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अमेरिका में क्वाड देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक, मीटिंग के बाद यूएस के नए विदेश मंत्री से मिले जयशंकर

#quadministerialmeetingjaishankarmetamericanewforeignminister

डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति बन चुके हैं। शपथ ग्रहण समारोह में पहुंचे भारतीय विदेशमंत्री जयशंकर ने अमेरिका में शपथ के बाद मंगलवार को क्वाड देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक में हिस्सा लिया। नए ट्रंप प्रशासन में होने वाली ये पहली बड़ी बैठक थी। इसमें मीटिंग में भारत, अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया के विदेश मंत्रियों ने भी हिस्सा लिया। अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो की ये पहली बैठक थी। वे पद संभालने के महज 1 घंटे बाद ही इसमें शामिल हुए। इसके बाद मार्को रुबियो ने अपनी पहली द्विपक्षीय बातचीत भी भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ की।

क्वाड मंत्रिस्तरीय बैठक के तुरंत बाद अमेरिका के नए विदेश मंत्री रुबियो की जयशंकर के साथ पहली द्विपक्षीय बैठक हुई, जो एक घंटे से अधिक समय तक चली। बैठक में अमेरिका में भारत के राजदूत विनय क्वात्रा भी मौजूद थे। रुबियो और जयशंकर बैठक के बाद एक फोटो सेशन के लिए प्रेस के सामने आए, हाथ मिलाया और कैमरों की ओर देखकर मुस्कुराए।

मार्को रुबियो से मुलाकात के बाद विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने एक्स पर लिखा कि अपनी पहली द्विपक्षीय बैठक के लिए मिलकर खुशी हुई। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ट्वीट किया, ‘आज वाशिंगटन डीसी में क्वाड विदेश मंत्रियों की बैठक में शामिल हुआ. मार्को रूबियो का आभार, जिन्होंने हमारी मेजबानी की। पेनी वोंग और ताकेशी इवाया का भी शुक्रिया, जिन्होंने इसमें हिस्सा लिया। ये अहम है कि ट्रंप प्रशासन के शपथ ग्रहण के कुछ घंटों के भीतर ही क्वाड देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक हुई। इससे पता चलता है कि ये अपने सदस्य देशों की विदेश नीति में कितनी महत्वपूर्ण है। हमारी व्यापक चर्चाओं में एक स्वतंत्र, खुले, स्थिर और समृद्ध इंडो-पैसिफिक को सुनिश्चित करने के अलग-अलग पहलुओं पर बात हुई। इस बात पर सहमति बनी कि हमें बड़ा सोचने, एजेंडा को और गहरा करने और अपने सहयोग को और मजबूत बनाने की जरूरत है। आज की बैठक एक स्पष्ट संदेश देती है कि अनिश्चित और अस्थिर दुनिया में क्वाड देश वैश्विक भलाई के लिए एक ताकत बने रहेंगे।

डॉ जयशंकर और मार्को रुबियो की मुलाकात के बाद अमेरिकी विदेश मंत्रालय की तरफ से जारी बयान में कहा गया, 'विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने आज वाशिंगटन डीसी में भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर से मुलाकात की। विदेश मंत्री जयशंकर ने अमेरिका और भारत के बीच साझेदारी को मजबूत करने के लिए साझा प्रतिबद्धता जताई। उन्होंने क्षेत्रीय मुद्दों और अमेरिका-भारत संबंधों को और गहरा करने के अवसरों सहित कई विषयों पर चर्चा की।

समाचार एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक, भारत, ऑस्ट्रेलिया, जापान और अमेरिका ने चीन की बढ़ती ताकत पर चिंता जताई। इस बैठक में चीन को साफ-साफ सुना दिया गया। बैठक में चारों देशों के विदेश मंत्रियों ने कहा कि वे किसी भी एकतरफा कार्रवाई का विरोध करते हैं, जो बल या दबाव से यथास्थिति को बदलने की कोशिश करती है। यह बात चीन की उस धमकी के संदर्भ में कही गई है, जिसमें उसने लोकतांत्रिक रूप से शासित ताइवान पर अपनी संप्रभुता का दावा किया है। क्वाड बैठक में यह तय किया गया कि वे एक स्वतंत्र और खुले हिंद-प्रशांत क्षेत्र के लिए प्रतिबद्ध हैं।

