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ट्रंप का बड़ा बयान, बोले- यूक्रेन किसी भी दिन रूस का हो जाएगा, धमकी की आड़ में कर डाली ये मांग
#trump_said_ukraine_may_be_russian_someday
* अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर अपने बयान से तहलका मचा दिया है। पहले उन्होंने कनाडा और पनामा को लेकर दावे किए और अब उन्होंने यूक्रेन को लेकर बड़ी बात कही है। अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा है कि यूक्रेन किसी दिन रूसी हो सकता है। फॉक्स न्यूज को दिए एक इंटरव्यू में अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि अमेरिका ने यूक्रेन की जंग में जितनी मदद की है, उसे वापस लेने में वे नहीं हिचकिचाएंगे। ट्रंप के बयान से साफ है कि यूक्रेन को अमेरिकी सहायता पाने के लिए भारी कीमत चुकानी पड़ सकती है। ट्रंप ने सोमवार को फॉक्स न्यूज के साथ एक इंटरव्यू के दौरान रूस-यूक्रेन युद्ध पर चर्चा की। इस दौरान उन्होंने यूक्रेन के भविष्य अपने युद्ध खत्म करने के वादे को भी दोहराया। फॉक्स न्यूज के साथ एक इंटरव्यू में कहा, “वे सौदा कर सकते हैं, वे सौदा नहीं भी कर सकते हैं। वे किसी दिन रूसी हो सकते हैं, या वे किसी दिन रूसी नहीं भी हो सकते हैं।” अमेरिकी राष्ट्रपति ने यह भी दोहराया कि वह दुर्लभ पृथ्वी खनिजों तक पहुंच के रूप में यूक्रेन को अमेरिका द्वारा प्रदान की गई सहायता के लिए मुआवजा चाहते हैं। ट्रंप ने कहा कि यदि यूक्रेन को अमेरिकी मदद चाहिए तो उसे 500 बिलियन डॉलर के रेयर अर्थ मटेरिलय (दुर्लभ खनिज) अमेरिका को देने होंगे। उन्होंने यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की को धमकी दी कि यदि उन्होंने ट्रंप की बात नहीं मानी तो अमेरिका यूक्रेन को और मदद देना बंद कर देगा। ट्रंप ने कहा कि अमेरिकी मदद के बिना यूक्रेन कमजोर पड़ जाएगा। इसके बाद रूस किसी भी दिन उसे अपने में मिला सकता है। ट्रंप ने अपनी पॉलिसी को क्लियर करते हुए कहा कि अमेरिका ने यूक्रेन को सैकड़ों अरब डॉलर की सहायता दी है और अब वह इसकी भरपाई करना चाहता है। उन्होंने यह भी जोड़ा कि अगर यूक्रेन भविष्य में रूस का हिस्सा बन जाता है तो अमेरिका को अपने निवेश की सुरक्षा सुनिश्चित करनी होगी। उनका दावा है कि यूक्रेन ने इस प्रस्ताव को अनौपचारिक रूप से स्वीकार भी कर लिया था। इधर, रूस ने ट्रंप के बयान पर का समर्थन का है। राष्ट्रपति पुतिन के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने कहा है कि यूक्रेन का एक बड़ा हिस्सा रूस के साथ दोबारा मिल जाना चाहता है और ऐसा पहले ही हो चुका है। पेस्कोव ने कहा- यह एक सच्चाई है, जो जमीनी स्तर पर साकार हुआ है। रूस में अब चार नए क्षेत्र मिल गए हैं। यूक्रेन में लोग कई खतरों के बावजूद रूस में शामिल होने के लिए जनमत संग्रह में वोटिंग के लिए तैयार हैं।
*“भारत आने का यही सही समय”, इंडिया-फ्रांस CEO फोरम में पीएम ने निवेश के लिए दिया न्योता
#pm_narendra_modi_addressed_the_14th_india_france_ceo_forum
* प्रधानमंत्री मोदी इस समय फ्रांस के दौरे पर हैं। अपने दौरे के दौरान पीएम मोदी ने फ्रांस की राजधानी पेरिस से दुनियाभर के निवेशकों का आह्वान किया। उन्हें भारत आने और इन्वेस्ट करने का न्योता दिया। पीएम मोदी ने दुनियाभर के सीईओ से कहा कि भारत में आने का यही सही समय है। *भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने जा रही-पीएम मोदी* पीएम मोदी ने पेरिस में 14वें भारत-फ्रांस सीईओ फोरम को भी संबोधित किया। भारत-फ्रांस सीईओ फोरम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि