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बड़ी खबर : प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल PMCH के जुनियर डॉक्टर गए हड़ताल पर, मरीजों की बढ़ी परेशानी

डेस्क : राजधानी पटना से एक बड़ी खबर सामने आई है। जहां प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल पटना मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में आज शुक्रवार को जूनियर डॉक्टर हड़ताल पर चले गए हैं। जूनियर डॉक्टरों की इस हड़ताल से अस्पताल में ओपीडी सेवाओं पर असर पड़ा है। मरीजों को बड़ी परेशानी झेलनी पड़ रही है।

वहीं जूनियर डॉक्टर अपनी मांगों को लेकर हड़ताल पर है। उनकी मांगों में मुख्य रूप से 4 महीने के बकाया स्टाइपेंड को जारी करना प्रमुख है।

हड़ताल पर गए जूनियर डॉक्टरों का कहना है कि वे पिछले चार महीने से परेशान हैं। उनका वजीफा जारी नहीं होने से पटना में रहना-खाना मुश्किल हो गया है। ऐसे में हड़ताल पर जाने के सिवाय और कोई विकल्प नहीं बचा है। इसीलिए आज से वे हड़ताल में गए हैं। जब तक उनकी मांगों को नहीं माना जाता है हड़ताल जारी रहेगी।

हालाँकि हड़ताल से फ़िलहाल इमरजेंसी सेवाओं को बाहर रखा गया है। लेकिन ओपीडी में जूनियर डॉक्टर किसी प्रकार की सेवा नहीं दे रहे हैं।

बिहार की सबसे बड़ी बिजली घर परियोजना पीरपैंती की निविदा, 21,400 करोड़ की लागत से 4 साल में बनकर होगा तैयार

बिहार की सबसे बड़ी बिजली घर परियोजना पीरपैंती की निविदा गुरुवार को जारी हो गई। अगले तीन -चार महीने में एजेंसी का चयन हो जायेगा। इसके बाद चयनित एजेंसी से कंपनी बिजली खरीदने के लिए पावर परचेज एग्रीमेंट (पीपीए) करेगी। इस साल के अंत तक इस बिजली घर का काम शुरू हो जाएगा। चार साल के भीतर इस बिजली घर से उत्पादन शुरू हो जायेगा। पीरपैंती से 24 सौ मेगावाट बिजली उत्पादित होगी। पूरी बिजली बिहार को ही मिलेगी।

भागलपुर जिले के पीरपैंती में 800 मेगावाट की तीन इकाई (कुल 2400 मेगावाट) का निर्माण होगा। 21,400 करोड़ की लागत से बनने वाला यह पवार प्लांट प्रदेश में निजी क्षेत्र का अब तक का सबसे बड़ा निवेश होगा। विद्युत विनियामक आयोग की ओर से तय दर के अनुसार बिहार सरकार पीरपैंती की पूरी बिजली खरीदेगी। यह परियोजना मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की दूरदर्शी ऊर्जा नीति का नतीजा है।

ऊर्जा मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व में राज्य में निवेशकों के लिए अनुकूल माहौल तैयार हुआ है। इस परियोजना से बिहार के लोगों को न सिर्फ गुणवत्ता पूर्ण बिजली मिलेगी, बल्कि बिजली दरों में भी कमी आएगी। यह राज्य के औद्योगिकीकरण में मील का पत्थर साबित होगा।

मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा ने कहा कि ऊर्जा सुरक्षा के लिए नया थर्मल पावर प्लांट स्थापित करने का निर्णय लिया है। वहीं, ऊर्जा सचिव पंकज कुमार पाल ने कहा कि इससे बड़े पैमाने पर रोजगार भी सृजित होंगे।

आज 28 फरवरी से शुरु होने जा रहा बिहार विधानमंडल का बजट सत्र, विपक्ष के हंगामे के साथ शुरु होने की संभावना

डेस्क : आज शुक्रवार 28 फरवरी से बिहार विधानमंडल का बजट सत्र की शुरुआत होने जा रही है। यह बजट सत्र पूरे एक महीने का होगा। यह सत्र आज 28 फरवरी से शुरु होकर 28 मार्च तक चलेगा। इस दौरान 20 बैठकें आयोजित की जाएंगी। बजट सत्र के हंगामेदार होने की संभावना है। जहां विपक्ष सरकार को घेरने की तैयारी में है, वहीं सत्ता पक्ष भी विपक्ष को जवाब देने को तैयार है।