अमेरिका के लिए भारत अहम

ट्रंप के शपथ समारोह के बाद क्वाड देशों की अमेरिका में एक अहम बैठक हुई। ट्रंप के शपथ के अगले दिन ही इस बैठक से यह समझ आता है कि अमेरिका के लिए भारत और अन्य सहयोगी कितने अहम साथी हैं। यही नहीं, अमेरिका के लिए भारत कितना अहम है, इसका अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि अमेरिकी विदेश मंत्री रुबियो ने मंगलवार को एस जयशंकर से अलग से मुलाकात भी की।

क्वाड के लिए भारत आ सकते हैं ट्रम्प

यही नहीं, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प इस साल क्वाड देशों की बैठक के लिए भारत के दौरे पर आ सकते हैं। भारत ऑस्ट्रेलिया, जापान और अमेरिका के नेताओं के साथ क्वाड शिखर सम्मेलन की मेजबानी करने वाला है। ये सम्मेलन अप्रैल या अक्टूबर में आयोजित किया जा सकता है। इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इस साल के अंत तक अमेरिकी दौरे पर जा सकते हैं। इस दौरान वे व्हाइट हाउस में ट्रम्प के साथ औपचारिक बैठक में हिस्सा लेंगे।

*Mohammedan Sporting Club snatches dramatic draw against Chennaiyin FC at the Kishore Bharati Krirangan*

Sports 

 Khabar kolkata sports Desk: Mohammedan Sporting Club displayed exceptional resilience and fighting spirit to secure a dramatic 2-2 draw against Chennaiyin FC in their home match at Kishore Bharati Krirangan. 

The electrifying encounter saw the team overturn a two-goal deficit, earning a crucial point in the ISL standings.  

The match began with Chennaiyin FC taking a commanding 2-0 lead, leaving Mohammedan facing an uphill battle. However, the home team refused to bow down in front of their passionate supporters. In the dying moments of the second half, jersey number 15, Manvir gave the team a glimmer of hope by finding the back of the net during added time.  

The defining moment of the match came when jersey number 29, Remsanga, demonstrating nerves of steel, converted a penalty kick in the final moments, ensuring the scoreline read 2-2 at the final whistle. 

The crowd erupted in celebration as Mohammedan Sporting Club completed their heroic comeback.  

With this result, Mohammedan Sporting Club now holds 11 points from 16 games in the ISL. Although the season has been challenging, the team’s determination and never-say-die attitude were on full display tonight, providing a much-needed morale boost for the squad and the fanbase.

 Pic :Sanjay Hazra

इस सप्ताह आधा दर्जन मोबाइल होंगे लॉन्च

डेस्क:–दिसंबर का दूसरा सप्ताह इंडियन स्मार्टफोन मार्केट में कई मोबाइल को लेकर आ रहा है। 9 से 13 दिसंबर के बीच आधा दर्जन फोन लॉन्च हो रहे हैं। इन अपकमिंग मोबाइल की लिस्ट, लॉन्च डेट, स्पेसिफिकेशन्स की डिटेल आप पढ़ सकते हैं। 9 दिसंबर (आज) को रेडमी नोट 14 5जी फोन भारत में लॉन्च होगा। फोन एंड्रॉयड 14 आधारित है। Hyper OS के साथ Dimensity 7025 Ultra प्रोसेसर लगा है। 12GB RAM है। इसमें 50MP LYT-600 डुअल रियर कैमरा तथा सेल्फी के लिए 16MP फ्रंट कैमरा मिलेगा। फोन 6.67 इंच की 120Hz फुल एचडी+एमोलेड डिस्प्ले सपोर्ट करता है। 45W फास्ट चार्जिंग टेक्नोलॉजी से लैस 5110mAh बैटरी है।

*Redmi Note 14 Pro*

9 दिसंबर (आज) नोट 14 सीरीज में Note 14 Pro भी भारत में लाया जाएगा। यह 12GB RAM के साथ MediaTek Dimensity 7300 Ultra प्रोसेसर पर काम करता है। इसमें 50MP LYT-600 ट्रिपल रियर कैमरा और 20MP सेल्फी कैमरा मिलेगा। 45W फास्ट चार्जिंग तकनीक से लैस 5500mAh बैटरी है। 6.67 इंच की 1.5K OLED स्क्रीन है।

*Redmi Note 14 Pro Plus*

रेडमी नोट 14 प्रो प्लस ब्रांड की सबसे लेटेस्ट नोट सीरीज का सबसे पावरफुल मोबाइल है, जो आज इंडिया में लॉन्च होगा। इसमें Hyper OS के साथ Snapdragon 7s Gen 3 प्रोसेसर है। 50MP+50MP+8MP रियर कैमरा तथा 20MP सेल्फी कैमरा मिल सकता है। स्मार्टफोन 6000mAh बैटरी सपोर्ट करेगा, जिसके साथ 90W फास्ट चार्जिंग टेक्नोलॉजी मिलेगी। इसे 6.67 इंच 1.5K OLED डिस्प्ले पर लॉन्च किया जा सकता है।

