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उन्माद पैदा कर दिया लोग मर रहे हैं इसका जिम्मेदार कौन हैं-विनय कुशवाहा

विश्वनाथ प्रताप सिंह

प्रयागराज: अव्यवस्था जाम से लोगों का जीना दूभर हो गया।

जो वाहवाही लूट रहे थे आज मौत पर जिम्मेदारी भी ले त्यागपत्र देकर।

प्रयागराज 16 फरवरी।दिव्य भव्य महाकुंभ 144साल बाद ऐसा सुयोग्य नक्षत्र का मिलन अमृत पान करने के लिए गंगा जमुना के संगम पर आने का आवाहन पूरे देश विदेश में मंत्री संत्री के साथ खूब प्रचार प्रसार किया गया जिससें जनता में एक उन्माद पैदा हो गया बुढ़े बुजुर्ग महिला बच्चे नवजवान सब निकल पड़े अमृत पान करने संगम की ओर जिसका नतीजा यह हुआ कि आज भीड़ रोके नहीं रूक रही हैं हर तरफ भगदड़ से मौत हो रही हैं कुछ पता चलता है कुछ का तो पता ही नहीं।इन सब मौतों की जबाबदेही किसकी हैं और जिम्मेदारी किसकी हैं।उक्त बातें सपा प्रदेश सचिव व सांसद प्रतिनिधि विनय कुशवाहा ने कहीं उन्होंने कहा कि किसी को आत्महत्या के लिए उकसाना भी कानूनन अपराध है तो जहाँ सैकड़ों लोगों की मौत हो गई हो भगदड़ की वजह से तो इसकी जिम्मेदारी किसके ऊपर होनी चाहिए जिन्होंने लोगों को उकसाया उन्माद पैसा किया और जो लोग आधी अधुरी तैयारी के बीच भव्य दिव्य महाकुंभ का सपना दिखा कर देशभर को प्रयागराज आने का नेवता दिया पर व्यवस्था कुछ नहीं किया ऐसे लोगों को अपने पद से त्यागपत्र देना चाहिए क्योंकि वो लोगों को बुला तो लिए लेकिन उनकी जान माल की सुरक्षा करने में नाकाम रहे।

मनुष्य का जीवन वृक्ष पर लगे पके फल के समान है ना जाने फल कब वृक्ष से गिर जाए जिला मंत्री राजेश तिवारी

खाली हाथ आया रे वंदे जाएगा खाली हाथ ही।क्यों खोया है यह मेरा वह तेरा कुछ जाएगा साथ नही