सत्र के पहले दिन आज राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खां विधानमंडल के दोनों सदनों विधानसभा व विधानपरिषद के सदस्यों को संयुक्त रूप से संबोधित करेंगे। पहले दिन ही सदन में बिहार का आर्थिक सर्वेक्षण पेश होगा। साथ ही विधानमंडल के सत्र में नहीं रहने की अवधि में राज्यपाल द्वारा प्रख्यापित अध्यादेशों की प्रमाणीकृत प्रतियों को सदन पटल पर भी रखा जाएगा।

3 मार्च को सदन में राज्य सरकार का बजट पेश होगा, जबकि 4 मार्च को राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा के बाद सरकार का उत्तर होगा। 7 मार्च से अन्य विभागों का बजट सदन में पेश होना प्रारंभ होगा और यह 21 मार्च तक चलेगा। इस दौरान 9 विभागों के बजट के साथ अन्य विभागों के बजट को गिलोटीन से पेश किया जाएगा।

विधानसभा अध्यक्ष नंदकिशोर यादव ने सत्ता पक्ष के साथ-साथ विपक्षी दलों से सदन संचालन में सहयोग मांगा है। संसदीय कार्यमंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा कि सरकार सत्र को लेकर पूरी तरह तैयार है। विपक्ष के उठाए सवालों का सदन में समुचित जवाब देगी। उधर, विपक्ष के मुख्य सचेतक अख्तरूल इस्लाम शाहीन ने कहा कि जनहित के मुद्दे सदन में उठाए जाएंगे।

मौसम का हाल : बिहार में आज से फिर बदलेगा मौसम का मिजाज, इन जिलों में आंधी के साथ वज्रपात का येलो अलर्ट

डेस्क : बिहार में पिछले कुछ दिनों से मौसम के मिजाज में बदलाव जारी है। सप्ताह भर पहले जहां तापमान में बढ़ोत्तरी से गर्मी का अहसास हो रहा था। वहीं बीते तीन-चार दिनों से एकबार फिर सुबह-शाम हल्की ठंड पड़ रही है। इसी बीच आज शुक्रवार को पूरे राज्यभर में मौसम विभाग ने आंधी के साथ हल्की बारिश के आसार जताया हैं।

मौसम विभाग ने 12 जिलों को लेकर येलो अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग की ओर से पश्चिमी चंपारण, पूर्वी चंपारण, सीतामढ़ी, शिवहर, मधुबनी, कैमूर, औरंगाबाद, रोहतास, गया, नवादा, जमुई और बांका जिले के एक या दो स्थानों पर मेघगर्जन और वज्रपात के साथ हल्की बारिश की संभावना जताई गई है। राजधानी पटना में आंशिक बादल छाये रहेंगे। इस दौरान 30-40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से झोंके के साथ हवा चलेगी।

वहीं शनिवार को भी दक्षिण बिहार के एक-दो स्थानों पर हल्की बारिश के आसार हैं। वहीं दो दिनों के बाद तापमान में 2 से 4 डिग्री तक वृद्धि हो सकती है। गुरुवार को पटना सहित प्रदेश के 28 शहरों के अधिकतम और 26 शहरों के न्यूनतम तापमान में बढ़ोतरी हुई। पटना का अधिकतम 29.5 और न्यूनतम तापमान 16.6 डिग्री रहा।

सुप्रीम कोर्ट से पक्ष में फैसला आने के बाद पुराने तेवर मे राजद नेता सुनील सिंह, सीएम नीतीश कुमार पर जमकर साधा निशाना

डेस्क : सुप्रीम कोर्ट से अपने पक्ष में फैसला आने के बाद राजद नेता सुनील सिंह अब फिर से अपने पुराने तेवर में नजर आ रहे हैं और उन्होंने सीएम नीतीश पर जमकर निशाना साधा है। सुनील सिंह ने कहा कि वह मुझे रोक नहीं सकते, मैं फिर से सदन में किसान की बात उठाउंगा, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार की बात उठाउंगा।

दरअसल सुप्रीम कोर्ट से अपनी सदस्यता फिर से हासिल करने के बाद केस जीतने के बाद आज पटना स्थित राजद प्रदेश कार्यालय में सुनील सिंह का पार्टी नेताओं ने जोरदार स्वागत किया। इस दौरान स्वागत से सुनील सिंह भी अभिभूत नजर आए। उन्होंने इस जीत के लिए लालू यादव, तेजस्वी यादव सहित पार्टी नेताओं का धन्यवाद किया। जो इस लड़ाई में उनके साथ खड़े रहे।

