दरभंगा में घटना के बाद मौके से चालक फरार, जख्मियों का DMCH में चल रहा इलाज
दरभंगा जिले के बहेड़ी-सिंघिया मुख्य मार्ग पर मंगलवार की देर शाम जगन्नाथपुर में स्कॉर्पियो की टक्कर से बाइक सवार दो नाबालिग युवक की मौत हो गई। मृतकों की पहचान बिरौल थाना क्षेत्र के सर्दी गांव के रमेश सदा (18) और दीपक सदा (8) के रूप में हुई है।
हादसे के बाद स्कॉर्पियो चालक मौके से फरार हो गया। वहीं, स्थानीय लोगों ने गंभीर रूप से घायलों को इलाज के लिए DMCH भेजा । वहीं, कुछ लोगों ने इसकी जानकारी स्थानीय पुलिस को दी। घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने स्कॉर्पियो चालक की तलाश शुरू कर दी
मेला देखने जाने के दौरान हुआ हादसा
परिजनों ने बताया जाता है कि रमेश सदा अपने रिश्तेदार दीपक सदा और राजा सदा के साथ बाइक पर सवार होकर देवकुली धाम मेला देखने जा रहे थे। रास्ते में वे गांव के कृष्ण कुमार से सड़क किनारे बात करने लगे, तभी बहेड़ी की ओर से आ रही तेज रफ्तार स्कॉर्पियो ने बाइक और खड़े कृष्ण कुमार को टक्कर मार दी।
हादसे में तीनों घायल हो गए, और कृष्ण कुमार भी गंभीर रूप से घायल हो गए। स्थानीय लोग तुरंत उन्हें अस्पताल ले गए, जहां रमेश को मृत घोषित कर दिया गया। गंभीर रूप से घायल दीपक और अन्य को डीएमसीएच रेफर किया गया, लेकिन इलाज के दौरान दीपक की भी मौत हो गई।
दुर्घटना के बाद गांव में कोहराम मच गया। मृतकों के परिवारों में शोक की लहर दौड़ गई है। रमेश सदा की मां कैलाशी देवी और दीपक सदा के परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है। घटनास्थल पर स्थानीय मुखिया कल्पना प्रिया ने घटना की पुष्टि की और मृतकों के परिवार को सरकारी सहायता देने की मांग की।
फिलहाल कोई शिकायत दर्ज नहीं
घटना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की जांच शुरू कर दी। बिरौल थानाध्यक्ष ने बताया कि फिलहाल कोई शिकायत दर्ज नहीं की गई है, लेकिन पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। डीएमसीएच में इलाज कर रहे घायलों की स्थिति पर नजर रखी जा रही है और आवेदन मिलने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।


उद्घाटन के दो साल बाद भी आज तक ये सेंटर चालू नहीं हो पाया है। इसके शुरू होने की आस में करीब 2000 लोगों की आबादी इलाज से वंचित है। लोगों का कहना है कि उन्हें इलाज के लिए दूसरे प्रखंडों या फिर सदर अस्पताल जाना पड़ता है। हेल्थ डिपार्टमेंट के निर्देशानुसार केंद्र में कागज पर दो एएनएम बहाल हैं।
पुलिस ने घटनास्थल से शव को जब्त कर उसे पोस्टमार्टम के लिए डीएमसीएच भेजा। मृतक की पहचान हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिला के पानीजी आल, वार्ड नंबर तीन निवासी राम सिंह डोगरा के पुत्र बलविंदर सिंह डोगरा (45) के रूप में की गई है।
वैसे कुशल पुरुष या महिला कलाकार जो निम्नांकित सांस्कृतिक विद्याओं में योग्यता धारक है। मान्यता प्राप्त कला संस्था से डिग्रीधारी हैं, वे जिला कला एवं संस्कृति कार्यालय (प्रेक्षागृह-सह-आर्ट गैलरी) लहेरियासराय, दरभंगा में अपनी डिटेल, कला क्षेत्र में उपलब्धि,बायोडाटा का अभिप्रमाणित प्रमाण पत्र/आधार कार्ड का प्रमाण पत्र/उम्र प्रमाण पत्र स्वअभिप्रमाणित कर दो सप्ताह के अंदर (दिनांक-16 जनवरी से 31 जनवरी 2025) तक जमा कर सकते है।
लगभग 40 मिनट तक लूट की घटना को घर के चार अलग-अलग कमरों में अंजाम दिया गया। सभी डकैत घर में गेट का ताला तोड़कर अंदर घुसे थे। गृह स्वामी के कमरे को बाहर से बंद कर लूटपाट की गई। इसके बाद सभी वहां से फरार हो गए। घटना की जानकारी लोगों को सुबह मिली। जब 60 वर्षीय बुजुर्ग सुरेश चंद्र चौधरी ने आवाज देकर अपने पड़ोसियों को बुलाया और सुबह दो से 3 बजे के बीच लूट की घटना होने की जानकारी दी।
दरभंगा में मुख्यमंत्री का कार्यक्रम
मामले में मुख्य आरोपी जितेंद्र यादव भी फरार है। पत्थरबाजी मामले में अब तक 2 नाबालिग सहित 8 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। दहेज प्रताड़ना को लेकर समस्तीपुर व्यवहार न्यायालय ने जितेंद्र कुमार यादव के खिलाफ वारंट निर्गत किया गया था।
लोगों ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि 'बेवजह बुजुर्गों के साथ साथ बच्चों पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया। पुलिस की पिटाई से 40 साल के एक दिव्यांग की मौत हो गई। इसके बाद स्थानीय लोगों ने पुलिस पर पथराव शुरू किया।'
जानकारी देती हुई जितेंद्र यादव की पत्नी सुनीता देवी
Feb 01 2025, 11:49
- Whatsapp
- Facebook
- Linkedin
- Google Plus
1