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पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन पर छत्तीसगढ़ में राजकीय शोक

रायपुर- भारत के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन पर छत्तीसगढ़ में 7 दिन का राजकीय शोक घोषित किया गया है. इस दौरान 26 दिसंबर से लेकर 1 जनवरी तक सरकारी तौर पर कोई सांस्कृतिक कार्यक्रम नहीं होगा.

राज्य सरकार की ओर से सभी कलेक्टरों को आदेश जारी किया गया है. इसमें समस्त शासकीय भवनों और जहां पर नियमित रूप से राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाता है, वहां पर राष्ट्रीय ध्वज आधे झुके रहेंगे. इसके अलावा सरकारी स्तर पर किसी तरह का मनोरंजन और सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन नहीं किया जाएगा. इसके साथ ही मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के साथ उपमुख्यमंत्री अरुण साव और मंत्री ओपी चौधरी के सभी दौरा कार्यक्रम रद्द कर दिए गए हैं.

रायपुर के सीनियर साइकिलिस्ट सुरेश दुआ ने 93 घंटों में किया साइकिल से 1200 किमी का सफर

रायपुर-  राजधानी रायपुर के सीनियर साइकिलिस्ट सुरेश दुआ ने दिल्ली रैडोन्नेयर द्वारा आयोजित CKB 2024 (क्लाइंब का बाप) 1200 किलोमीटर की साइकिलिंग इवेंट को 93 घंटे में पूरा कर लिया है. यह इवेंट 6 दिसंबर 2024 को दिल्ली से शुरू हुआ, जो पानीपत, अम्बाला, धर्मशाला, और मैक्लोडगंज होते हुए पालमपुर (हिमाचल प्रदेश) तक पहुंची, फिर उसी रूट से वापस दिल्ली में समाप्त हुई. इसमें देशभर के 33 और विदेश से एक साइकिलिस्ट ने भाग लिया था, जबकि14 साइकिलिस्ट ही इसे पूरा कर पाए.

बता दें, 1200 किलोमीटर के इस साइकिलिंग इवेंट में करीब 8 हजार मीटर एलिवेशन (ऊंचाई) थी. वहीं दिसंबर के चलते इस रूट में ठंढ भी काफी ज्यादा थी. 

सुरेश दुआ ने बताया की इस इवेंट में ठंड (करीब शून्य से 6 डिग्री तापमान) के साथ शीत लहर और पहाड़ियां भी थी. जिससे उन्हें साईकिल चलाने में अनेक दिक्कतो का सामना भी करना पड़ा, पर उन्होंने हार नहीं मानी और अपना चैलेंज पूरा किया. इस इवेंट की लिए सुरेश दुआ ने रायपुर शहर से 100 किलोमीटर दूर साल्हेवारा की घाटी में साईकिल चलाने का अभ्यास भी किया था, इसलिए वे हिमाचल प्रदेश के सर्द वातावरण में और पहाड़ों मैं साइकिलिंग कर पाए.

इसके पहले सुरेश दुआ 6 बार सुपर रैडोन्नेयर (200 KM, 300 KM, 400 KM, 600 KM) और एक बार 1000 किलोमीटर (65 घंटे) का इवेंट भी पूरा कर चुके हैं.

सुरेश दुआ पिछले 6 वर्षों से रोजाना साइकिलिंग करते हैं, अब तक लगभग 68000 किलोमीटर साइक्लिंग कर चुके हैं. रायपुर शहर के सभी साईकिल ग्रुप के राइडरों ने सुरेश दुआ के इस शानदार कार्य के लिए केक काट कर उन्हें बधाई दी उनकी कामियाबी को सेलिब्रेट किया.