भारत में बीते एक दशक में जो बदलाव हुए हैं, उससे आप भली-भांति परिचित हैं। हमने स्थिर और पूर्वानुमानित नीति का एक इको-सिस्टम स्थापित किया है। सुधार, प्रदर्शन और परिवर्तन के मार्ग पर चलते हुए आज भारत दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था जल्द ही दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने जा रही है। *यह भारत आने का सही समय-पीएम मोदी* पीएम मोदी ने आगे कहा कि वैश्विक मंच पर हमारी पहचान यह है कि आज भारत तेजी से निवेश के लिए दुनिया का पसंदीदा देश बन रहा है। हमने भारत में सेमीकंडक्टर और क्वांटम मिशन लॉन्च किया है और हम रक्षा में ‘मेक इन इंडिया’ और ‘मेक फॉर द वर्ल्ड’ को प्रोत्साहित कर रहे हैं। पीएम मोदी ने कहा कि हमने हाइड्रोजन मिशन भी शुरू किया है। 2047 तक, हमने 100 गीगावॉट परमाणु ऊर्जा का लक्ष्य रखा है। इसे निजी क्षेत्र के लिए खोला जाएगा। हम निजी क्षेत्रों के लिए नागरिक परमाणु डोमेन खोल रहे हैं। साथ ही हम छोटे मॉड्यूलर रिएक्टर एसएमआर और उन्नत मॉड्यूलर रिएक्टर (एएमआर) पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। उन्होंने निवेशकों से कहा कि यह भारत आने का सही समय है। *भविष्य की संभावनाओं की ओर खींचा ध्यान* प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आगे कहा कि कुछ दिन पहले हमारे बजट में नई पीढ़ी के सुधार अंकित किए गए हैं। ईज ऑफ डूइंग बिजनेस के लिए नए कदम उठाए गए हैं। ईज ऑफ लिविंग की दिशा में हम नया सरलीकृत आयकर कोड लेकर आ रहे हैं। भारत की प्रगति में सभी क्षेत्रों की प्रगति जुड़ी है। इसका एक उदाहरण विमानन क्षेत्र में देखा गया। जब भारतीय कंपनियों ने हवाई जहाजों के लिए बड़े आदेश दिए हैं। अब जब हम 120 नए एयरपोर्ट खोलने जा रहे हैं, तो भविष्य की संभावनाओं का आप स्वयं अंदाजा लगा सकते हैं।
पेरिस में पीएम मोदी और अमेरिकी उपराष्ट्रपति वेंस की मुलाकात, जानें मिलकर मनाया किसका बर्थडे
#pm_narendra_modi_meets_us_vice_president_jd_vance
* प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को पेरिस में अमेरिकी उपराष्ट्रपति जे डी वेंस और उनके परिवार से मुलाकात की। पीएम मोदी की वेंस के साथ ये मुलाकात एआई एक्शन समिट से इतर हुई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को पेरिस में अमेरिका के उपराष्ट्रपति जेडी वेंस और उनकी भारतीय मूल की पत्नी उषा व बेटों इवान और विवेक से मुलाकात की पीएम मोदी ने वेंस और उनके परिवार के साथ मुलाकात की तस्वीरे भी सोशल मीडिया पर साझा की हैं। पीएम मोदी ने एक पोस्ट साझा करते हुए लिखा है कि इस मुलाकात के दौरान वेंस और उनके परिवार से कई अहम मुद्दों पर बातचीत हुई।उन्होंने लिखा, “अमेरिका के उपराष्ट्रपति जेडी वेंस और उनके परिवार के साथ एक शानदार मुलाकात हुई। हमने विभिन्न विषयों पर बहुत अच्छी बातचीत की। उनके बेटे विवेक के जन्मदिन के जश्न में शामिल होकर बहुत खुशी हुई।” मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार पीएम मोदी ने विवेक को उनके बर्थडे पर खास गिफ्ट भी दिया है। पीएम मोदी के इस गिफ्ट को लेकर जेडी वेंस की पत्नी ने पीएम मोदी को धन्यवाद भी कहा है। अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने पीएम मोदी के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा, 'प्रधानमंत्री मोदी बहुत दयालु हैं और हमारे बच्चों ने सच में गिफ्ट्स का लुत्फ उठाया। मैं इस अद्भुत बातचीत के लिए उनका आभारी हूं।' *वेंस ने पीएम मोदी के तर्क का किया समर्थन* पीएम मोदी ने पहले भी अमेरिकी उपराष्ट्रपति से एक अनौपचारिक मुलाकात की थी। तब पीएम मोदी ने जेडी वेंस को उनकी शानदार जीत पर बधाई दी थी। एआई सम्मेलन में बोलते हुए वेंस ने भी पीएम मोदी के भाषण और विचारों की तारीफ की।