवाहित जोड़ों से अपील की है कि वे जल्द से जल्द बच्चे पैदा करें। द्रमुक के एक कार्यकर्ता के विवाह समारोह में भाग लेने गए स्टालिन ने कहा, पहले हम कहते थे कि आप आराम से बच्चे पैदा करें परन्तु अब हालात बदल गए हैं और अब हमें कहना चाहिए कि तुरन्त बच्चे पैदा करें। इधर, मिजोरम में दूसरा सबसे बड़ा चर्च बैप्टिस्ट चर्च ऑफ मिजोरम (बीसीएम) ने बच्चों की संख्या बढ़ाने पर जोर दिया है।

बीसीएम ने गिरती जनसंख्या को देखते हुए 'बेबी बूम' यानी ज्यादा बच्चे पैदा करने की अपील की है। यह अपील 129वीं सभा में चर्च के विवाहित सदस्यों से की गई, ताकि धर्म की रक्षा की जा सके। बीसीएम ने लोगों को इस मुद्दे के प्रति जागरूक करने और ज्यादा बच्चे पैदा करने के लिए प्रेरित करने का फैसला किया है, ताकि मिजो समुदाय का अस्तित्व और पहचान बनी रहे।

असेंबली के सदस्यों ने एक अजेंडा पास किया और सदस्यों ने कहा, अगर मिजोरम की आबादी घटती रही तो यह बहुत बड़ी मुसीबत होगी। इससे समाज, राज्य, धर्म और चर्च, सबको नुकसान होगा। हमें आबादी बढ़ाने के लिए लोगों को जागरूक करना होगा।

इससे पहले मिज़ोरम प्रेस्बिटेरियन चर्च ने भी यही बात कही थी।दरअसल, मिजोरम की कुल तादाद 12 लाख से ज्यादा है, लेकिन यहां जन्म दर में गिरावट देखी जा रही है। इसके अलावा, बांग्लादेश से अवैध प्रवासियों, खासकर बौद्ध चकमा समुदाय के लोगों का लगातार आगमन हो रहा है। चर्च को चिंता है कि अगर मिजो लोगों की तादाद इसी तरह घटती रही, तो इससे 'समाज, राज्य, धर्म और चर्च' पर नकारात्मक असर पड़ेगा।

उल्टा पड़ा ललित मोदी का दांव, पासपोर्ट रद्द करेगी वनुआतू सरकार
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#vanuatu_pm_orders_to_cancel_lalit_modi_citizenship

भगोड़े बिजनेसमैन ललित मोदी की मुश्किलें बढ़ती दिख रही है। एक तरफ ललित मोदी ने लंदन स्थित भारतीय उच्चायोग में अपना भारतीय पासपोर्ट सरेंडर करने के लिए आवेदन किया है। वहीं, प्रशांत महासागर में स्थित एक द्वीपीय देश वनुआतू की नागरिकता हासिल कर ली है। हालांकि, अब वनुआतु के प्रधानमंत्री जोथम नापत ने सोमवार को नागरिकता आयोग को निर्देश दिया है कि ललित मोदी को दिया गया वनुआतु पासपोर्ट रद्द कर दिया जाए।सरकार का कहना है कि प्रत्यर्पण से बचने की कोशिश की वजह से दक्षिण प्रशांत महासागर के इस देश में नागरिकता पाने के लिए ललित मोदी के पास वैध कारण नहीं हैं।

वानुआतु के प्रधानमंत्री जोथम नापत ने देश के नागरिकता आयोग से ललित मोदी को जारी पासपोर्ट रद्द करने को कहा है। पीएम ने कहा कि उनके आवेदन के दौरान इंटरपोल स्क्रीनिंग सहित सभी मानक पृष्ठभूमि जांचों में कोई आपराधिक दोष सिद्ध नहीं हुआ, मुझे पिछले 24 घंटों में पता चला है कि इंटरपोल ने दो बार मोदी पर अलर्ट नोटिस जारी करने के भारतीय अधिकारियों के अनुरोध को सबूत की कमी के कारण खारिज कर दिया है। इस तरह के किसी भी अलर्ट से मोदी के नागरिकता आवेदन को स्वतः ही अस्वीकार कर दिया जाता।