गले में स्वर यंत्र कैंसर से पीड़ित सुशील मुण्डा की ऑपरेशन के बाद लौटी आवाज, रायगढ़ मेडिकल कॉलेज में स्वर यंत्र के कैंसर का सफल इलाज

रायपुर-   मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल एवं वित्त मंत्री ओ.पी.चौधरी के निर्देशन में रायगढ़ मेडिकल कॉलेज में लगातार स्वास्थ्य सुविधाओं में विस्तार हो रही है, जिससे आमजन लाभान्वित हो रहे है।

स्व. लखीराम अग्रवाल स्मृति शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय संबद्ध संत बाबा गुरु घासीदास  स्मृति शासकीय चिकित्सालय रायगढ़ लगातार अपनी सुविधाओं को बढ़ाने के लिए प्रयास करते हुए मरीज को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा प्रदान कर रही है। इस कड़ी में कान, नाक, गला विभाग द्वारा जशपुर निवासी 33 वर्षीय सुशील मुण्डा का डीन डॉ. विनीत जैन एवं अस्पताल अधीक्षक डॉ.मनोज कुमार मिंज के मार्गदर्शन में सफल ऑपरेशन किया गया।
उल्लखेनीय है कि जशपुर निवासी 33 वर्षीय मरीज सुशील मुण्डा के लिए यह एक विकट स्थिति थी। वह पिछले दो वर्षों से खाँसी की समस्या से पीडि़त थे और पिछले छ: महीनों से उसकी आवाज ने भी उसका साथ छोड़ दिया था। वे कई जगह ईलाज के पश्चात निराश होकर मेडिकल कॉलेज रायगढ़ पहुँचे। नाक, कान, गला रोग विभाग में विभिन्न तरह की जांच से पता चला वह स्वर यंत्र के कैंसर से पीडि़त है। जिसका इलाज महँगा है और बड़े महानगरों में होता है, किंतु कान, नाक, गला रोग विभाग के विशेषज्ञ सर्जन ने उन्हें आश्वस्त किया कि इसका इलाज मेडिकल कॉलेज में संभव है और विशेषज्ञ सर्जन द्वारा इलाज की विभिन्न प्रक्रिया को विस्तार से समझाया गया। रोगी की सहमति के बाद विभिन्न विभागों ने मिलकर सर्जरी की तैयारी की गई। कान, नाक, गला, रोग, विभाग की सर्जन टीम में विभागाध्यक्ष डॉ.जया साहू, डॉ.दिनेश पटेल सहप्राध्यापक, डॉ नीलम नायक सहायक प्राध्यापक, डॉ.आयुषी सिंह, डॉ.अनिल कुमारी, डॉ स्वाति पवार, डॉ.रमेश पटेल, डॉ भावेश साहू, डॉ खुशबू पटेल, निश्चेतना विभाग टीम के विभागाध्यक्ष डॉ.ए.एम.लकड़ा द्वारा जटिल ऑपरेशन को सफलता पूर्वक किया जिसमें मेडिसिन विभाग के सह प्राध्यापक डॉ.जितेन्द्र नायक का भी विशेष सहयोग रहा। ऑपरेशन के बाद कुछ दिनों तक रोगी को आईसीयू में डॉक्टर की निगरानी में रखा गया जहाँ निश्चेतना विभाग, मेडिसिन विभाग, डाइटीशियन और नर्सों की परिचर्या के उपरांत आज रोगी पूर्णत: स्वस्थ हैं और उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया है।

क्या है टीएलपीपी जाने ईलाज की प्रक्रिया

विशेषज्ञ सर्जन एवं सहप्राध्यापक ईएनटी डॉ.दिनेश पटेल ने बताया कि इस ऑपरेशन का नाम टीएलपीपी ( टोटल लेरिंजेक्टमी पार्शियल फेरिंजेक्टमी) है। इसमें पूरा स्वर यंत्र, स्वाँस नली और खाद्य नली का ऊपरी हिस्सा निकाल दिया जाता है, फिर खाद्य नली, स्वाँस नली दुबारा बनाया गया है। मरीज को कुछ दिनों तक आईसीयू मैं रखना पड़ता है। जहां डाइटिशियन की निगरानी में पौष्टिक नियंत्रित आहार दिया गया। बातचीत दुबारा सिखाने के लिए स्पीच थेरेपिस्ट कुमारी विकासलता लकड़ा एवं सृष्टि महाशब्दे द्वारा थेरेपी की गई। अब मरीज अब पूरी तरह स्वस्थ है एवं बोलने में सक्षम हैं। इस ऑपरेशन का निजी अस्पताल में पाँच से छह लाख का खर्च आता है। यह सुविधा रायगढ़ मेडिकल कॉलेज में उपलब्ध हैं, जिसमें मरीज का संपूर्ण जांच एवं इलाज नि:शुल्क किया गया।