जेडी वेंस का पीएम मोदी से मिलना और उनकी तारीफ करना तब हो रहा है जब कुछ दिन पहले ही वेंस पर भारत विरोधियों के साथ खड़े होने के आरोप लगे। दरअसल ट्रंप प्रशासन के सरकारी विभाग DOGE के एक पूर्व कर्मचारी मार्को एलेज ने सोशल मीडिया पर लिखा था, ‘नॉर्मलाइज इंडियन हेट’ यानी भारतीयों से नफरत को सामान्य बनाओ। उसकी इस टिप्पणी ने सोशल मीडिया पर बवाल खड़ा कर दिया और फिर एलेज को इस्तीफा देना पड़ा। तब जेडी वेंस ने एलेज का समर्थन किया था। *वाशिंगटन दौरे से पहले जेडी वेंस से मुलाकात* बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी अपनी फ्रांस यात्रा को खत्म करने के बाद अमेरिका के दौरे पर पहुंचेंगे। वाशिंगटन की यात्रा से पहले पीएम मोदी की ट्रंप प्रशासन के किसी सदस्य के साथ उनकी यह पहली बातचीत है। जेडी वेंस से पीएम मोदी की यह मुलाकात अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ दूसरे कार्यकाल में पहली बैठक से दो दिन पहले हुई है। यात्रा की योजना से परिचित लोगों ने कहा कि मोदी और वेंस के बीच अनौपचारिक बैठक प्रधानमंत्री के पेरिस पहुंचने से कुछ समय पहले ही तय हुई थी। उन्होंने कहा कि यह एक परिचयात्मक बैठक थी, जिसमें ट्रंप और मोदी के बीच बृहस्पतिवार की बैठक में उठाए जाने वाले महत्वपूर्ण मुद्दों पर अधिक चर्चा की जाएगी।
महाकुंभ में माघी पूर्णिमा का महास्नान, संगम से कई किलोमीटर श्रद्धालुओं का सैलाब, भक्तों और साधुओं पर पुष्प वर्षा
#maha_kumbh_mela
* महाकुंभ मेले के 31वें दिन माघी पूर्णिमा पर महास्नान जारी है। पांचवें स्नान पर्व माघी पूर्णिमा पर श्रद्धालुओं का जनसैलाब प्रयागराज में उमड़ पड़ा है। हालात मौनी अमावस्या जैसे ही दिख रहे हैं। प्रयागराज में घाटों पर करोड़ों श्रद्धालु हैं। श्रद्धालुओं पर पुष्पवर्षा की गई है। प्रयागराज के 10 किमी तक के दायरे में श्रद्धालुओं का हुजूम उमड़ा है। सुबह 6 बजे तक 73 लाख से ज्यादा श्रद्धालु संगम में आस्था की डुबकी लगा चुके हैं, जबकि लाखों की संख्या में श्रद्धालु लगातार ट्रेन, सड़क और फ्लाइट्स से प्रयागराज पहुंच रहे हैं। *सीएमकर रहे मॉनिटरिंग* संगम में माघ पूर्णमा पर लगातार श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ रही है। मेला क्षेत्र में व्यवस्था के लिए 15 जिलों के डीएम, 20 आइएएस व 85 पीसीएस अफसर ड्यूटी में तैनात किए गए हैं। मुख्यमंत्री खुद सारी व्यवस्थाओं की मॉनिटरिंग कर रहे हैं। सीएम योगी सुबह 4 बजे से वॉर रूम से निगरानी कर रहे हैं। सीएम सचिवालय में बनाए गए कंट्रोल रूम से पल-पल की अपडेट ले रहे हैं। उनके साथ डीजी प्रशांत कुमार भी मौजूद है। *माघ पूर्णिमा को लेकर श्रद्धालुओं में उत्साह* माघ पूर्णिमा को लेकर श्रद्धालुओं में जबरदस्त उत्साह है। अलग-अलग राज्यों से आ रहे लोग भले ही कई घंटों जाम में फंसकर पैदल चलकर या फिर ट्रेन लेट होने की वजह से परेशान हो रहे हो, लेकिन स्नान के बाद उनकी सारी थकान उतर जाती है और सारी शिकायतें भी दूर हो चुकी है। *श्रद्धालुओं ने इंतजामों की सराहना की* प्रयागराज महाकुंभ में श्रद्धालुओं ने योगी सरकार और प्रयागराज प्रशासन द्वारा किए गए इंतजामों के लिए उनकी तारीफ की। उन्होंने कहा कि महाकुंभ में सरकार की ओर से अच्छे इंतजाम किए गए हैं, लेकिन यहां आने वाले लोगों की संख्या में इजाफा हो रहा है। इस वजह से परेशानी हो रही है।
कॉमेडी के नाम पर फुहड़ता, समाज को आज क्या दे रहा युवावर्ग?