प्रयागराज

sb न्यूज से ब्यूरो चीफ - विश्वनाथ प्रताप सिंह

मनुष्य का जीवन वृक्ष पर लगे पके फल के समान है न जाने फल कब वृक्ष से गिर जाए यह अभिव्यक्ति एशोसिएशन बोरिंग टेक्नीशियन प्रयागराज के जिला मंत्री राजेश तिवारी ने व्यापार मण्डल अध्यक्ष मेजा रोड प्रयागराज विष्णु प्रकाश उपाध्याय(पप्पू) एवं उनके लघु भ्राता समाजसेवी शिव प्रकाश उपाध्याय से उनके पिता स्व०पं० हरिश्चन्द्र उपाध्याय के एकादशाह कार्यक्रम के दिन उनके ग्राम पंचायत बंधवा मेजा रोड प्रयागराज में कही।गौरतलब हो जिला मंत्री एवं व्यापार मण्डल अध्यक्ष मेजा रोड श्री उपाध्याय एक ही साथ के सहपाठी हैं।दोनों ही सम्भ्रान्त जनों की शिक्षा दीक्षा साथ ही साथ बद्रीनाथ तिवारी इण्टर कॉलेज मेजा रोड प्रयागराज में हुई है।शोक संवेदना व्यक्त करते हुए जिला मंत्री ने अपने उद्बोधन में कहा कि मनुष्य का जीवन वृक्ष पर लगे पके फल के समान है न जाने फल कब वृक्ष से गिर जाए।जिला मंत्री ने आगे कहा कि मनुष्य को कभी भी अपने धन दौलत एवं शक्ति पर घमण्ड एवं अहंकार नहीं करना चाहिए क्योंकि ना जाने कितने राजा रंक हो गए और ना जाने कितने रंक राजा हो गए।यह समय परिवर्तनशील है।मनुष्य जो कुछ भी पाता है वह यही से और अन्ततः सबकुछ यही पर छोड़कर जाना होता है और अपने किए गए कर्मानुसार ही उसे अगला जन्म प्राप्त होता है परन्तु यह सर्वथा सत्य है कि बुरे काम का बुरा नतीजा एवं सही काम का सही नतीजा होता है।जिला मंत्री ने आगे कहा कि वस्तुतः मनुष्य का जन्म इस धरती पर केवल सत्य एवं न्याय को अपने आत्मा में परिलक्षित करने के लिए हुआ है क्योंकि संसार के अन्य प्राणी सत्य एवं न्याय के बारे में कुछ भी नही जानते।कर्म प्रधान है जो जैसा करता है उसे वैसा ही फल प्राप्त होता है।दया,प्रेम,परोपकार एवं सहानुभूति ही मनुष्य के असली धन हैं यदि यह गुण मनुष्य में नही हैं तो उसका मानव जन्म बिल्कुल ही व्यर्थ है।जिला मंत्री ने मानव हित में एक कवित्य भी कहा कि खाली हाथ आया रे वंदे जाएगा खाली हाथ ही,क्यों खोया है यह मेरा वह तेरा कुछ जाएगा साथ नही।इस अवसर पर उपस्थित वरिष्ठ समाजसेवी पं० शेषमणि शुक्ला ने कहा कि जिला मंत्री द्वारा कितना ही सुन्दर वर्णन मानव चरित्र में वास्तविक जीवन पर प्रकाश डाला गया।जिला मंत्री के एक एक शब्द सदैव मानव कल्याणकारी होते हैं जो हूबहू पवित्र गीता ग्रन्थ से मिलते जुलते हैं।वास्तव में मनुष्य को अपने जीवन में किस तरह जीवन जीना चाहिए उसकी एक प्रसांगिक रुपरेखा जिला मंत्री द्वारा प्रस्तुत की गयी है।इस मार्मिक शोक संवेदना के अवसर पर जिला मंत्री के साथ भूतपूर्व ब्लॉक प्रमुख मेजा प्रेम शंकर शुक्ला(मुन्नन),व्यापार मण्डल संरक्षक मेजा रोड ई० नित्यानन्द उपाध्याय,समाजसेवी प्रेमशंकर तिवारी,वरिष्ठ समाजसेवी पं० शेषमणि शुक्ला,समाजसेवी नीरज तिवारी,वरिष्ठ पत्रकार शशि कान्त तिवारी,समाजसेवी एवं भाजपा नेता दिनेश तिवारी,अध्यक्ष शिक्षक संघ मेजा मनीष तिवारी,अध्यक्ष सहकारी समिति तेंदुआ कलां राहुल तिवारी,नवयुवक भाजपा नेता अजीत मिश्रा,नवयुवक समाजसेवी हर्ष द्विवेदी,समाजसेवी अजीत शुक्ला,अखिलेश मिश्रा एवं शोकाकुल परिवार सहित क्षेत्र के बहुत से गणमान्य लोग मौजूद रहे।

त्रिवेणी संगम में केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने लगाई आस्था की डुबकी, सनातन संस्कृति की भव्यता को किया नमन

- विश्वनाथ प्रताप सिंह

महाकुंभ नगर । त्रिवेणी संगम की पावन धरती पर महाकुंभ 2025 के अंतर्गत केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने श्रद्धा और आस्था के साथ स्नान किया। उन्होंने इसे सनातन सभ्यता, संस्कृति और शाश्वत परंपराओं की जीवंतता का प्रतीक बताया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि माँ गंगा, माँ यमुना और माँ सरस्वती की दिव्य धाराओं में स्नान कर आशीर्वाद प्राप्त करना मेरे लिए अत्यंत सौभाग्य की बात है। महाकुंभ केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि भारत की आध्यात्मिक ऊर्जा और एकता का सबसे बड़ा संगम है।

धर्मेंद्र प्रधान ने आगे कहा कि यह आयोजन केवल श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र नहीं, बल्कि भारतीय संस्कृति और जीवन दर्शन को विश्व पटल पर स्थापित करने वाला अवसर है। उन्होंने कहा कि महाकुंभ का हर क्षण सनातन परंपराओं की भव्यता को दर्शाता है, जो आने वाली पीढ़ियों के लिए भी प्रेरणादायक रहेगा।

केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने इस आयोजन की भव्यता को विश्व स्तरीय बताया और कहा कि यह केवल धार्मिक नहीं, बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक एकता को सशक्त करने वाला मंच है।

इस अवसर पर उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्रीगण भी उपस्थित रहे। प्रदेश के सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम, खादी एवं ग्रामोद्योग, रेशम उद्योग, हथकरघा एवं वस्त्रोद्योग मंत्री राकेश सचान, उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय तथा परिवहन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर सिंह ने भी त्रिवेणी संगम में पवित्र स्नान किया। मंत्रियों ने माँ गंगा का विधिवत पूजन कर राष्ट्र और जनकल्याण की कामना की।

मंत्री राकेश सचान ने कहा कि महाकुंभ का यह आयोजन भारतीय संस्कृति की अखंडता और शक्ति का प्रतीक है। यह विश्व का सबसे बड़ा आध्यात्मिक और सांस्कृतिक आयोजन है, जिसमें आस्था और भक्ति की अविरल धारा प्रवाहित होती है।

मंत्री योगेंद्र उपाध्याय ने कहा कि यह आयोजन उनके लिए केवल स्नान का अवसर नहीं, बल्कि सनातन संस्कृति के मूल तत्वों को आत्मसात करने का माध्यम भी है। पूरे विश्व को वसुधैव कुटुंबकम् का संदेश देता है।

मंत्री दयाशंकर सिंह ने कहा कि महाकुंभ 2025 न केवल भारत बल्कि पूरी दुनिया के श्रद्धालुओं के लिए विशेष महत्व रखता है।

तालाब पर कब्जा बरकरार माल गुजारी धनराशि जमा करने से परहेज

पट्टा कहीं और तालाब को बता रहा अपना पट्टा

कोराव,प्रयागराज

sb न्यूज से ब्यूरो चीफ - विश्वनाथ प्रताप सिंह

कोरांव तहसील अन्तर्गत ग्राम पंचायत टीकर तालाब संख्या 334 ख माहों तालाब मस्य पालन हेतु वर्ष 22/2/2022 को पट्टा सोन कली पत्नी शिध्यमणि के नाम से मस्य पालन हेतु पट्टा आवंटन किया गया था छह माह के दर से 17750 रुपया जमा करने हेतु सपथ पत्र दिया गया था पहली किस्त जमा कर रसीद अंकित की गई है जब की शपथ पत्र में यह दर्शाया गया है जैसे ग्राम पंचायत के लोग तालाब का पानी उपभोग करते थे वे लोग करते रहे हमे कोई ऐतराज नहीं होगा लेकिन ग्रामीणों का कहना है पट्टेदार ग्राम सभा के लोगों को पानी यूज करने से मना करता है।यह कहता है मेरे तालाब का आप लोग किसी भी तरह यूज नही कर सकते हैं मैं पट्टा करा लिया हूं। ग्रामीणों ने जब तहसील कोरांव जाकर फाइल निकलवाया तो एक किस्त ही जमा है जो फाइल में रसीद लगाईं गई है। पट्टेदार तालाब का पट्टा गलत कराया है असली तालाब नम्बर 334 ड है ग्रामीणों ने बताया कि लगभग लाखों रुपया माल गुजारी बकाया है। ग्रामीणों ने रजिस्टार कानूनगो से मिल कर नोटिस जारी कराने के लिए मांग कर रहे थे।महा कुम्भ मेला के कारण नोटिस जारी नही सकी है। ग्रामीणों में हरिशंकर सिंह, महबूब खां,नियाज अहमद,मो गौस जूगनू बानो,जयशंकर राजेश कुमार , अरविंद सिंह , ज्ञानचंद सिंह, कन्हैया लालसिंह,आदि ग्रामीणों ने बताया कि तालाब की माल गुजारी नही जमा हो रही है पट्टेदार के पति के बरताव से ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त है। ग्रामीणों ने जांच कराते हुए तालाब की माल गुजारी जमा कराते हुए पट्टेदार का पट्टा निरस्त करने हेतु ग्रामीणों ने मांग रखी है।

