आयो की नई नीति:अब अनमैरीड कपल्स को OYO में नही मिलेगा रूम, कंपनी ने नियमों में किया बदलाव
अगर आप OYO रूम्स बुक करने की सोच रहे हैं, तो यह खबर आपके लिए है. OYO ने अपने नियमों में बदलाव करते हुए उत्तर प्रदेश के मेरठ शहर में अनमैरिड कपल्स को रूम बुक करने की अनुमति नहीं दी है. इस नए नियम के तहत अब मेरठ में OYO के किसी भी होटल में अनमैरिड कपल्स को रूम तभी मिलेगा. जब वे मैरिज सर्टिफिकेट दिखाएंगे.
सिर्फ मेरठ में लागू हुआ नया नियम
OYO ने यह नियम फिलहाल सिर्फ मेरठ शहर में लागू किया है. हालांकि, कंपनी ने संकेत दिया है कि फीडबैक और परिणामों के आधार पर इसे अन्य शहरों में भी लागू किया जा सकता है. दिल्ली-एनसीआर जैसे बड़े मेट्रो शहरों में अभी यह नियम लागू नहीं हुआ है. लेकिन भविष्य में इसकी संभावना बनी हुई है.
क्यों लिया गया यह निर्णय?
OYO ने यह कदम सामाजिक संगठनों और नागरिक समूहों के दबाव में उठाया है. खासतौर पर मेरठ में जहां कई संगठनों ने अनमैरिड कपल्स को रूम देने के खिलाफ अपील की थी. इन संगठनों का तर्क है कि यह सामाजिक मूल्यों और नैतिकता के खिलाफ है. इसके अलावा कुछ अन्य शहरों में भी इस मामले को लेकर याचिकाएं दायर की गई हैं.
मैरिड कपल्स के लिए जरूरी होगा सर्टिफिकेट
OYO के नए नियम के अनुसार, मेरठ में रूम बुक करने वाले कपल्स को मैरिज सर्टिफिकेट दिखाना अनिवार्य होगा. अगर कपल्स के पास यह प्रमाण नहीं है, तो उन्हें होटल में रूम नहीं मिलेगा. यह नियम ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरह की बुकिंग पर लागू होता है.
दिल्ली-एनसीआर वालों के लिए क्या?
दिल्ली-एनसीआर और अन्य बड़े शहरों में अभी यह नियम लागू नहीं किया गया है. यहां अनमैरिड कपल्स OYO रूम बुक कर सकते हैं. लेकिन OYO की योजना फीडबैक के आधार पर इसे अन्य शहरों में भी लागू करने की है. अगर ऐसा होता है, तो अनमैरिड कपल्स के लिए यह परेशानी का कारण बन सकता है.
सोलो ट्रैवलर्स और अन्य यात्रियों पर नियम लागू नहीं
OYO के नए नियम केवल मैरिड और अनमैरिड कपल्स पर लागू होते हैं. सोलो ट्रैवलर्स, स्टूडेंट्स, फैमिली, बिजनेस ट्रैवलर्स या धार्मिक यात्रियों के लिए इन नियमों में कोई बदलाव नहीं किया गया है. यानी इन यात्रियों को रूम बुक करने के लिए किसी अतिरिक्त दस्तावेज की जरूरत नहीं होगी.
नियम बदलने के पीछे OYO की रणनीति
OYO ने सामाजिक और नैतिक दबाव को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया है. कंपनी को उम्मीद है कि इससे उनके होटल ऑपरेशन्स को मेरठ और अन्य शहरों में सामाजिक स्वीकृति मिलेगी. साथ ही यह कदम स्थानीय विवादों और कानूनी समस्याओं से बचने के लिए भी उठाया गया है.
सामाजिक दृष्टिकोण समर्थन और आलोचना
OYO के इस निर्णय को लेकर समाज में मिली-जुली प्रतिक्रियाएं देखने को मिली हैं. जहां एक तरफ कुछ लोग इसे सामाजिक मूल्यों के संरक्षण की दिशा में सही कदम मानते हैं. वहीं दूसरी तरफ इसे व्यक्तिगत स्वतंत्रता का उल्लंघन बताया जा रहा है. खासकर युवा वर्ग इस फैसले से नाराज है. क्योंकि यह उनकी निजी जिंदगी में दखल देने जैसा है.
अन्य राज्यों की स्थिति
OYO का यह कदम नया नहीं है. इससे पहले मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान, तमिलनाडु और कर्नाटक जैसे राज्यों के कुछ हिस्सों में भी ऐसा नियम लागू हो चुका है. इन राज्यों में अनमैरिड कपल्स को रूम बुक करने के लिए कई तरह की मुश्किलों का सामना करना पड़ता है.
क्या कहता है कानून?
भारत में अनमैरिड कपल्स का एक साथ होटल में रुकना किसी भी कानून के तहत अवैध नहीं है. यह पूरी तरह से उनकी व्यक्तिगत स्वतंत्रता का हिस्सा है. हालांकि सामाजिक दबाव और नैतिक मुद्दों के कारण कई बार होटल उद्योग में इस तरह के नियम बनाए जाते हैं.
OYO के लिए आगे की चुनौतियां
OYO का यह फैसला कंपनी की छवि और बिजनेस पर प्रभाव डाल सकता है. युवा ग्राहक OYO के प्रमुख उपभोक्ता हैं, और इस नियम के कारण वे अन्य विकल्पों की ओर रुख कर सकते हैं. वहीं OYO को स्थानीय संगठनों और प्रशासन के साथ तालमेल बिठाने में भी कठिनाई हो सकती है.
9 hours ago