सुशासन दिवस पर नालंदा परिसर में लगी प्रदर्शनी बनी आकर्षण का केंद्र, राज्य और केंद्र सरकार की योजनाओं की मिल रही जानकारी

रायपुर-    भारत के पूर्व प्रधानमंत्री भारतरत्न स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती सुशासन दिवस के अवसर पर जनसंपर्क विभाग द्वारा रायपुर के नालंदा परिसर में प्रदर्शनी आयोजित की गई है। प्रदर्शनी स्थल में अटल जी की कविताएं एलईडी लाइट और साउंड के माध्यम से प्रदर्शित की गयी। प्रदर्शनी में अटलजी की मधुर और ओजस्वी वाणी से कविताएं लोगों को मंत्रमुग्ध कर रहीं हैं। बाजपेयी जी के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर आधारित आकर्षक प्रदर्शनी में स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी की छत्तीसगढ़ से जुड़ी स्मृतियों के साथ-साथ केन्द्र सरकार एवं राज्य सरकार की योजनाओं की जानकारी लोगों को मिल रही है।

प्रदर्शनी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार एवं मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व वाली छत्तीसगढ़ सरकार के जनकल्याण के कार्यक्रमों एवं योजनाओं की उपलब्धियों लोगों का ध्यान खींच रही हैं। प्रदर्शनी में छत्तीसगढ़ सरकार की नई औद्योगिक नीति, सुशासन एवं अभिसरण, ईआफिस, छत्तीसगढ़ राज्य में नक्सल उन्मूलन एवं जनजातीय उत्थान, सामाजिक समृद्धि एवं प्रगति, अधोसंरचना विकास, पर्यटन एवं संस्कृति सहित नियद नेल्ला नार, प्रधानमंत्री आवास योजना, जल जीवन मिशन, स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार, युवा कल्याण, कृषक उन्नति योजना, महतारी वंदन योजना, छत्तीसगढ़ में युवाओं के लिए संचालित योजनाएं, समर्थन मूल्य पर धान खरीदी, रामलला दर्शन, डिजिटल भारत की सेवाएं जैसी योजनाओं के अलावा योजनाओं और उपलब्धियों की जानकारी को लोगों की सराहना मिल रही है। लोगों के उत्साह को ध्यान में रखते हुए प्रदर्शनी की तिथि अब 29 दिसम्बर तक बढ़ा दी गई है।

रायपुर एयरपोर्ट की बड़ी उपलब्धि : CM साय के नेतृत्व में हवाई सुविधाओं से यात्रियों की संख्या में इजाफा

रायपुर- मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की पहल पर छत्तीसगढ़ हवाई सेवाओं का लगातार विस्तार हो रहा है। उड़ान सेवाओं ने हवाई यात्रा को न केवल किफायती बनाया है बल्कि यह यात्रियों के लिए पसंदीदा विकल्प भी बनने लगा है। हवाई सुविधाओं से हवाई यात्रियों की संख्या में बड़ा इजाफा हुआ है। रायपुर के स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट ने एक माह में सर्वाधिक 2 लाख 32 हजार 635 हवाई यात्रियों के आवागमन की उपलब्धि हासिल की है। इस साल 11 महीनों में से 9 माह में हवाई यात्रियों की संख्या दो लाख से ज्यादा रही है।

उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री साय के नेतृत्व में अम्बिकापुर से हवाई सेवाओं का प्रारंभ किया गया है। साथ ही जगदलपुर-बिलासपुर-रायपुर में हवाई सेवाओं और सुविधाओं का विस्तार हुआ है। हाल ही में रिजनल कनेक्टिविटी योजना के तहत रायपुर, अंबिकापुर और बिलासपुर को एयर कनेक्टिविटी से जोड़ने के लिए बड़ा कदम उठाया गया है। इन तीनों शहरों को जोड़ने के लिए नई उड़ान सेवा का संचालन शुरू हो चुका है।