#indiagotlatentranveerallahbadiaandsamayrainacontroversy 

ये बदलता युग है। ऐसा बदलाव जिसने स्वतंत्र अभिव्यक्ति और नैतिक जिम्मेदारी के बीच की रेखाओं को धुंधला कर दिया। जहां भाषाई और सामाजिक सीमाओं का सुनियोजित क्षरण शुरू हुआ। आज गंदी बातें बोलना, सुनना और उन पर हंसना आम हो गया है। सड़क पर चलते हुए जिस तरह से युवा धड़ल्ले से गालियों की भाषा बोल रहे हैं, हम जैसे भाषाई शुद्धता को सर्वोपरी समझने वाले जब आते-जाते राह चलते, बसों, मेट्रो या ट्रेनों में हर तरफ गालियां से शुरू और गालियां से खत्म बातें सुनते हैं तो मानों कान से “लावा” रिसने लगता है। सच मानिए ये अतिशयोक्ति नहीं है। 

आज हम उस सदी का हिस्सा हैं, जो खुल्लमखुल्ला कुछ भी कह देने या कुछ भी सुना देने की सदी है। चाहे वो यू-ट्यूबर रणवीर अलाहबादिया हों या कॉमेडियन समय रैना। ये वो युवा है, जिन्होंने एक ऐसी स्याह राह दिखाई है, जो आज की पीढ़ी को बड़ी लुभावनी लग रही है। लेकिन उसकी ज़द में वो मासूम भी आ रहे हैं, जो रील देखने के नाम पर समय से पहले बहुत कुछ सीख रहे हैं। क्या आप सोच सकते हैं कि पांचवी कक्षा में पढ़ने वाला कोई गाली दे सकता है? आप कहेंगे, इतना छोटा बच्चा गाली का मतलब ही क्या समझता होगा। सही कहा, छोटा बच्चा गाली का मतलब तो नहीं समझता, लेकिन बार-बार उन्हीं बातों को सुनकर ही तो सीख लेता है। इन रणवीर और समय जैसे लोगों के कंटेंट रील के रूप में खूब वायरल होते हैं। ये “वायरस” तेजी से समाज को संक्रिमित कर रहे हैं।

सोसाइटी को क्या दे रहे ये युवा?

रणवीर अलाहबादिया और समय रैना आज के दौर के युवा है। इन्हें आज की पीढ़ी का युवा कहते भी शर्म आती है। इन लोगों को कतई यह पता ही नहीं है कि एक युवा होना क्या होता है? ये वो युवा हैं, जिन्हें पैसे और शोहरत की भूख है। ये इस भूख को मिटाने के लिए हर रास्ता अख्तियार करने को तैयार है। ये अच्छी तरह जानते हैं कि गंदी बातें परोस कर ये सोशल मीडिया पर छाए रह सकते हैं। मिलियन व्यूज पाने की होड़ में ये भूलना गए हैं कि सोसाइटी को क्या दे रहे हैं? 

ऐसे कंटेंट को लेकर क्या होना चाहिए सरकार का रूख?

समय रैना का 'इंडियाज गॉट लेटेंट' शो पहली बार विवादों में नहीं आया है। वह इससे पहले भी आपत्तिजनक टिप्पणियों के लिए यह विवादों में रह चुका है। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या सरकार को या यू-ट्यूब को ऐसे कंटेंट पर बैन नहीं लगाना चाहिए?सरकार को ऐसे एडल्ट कंटेंट पर भी नजर रखनी चाहिए कि इसके नाम पर कुछ भी नहीं परोसा जा सकता है। इसके लिए हमें संविधान के अनुच्छेद 19 की शर्तों को ध्यान में रखना चाहिए। किसी की बोलने की आजादी तभी तक होनी चाहिए, जब उससे समाज के दूसरे का अहित न हो। एक बाकायदा निगरानी तंत्र भी होना चाहिए, जो सोशल मीडिया पर पब्लिश होने से पहले उसकी 'छंटाई' करे।

फ्रीडम ऑफ स्पीच की हद कितनी हो? 