शुक्रवार को भी अध्यक्ष समेत विभिन्न पदों के लिए 9 पर्चो की हुई बिक्री


- विश्वनाथ प्रताप सिंह

कोरांव, प्रयागराज ,::कोराव प्रयागराज बार एसोसिएशन तहसील कोराव में चुनावी प्रक्रिया वृहस्पतिवार से नामांकन पत्रों की बिक्री के साथ शुरू हो चुकी है बृहस्पतिवार को जहा 20 नामांकन पत्रों की बिक्री हुई थी वहीं शुक्रवार को अध्यक्ष समेत विभिन्न पदों हेतु 9 नामांकन पत्रों की बिक्री हुई।

बताते चले कि तहसील बार एसोशिएशन कोराव के चुनाव की तिथि 7 मार्च को घोषित है नामांकन पत्रों की बिक्री 18 फरवरी तक होगी निर्वाचन अधिकारी मोतीलाल कुशवाहा ने बताया कि शुक्रवार को अध्यक्ष पद पर 2 मंत्री पद पर 2 उपमंत्री पर 1 आय व्यय निरीक्षक पर 1 वरिष्ठ कार्यकारिणी के 2 कनिष्ठ कार्यकारिण के 1 नामांकन पत्र की बिक्री हुई आगे उन्होंने बताया कि जिसकी सूचना एल्डर कमेटी के चेयरमैन को दे दी गई है अब तक कुल दो दिनों में 29 नामांकन पत्रों की बिक्री हुई है इस दौरान सहायक निर्वाचन अधिकारी सुरेन्द्र सिंह व निर्वाचन सचिव त्रिवेणी प्रसाद यादव मौजूद रहे

महाकुंभ नगर में लगी आग पर पाया गया काबू, सेक्टर 19 स्थित नरेंद्रा नंद का पंडाल जला

- विश्वनाथ प्रताप सिंह

महाकुंभ नगर में एक बार फिर आग लगने की सूचना है। बताया जा रहा है कि यह आग सेक्टर 19 स्थित नरेंद्रा नंद के पंडाल में आग लगी है। सूचना मिलने के बाद मौके पर दमकल विभाग के कर्मचारी पहुंच गए हैं और आग पर काबू पाने की कोशिश में जुट गए हैं।

पुलिस ने घटनास्थल को चारों ओर से घेर लिया है। फिलहाल मौके पर किसी को जाने की इजाजत नहीं है। दमकल की कई गाड़ियां मौके पर मौजूद हैं। अधिकारियों ने बताया कि हादसे में किसी प्रकार के जान माल की हानी नहीं हुई है।

प्रयागराज मेला क्षेत्र में आग लगने की घटना पर डीआईजी महाकुंभ वैभव कृष्ण ने कहा ने कहा कि आग पूरी तरह से नियंत्रण में है। यह सेक्टर 19 में कल्पवासियों द्वारा खाली किए गए कुछ पुराने टेंटों में लगी थी। किसी के हताहत होने या घायल होने की कोई खबर नहीं है।

महाकुंभ क्षेत्र से उतरने लगी अखाड़ों की धर्मध्वजा, अब संत अपने-अपने स्थानों को रवाना