वानुअतु डेली पोस्ट ने आगे लिखा, हाल ही में अंतर्राष्ट्रीय मीडिया में हुए खुलासों के बाद यह फैसला लिया गया है। बाकी जानकारी कल के अखबार में देंगे। इसमें यह नहीं बताया गया कि आखिर किस खुलासे की बात की जा रही है। हालांकि अनुमान है कि वनुआतु को बाद में पता चला कि ललित मोदी भारत का भगोड़ा कारोबारी है, जिस कारण यह फैसला लिया गया।

ललित मोदी ने 7 मार्च को अपना भारतीय पासपोर्ट सरेंडर करने के लिए आवेदन किया था। भारत के विदेश मंत्रालय ने इस घटना की पुष्टि की थी।विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा था, उसने लंदन स्थित भारतीय उच्चायोग में अपना पासपोर्ट जमा करने के लिए आवेदन किया है। इसकी जांच मौजूदा नियमों और प्रक्रियाओं के आलोक में की जाएगी। हमें यह भी बताया गया है कि उसने वनुआतु की नागरिकता हासिल कर ली है. हम कानून के तहत उसके खिलाफ मामला आगे बढ़ाना जारी रखेंगे। ललित मोदी साल 2010 में भारत से भाग गया था और तब से लंदन में रह रहा है।

बता दें कि वनुआतु देश ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के करीब है और 83 छोटे ज्वालामुखीय द्वीपों से मिलकर बना है। 65 द्वीप ऐसे हैं, जहां कोई भी नहीं रहता। वनुआतु में कई एक्टिव ज्वलामुखी हैं, जिनमें एक पानी के नीचे भी मौजूद है। अगर वनुआतु के जनसंख्या की बात करें तो यह 300,109 है। वनुआतु की अर्थव्यवस्था का एक बड़ा हिस्सा नागरिकता बेचकर चलता है।

छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम भूपेश बघेल के घर ईडी की रेड, बेटे चैतन्य बघेल से जुड़े कई ठिकानों पर छापा
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#ed_raid_on_chattisgarh_former_cm_bhupesh_baghel

छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के घर पर प्रवर्तन निदेशालय का छापा पड़ा है। ईडी की टीम ने सोमवार तड़के भिलाई स्थित भूपेश बघेल के निवास और बेटे चैतन्य बघेल के घर पर छापेमारी की। केंद्रीय जांच एजेंसी ने राज्यभर में कुल 14 स्थानों पर छापेमारी की। यह कार्रवाई कथित आर्थिक अनियमितताओं और धन शोधन (मनी लॉन्ड्रिंग) से जुड़े मामलों को लेकर की जा रही है।

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने यह छापेमारी मनी लॉन्ड्रिंग मामले से जुड़े कथित शराब घोटाले के सिलसिले में की है। ईडी दावा कर चुकी है कि छत्तीसगढ़ शराब घोटाले से राज्य के खजाने को भारी नुकसान हुआ, जबकि शराब सिंडिकेट ने कथित तौर पर अपराध की आय के रूप में 2,100 करोड़ रुपये से अधिक की हेराफेरी की। मामले के सिलसिले में राज्य सरकार के अधिकारियों और व्यापारियों सहित कई व्यक्तियों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है।

इसी साल ईडी ने एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए छत्तीसगढ़ के पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा को गिरफ्तार किया था। उनसे हुई पूछताछ के आधार पर आज तफ्तीश का दायरा अब चैतन्य बघेल तक पहुंचता हुआ दिखाई दे रहा है।

अगुस्ता वेस्टलैंड केसः जमानत के बाद भी जेल में रहना चाहता है क्रिश्चियन मिशेल, जानें क्या बताई वजह
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#augusta_westland_christian_michel_wants_to_stay_in_jail_after_bail

अगस्‍ता वेस्‍टलैंड हेलिकॉप्‍टर खरीद मामले में कथित घोटाले की बिचौलिए की भूमिका निभाने वाले क्रिश्चियन मिशेल को दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट से जमानत मिल गई। लेकिन उन्‍होंने जमानत पर जेल से बाहर आने से इनकार कर दिया है।जेम्स ने "सुरक्षा जोखिम" के कारण जमानत पर बाहर जाने के बजाय अपनी सजा पूरी करने पर भारत छोड़ने की पेशकश की। उन्होंने कहा कि दिल्ली उनके लिए सुरक्षित नहीं है।