संविधान में अनुच्छेद 19 से 22 तक कई तरह के अधिकार दिए गए हैं। अनुच्छेद 19(1)(A) के तहत देश के सभी नागरिकों को वाक और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का अधिकार दिया गया है। वाक और अभिव्यक्ति की आजादी को आसान भाषा में समझे तो एक भारतीय नागरिक इस देश में लिखकर, बोलकर, छापकर, इशारे से या किसी भी तरीके से अपने विचारों को व्यक्त कर सकता है। वहीं, अनुच्छेद 19 (2) में उन नियमों के बारे में भी जानकारी दी गई है जब बोलने की आजादी को प्रतिबंधित किया जा सकता है। वो शर्ते हैं-कुछ भी ऐसा नहीं बोला जाना चाहिए जिससे भारत की संप्रभुता और अखंडता को खतरा हो। राज्य की सुरक्षा को खतरा हो। पड़ोसी देश या विदेशी देशों के साथ मैत्रीपूर्ण संबंध बिगड़ने का खतरा हो। सार्वजनिक व्यवस्था के खराब होने का खतरा हो। शिष्टाचार या सदाचार के हित खराब हो। कोर्ट की अवमानना हो। किसी की मानहानि हो। अपराध को बढ़ावा मिलता हो। यही बोलने की हद है, जिसे हम सभी को समझना होगा और अपने बच्चों को भी सिखाना होगा।

जम्मू-कश्मीर में एलओसी के पास आईईडी ब्लास्ट, दो जवान शहीद

#jammu_kashmir_ied_blast_near_loc_two_soldiers_martyred 

जम्मू-कश्मीर में एलओसी के पास मंगलवार को आईईडी ब्लास्ट की खबर आ रही है। ब्लास्ट में दो जवान बलिदान हो गए हैं जबकि एक गंभीर रूप से घायल हैं। ब्लास्ट के बाद तीनों को अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती कराया गया था, जहां दो ने दम तोड़ दिया, जबकि एक का इलाज जारी है। मरने वालों में एक सेना के अधिकारी थे। 

सेना की तरफ से सोशल मीडिया साइट एक्स पर पोस्ट कर इसकी जानकारी दी गयी है। भारतीय सेना ने कहा कि आज जम्मू-कश्मीर के अखनूर सेक्टर में आतंकवादियों द्वारा किए गए संदिग्ध इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) हमले में दो सैनिक शहीद हो गए। अधिकारियों ने बताया कि विस्फोट के तुरंत बाद पूरे इलाके की घेराबंदी कर दी गई। उन्होंने बताया कि घायल सैनिकों को अस्पताल ले जाया गया है तथा उनकी हालत ‘‘गंभीर'' बताई गई है।

बता दें कि एक दिन पहले ही पाकिस्तान ने कायराना हरकत की थी। सोमवार को केरी सेक्टर में भारतीय सेना के गश्ती दल पर गोलीबारी के बाद अब नौशेरा सेक्टर में स्नाइपर हमला किया। इसमें गोली लगने से गश्ती दल का एक जवान घायल हुआ था। उसे अस्पताल में भर्ती करवाया गया।

कश्मीर रीजन में कमर टूटने के बाद अब आतंकी संगठन और उसे पहान देने वाला पाकिस्तान लगातार जम्मू रीजन को दहलाने की साजिश रच रहे हैं। इसी महीने जम्मू रीजन के राजौरी जिले में केरी सेक्टर में एलओसी के पास घुसपैठ की आतंकियों ने कोशिश की थी। इसकी भनक लगते ही सतर्क जवानों ने मोर्चा संभाला और घुसपैठ की कोशिश नाकाम कर दी। आतंकियों की कोशिश को नाकाम करने के साथ ही सुरक्षाबलों ने इससे पहले कश्मीर जोन के बारामूला में हथियारों और गोला-बारूद का जखीरा बरामद किया था।

डीएमके सांसद पर क्यों भड़के लोकसभा स्‍पीकर? दिया करारा जवाब

#dmk_mp_calls_sanskrit_useless_speaker_rebukes 

सदन में बजट 2025-26 को लेकर चर्चा की जा रही है। सदन के बीच में द्रविड़ मुन्नेत्र कड़गम (डीएमके) सांसद दयानिधि मारन ने संस्कृत भाषा को लेकर एक बयान दिया। उनके इस बयान पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला भड़क गए। डीएमके सांसद दयानिधि मारन ने संसद में संस्कृत अनुवाद को पैसे की बर्बादी बताया, जिस पर लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने कड़ी फटकार लगाई और पूछा उन्हें क्या आपत्ति है।