विश्वनाथ प्रताप सिंह

महाकुंभ वसंत पंचमी का तीसरा अमृत स्नान होने के साथ ही महाकुम्भ क्षेत्र से अखाड़ों की धर्मध्वजा उतरने लगी है। मंगलवार को निर्मल और नया उदासीन अखाड़े की धर्मध्वजा उतारी गई। मेला क्षेत्र में स्थापित गुरु ग्रंथ साहिब को कल्याणी देवी स्थित पक्की संगत ले जाया गया। इसी के साथ अखाड़ों के संत अपने अपने स्थानों को रवाना होने लगे। काफी संत कनखल हरिद्वार स्थित मुख्यालय की ओर कूच कर गए तो कई लोग दिल्ली, पंजाब आदि की तरफ रवाना हुए।नया उदासीन अखाड़े की धर्मध्वजा भी उतारी गई। वहीं बड़ा उदासीन अखाड़े की धर्मध्वजा सात फरवरी को उतरेगी और आठ को संत यहां से कीडगंज मुख्यालय जाएंगे। कुछ दिनों तक रमता पंच कीडगंज में ही विश्राम करेगा और उसके बाद आगे की यात्रा पर निकलेंगे।अखाड़ों के अमृत स्नान के लिए संगम पर की गई बैरिकेडिंग भी अब उखाड़ी जा रही है। यह बैरिकेडिंग अखाड़ों के स्नान के वक्त आम श्रद्धालुओं को वहां तक जाने से रोकने के लिए लगाई गई थी।अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रवींद्र पुरी ने मौनी अमावस्या के दिन हुई घटना के बाद श्रद्धालुओं की मुस्लिम समाज की ओर से की गई सेवा की सराहना की है। कहा कि कोरोना काल में भी देश में इसी तरह भाई चारे का संदेश दिया गया था। उन्होंने स्पष्ट किया कि परिषद ने उन कट्टर मुस्लिमों का विरोध किया था जो अपने कृत्यों से सनाधन धर्म को बदनाम करना चाहते हैं। कहा कि मैं यही चाहूंगा कि प्रयागराज से अच्छा संदेश पाकिस्तान और बांग्लादेश सहित पूरे विश्व में जाए।अध्यक्ष रवींद्र पुरी ने महाकुम्भ हादसे में मारे गए लोगों के शव गंगा में फेंके जाने के बयान की निंदा करते हुए कहा कि जया बच्चन को डिप्रेशन हो रहा है, उन्हें इसका इलाज कराना चाहिए, मैं भगवान से प्रार्थना करूंगा कि भगवान उन्हें सद्बुद्धि दें ताकि वे ऐसे बयान न दें क्योंकि बच्चन परिवार से सभी प्रेम रखते हैं। उन्होंने सवाल किया कि क्या जया बच्चन के पास कोई प्रमाण है, क्या कोई वीडियो देखा है। उन्हें हिन्दू और सनातन विरोधी बातें नहीं बोलनी चाहिए।

अब 15 हजार स्वच्छताकर्मी शनिवार को एक साथ पूरे मेला क्षेत्र में सफाई अभियान चाकर बनाएंगे वर्ल्ड रिकॉर्ड

विश्वनाथ प्रताप सिंह

तीर्थराज प्रयागराज की धरती न केवल भव्य महाकुम्भ-2025 के रूप में मानवता की अमूर्त सांस्कृतिक धरोहर का साक्षात्कार कर रही है, बल्कि संगमनगरी ऐतिहासिक वर्ल्ड रिकॉर्ड्स की भी साक्षी बन रही है। 50 करोड़ श्रद्धालुओं के संगम स्नान के वर्ल्ड रिकॉर्ड के साथ ही तीर्थराज ने शुक्रवार को स्वच्छता की दिशा में भी एक अनूठा वर्ल्ड रिकॉर्ड स्थापित किया। इसके तहत, 300 से अधिक स्वच्छताकर्मियों ने एक साथ अलग-अलग घाटों पर गंगा की सफाई कर विश्व रिकॉर्ड स्थापित किया। इस रिकॉर्ड को बनाने के लिए मेला प्राधिकरण की ओर से सभी निर्धारित प्रक्रिया को अपनाया गया। अब गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के प्रतिनिधि इस पूरी प्रक्रिया को वेरिफाई करेंगे और इस रिकॉर्ड को प्रमाणित करने के बाद इसका सर्टिफिकेट प्रदान करेंगे। सर्टिफिकेट प्राप्त होने के बाद यह अपने आप में एक अनूठा रिकॉर्ड होगा, जहां एक साथ इतने सफाई कर्मियों ने अलग-अलग घाटों पर आधे घंटे से ज्यादा समय तक नदी की सफाई का अभियान चलाया।

पूरी प्रक्रिया की कराई गई वीडियोग्राफी

सीएम योगी के विजन अनुसार, प्रयागराज में जारी महाकुम्भ की ग्लोबल इमेज को देखते हुए सरकार ने नदी की सफाई को लेकर जन जागरुकता अभियान छेड़ा हुआ है। इस अभियान की वजह से महाकुम्भ में आ रहे करोड़ों श्रद्धालु मां गंगा, मां यमुना और अदृश्य मां सरस्वती के पावन, निर्मल और स्वच्छ जल में स्नान कर रहे हैं। अब इसी अभियान को वर्ल्ड रिकॉर्ड के रूप में प्रमाणिकता मिलने जा रही है। मेला प्राधिकरण की विशेष कार्याधिकारी (ओएसडी) आकांक्षा राना ने बताया कि मुख्यमंत्री जी के निर्देश पर सबसे बड़ी नदी सफाई अभियान के रिकॉर्ड्स की स्थापना का लक्ष्य रखा गया था, जिसे आज पूरी प्रक्रिया के साथ पूर्ण किया गया है। इसके तहत गंगा नदी पर बने तीन घाटों (राम घाट, भारद्वाज घाट और गंगेश्वर घाट) पर एक साथ गंगा सफाई अभियान चलाया गया। आधे घंटे से अधिक समय तक चले इस अभियान के माध्यम से नदी और घाटों को स्वच्छ रखने के लिए जागरूकता का भी प्रसार किया गया। इस सफाई अभियान में कुल 300 से ज्यादा सफाई कर्मी शामिल हुए। इस तरह का अभियान पहली बार बनाया गया है।

