*अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर मेगा महिला स्वास्थ्य शिविर*
![]()
गोरखपुर- डॉ. विभा दत्ता, कार्यकारी निदेशक, एम्स गोरखपुर के मार्गदर्शन में, सौख्यम - माता अमृतानंदमयी देवी मठ के सौजन्य से, एम्स गोरखपुर (सामुदायिक चिकित्सा एवं परिवार चिकित्सा विभाग), आकांक्षा समिति (IAS अधिकारियों की पत्नियों का संगठन), भारतीय रेड क्रॉस सोसाइटी उत्तर प्रदेश, पंडित महामना फाउंडेशन, बागवानी विभाग एवं मा अमृतेश्वरी चैरिटी संस्थान (MACS) के संयुक्त सहयोग से सरैया गाँव, सरदार नगर में एक मेगा महिला स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया।
डॉ. प्रियंका यादव, डायरेक्टर, MACS (मा अमृतेश्वरी चैरिटी संस्थान) एवं स्टेट डायरेक्टर, सौख्यम, ने मासिक धर्म स्वास्थ्य जागरूकता की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल करते हुए तीन सैनिटरी पैड वेंडिंग मशीनों का दान किया तथा डॉ. दिनेश मणि त्रिपाठी (प्राचार्य, एलपीके इंटर कॉलेज एवं आरपीएफ अधिकारी) के सहयोग से सरैया गाँव की महिलाओं को मुफ्त सौख्यम पुन: प्रयोज्य सैनिटरी पैड वितरित किए।
डॉ. विभा दत्ता, डॉ. रश्मि सिंह (IAS) और अंजू बिष्ट (MD, सौख्यम) का सहयोग एवं आभार
एम्स गोरखपुर की कार्यकारी निदेशक, डॉ. विभा दत्ता के सहयोग से आकांक्षा समिति एवं मा अमृतेश्वरी चैरिटी संस्थान (MACS) द्वारा सैनिटरी पैड वेंडिंग मशीनों का प्रोजेक्ट पुनः सक्रिय किया गया है।
डॉ. प्रियंका यादव ने एम्स निदेशिका डॉ. विभा दत्ता का आभार व्यक्त किया एवं उनकी सराहना की, जिन्होंने इस अभियान को पूरी तरह समर्थन दिया।
एम्स गोरखपुर के सामुदायिक चिकित्सा एवं परिवार चिकित्सा विभाग के सहयोग से डॉ. आनंद मोहन दीक्षित (विभागाध्यक्ष, सामुदायिक चिकित्सा, एम्स गोरखपुर) इस मुहिम को पूरे गोरखपुर में चलाएंगे, जिससे महिलाओं के स्वास्थ्य की देखभाल सुनिश्चित की जा सके।
साथ ही, डॉ. प्रियंका यादव ने आकांक्षा समिति की अध्यक्ष डॉ. रश्मि सिंह (IAS) का भी आभार प्रकट किया, जिनका सहयोग उन्हें जिले में प्रभावी ढंग से कार्य करने में निरंतर प्राप्त होता है।
विशेष रूप से, डॉ. प्रियंका यादव ने "पैडवुमन ऑफ इंडिया" और सौख्यम पुन: प्रयोज्य सैनिटरी पैड्स की प्रबंध निदेशक, अंजू बिष्ट का आभार व्यक्त किया, जिन्होंने इस परियोजना को राष्ट्रीय स्तर पर सफलतापूर्वक संचालित किया और इसके विस्तार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
कार्यक्रम की मुख्य झलकियाँ:
✅ पंडित महामना फाउंडेशन के स्वयंसेवकों ने महिला मासिक धर्म स्वास्थ्य एवं स्वच्छता पर सर्वेक्षण किया।