राउज एवेन्‍यू कोर्ट में क्रिश्चियन मिशेल की जमानत से जुड़ी शर्तों पर सुनवाई शुरू होने पर जज ने कहा कि ऐसा व्‍यक्ति जो 6 साल से जेल में बंद है, वह स्‍थानीय जमानतदार कोर्ट में कैसे पेश कर सकता है। इसके बाद स्‍पेशल जज ने मिशेल से उनका हालचाल पूछा। जज ने कहा, आप कैसे हैं, भगवान की कृपा से पिछले 2 महीनों में आपके साथ अच्छा हो गया है, आपको सीबीआई और ईडी के मामले में जमानत मिल गई है।

इस पर मिशेल ने जज से कहा, मेरे लिए दिल्ली बस एक बड़ा कारागार है। क्रिश्चियन मिशेल ने जज से कहा कि उसे जमानत मिल गई है, लेकिन वह जमानत पर जेल से बाहर नहीं आना चाहता है। मिशेल ने कोर्ट से कहा कि वह अपनी सजा पूरी करके देश छोड़ना चाहता हैं।

न्यायाधीश ने मिशेल से पूछा कि जब उसे जमानत मिल गई है तो वह जेल में कैसे रह सकता है। मिशेल ने कहा,मैं जमानत स्वीकार नहीं कर सकता। यह असुरक्षित है। हर बार जब मैं तिहाड़ (जेल) से बाहर निकलता हूं, तो कुछ न कुछ होता है। जमानत बांड प्रस्तुत करने के पहलू पर, उन्होंने कहा, एक व्यक्ति जो छह साल से जेल में है, वह स्थानीय जमानतदार कैसे पेश कर सकता है? मिशेल द्वारा इस बात पर जोर दिए जाने के बाद कि वह सुरक्षा कारणों से जमानत पर रिहा नहीं होना चाहता, न्यायाधीश ने पूछा, क्या आप दिल्ली में कोई सुरक्षित स्थान नहीं ढूंढ सकते? इसके बाद मिशेल ने निजी तौर पर उस घटना के बारे में बताने" की पेशकश की, जिसका सामना उसने एम्स में भर्ती होने के दौरान किया था।

इससे पहले दिल्ली उच्च न्यायालय ने 4 मार्च को ईडी मामले में उसे जमानत दे दी थी और मिशेल को आवश्यक जमानत शर्तों के साथ पेश करने का निर्देश दिया था, जबकि सर्वोच्च न्यायालय ने 18 फरवरी को निचली अदालत की शर्तों के अधीन सीबीआई मामले में राहत प्रदान की थी।

पाकिस्तान में मारा गया बारत का एक और दुश्मन, कुलभूषण जाधव के आरोपी की हत्या
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पाकिस्तान में भारत का एक और दुश्मन ढेर हो गया है। बलूचिस्तान के तुर्बत में मुफ्ती शाह मीर की गोली मारकर हत्या कर दी। शाह मीर मस्जिद के बाहर हमला हुआ। इस दौरान हमलावरों ने उस पर अंधाधुंल गोलियां बरसा दीं। बताया जा रहा है कि शाह मीर भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव के अपहरण में भी शामिल था।

शाह मीर शुक्रवार को नमाज पढ़कर के बाद मस्जिद से बाहर आ रहा था। इसी दौरान हमलावरों ने उस पर अंधाधुंल गोलियां बरसा दीं। शाह को गंभीर हालत में तुर्बत के अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई। स्थानीय पुलिस का कहना है कि घटना की जांच की जा रही है और हमलावरों की तलाश के लिए ऑपरेशन शुरू किया गया है। अभी तक इस हत्या के पीछे का मकसद पता नहीं चल सका है।