आई विटनेसेज के सामने चली प्रक्रिया

आकांक्षा राना ने बताया कि इस अभियान को देखने के लिए गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के प्रतिनिधि भी मौजूद रहे। साथ ही, इस प्रक्रिया को संपन्न कराने के लिए आई विटनेसेज के रूप में इनवॉयरमेंटलिस्ट और एमएनआईटी के प्रोफेसर्स भी मौजूद थे। अब इस पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी भी कराई गई, जिसे देखने और वेरीफाई करने के बाद इस रिकॉर्ड को मान्यता दी जाएगी। इस रिकॉर्ड का उद्देश्य न केवल विश्व रिकॉर्ड हासिल करना है, बल्कि पवित्र नदियों के संरक्षण के लिए महाकुम्भ के समर्पण को भी उजागर करना है। इसके माध्यम से पारिस्थितिक संरक्षण और प्राकृतिक पर्यावरण के साथ आध्यात्मिक संबंध के महत्व पर जोर दिया जाएगा।

15 हजार स्वच्छताकर्मी एक साथ सफाई अभियान का बनाएंगे रिकॉर्ड

एक साथ नदी सफाई के वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने की प्रक्रिया पूरी करने के बाद अब मेला प्राधिकरण शनिवार को भी एक और वर्ल्ड रिकॉर्ड की ओर कदम बढ़ाएगा। यह रिकॉर्ड सबसे बड़ी सिंक्रोनाइज्ड स्वीपिंग ड्राइव का होगा। इसके अंतर्गत, 15000 प्रतिभागियों द्वारा एक समन्वित सफाई गतिविधि को पूरा किया जाएगा। इस रिकॉर्ड का महत्व महाकुम्भ मेले के आंतरिक मूल्यों के रूप में स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देना है, जो प्रमुख स्थलों की पवित्रता बनाए रखने के लिए सामूहिक जिम्मेदारी के संदेश को मजबूत करेगा। इससे पहले मेला प्रशासन ने 2019 में 10 हजार प्रतिभागियों के साथ यह रिकॉर्ड बनाया था, जिसे इस बार सुधारने की पहल की जा रही है।

प्रभू बजरंग बली बुराई के सर्वोच्च विध्वंसक एवं भक्तों के रक्षक तथा बल,बुद्धि और विद्या के दाता हैं जिला मंत्री राजेश तिवारी