वहीं इस दौरान सुनील सिंह ने नीतीश कुमार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने खुद को राजद का हार्डकोर सिपाही बताते हुए सात महीन पहले हुई घटना का जिक्र किया। कहा कि जब मुझे विधान परिषद से निष्कासित कर दिया गया। मेरा कसूर यह था कि मैं गरीबों और किसानों की बात सदन में उठाता था। उन्होंने कहा कि जो आदेश सुप्रीम कोर्ट ने दिया तो उससे लोकतंत्र की हत्या होने से बच गया।

सुनील सिंह ने अपना दर्द बयां करते हुए कहा कि सिर्फ एक शब्द कहने पर मेरी सदस्यता खत्म कर दी गई। उन्होंने नीतीश कुमार का नाम लिए बगैर कहा कि वही व्यक्ति जो दोनों सदनों में महिलाओं के प्रति किस तरह की भाषा का प्रयोग किया, उसकी भर्त्सना उन लोगों ने हर जगह की, जिनकी गोद में वह बैठे हुए हैं। लेकिन उनपर कोई कार्रवाई नहीं हुई।

कहा कि उन्होंने दलित समाज के पूर्व मुख्यमंत्री के लिए क्या शब्द इस्तेमाल किया। लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई है। उनकी ही पार्टी से एक बड़े पद पर बैठे व्यक्ति ने आसन के प्रति गलत शब्द का इस्तेमाल किया, लेकिन उनके ऊपर कोई कार्रवाई नहीं की गई। जबकि किसानों, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार की बात करने पर मेरी सदस्यता खत्म कर दी गई।

बिहार में कैबिनेट विस्तार के बाद विभागों के बंटवारे में किसे हुआ नुकसान और किसे हुआ फायदा, जानिए पूरा डिटेल

डेस्क : बिहार विधानसभा चुनाव से पहले बीते बुधवार महाशिवरात्रि के दिन नीतीश कैबिनेट का विस्तार हुआ। राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने बिहार सरकार के नए मंत्रियों को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने मंत्रिमंडल में सात नए चेहरों को जगह दी। वहीं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने मंत्रिमंडल विस्तार के एक दिन बाद आज गुरुवार को मंत्रियों के विभागों का बंटवारा कर दिया। आज गुरुवार को भाजपा कोटे के सभी मंत्रियों का नए सिरे से विभाग बंटवारा हुआ। जिसमें कई मंत्रियों के पावर में जहां इजाफा हुआ है। वहीं कई को नुकसान हुआ है।

इनको मिला ये विभाग

सम्राट चौधरी वित्त एवं वाणिज्य कर विभाग, विजय कुमार सिन्हा कृषि विभाग, खान एवं भूतत्व विभाग, प्रेम कुमार सहकारिता विभाग, रेणु देवी पशु एवं मतस्य संसाधन विभाग, मंगल पाण्डे स्वास्थ्य विभाग विधि विभाग का जिम्मा मिला है।इसी तरह नीरज कुमार सिंह बबलू लोक स्वास्थ्य एवं अभियंत्रण विभाग, नीतीश मिश्रा उघोग विभाग, नितीन नवीन पथ निर्माण विभाग, जनक राम अनुसूचित जाति एवं जनजाति विभाग, हरि सहनी पिछड़ा एवं अति पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग, कृष्णनन्दन पासवान गन्ना उघोग विभाग, केदार गुप्ता पंचायती राज विभाग, सुरेन्द्र मेहता खेल विभाग, संतोष सिंह श्रम संसाधन विभाग, संजय सरावगी राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग का जिम्मा मिला है। वहीं डॉ सुनील कुमार पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग, राजू कुमार सिंह पर्यटन विभाग, मोतीलाल प्रसाद कला, संस्कृति एवं युवा विभाग, जिवेश कुमार नगर विकास एवं आवास विभाग, विजय मंडल आपदा प्रबंधन विभाग, मंटू सिंह सूचना प्रावैधिकी विभाग और संतोष सुमन (हम) को लघु जल संसाधन विभाग का मंत्री बनाया गया है। कैबिनेट विस्तार के बाद अब नीतीश मंत्रिमंडल में कुल 36 मन्त्री हो गए हैं। इसमें भाजपा कोटे से सबसे ज्यादा मंत्री हैं। भाजपा से जहां 21 मंत्री हैं वहीं जदयू कोटे से सिर्फ 13 मंत्री हैं। एक मंत्री हम से संतोष सुमन हैं तो निर्दलीय सुमित सिंह भी मंत्री हैं।