पाकिस्तान की मीडिया ने मुफ्ती शाह मीर को तुर्बत और बलूचिस्तान का जानामाना धार्मिक विद्वान बताया है। शाह को पाकिस्तान के नेशनल असेंबली के मेंबर और सीनियर नेता मौलाना फजलुर्रहमान का करीबी माना जाता था। दूसरी ओर ये दावा भी किया जाता है कि शाह पर बलूचिस्तान में आतंक को बढ़ावा देने के आरोप थे। वह पाक की खुफिया एजेंसी आईएसआई के एजेंट के तौर पर काम करता था। आईएसआई के एजेंट के तौर पर भारत के नेवी अफसर कुलभूषण जाधव को ईरान से अगवा कर पाकिस्तान लाने में भी उसका हाथ होने का दावा किया जाता है।

मुफ्ती शाह मीर ने आईएसआई के इशारे पर अफगानिस्तान में भी अपनी पैठ बनाई थी। वहां उसने खुद को एक आतंकवादी के रूप में पेश किया और पाकिस्तानी फौज को सटीक जानकारियां दीं। पाकिस्तान से आजादी की लड़ाई लड़ रहे गुटों से जुड़ी सटीक जानकारी शाह मीर ने आईएसआई को दी। इन्हीं जानकारियों के आधार पर पाकिस्तानी फौज ने हाल के दिनों में इन गुटों पर बड़ी कार्रवाई भी की।

दिल्ली की महिलाओं का इंतजार खत्म, 2500 रुपये वाली योजना को कैबिनेट की मंजूरी
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#mahila_samriddhi_yojana_rs_2500_monthly_for_women 

महिला दिवस के मौके पर दिल्‍ली की महिलाओं को बड़ी सौगात मिली है। दिल्ली में महिला समृद्धि योजना लागू हो गई है। इस योजना के तहत महिलाओं को हर महीने 2500 रुपये मिलेंगे। बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने यह योजना लागू किए जाने का ऐलान किया। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर बीजेपी ने दिल्ली जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम में एक कार्यक्रम का आयोजन किया जिसमें बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, सीएम रेखा गुप्ता और दिल्ली के प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा मौजूद रहे। इस दौरान महिला समृद्धि योजना को लेकर घोषणा की गई।

भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा, पीएम मोदी ने कहा कि हम महिला समृद्धि योजना लाएंगे। हम दिल्ली में महिलाओं को 2500 रुपये देने का वादा पूरा करने का ऐलान करते हैं। पीएम मोदी ने 5100 करोड़ रुपये का प्रबंधन किया है। ताकि महिला समृद्धि योजना का वादा पूरा किया जा सके। महिला समृद्धि योजना तुरंत लागू होगी। इसका फैसला कैबिनेट ने कर दिया है।

दिल्ली की सीएम रेखा गुप्ता ने इस दौरान उन्होंने कहा कि दिल्ली की जनता से किए वो हर वादे पूरे करेंगे। पीएम मोदी जो कहते हैं वो करके दिखाते हैं। इतना बड़ा फैसला बीजेपी ही कर सकती है। उन्होंने कहा कि केवल बीजेपी में ही महिलाओं का सम्मान है। आम आदमी पार्टी ने महिला सांसद का अपमान किया।

दिल्ली में इस योजना का लाभ प्रत्येक परिवार से एक महिला को मिलेगा। अप्रैल से पात्र महिलाओं को यह सहायता राशि मिलनी शुरू हो सकती है। महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा तैयार प्रस्ताव के अनुसार दिल्ली में करीब 17-18 लाख महिलाओं को इस योजना का लाभ मिलेगा। योजना को कैबिनेट से मंजूरी मिल चुकी है। 

महिला समृद्धि योजना के लाभार्थी की न्यूनतम उम्र 21 साल और अधिकतम सालाना इनकम 2.50 लाख रुपये होनी चाहिए। इसके साथ ही जिन महिलाओं को विधवा पेंशन, वृद्धावस्था पेंशन, सरकारी पेंशन जैसी योजनाओं का लाभ पहले से मिल रहा है। उन्हें इस योजना में शामिल नहीं किया गया है। महिला समृद्धि योजना के लिए रजिस्ट्रेशन के लिए दिल्ली का वोटर कार्ड, आधार कार्ड, पैन कार्ड, बैंक खाता, आय प्रमाण पत्र, आधार और बैंक खाते से मोबाइल नंबर लिंक होना जरूरी है। सरकार ने महिला समृद्धि योजना के तहत रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया शुरू करने के लिए एक ऑनलाइन पोर्टल भी लॉन्च करने की योजना बनाई है। सूत्रों की मानें तो दिल्ली में महिला समृद्धि योजना का लाभ गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाली महिलाओं को दिया जाएगा। इसके लिए उनके पास बीपीएल कार्ड होना अनिवार्य है।