विश्वनाथ प्रताप सिंह

प्रभू बजरंगबली बुराई के सर्वोच्च विध्वंसक एवं भक्तों के रक्षक तथा बल,बुद्धि और विद्या के दाता हैं यह अभिव्यक्ति एशोसिएशन बोरिंग टेक्नीशियन प्रयागराज के जिला मंत्री राजेश तिवारी ने बाराही माता दिघिया माण्डा मेजा प्रयागराज के प्रांगण में स्थित प्रभू बजरंग बली के दर्शनोंपरांत प्रभू बजरंग बली के प्रमुख पुजारी संजय दास बाबा एवं अपने प्रियजनों के बीच कही।गौरतलब हो कि जिला मंत्री अपने प्रियजनों के साथ मां आदिशक्ति बाराही माता एवं प्रभू बजरंग बली के दर्शन हेतु दिघिया माण्डा मेजा प्रयागराज पधारे हुए थे।जिला मंत्री महान ईश्वरभक्तों में से एक हैं और सदा सत्य एवं न्याय के पथ पर चलते रहते हैं।प्रभू बजरंग बली के दर्शनोंपरांत जिला मंत्री ने अपने उद्बोधन में कहा कि प्रभू बजरंग बली बुराई के सर्वोच्च विध्वंसक एवं भक्तों के रक्षक तथा बल,बुद्धि और विद्या के दाता है क्योंकि प्रभू श्रीराम के लंका विजय के समय बड़ी-बड़ी मुसीबतों का हल पलक झपकते ही कर देते थे।यहाँ तक कि असम्भव कार्य को सम्भव बना देते थे।सौ योजन समुद्र को लांघना,बड़े-बड़े राक्षसों का वध करना,द्रोणागिरि पर्वत से संजीवनी बूटी को लाना इत्यादि कर्म यह पूर्णतःसाबित करते हैं कि प्रभू बजरंग बली बुराई के सर्वोच्च विध्वंसक एवं भक्तों के रक्षक तथा बल बुद्धि और विद्या के दाता है।इतना ज्ञानवान एवं बलवान होने पर भी प्रभू श्रीराम के चरणों में सदा समर्पित रहते थे और हर समय प्रभू श्रीराम नाम का जाप करते रहते थे जिससे उन्हें प्रभू श्रीराम का सबसे प्रिय भक्त कहा जाता है।जिला मंत्री ने आगे अपने स्वरचित प्रभू बजरंग बली के एक श्लोक का भी वर्णन किया.....दनुजदमनम् संकटनशानम् महाबली हनुमान्।वीरम् रुद्ररुपेण रामदूतम् रामप्रियम्।।भूतपिचाश विनाशनम् सर्वकष्ट निवारणम्।जपजप भजभज त्वम् वंदे सदा केशरी नन्दनम्।।जिला मंत्री ने आगे अपने व्यक्तव्य में यह भी कहा कि है सच्ची श्रद्धा प्रभू बजरंगबली पर तो असत्य कुछ कर नही सकता,सच्चे हनुमान भक्त पर सत्य कभी विजय पा नही सकता।इस ईश्वरदर्शन एवं आध्यात्मिक परिचर्चा के दौरान जिला मंत्री के साथ प्रभू बजरंग बली के प्रमुख पुजारी संजय दास बाबा,वरिष्ठ समाजसेवी एवं भूतपूर्व मण्डल अध्यक्ष भाजपा पं०रुप नारायण मिश्रा, वरिष्ठ समाजसेवी पं० शेषमणि शुक्ला,वरिष्ठ शिक्षाविद सन्तोष तिवारी, शिक्षाविद कमलेश पाण्डेय,शिक्षाविद कृष्ण कुमार पाण्डेय, हिन्दू महासभा महामंत्री राकेश तिवारी,समाजसेवी विश्वंभर दुबे, शिक्षाविद राम प्रसाद पटेल एवं शिक्षाविद जोखू लाल पटेल सहित आस पास बहुत से लोग मौजूद रहे।

पं.गणेश प्रसाद मिश्र सेवा न्यास के शिविर में श्री अष्टोत्तरसत श्रीमद भागवत कथा का समापन


प्रयागराज

S b न्यूज से ब्यूरो चीफ - विश्वनाथ प्रताप सिंह

प्रयागराज/सतना/दिल्ली! पं. गणेश प्रसाद मिश्र सेवा न्यास के द्वारा धार्मिक आस्था के महाकुंभ के पावन अवसर पर तीर्थराज प्रयागराज में लगाए गए शिविर में धार्मिक आयोजनों का कुम्भ लगा रहा। यह धार्मिक आयोजन लोगों में अपनी संस्कृति एवं संस्कारों के संवर्धन के लिए जागृति पैदा करने के साथ ही श्रद्धालुओं को पुण्य का भागी बनने में सेवाभाव से सहयोग करता रहा है। श्री श्री 1008 स्वामी शंकर्षणाचार्य जी महाराज भीमकुंड धाम, छत्तरपुर(म.प्र.) के सान्निध्य में महाकुंभ शिविर आध्यात्मिक चेतना का केंद्र बना हुआ है। अनेक आयोजनों के बीच 04 से 10 फरवरी तक अष्टोत्तरसत श्रीमद भागवत कथा का आयोजन किया गया, जिसमें 108 पंडितों द्वारा श्रीमद भागवत जी का मूल पाठ किया गया। इसमें 108 यजमानों के द्वारा मूल भागवत की पूजा-अर्चना की गई। कथावाचक पं.श्री राहुल कृष्ण शास्त्री महाराज जी के द्वारा हुए कथा के प्रवचन का लाभ हज़ारों श्रद्धालुओं ने उठाया। इन आयोजनों को लेकर श्रद्धालुओं ने सेवा न्यास एवं उसके अध्यक्ष शिक्षाविद व समाजसेवी डॉ. राकेश मिश्र के प्रति आभार जताते हुए सराहना की।