नवंबर में यात्रियों की संख्या में 8.70 फीसदी की वृद्धि

रायपुर एयरपोर्ट के हवाई यात्रियों की संख्या में नवम्बर 2024 में 8.70 फीसदी की वृद्धि हुई है। एक साल के दौरान सबसे ज्यादा 2 लाख 32 हजार 635 यात्रियों का आवागमन नवम्बर माह में हुआ है। बीते साल नवम्बर 2023 में 2 लाख 14 हजार 024 यात्रियों का आना-जाना हुआ था। कैलेंडर ईयर के पहले माह जनवरी 24 में 2 लाख 07 हजार 386, फरवरी में 1 लाख 90 हजार 308, मार्च में 1 लाख 92 हजार 851, अप्रैल में 2 लाख 05 हजार 130 में मई 2 लाख 05 हजार 015, जून में 2 लाख 02 हजार 823, जुलाई में 2लाख 02 हजार 826, अगस्त में 2 लाख 07 हजार 916, सितंबर में 2 लाख 02 हजार 585, अक्टूबर में 2 लाख 15 हजार 461, नवम्बर में यात्रियों की संख्या 2 लाख 32 हजार 635 दर्ज की गई है।

नवंबर में 14 फीसदी ज्यादा उड़ानों का संचालन

रायपुर एयरपोर्ट से नवम्बर माह में 1550 उड़ानों का संचालन किया गया। यह संख्या बीते साल से 14 फीसदी ज्यादा है। नवम्बर 23 में 1340 उड़ानें संचालित की गई थीं। कैलेंडर ईयर 2024 के पहले माह जनवरी में 1308, फरवरी 1252, मार्च 1378, अप्रैल 1432, मई 1396, जून 1384, जुलाई 1438, अगस्त 1516, सितम्बर 1510 तथा अक्टूबर में 1656 उड़ानों का संचालन किया गया।

11 माह में 22.64 लाख यात्रियों ने की हवाई यात्रा

कैलेण्डर इयर 2024 में जनवरी से नवम्बर के दौरान हवाई यात्रियों की संख्या 22,64,936 दर्ज की गई है। 2023 में इसी अवधि के दरम्यान 22,54,834 यात्रियों का आवागमन हुआ था। साल 2024 में रायपुर एयरपोर्ट से ग्यारह माह के दौरान 15820 उड़ानों का संचालन किया गया। 2023 में जनवरी से नवम्बर के मध्य 16676 उड़ानों का संचालन किया गया था।

पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन पर पूर्व सीएम बघेल ने जताया शोक, कहा- ‘देश हमेशा आपका आभारी रहेगा’

रायपुर- भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का आज दिल्ली एम्स में 92 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। उनके निधन से देशभर में शोक की लहर है। छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने गहरा शोक व्यक्त किया है। सोशल मीडिया ‘एक्स’ पर अपने आधिकारिक अकॉउंट से जारी पोस्ट में लिखा – “देश आपका आभारी रहेगा, सर। इतिहास आपके योगदान से सदैव परिपूर्ण रहेगा।”

मुख्यमंत्री ने अपने संदेश में आगे कहा, “एक महान राष्ट्रकर्मी आज जीवन के अंतिम सफर पर हम सबसे विदा हो गए हैं। उनके व्यक्तित्व, योगदान और देशसेवा के लिए शब्द कम पड़ जाते हैं। डॉ. मनमोहन सिंह के निधन को पूर्व सीएम ने बड़ी क्षति बताया और उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की। उन्होंने कहा, “ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दें। ॐ शांति।”

PCC चीफ दीपक बैज ने पूर्व पीएम के निधन पर जताया शोक

पीसीसी चीफ दीपक बैज ने पूर्व पीएम के निधन पर शोक जताया है। उन्होंने लिखा मनमोहन सिंह खुद कम बोलते थे, मगर उनका काम ऐसा बोलता था कि पूरा विश्व उनका हमेशा प्रशंसक रहेगा। अपनी आर्थिक नीतियों से उन्होंने भारत देश को एक नई ऊंचाई तक पहुंचा दिया।

पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का निधन देश और कांग्रेस पार्टी के लिए बहुत बड़ी क्षति है। ईश्वर से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करें और परिवार को यह असहनीय दुख सहने की शक्ति दें।