दरअसल, डीएमके सांसद दयानिधि मारन ने सदन में हो रही बहस के अनुवाद में अन्य भाषाओं के साथ संस्कृत को शामिल करने को लेकर आपत्ति जताई है। दायन‍िध‍ि मारन ने संस्‍कृत‍ को पैसे की बर्बादी से जोड़ द‍िया। उन्‍होंने सदन में कहा कि आप संसद में भाषण को संस्कृत नें अनुवाद करके टैक्सपेयर्स के पैसों को क्यों बर्बाद कर रहे हैं। इस पर लोकसभा स्‍पीकर भड़क गए। स्पीकर ने उन्‍हें खरी-खरी सुना दी।

लोकसभा में प्रश्नकाल के तुरंत बाद स्‍पीकर ओम बिरला ने कहा, मुझे यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि छह और भाषाओं- बोडो, डोगरी, मैथिली, मणिपुरी, संस्कृत और उर्दू को उन भाषाओं में शामिल क‍िया गया है, ज‍िनमें संसद की कार्यवाही को ट्रांसलेट करने की सुव‍िधा उपलब्‍ध कराई जाएगी।

स्‍पीकर ने जैसे ही संस्‍कृत शब्‍द बोला, डीएमके के नेता नारेबाजी करने लगे। इस पर स्‍पीकर ने पूछा क‍ि आख‍िर आप लोगों की समस्‍या क्‍या है। इसके बाद डीएमके सांसद दयानिधि मारन ने कहा कि संस्कृत में भाषा ट्रांसलेट कराकर सरकार टैक्सपेयर के पैसे बर्बाद कर रही है। यह ठीक नहीं है। आरएसएस की विचारधारा के कारण लोकसभा की कार्यवाही का संस्कृत में ट्रांसलेट क‍िया जा रहा है।

इस पर लोकसभा स्‍पीकर ने दयान‍िध‍ि मारन को कड़ी फटकार लगा दी। कहा, माननीय सदस्य आप किस देश में जी रहे हैं। यह भारत है. संस्कृत भारत की प्राथमिक भाषा रही है। मैंने 22 भाषाओं के बारे में बात की, सिर्फ संस्कृत की नहीं। आपको संस्‍कृत पर ही क्‍यों आपत्‍त‍ि है भाई? 

बता दें कि सदन में पहले भाषण को बंगाली, गुजराती, कन्नड, मलयालम, पंजाबी और उड़िया समेत 10 भाषाओं में अनुवाद करने की सुविधा थी