अपने ही लोगों पर भड़के राहुल गांधी, बोले- कांग्रेस में नेताओं की कमी नहीं, बब्बर शेर लेकिन चेन से बंधे
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#rahulgandhigetangryatcongressleaders

देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस इन दिनों गर्त में गिरती जा रही है। लगातार चुनावों में हार का सामना कर रही कांग्रेस ने अपना जनाधार खो दिया है। पार्टी के गिरते परफॉर्मेंस के बीच राहुल गांधी गुजरात में हैं। गुजरात में 2027 में विधानसभा चुनाव होने हैं, इससे पहले राहुल गांधी ने राज्य पर अपना फोकस लगाया है। राहुल दो दिन के गुजरात दौरे पर हैं। आज दूसरा दिन है। राहुल गांधी ने आज अहमदाबाद में पार्टी कार्यकर्ताओं और स्थानीय निकाय चुनाव की तैयारियों लगे पार्टी पदाधिकारियों को संबोधित किया। राहुल ने कई चौंकाने वाली टिप्पणियां कीं और अपनी ही पार्टी को आईना दिखाया।

कांग्रेस के आधे नेता बीजेपी से मिले-राहुल गांधी

राहुल गांधी ने अहमदाबाद के जेड हॉल में प्रदेश के करीब 2 हजार कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। इस दौरान तेवर दिखाते हुए राहुल गांधी ने कहा कि गुजरात में कांग्रेस की लीडरशीप में दो तरह के लोग हैं। उनमें बंटवारा है। एक हैं जो जनता के साथ खड़े हैं उनके लिए लड़ते हैं, उनकी इज्जत करते हैं जिनके दिल में कांग्रेस की विचारधारा है। दूसरे हैं, जो जनता से कटा हुआ है दूर बैठता है और उसमें से आधे बीजेपी से मिले हैं।राहुल ने आगे कहा, मेरी जिम्मेदारी है कि जो ये दो ग्रुप हैं इनको छांटना है।

कांग्रेस पार्टी बारात के घोड़े को रेस में डाल देती है-राहुल गांधी

कांग्रेस में नेताओं की कमी नहीं है। बब्बर शेर हैं लेकिन पीछे से चेन लगी हुई है तो वे चेन से बंधे हैं। राहुर लांधी ने आगे कहा कि एक मेरी बैठक हो रही थी, जिसमें एक कार्यकर्ता ने कहा कि दो तरीके के घोड़े होते हैं, एक होता है रेस का और दूसरा होता है बारात का। कांग्रेस पार्टी बारात के घोड़े को रेस में डाल देती है और रेस के घोड़े को बारात में डाल देती है। अब गुजरात की जनता भी ये देख रही है कि रेस में बारात के घोड़े डाले हुए हैं।

लोगों को निकालना पड़े तो निकाल देना चाहिए-राहुल गांधी

राहुल गांधी ने कहा कि पहला काम हमें ये करना है कि हमें पार्टी के भीतर जो गुटबाजी है, उसे अलग करना है और इसके लिए 20-30 लोगों को निकालना पड़े तो निकाल देना चाहिए। राहुल गांधी ने आगे कहा कि दिल में कांग्रेस होनी चाहिए। हाथ कटे तो खून कांग्रेस का निकलना चाहिए। मुझे गुजरात के चुनाव के बारे में बात नहीं करनी है। कांग्रेस पार्टी की विचारधारा गुजरात की विचार धारा हैं, जो गांधी ने सिखाया पटेल ने सिखाया है। नेताओं को जनता से जुड़ने की जरूरत है। हमने भारत जोड़ो यात्रा में ये कर दिखाया है। हमारे नेताओं को जनता के पास जाने की जरूरत है।