नये सिरे विभागों हुए बंटवारे के बाद उप मुख्यमंत्री की कुर्सी संभाल रहे विजय कुमार सिन्हा के पास अब तक तीन विभाग थे। पथ निर्माण विभाग, खान एवं भूतत्व विभाग और कला संस्कृति एवं युवा विभाग में दो विभाग उनसे ले लिया गया है। अब वे खान एवं भूतत्व विभाग और कृषि विभाग के मंत्री हैं। इसी तरह प्रेम कुमार के पास सहकारिता और पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग था लेकिन अब वे सिर्फ सहकारिता विभाग के मंत्री रह गए हैं। नीतीश मिश्रा के पास पहले उद्योग और पर्यटन था लेकिन अब सिर्फ उद्योग रह गया है। इसी तरह नितिन नवीन भी नगर विकास और विधि विभाग के मंत्री थे लेकिन अब उनका विभाग बदलकर पथ निर्माण विभाग कर दिया गया है। मंगल पांडे के पास स्वास्थ्य और कृषि विभाग था लेकिन उनसे कृषि विभाग छीनकर उन्हें स्वास्थ्य और विधि विभाग का जिम्मा दिया गया है।

विभागों में हुए इस फेर-बदल के बाद बीजेपी के मंत्री बने इन 3 विधायकों का कद बढ़ गया। ये तीन मंत्री संजय सरावगी, नितीन नवीन और जीवेश मिश्रा अब डिप्टी सीएम से अधिक पावर फुल हो गए हैं। जीवेश मिश्रा ने बीते दिन ही मंत्री पद की शपथ ग्रहण की थी वहीं आज मंत्रिमंडल के बंटवारे में उन्हें नगर विकास एवं आवास विभाग मिला है, यह विभाग पहले नितिन नवीन के पास था। वहीं नितिन नवीन को पथ निर्माण विभाग की जिम्मेदारी मिली है, यह विभाग पहले डिप्टी सीएम विजय सिन्हा के पास था। वहीं संजय सरावगी को राजस्व और भूमि सुधार विभाग की जिम्मेदारी मिली है जो पहले बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल के पास था।

कैबिनेट विस्तार के बाद अब विभागों का हुआ बंटवारा : कई मंत्रियों के बदले विभाग, जानिए पूरा डिटेल

डेस्क : बिहार विधानसभा चुनाव से पहले बीते बुधवार महाशिवरात्रि के दिन नीतीश कैबिनेट का विस्तार हुआ। राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने बिहार सरकार के नए मंत्रियों को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने मंत्रिमंडल में सात नए चेहरों को जगह दी।

वहीं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने मंत्रिमंडल विस्तार के एक दिन बाद आज गुरुवार को मंत्रियों के विभागों का बंटवारा कर दिया। आज गुरुवार को भाजपा कोटे के सभी मंत्रियों का नए सिरे से विभाग बंटवारा हुआ। वहीं हम के संतोष सुमन के विभागों में भी बड़ा बदलाव हुआ है। हालांकि जदयू के किसी भी मंत्री का कोई भी विभाग नहीं बदला है। इसी तरह निर्दलीय विधायक सुमित सिंह का विभाग भी पहले वाला ही है। एक दिन पहले ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने मंत्रिमंडल में सात नए चेहरों को जगह दी है। सभी सात मंत्री भाजपा कोटे से बने हैं। गुरुवार को नए मंत्रियों के साथ ही भाजपा कोटे के 21 मंत्रियों का विभागों का नए सिरे से बंटवारा किया गया। इसमें कई पुराने मंत्रियों को बड़ा झटका भी लगा है।