भजन संध्या में संदीप द्विवेदी एवं गणेश श्रीवास्तव की प्रस्तुति से भाव विभोर होते रहे श्रद्धालु श्रोताः विवेक स्वरूप

सेवा न्यास के शिविर में 9 फरवरी को प्रसिद्ध भजन गायक संदीप द्विवेदी (प्रयागराज) के द्वारा भजन संध्या एवं संगीतमय झांकियों की प्रस्तुति की गई व 14 फरवरी को प्रसिद्ध भजन गायक गणेश श्रीवास्तव (प्रयागराज) के द्वारा भजन संध्या एवं संगीतमय झांकियों की प्रस्तुति में भक्ति की धारा प्रवाहित हुई। इसमें दोनों भजन गायकों की हर एक प्रस्तुति पर श्रोता भाव विभोर होते रहे। राधाकृष्ण नृत्य, काली माँ व हनुमान जी की नृत्य नाटिका से तीर्थयात्रियों ने देर रात तक मनोरंजन किया।

श्रद्धालुओं की सेवा से मिली असीम संतुष्टि: डॉ. राकेश मिश्र

पं. गणेश प्रसाद मिश्र सेवा न्यास के अध्यक्ष डॉ. राकेश मिश्र ने कहा की सेवा न्यास के शिविर में श्रद्धालुओं की सेवा एवं उनके पुण्य लाभ कराने में सहायता से असीम संतुष्टि मिली है। उन्होंने बताया कि न्यास अपने स्थापना काल से ही माघ मास में शिविर लगाकर श्रद्धालुओं के आश्रय एवं भोजन की नि:शुल्क व्यवस्था करता रहा है। इसके साथ ही अन्य धार्मिक कार्यक्रम का आयोजन करता रहा है। ऐसे आयोजनों से संस्कार का संवर्धन होता है। डॉ. मिश्र ने बताया कि महाकुंभ के अवसर पर 13 जनवरी से ही कथाओं का आयोजन किया जा रहा है। 13 से 20 जनवरी तक श्रीमद भागवद कथा, फिर 22 जनवरी से 27 जनवरी तक श्री मद भागवत कथा का दूसरा चरण और 28 जनवरी से 03 फरवरी तक श्रीराम कथा तथा 04 फरवरी से 10 फरवरी तक अष्टोत्तरसत श्रीमद भागवत कथा का आयोजन किया गया। सभी के आवास एवं भोजन की नि:शुल्क व्यवस्था महाशिवरात्रि तक जारी रहेगी।

देश के 14 राज्यों के विभिन्न क्षेत्रों से न्यास के शिविर में आ रहे हैं श्रद्धालु:पं. घनश्याम शास्त्री

पं. गणेश प्रसाद मिश्र सेवा न्यास के द्वारा विगत आठ वर्षों से प्रयागराज में संगम तट पर माघ मेला एवं अर्द्धकुंभ में कल्पवासियों के लिए लगाया गया शिविर सेवा, श्रद्धा, साधना एवं सहयोग का केंद्र बना रहा है। इस साल का शिविर कई मायने में महत्वपूर्ण रहा है। देश के विभिन्न राज्यों से हजारों श्रद्धालु प्रतिदिन शिविर में आ रहे हैं। उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, उत्तराखंड, दिल्ली, बिहार, छत्तीसगढ़, झारखंड, उड़ीसा, तमिलनाडु, आंध्रप्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक, महाराष्ट्र से आए श्रद्धालुओं का शिविर में आश्रय लेने के साथ ही धार्मिक अनुष्ठानों एवं प्रवचन के माध्यम से पुण्य अर्जित करने का सिलसिला जारी है। इसके आलवा जर्मनी, आस्ट्रेलिया व यूके से महिला पुरुष तीर्थयात्रियों की उपस्थिति जारी है। लोगों की आस्था एवं आगमन को देखते हुए शिविर में 26 फरवरी 2025 तक आध्यात्मिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। शिविर की व्यवस्थाओं में लगे प्रयागराज के कार्यकर्ताओं का आभार जताया ।