*Moto G35 5G*

मोटो जी35 5जी फोन 10 दिसंबर को लॉन्च होगा। कीमत 10 हजार रुपये से कम हो सकती है। मोटोरोला ने इसे 12 5G Bands वाला सेग्मेंट का सबसे तेज 5जी फोन बताया है। फोन 4GB रैम पर लॉन्च होगा, जो यूनिसोक टी760 ऑक्टा-कोर प्रोसेसर पर काम करेगा। इसमें RAM Boost टेक्नोलॉजी मिलेगी। फोन 120हर्ट्ज़ रिफ्रेश रेट वाली 6.72-इंच की फुलएचडी+ डिस्प्ले सपोर्ट करेगा। 50 मेगापिक्सल डुअल रियर कैमरा और 16 मेगापिक्सल फ्रंट कैमरा मिलेगा। 5000 एमएएच बैटरी मिलेगी।

*Vivo X200*

12 दिसंबर को इंडिया में वीवो एक्स200 सीरीज एंट्री लेगी। मोबाइल ट्रिपल रियर कैमरा और 32 मेगापिक्सल सेल्फी कैमरा सपोर्ट करेगा। इसमें 12जीबी रैम के साथ मीडियोटेक डाइमेंसिटी 9400 चिपसेट दिया जाएगा। फोन में V3+ Imaging Chip भी मौजूद रहेगी। 5800 एमएएच बैटरी और 90वॉट फास्ट चार्जिंग तकनीक दी जाएगी। यह फोन 120Hz रिफ्रेश रेट और 4500निट्स ब्राइटनेस आउटपुट वाली 6.67 इंच डिस्प्ले पर लॉन्च किया जाएगा।

*Vivo X200 Pro*

कंपनी ने वीवो एक्स200 प्रो को इंडिया का पहला 200MP ZEISS APO Telephoto Camera वाला फोन कहा है। इसका 200 मेगापिक्सल सेंसर दिया 1X से 20X HyperZoom सपोर्ट करेगा। फ्रंट पर 32MP camera दिया जाएगा। यह MediaTek Dimensity 9400 ऑक्टा-कोर प्रोसेसर पर काम करेगा। फोन में 6.67 इंच की Quad Curved डिस्प्ले मिलेगी। फोन 90W फास्ट चार्जिंग और 30W wireless फास्ट चार्जिंग टेक्नोलॉजी के साथ 6000mAh Battery सपोर्ट करेगा।
Easwaran, Abishek, Mukesh named in India A squad for Australia tour
*Sports News*



*Khabar kolkata News Desk:*  Bengal star opener Abhimanyu Easwaran, wicket-keeper batsman Abishek Porel and fast bowler Mukesh kumar has been named in the India A squad for the forthcoming Australia tour, it was announced by BCCI on Monday.

All eyes will be on in-form Easwaran, who has been rewarded for his consistent run, ahead of India’s Test series against Australia.

Easwaran, who is the vice-captain of India A, has been in superb form in the domestic circuit for the last couple of seasons. In this season, he scored two hundreds in the Duleep Trophy, another ton in the Irani Cup, and began the Ranji Trophy season with a century for Bengal.

On the other hand, it is an incredible opportunity for the young and talented Abishek to gather immense experience from the overseas tour. Mukesh will also aim to do well and make an impact in Australia.

India A are scheduled to take on Australia A in two first-class matches.  They then play against India squad in a warm-up match.

India A team,Ruturaj Gaikwad (C), Abhimanyu Easwaran (VC), Sai Sudharsan, Nitish Kumar Reddy, Devdutt Padikkal, Ricky Bhui, Baba Indrajith, Ishan Kishan (WK), Abishek Porel (WK), Mukesh Kumar, Khaleel Ahmed, Yash Dayal, Navdeep Saini, Manav Suthar, Tanush Kotian.