सम्राट चौधरी वित्त एवं वाणिज्य कर विभाग, विजय कुमार सिन्हा कृषि विभाग, खान एवं भूतत्व विभाग, प्रेम कुमार सहकारिता विभाग, रेणु देवी पशु एवं मतस्य संसाधन विभाग, मंगल पाण्डे स्वास्थ्य विभाग विधि विभाग का जिम्मा मिला है।इसी तरह नीरज कुमार सिंह बबलू लोक स्वास्थ्य एवं अभियंत्रण विभाग, नीतीश मिश्रा उघोग विभाग, नितीन नवीन पथ निर्माण विभाग, जनक राम अनुसूचित जाति एवं जनजाति विभाग, हरि सहनी पिछड़ा एवं अति पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग, कृष्णनन्दन पासवान गन्ना उघोग विभाग, केदार गुप्ता पंचायती राज विभाग, सुरेन्द्र मेहता खेल विभाग, संतोष सिंह श्रम संसाधन विभाग, संजय सरावगी राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग का जिम्मा मिला है।

वहीं डॉ सुनील कुमार पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग, राजू कुमार सिंह पर्यटन विभाग, मोतीलाल प्रसाद कला, संस्कृति एवं युवा विभाग, जिवेश कुमार नगर विकास एवं आवास विभाग, विजय मंडल आपदा प्रबंधन विभाग, मंटू सिंह सूचना प्रावैधिकी विभाग और संतोष सुमन (हम) को लघु जल संसाधन विभाग का मंत्री बनाया गया है।

बता दें कैबिनेट विस्तार के बाद अब नीतीश मंत्रिमंडल में कुल 36 मंत्री हो गए हैं। इसमें भाजपा कोटे से सबसे ज्यादा मंत्री हैं। भाजपा से जहां 21 मंत्री हैं वहीं जदयू कोटे से सिर्फ 13 मंत्री हैं। एक मंत्री हम से संतोष सुमन हैं तो निर्दलीय सुमित सिंह भी मंत्री हैं।

बिहार के भोजपुर में भीषण सड़क दुर्घटना में 4 की मौत, दर्जनभर लोग गंभीर रुप से घायल

डेस्क : बिहार के भोजपुर जिले से एक बड़ी घटना सामने आई है। जहां सड़क दुर्घटना में 4 लोगो की मौत हो गई है। वहीं दर्जन भर लोग गंभीर रुप से घायल हुए है। जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल मे भर्ती कराया गया है।

मिली जानकारी के अनुसार घटना जिले के शाहपुर थाना क्षेत्र के शाहपुर गांव के पास उस समय हुई, जब एक ऑटो चालक ने अपनी गाड़ी को सड़क पर खड़ा कर पेट्रोल लेने के लिए चला गया। इस दौरान, तेज रफ्तार ट्रक ने पीछे से ऑटो को टक्कर मार दी।

इस टक्कर के कारण ऑटो सड़क से नीचे गड्ढे में गिर गया।ऑटो में सवार सभी लोग एक ही परिवार के हैं। परिवार बच्चे का मुंडन कराने गुप्ताधाम गया था। लौटने के दौरान ये हादसा हुआ। घायलों में 14 लोग शामिल हैं, जिनमें से कुछ की हालत गंभीर बताई जा रही है। घायलों में बच्चे और महिलाएं भी शामिल हैं।

हादसे के बाद स्थानीय पुलिस और लोगों ने घायलों को प्राथमिक चिकित्सा के लिए शाहपुर पीएचसी भेजा। इसके बाद सभी को आरा सदर अस्पताल रेफर किया गया, जहां चार लोगों की हालत गंभीर बनी हुई है।

हादसे की सूचना मिलने के बाद शाहपुर थानाध्यक्ष मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है ताकि यह पता लगाया जा सके कि हादसे के समय ट्रक चालक कहाँ था और क्या कोई लापरवाही थी।

2005 में एनडीए की सरकार बनने के बाद पहली बार भरा कैबिनेट का कोटा, सभी 36 पदों पर मंत्री तैनात

डेस्क : वर्ष 2005 में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार में एनडीए की सरकार बनने के बाद पहली बार राज्य मंत्रिमंडल का कोटा पहली बार पूरा भर गया है। बीते बुधवार को कैबिनेट का विस्तार होने के बाद नीतीश कैबिनेट में अब कोई मंत्रिपद खाली नहीं है। बुधवार को 7 मंत्रियों के शपथ के साथ ही खाली पद भर दिये गये। इसके पहले जब भी नीतीश सरकार में मंत्रियों का मनोनयन हुआ, कुछ पद खाली ही रखे गए। ऐसा पहली बार हुआ है जब सभी 36 पदों पर मंत्री तैनात हैं। जदयू कोटे की तुलना में भाजपा कोटे के मंत्रियों की संख्या डेढ़ गुनी हो गयी है।