पाक के बाद चीन के करीब हो रहा बांग्लादेश, भारत के बिगड़ते संबंधों के बीच मोहम्मद यूनुस का चीन दौरा
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शेख हसीना के तख्तापलट के बाद बांग्लादेश के दोस्तो की फेहरिस्त बदल रही है। कभी शेख हसीना के लिए भारत सबसे करीबी दोस्त हुआ करता था। मोहम्मद यूनुस के मुख्य सलाहकार बनते ही यही भारत बांग्लादेश की आंखों को खटकने लगा है। मोहम्मद यूनुस पाकिस्तान से गलबहियां करने के बाद अब ढाका को बीजिंग के करीब ले जाने में जुट गए हैं। इसी क्रम में मोहम्मद यूनुस चीन की यात्रा पर जाने वाले हैं। मुहम्मद यूनुस द्विपक्षीय बैठक के लिए 26 मार्च को चीन का दौरा करेंगे। यूनुस 26 से 29 मार्च तक चीन के दौरो पर रहेंगे।

नोबेल पुरस्कार विजेता, जिन्होंने शेख हसीना के जाने के बाद बांग्लादेश के अंतरिम नेता के रूप में पदभार संभाला था।7 अगस्त, 2024 को पदभार संभालने के बाद यूनुस की यह पहली चीन यात्रा होगी। रिपोर्ट के अनुसार, 28 मार्च को बीजिंग में चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात कर सकते हैं। यूनुस सबसे पहले 25 मार्च को हैनान प्रांत में बोआओ फोरम फॉर एशिया (बीएफए) सम्मेलन में भाग लेंगे। बीएफए के महासचिव झांग जून ने मुख्य सलाहकार को चीन में सम्मेलन में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया। बाद में, चीनी अधिकारियों ने दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंधों के 50 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में बीजिंग में यूनुस की मेजबानी करने का प्रस्ताव रखा।

रविवार को द डेली स्टार को ढाका में एक राजनयिक सूत्र ने बताया, हम मुख्य सलाहकार के दौरे की तैयारी कर रहे हैं और सहयोग के संभावित क्षेत्रों की तलाश में हैं, जिसमें द्विपक्षीय समझौतों पर हस्ताक्षर की संभावना भी शामिल हैष बीएफए सम्मेलन, जिसे अक्सर ‘एशियन दावोस’ कहा जाता है, चीन के दक्षिणी हैनान प्रांत के बोआओ में होता है। प्रोफेसर यूनुस को बीएफए के महासचिव झांग जुन से निमंत्रण मिला है और वह 26 मार्च की शाम को चीनी अधिकारियों की ओर से आयोजित विशेष उड़ान से हैनान जाएंगे। विदेश मंत्रालय के अधिकारी ने कहा, पिछले सप्ताह, ढाका में चीनी दूतावास ने विदेश मंत्रालय को पुष्टि की कि राष्ट्रपति शी के साथ बैठक निर्धारित है। इसके बाद, मुख्य सलाहकार ने अपनी भागीदारी की पुष्टि की।

नई दिल्ली चीन और पाकिस्तान के साथ ढाका के बढ़ते संबंधों पर कड़ी नज़र रख रही है। हसीना के सत्ता से बाहर होने के बाद, बांग्लादेश के साथ भारत के रिश्ते खराब हो गए हैं।अभी दो दिन पहले, भारत ने जिनेवा में संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद के सत्र में आरोप लगाया था कि बांग्लादेश पर संयुक्त राष्ट्र की तथ्य-खोजी रिपोर्ट ने “अल्पसंख्यकों के खिलाफ़ बदले की हिंसा” की अवधारणा को “मुख्यधारा में ला दिया है।”

मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार बांग्लादेश को तेजी से चीन के करीब ले जा रही है। इसके पहले यूनुस सरकार ने तीस्ता नदी के प्रबंधन के लिए चीन की तरफ हाथ बढ़ाया था। इसके लिए चीन की सरकारी कंपनी को इस साल दिसम्बर तक कॉन्सेप्ट नोट और 2026 के आखिर तक रिसर्च तैयार करने को कहा गया है। यह वही प्रोजेक्ट है, जिसे पूर्व पीएम शेख हसीना की सरकार भारत के साथ आगे बढ़ाना चाहती थी। अब 1 अरब डॉलर की इस परियोजना को लेकर यूनुस सरकार चीन के साथ आगे बढ़ी है।