बता दें कि पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह की गुरुवार रात अचानक तबीयत बिगड़ गई थी। इसके बाद उन्हें दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) के इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कराया गया था। रॉबर्ट वाड्रा, पप्पू यादव, मनोज झा, सलमान खुर्शीद ने उनके निधन के बारे में X पर पोस्ट किया है।

बेलगावी में CWC की मीटिंग रद्द

कर्नाटक के बेलगावी में चल रही कांग्रेस वर्किंग कमेटी (CWC) मीटिंग रद्द कर दी है। साथ ही 27 दिसंबर को होने वाले सभी प्रोग्राम भी रद्द कर दिए गए हैं। राहुल गांधी और पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे बेलगावी से दिल्ली रवाना हो गए हैं।

राज्यपाल रमेन डेका एवं मुख्यमंत्री विष्णु देव साय राजधानी के गुरुद्वारा में आयोजित वीर बाल दिवस कार्यक्रम मे हुए शामिल

रायपुर-   राज्यपाल रमेन डेका और मुख्यमंत्री विष्णु देव साय आज वीर बाल दिवस के अवसर पर रायपुर के पंडरी स्थित गुरुद्वारा पहुँचे और दशम गुरु गोविन्द सिंह के वीर सपूतों बाबा जोरावर सिंह एवं बाबा फतेह सिंह की शहादत का स्मरण करते हुए उनका नमन किया।

राज्यपाल रमेन डेका ने वीर बाल दिवस के अवसर पर कहा कि गुरु गोविन्द सिंह के कम आयु के वीर बालको का धर्म रक्षा के लिए बलिदान देना अतुलनीय कार्य है, ऐसा उदाहरण बहुत कम ही मिलता है। इनकी शहादत आने वाली पीढ़ीयों को हमेशा प्रेरणा देती रहेगी। श्री डेका ने कहा कि सिक्ख समाज मेहनती और देश की रक्षा के लिए सदैव आगे रहने वाला समाज है। गुरुद्वारों में लंगर और गुप्त दान की परंपरा बहुत ही सराहनीय है । उन्होंने वैश्विक महामारी कोरोना काल के विकट समय को याद करते हुए कहा कि देश के विभिन्न गुरुद्वारों में आम लोगों की सेवा में सिक्ख समाज ने तत्पर रहकर अत्यंत सराहनीय योगदान दिया था।

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने वीर बाल दिवस के अवसर पर वीर बालकों बाबा जोरावर सिंह और बाबा फतेह सिंह जी की वीरगाथा का स्मरण करते हुए उनके द्वारा अपने धर्म और संस्कृति के लिए दिए गए बलिदान की सराहना की। उन्होंने कहा कि वीर बाल दिवस से आने वाली पीढ़ीयों को सदैव प्रेरणा मिलती रहे, इसके लिए छत्तीसगढ़ में इन वीर बालकों की वीरगाथा को पाठ्यक्रम में शामिल करने का महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया है।

इस अवसर पर गुरुद्वारा समिति के पदाधिकारियों ने आत्मीय स्वागत करते हुए वीर बालको की वीरगाथा को छत्तीसगढ़ के पाठ्यक्रम मे शामिल करने के लिए आभार जताया। कार्यक्रम मे विधायक किरण सिंह देव तथा गुरुद्वारा समिति के पदाधिकारी भूपेंद्र सवन्नी ने भी सम्बोधित करते हुए वीर साहिबजादो की वीरगाथा का स्मरण किया। वीर बाल दिवस के कार्यक्रम में सिक्ख समाज के लोग बड़ी संख्या में उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के निधन पर किया दुःख व्यक्त
रायपुर-   मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के निधन पर दुःख व्यक्त करते हुए कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री, प्रख्यात अर्थशास्त्री डॉ. मनमोहन सिंह के निधन का समाचार अत्यंत दुःखद है। उन्होंने कहा कि मनमोहन सिंह अर्थशास्त्र के उन दिग्गजों में से एक थे, जो देश के वित्त मंत्री, रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के गवर्नर और योजना आयोग के प्रमुख जैसे महत्वपूर्ण पदों पर रहे। उन्होंने शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शांति और शोकाकुल परिजनों और शुभचिंतकों को संबल प्रदान करने की प्रार्थना की।
वीर बाल दिवस : पत्रकारिता विश्वविद्यालय में भाषण प्रतियोगिता का आयोजन, लड़कियों ने मारी बाजी