✅ पंडित महामना फाउंडेशन के संस्थापक श्री सचिन गौरी वर्मा ने कार्यक्रम का संचालन किया और सरैया गाँव में मासिक धर्म स्वास्थ्य पहल को आगे बढ़ाने का संकल्प लिया।
✅ बागवानी विभाग एवं मा अमृतेश्वरी चैरिटी संस्थान (MACS) ने एम्स गोरखपुर को औषधीय पौधों का वितरण किया एवं वृक्षारोपण अभियान संपन्न किया।
✅ एम्स गोरखपुर की इंजीनियर मनीषा तिवारी ने हर्बल गार्डन को सुंदर बनाने की पहल में पूर्ण सहयोग दिया।
महिला स्वास्थ्य पर विशेषज्ञ सत्र:
डॉ. प्रदीप खरया, एसोसिएट प्रोफेसर, एम्स गोरखपुर
"मासिक धर्म स्वास्थ्य में पुरुषों की भूमिका" पर व्याख्यान दिया, जिसमें लैंगिक समानता एवं साझा जिम्मेदारी पर जोर दिया गया।
डॉ. अमित रंजन, एसोसिएट प्रोफेसर, पीएमआर विभाग, एम्स गोरखपुर
मासिक धर्म के दौरान दर्द प्रबंधन पर महिलाओं को शिक्षित किया, जिसमें शरीर की स्थिति एवं नींद के सही तरीके अपनाने पर जोर दिया गया।
डॉ. प्रियंका यादव, स्टेट डायरेक्टर, सौख्यम
"सौख्यम पुनः प्रयोज्य सैनिटरी पैड" के लाभों के बारे में बताया।
निति आयोग द्वारा सम्मानित इस परियोजना को हाल ही में कुंभ में मुख्य सचिव की पत्नी, डॉ. रश्मि सिंह (IAS) की उपस्थिति में लॉन्च किया गया।
गोरखपुर के ग्रामीण क्षेत्रों में सौख्यम अभियान के पहले चरण की घोषणा की, जो एम्स गोरखपुर और आकांक्षा समिति के सहयोग से बड़े पैमाने पर जागरूकता और सुरक्षित एवं किफायती मासिक धर्म स्वास्थ्य उत्पादों का वितरण सुनिश्चित करेगा।
सौख्यम - महिलाओं के स्वास्थ्य एवं सशक्तिकरण की क्रांतिकारी पहल
✅ केले के रेशों से निर्मित भारत का पहला पुन: प्रयोज्य सैनिटरी पैड, जिसकी आयु 3 वर्ष तक होती है।
✅ अब तक 5 लाख से अधिक महिलाएँ इस पर्यावरण-अनुकूल, किफायती और सुरक्षित समाधान से लाभान्वित हो चुकी हैं।
✅ माता अमृतानंदमयी देवी (अम्मा) की महिलाओं को शारीरिक, मानसिक एवं आर्थिक रूप से स्वतंत्र बनाने की दृष्टि से प्रेरित।
✅ डॉ. प्रियंका यादव ने हाल ही में केरल में सतगुरु माता अमृतानंदमयी देवी से भेंट कर सौख्यम परियोजना के गोरखपुर विस्तार की अनुमति मांगी, जिसे अम्मा का आशीर्वाद प्राप्त हुआ और महिला स्वास्थ्य हेतु इस परियोजना का नेतृत्व करने की जिम्मेदारी डॉ. यादव को सौंपी गई।
✅ निति आयोग से सम्मानित यह परियोजना आर्थिक रूप से कमजोर महिलाओं को पैड उत्पादन में जोड़कर आत्मनिर्भर बनाने का लक्ष्य रखती है।
✅ सरैया गाँव की प्रधान श्रीमती इंद्रकला यादव एवं उनके पति ने अपने गाँव में मासिक धर्म स्वास्थ्य को प्राथमिकता देने और सौख्यम परियोजना का ब्लॉक स्तर पर समर्थन करने का संकल्प लिया।
Mar 08 2025, 20:19