*Pic Courtesy by:CAB*
अब आप Amazon पर अपने पसंदीदा ब्रांड के महंगे ईयरबड्स काफी सस्ते में खरीद सकते हैं

डेस्क :–दिवाली की धूम में Amazon गजब का ऑफर लाया है। अब आप अपने पसंदीदा ब्रांड के महंगे ईयरबड्स काफी सस्ते में खरीद सकते हैं। जी हां, आपने सही पढ़ा! Amazon की दिवाली सेल में आपको 5 जबरदस्त Earbuds सस्ते में मिल रहे

Noise के Buds N1 भी Amazon की दिवाली सेल में भारी डिस्काउंट के साथ उपलब्ध हैं। इनकी लॉन्च कीमत 3,499 रुपये थी, लेकिन फिलहाल यह 71% की छूट के साथ केवल 999 रुपये में मिल रहे हैं। इन बड्स में 40 घंटे का प्ले टाइम, Quad Mic, ENC सपोर्ट और Ultra Low लेटेंसी मोड दिया गया है, जो गेमिंग के लिए उपयुक्त है।

बोल्ट ने हाल ही में अपने नए वायरलेस ईयरबड्स K10 को लॉन्च किया था, जिनकी कीमत 2,499 रुपये है। लेकिन दिवाली सेल के तहत आप इन्हें सिर्फ 999 रुपये में खरीद सकते हैं। इन बड्स में 50 घंटे का प्ले टाइम, 4 माइक क्लियर कॉलिंग के लिए, 45ms लो लेटेंसी, Type-C फास्ट चार्जिंग और IPX5 वाटरप्रूफ रेटिंग जैसे फीचर्स दिए गए हैं।

Unix के नए लॉन्च किए गए UX-W4 Wings ट्रू वायरलेस Earbuds दिवाली सेल के दौरान 999 रुपये की कीमत पर उपलब्ध हैं। ये ईयरबड्स फुल चार्ज होने पर 40 घंटे तक का प्ले टाइम देते हैं और 6 महीने की वारंटी के साथ आते हैं। Unix के ये ईयरबड्स Amazon के अलावा Unix की आधिकारिक वेबसाइट पर भी खरीदे जा सकते हैं।

अमेजन के Amazon Basics ट्रू वायरलेस in-Ear Earbuds भी इस लिस्ट में शामिल हैं। इनकी मूल कीमत 2,499 रुपये थी, लेकिन दिवाली सेल के दौरान 76% छूट के साथ ये केवल 599 रुपये में मिल रहे हैं। इन बड्स में 80 घंटे का प्ले टाइम, ड्यूल 10mm ड्राइवर और IPX4 वाटर रेजिस्टेंस जैसे फीचर्स दिए गए हैं, जो इन्हें बेहद आकर्षक बनाते हैं।

*Chandrahas to lead strong Bengal U-19 team in Vinoo Mankad Trophy knockouts*

Sports News

KKNB: Talented batsman Chandrahas Dash will lead a strong Bengal Under-19 team in the knockouts of the Vinoo Mankad Trophy.

Talented bowler Yudhajit Guha is the vice captain. Sourasish Lahiri is the chief coach of the team while Sanjib Sanyal is the coach.

Bengal is scheduled to take on Madhya Pradesh in the pre-quarterfinals of the Vinoo Mankad Trophy in Rajkot on Thursday. Bengal has made it to the Vinoo Mankad Trophy knockouts after 11 years.

Team squad,Chandrahas Dash (C), Yudhajit Guha (VC), Ankit Chatterjee, Agniswar Das, Abhiprai Biswas, Shoaib Ahmed Khan, Debangshu Pakhira, Raju R, Aditya Roy, Ganoranjan Kapat, Shivamm Bharati, Jeet Thakur, Vishal Bhati, Ashutosh Kumar, Irshad Alam, Sachin Yadav.

Pic Courtesy by:CAB

राष्ट्रीय लोक मोर्चा ने लेधी गांव में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर जयंती मनाया

क्या संयुक्‍त राष्‍ट्र सुरक्षा परिषद में भारत को मिलेगी स्थायी सदस्यता? क्वाड समिट से मिले संकेत
#us_quad_summit_india_could_get_unsc_permanent_membership
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका के दौरे पर हैं। इस बीच एक बार फिर भारत के सुरक्षा परिषद ((यूएनएससी) में स्थायी सदस्यता को लेकर चर्चा होने लगी है। दरअसल, क्वाड समिट में हिस्सा लेने अमेरिका पहुंचे प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति जो बाइडन के बीच द्विपक्षीय वार्ता हुई है। इस वार्ता में सबसे बड़ी बात यह निकलकर आई है कि, अमेरिका ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) में भारत की स्थाई सीट का समर्थन किया है।