रायपुर-    कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय में वीर बाल दिवस के अवसर पर भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया. भाषण प्रतियोगिता में एमएससी इलेक्ट्रॉनिक मीडिया प्रथम वर्ष की छात्रा खुशबू वर्मा ने प्रथम, बीएससी इलेक्ट्रॉनिक मीडिया प्रथम वर्ष की छात्रा भूमिका साहू ने द्वितीय और बीएससी इलेक्ट्रॉनिक मीडिया प्रथम वर्ष की छात्रा पारुल जायसवाल ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।

विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बल्देव भाई शर्मा ने वीर बाल दिवस के अवसर पर आयोजित भाषण प्रतियोगिता में विजयी विद्यार्थियों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैं. इस अवसर पर कार्यक्रम के संयोजक डॉ. नरेन्द्र त्रिपाठी ने कहा कि दसवें सिक्ख गुरु गोविंद सिंह के पुत्रों साहिबजादों बाबा जोरावर सिंह और बाबा फतेह सिंह की शहादत से हमें सत्य और धर्म की राह पर चलने की प्रेरणा मिलती है. उन्होंने विद्यार्थियों को असत्य के सामने कभी भी न झुकने का संदेश दिया.

डॉ. नृपेंद्र शर्मा ने अपने वक्तव्य में वीरता और साहस के महत्व पर बल देते हुए कहा कि यदि आप वीर और साहसी बनेंगे तो न केवल अपने जीवन में सफलता प्राप्त करेंगे, बल्कि दूसरों की सहायता भी कर पाएंगे. मनोबल बनाए रखना और किसी भी कठिनाई का सामना करना ही सच्ची वीरता है.

कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के पूर्व विद्यार्थी बलवंत खन्ना ने कहा कि किसी कार्य में पारंगत होना जितना जरूरी है, उससे ज्यादा बिगड़ी स्थिति को सुधारना है. यानी जीवन में कमियों को दूर करने का कौशल बहुत जरूरी है. इस मौके पर बलवंत खन्ना ने अपनी पुस्तक “है तो है” शिक्षकों और विद्यार्थियों को भेंट की. कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के शिक्षक और विद्यार्थी उपस्थित रहे.

अटल जन्म शताब्दी पर राजभवन में काव्यपाठ, राज्यपाल से सम्मानित हुए ‘लघु अटल’ विकास शर्मा

रायपुर-    पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जन्मशती के अवसर पर राजभवन में काव्यांजलि का आयोजन किया गया। इस मौके पर राज्यपाल रमेन डेका ने अटल जी से जुड़े संस्मरणों को याद करते हुए उन्हें विराट व्यक्तित्व का धनी बताया। अटल जी पर केंद्रित काव्यपाठ में अटल जी की भाव भंगिमाओं के साथ ही हूबहू उन्हीं की शैली में उनकी कविताओं का पाठ, विचारों की अभिव्यक्ति बेहद जीवंत प्रभावी ढंग से विकास शर्मा ने प्रस्तुत किया।

राज्यपाल डेका ने छत्तीसगढ़ सहित राष्ट्रीय स्तर पर लघु अटल के नाम से ख्याति प्राप्त विकास शर्मा को अनूठी प्रतिभा के लिए प्रतीक चिन्ह एवं राजकीय गमछा से सम्मानित किया। उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी में जनसंपर्क अधिकारी के पद पर सेवारत विकास शर्मा पहले भी पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी, पूर्व उपप्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी, केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी, भाजपा के वरिष्ठ नेता विजय गोयल, सुरेश सोनी, मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, विधानसभा अध्यक्ष डॉ रमन सिंह समेत अनेक वरिष्ठ नेताओं के समक्ष अटल जी कविताओं की प्रस्तुति अटल जी की शैली में दे चुके हैं।