पीएम मोदी ने पेर‍िस से दुनिया को बताए एआई फायदे, कहा-दुनिया बदलने की ताकत*
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फ्रांस दौरे पर हैं। इस दौरान उन्होंने मंगलवार को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) समिट को संबोधित किया। उन्होंने कहा, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में दुनिया बदलने की ताकत है। यह समाज-सुरक्षा के लिए जरूरी है। साथ ही पीएम मोदी ने एआई के आने के बाद नौकरियां जाने की अटकलों पर भी बात कही। उन्होंने कहा कि इतिहास गवाह है कि नई टेक्‍नोलॉजी से नए अवसर बनते हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, एआई अभूतपूर्व पैमाने और गति से विकसित हो रहा है और इसे और भी तेजी से अपनाया और तैनात किया जा रहा है। सीमाओं के पार भी गहरी निर्भरता है। यह नवाचार को बढ़ावा देने और वैश्विक भलाई के लिए इसे तैनात करने के बारे में भी है। इसलिए हमें सोचना चाहिए कि हम क्या कर सकते हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ग्‍लोबल फोरम से पूरी दुनिया को यह समझाने की कोशिश की कि नई तकनी के आने से नौकरियों के नए मौके बनते हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पेरिस में एआई समिट को संबोधित करते हुए नई टेक्‍नोलॉजी को लेकर जारी आशंकाओं को दूर करने का प्रयास किया। उन्‍होंने न्‍यू टेक्‍टनोलॉजी की पुरजोर हिमायत करते हुए कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से नौकरियों के जाने की अटकलें लगाई जा रही हैं, लेकिन इतिहास गवाह है कि नई टेक्‍नोलॉजी से रोजगार और नौकरी के नए अवसर भी बने हैं। मोदी ने एआई को लेकर एक उदाहरण दिया। उन्होंने कहा, मैं एक सरल उदाहरण देकर करना चाहता हूं। यदि आप अपनी मेडिकल रिपोर्ट किसी एआई ऐप पर अपलोड करते हैं, तो यह सरल भाषा में, आपके स्वास्थ्य के लिए इसका क्या मतलब है, समझा सकता है। लेकिन यदि आप उसी ऐप से किसी व्यक्ति का बाएं हाथ से लिखते हुए चित्र बनाने को कहते हैं, तो ऐप सबसे अधिक संभावना किसी व्यक्ति को उसके दाएं हाथ से लिखते हुए दिखाएगा। पीएम मोदी ने कहा कि एआईआ पहले से ही हमारी अर्थव्यवस्था, सुरक्षा और यहां तक कि हमारे समाज को नया आकार दे रहा है। एआई इस सदी में मानवता के लिए कोड लिख रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा, हम एआई युग की शुरुआत में हैं, जो मानवता को बचाएगा। कुछ लोग मशीनों के इंसानों से बेहतर होने को लेकर चिंतित हैं। भारत अपने एक्सपीरियंस और एक्सपर्टीज को साझा करने के लिए तैयार है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि भविष्य अच्छा और सभी के लिए हो। मोदी ने कहा कि भारत ने सफलतापूर्वक कम लागत में डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार किया है। डेटा एम्पावरमेंट के जरिए डेटा की ताकत को अनलॉक किया है। ये विजन भारत के राष्ट्रीय एआई मिशन की नींव है।
यूट्यूबर रणवीर अलाहबादिया के घर पहुंची पुलिस, अश्लील टिप्पणी विवाद पर होगा एक्शन!*
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'इंडियाज गॉट लेटेंट' में यूट्यूबर रणवीर अलाहबादिया के आपत्तिजनक बयान के बाद विवाद लगातार बढ़ता जा रहा है। इसी बीच मुंबई पुलिस का इस मामले में एक्शन तेज हो गया है। मंगलवार को मुंबई के वर्सोवा में यूट्यूबर रणवीर अलाहबादिया के घर के बाहर 5 पुलिस अफसरों की टीम पहुंची। मुंबई पुलिस ने शो के होस्ट समय रैना और रणवीर अलाहबादिया से संपर्क किया। पुलिस ने दोनों यूट्यूबर्स को जांच अधिकारियों के सामने पेश होने और इस मामले में अपना पक्ष रखने के लिए कहा है। इस मामले में समय रैना, रणवीर अल्लाहाबादिया समेत शो के आयोजकों की इससे मुश्किलें बढ़ सकती हैं। सूत्रों के मुताबिक मुंबई पुलिस ने इंडियाज़ गॉट लेटेंट के आयोजकों से शो की ओरिजिनल फुटेज की मांग की। पुलिस ने आयोजकों से इस एपिसोड का पूरा फुटेज मांगा है सबसे बड़ी बात इस वीडियो का वह हिस्सा नहीं जो सोशल मीडिया पर वायरल है। बल्कि वह हिस्सा जो पूरी तरह अनकट है। यानी कोई उसमें एडिटिंग नहीं हो। बता दें कि इंडियाज़ गॉट लेटेंट का नया एपिसोड