वर्ष 2005 में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए की सरकार बनी, उसके बाद से सरकार में कभी 36 मंत्री नहीं रहे। हमेशा कुछ सीटें रिक्त रखी गयीं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार खास रणनीति के तहत ऐसा करते रहे हैं। इसके पहले वर्ष 2010 में 30 मंत्रियों ने शपथ ली। जबकि 2015 में 29 मंत्री बने थे। वर्ष 2020 में भी 30 मंत्रियों ने शपथ ली थी जबकि 2022 में महागठबंधन की सरकार में 31 मंत्री थे। इसके पहले और बाद में भी लगभग इतने ही मंत्री बनते रहे।

बता दें नियमानुसार बिहार में अधिकतम 36 मंत्री हो सकते हैं। यहां पहले से 30 मंत्री थे। एक ने इस्तीफा दिया, जिससे मंत्रियों के 7 पद रिक्त हो गए थे। आज मंत्रियों के शपथ लेने के बाद नीतीश कैबिनेट में जदयू के मंत्रियों की संख्या 13 ही रह गयी जबकि भाजपा कोटे के मंत्रियों की संख्या बढ़कर 21 हो गयी। इसके अलावा एक-एक निर्दलीय और हम से एक-एक मंत्री हैं। इसके पहले भाजपा कोटे के केवल 15 मंत्री ही थे।

कैबिनेट के विस्तार के बाद भाजपा के मंत्रियों की संख्या जदयू की तुलना में डेढ़ गुनी हो गयी है। बुधवार को शपथ ग्रहण के पहले यह भी कयास लगाए गए थे कि कम से कम दो मंत्री जदयू कोटे के होंगे। पर जब सूची सामने आई तो सब चौंक गए। कई राजनीतिक विश्लेषक भी हैरान थे, क्योंकि सभी सात मंत्री भाजपा के थे।

कैबिनेट विस्तार में सीएम नीतीश कुमार ने प्रदेश के हर क्षेत्र का रखा ध्यान, दी वाजिब हिस्सेदारी

डेस्क : बिहार विधानसभा चुनाव से पहले बीते बुधवार को महाशिवरात्रि के दिन नीतीश कैबिनेट का विस्तार हो गया। कैबिनेट विस्तार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने न केवल राज्य के हर क्षेत्र का ध्यान रखा है, बल्कि उनके प्रतिनिधित्व से सभी क्षेत्रों को वाजिब हिस्सेदारी भी दी है। इसमें पटना के साथ-साथ मगध, मिथिलांचल, कोसी, सीमांचल, अंग, शाहाबाद-कैमूर, चंपारण, सारण, तिरहुत का प्रतिनिधित्व स्पष्ट दिखता है। सबसे बड़ी बात तो यह है कि किसी क्षेत्र की हिस्सेदारी कम नहीं की गयी है।

नीतीश कैबिनेट में पहले 30 मंत्री थे, जो अब संख्या बढ़कर 36 हो गई है। बुधवार को सात नए मंत्रियों ने शपथ ली, जबकि पुराने में से एक ने इस्तीफा दिया। मंत्रिमंडल में पहले मगध से 06, अंग से 05, मिथिलांचल व कोसी से 04-04, सारण व तिरहुत से 03-03, शाहाबाद-कैमूर से 02, चंपारण व पटना प्रक्षेत्र से 01-01 मंत्री बनाए गए थे। नए विस्तार में सीमांचल को उसकी हिस्सेदारी मिली है। इसके साथ ही कई क्षेत्रों की ताकत स्पष्ट रूप से बढ़ी।

मिथिलांचल और तिरहुत की हिस्सेदारी सबसे अधिक बढ़ी है। दोनों के दो-दो नए मंत्री शामिल किये गये हैं। जबकि मगध और सारण को एक-एक स्थान का फायदा हुआ है। पटना की हिस्सेदारी पहले जैसी बनी रही है। उसका एक मंत्री बरकरार रहा।मंत्रिमंडल में उत्तर और दक्षिण बिहार की ताकत को भी उसी के अनुरूप बनाए रखा गया है। इसमें उत्तर बिहार के 21 जबकि दक्षिण बिहार के 15 मंत्री शामिल हैं।