रिलीज हुआ था, जिसके बाद पूरा बवाल शुरू हुआ है। यह एपिसोड 8 फरवरी को यूट्यूब पर रिलीज किया गया था। इस शो में बोल्ड कॉमेडी कंटेंट होता है। इस शो के दुनियाभर में 73 लाख से ज्यादा सब्सक्राइबर हैं। इस शो में पेरेंट्स और महिलाओं को लेकर रणवीर अलाहबादिया ने कुछ ऐसा बयान दिया था। जिसका विरोध हो रहा है। उनके और शो की पूरी टीम के खिलाफ दिल्ली और मुंबई में केस भी दर्ज कर किया गया है। असम के मुख्यमंत्री हिमंता विश्व शर्मा ने भी बताया कि टीम के खिलाफ असम में भी केस दर्ज किया गया है। विवाद को बढ़ता देख कॉन्ट्रोवर्शियल एपिसोड को अब यूट्यूब से हटा दिया गया है। इस मामले पर सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने यूट्यूब को नोटिस जारी किया था। साथ ही राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के सदस्य प्रियांक कानूनगो ने भी वीडियो हटाने की मांग की थी। प्रियंक कानूनगो ने बताया कि यूट्यूब को भेजी गई शिकायत में शो के जरिए नकारात्मकता, भेदभाव, धार्मिक और सांस्कृतिक असहिष्णुता और महिलाओं-बच्चों के प्रति अपमानजनक और अश्लील बातों के प्रसारण को लेकर गंभीर चिंताएं जताई गई हैं। इसके अलावा आरोप लगाया गया है कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के नाम पर शो अश्लील और भद्दी सामग्री प्रसारित करता है और भ्रामक संदेश फैलाकर समाज में गलत मानसिकता को बढ़ावा देता है। इस पर यूट्यूब ने एक्शन लेते हुए वह वीडियो हटा दिया गया है, जिसमें इस किस्म की अभद्र टिप्पणी कई गई थी। रणवीर अलाहबादिया चर्चित यूट्यूबर हैं। वे अपने यूट्यब पॉडकास्ट में फिल्मी हस्तियों और अलग-अलग क्षेत्र के दिग्गजों से चर्चा करते नजर आते हैं। इंस्टाग्राम से लेकर ट्विटर तक, हर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर उनकी तगड़ी फैन फॉलोइंग रही है। मगर, हाल ही में समय रैना के शो में उन्होंने जिस तरह की टिप्पणी की, उसके बाद यूजर्स की नाराजगी फूटी है। रणवीर व समय रैना के खिलाफ सख्त एक्शन की मांग की जा रही है।
मस्क ने OpenAI को खरीदने का दिया ऑफर, ऑल्टमैन का जवाब सुनकर हो जाएंगे हैरान
#elon_musk_leads_an_offer_to_buy_openai_sam_altman_responds
* दुनिया के सबसे बड़े रईस एलन मस्क ने ChatGPT की पेरेंट कंपनी OpenAI को खरीदने का ऑफर दिया है। मस्क ने OpenAI के नॉन प्रॉफिट भाग को खरीदने के लिए $97.4 बिलियन (84 लाख करोड़ रुपये) की बोली लगाई है। हालांकि OpenAI के सीईओ सैम ऑल्टमैन ने मस्क के प्रस्ताव को खारिज कर दिया है। ऑल्टमैन ने कहा कि उनकी कंपनी बिक्री के लिए नहीं है लेकिन मस्क चाहें तो वह ट्विटर को 9.74 अरब डॉलर में खरीदने को तैयार हैं। बता दें कि 2015 में एलन मस्क ने OpenAI स्टार्टअप ऑल्टमैन के साथ शुरू किया था। बाद में निकल गए। ओपनएआई का नेतृत्व करने को लेकर दोनों के बीच विवाद हो गया और आखिरकार साल 2018 में मस्क ने ओपनएआई के बोर्ड से इस्तीफा दे दिया। नॉनप्रॉफिट मामला था। मस्क को क्या पता कि इस ओपन एआई की वैल्यूएशन 300 अरब डॉलर हो जाएगी। हाल ही में जापान के सॉफ्ट बैंक ने ये दाम लगाया। अब, मस्क के खुद के एआई स्टार्टअप एक्सएआई और निवेशक फर्मों के एक समूह ने मिलकर चैटजीपीटी बनाने वाली कंपनी ओपनएआई को 97 अरब डॉलर में खरीदने की इच्छा जताई है। एलन मस्क के वकील मार्क टोबरॉफ ने बताया कि मस्क ओपनएआई को एक गैर लाभकारी रिसर्च लैब में बदलना चाहते हैं। मस्क की पेशकश पर सैम ऑल्टमैन ने कहा है – नो थैंक्यू, आप बोलो तो ट्विटर 9.7 अरब डॉलर में मुझे बेच दो। मस्क की मंशा है कि ओपनएआई हथिया लेने के बाद अपनी एआई कंपनी में मर्ज कर दिया जाए और दुनिया भर में लोहा मनवा लें। मस्क का दावा है कि ओपनएआई अपने एआई टूल्स से मुनाफा कमाना चाहती है जो इसके फाउंडिंग चार्टर का उल्लंघन है। मस्क ने भी एआई के लिए एक्सएआई कंपनी बनाई है लेकिन यह अब तक कुछ खास नहीं कर पाई है। यही वजह है कि मस्क की नजर चैटजीपीटी पर है। अगर वह इस कंपनी को खरीदते हैं तो इसमें उनका मैज्योरिटी स्टेक होगा। चैटजीपीटी की सफलता का श्रेय पूरी तरह ऑल्टमैन को जाता है और वह इसे बेचने के लिए तैयार नहीं हैं।