*सालों से यूएनएससी में स्थायी सीट मांग रहा भारत*
यूएनएससी में सुधार का मुद्दा लंबे समय से दुनिया के सामने है। ये मामला अमेरिका में हालिया क्वाड समिट के दौरान भी उठा है। रविवार को क्वाड नेताओं ने यूएनएससी की सीटें बढ़ाने और इस निकाय को ज्यादा जवाबदेह बनाने के लिए इसमें सुधार का आह्वान किया है। क्वाड नेताओं ने अफ्रीका, एशिया, लैटिन अमेरिका और कैरिबियन देशों को यूएनएससी में स्थायी सदस्यता का दिए जाने की मांग की है। भारत के लिए ये अहम है क्योंकि उसकी ओर से बीते कई वर्षों से यूएनएससी में स्थायी सीट की मांग की जा रही है।

*चीन बार-बार डाल रहा अडंगा*
दरअसल भारत लंबे समय से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में सुधार की मांग करता रहा है, लेकिन चीन के विरोध के कारण यह मुमकिन नहीं हो पाया।सुरक्षा परिषद में 5 स्थायी सदस्य देश हैं, जिसमें से 4 (अमेरिकी, यूके, फ्रांस और रूस) भारत की स्थायी सदस्यता के समर्थन में हैं, लेकिन चीन इस बात का विरोधी रहा है और वह नहीं चाहता कि इतने बड़े प्लेटफॉर्म पर भारत भी स्थायी सदस्य के रूप में शामिल हो। भारत की बढ़ती ताकत से चीन परेशान है और उसे लगता है कि अगर भारत स्थायी सदस्य बना तो वह इंटरनेशनल लेवल पर चीन के समानांतर स्टैंड करेगा। ये बात चीन बिल्कुल भी हजम नहीं कर पा रहा है।

*स्थायी सदस्यता मिलने से भारत को फायदा*
अगर यूएन की सुरक्षा परिषद में भारत स्थायी सदस्य बनता है तो पूरी दुनिया में भारत की साख और शक्ति दोनों बढ़ेंगी। इंटरनेशनल लोगों के मंच पर भारत पहले से ज्यादा मजबूत दिखेगा। वैश्विक मंच पर भारत के पास भी स्थायी सदस्य के रूप में वीटो का अधिकार होगा, जिसे वह किसी भी बड़े फैसले में देशहित के लिए इस्तेमाल कर सकता है।
वहीं एक फायदा ये भी होगा कि चीन के समकक्ष खड़े होकर भारत उसे ये एहसास दिला देगा कि किसी भी मामले में भारत उससे कम नहीं है। एक फायदा ये भी है कि भारत सुरक्षा मामलों से जुड़ी बातों को विश्व पटल पर रख सकेगा और पाकिस्तान के लिए भी एक कड़ा संदेश दे सकता है।

*सुधार की मांग ने पकड़ा जोर*
यूएनएससी में सुधार की मांग काफी वर्षों से की जा रही है। संयुक्त राष्ट्र महासभा ने नवंबर 2022 में सुरक्षा परिषद सुधार पर अपनी चर्चा समाप्त की थी। उस समय इसके सदस्य देश संयुक्त राष्ट्र की प्रासंगिकता बनाए रखने के लिए 15 सदस्यीय निकाय को आधुनिक बनाने पर सहमत हुए थे। यूएनएससी द्वारा रूस-यूक्रेन युद्ध को रोकने के लिए प्रस्ताव पारित करने में विफल रहने के बाद कुछ स्थायी सदस्यों के पास वीटो शक्ति पर भी सवाल उठाए गए थे।अक्टूबर 2023 में शुरू हुए इजरायल-गाजा युद्ध के बाद यूएनएससी में सुधार और विस्तार की मांग नए सिरे से की जा रही है। यूएनजीए के पूर्व अध्यक्ष डेनिस फ्रांसिस ने कहा था कि दुनियाभर के क्षेत्रों में हिंसा और युद्ध फैल रहा है और सुरक्षा परिषद में बड़े पैमाने पर विभाजन के चलते संयुक्त राष्ट्र पंगु हो गया है। संयुक्त राष्ट्र के सदस्य देशों ने भी अपने बयानों में दोहराया कि सुधार पहले से कहीं अधिक जरूरी हो गए हैं।
समुद्र में चीन का मुकाबला करने के लिए क्वाड ने “कसी कमर”, 'कोस्‍ट गार्ड' बनाने की घोषणा

#quad_concern_over_china_in_east_and_south_china_seas_announce_quad_coast_guard

डेलावेयर के विलमिंगटन में क्वाड नेताओं की बैठक में ऑस्ट्रेलिया, भारत, अमेरिका और जापान के राष्ट्राध्यक्ष शामिल हुए हैं। बाइडन ने बैठक की मेजबानी की, जिसमें भारत की तरफ से प्रधानमंत्री मोदी ने शिरकत की है। बैठक के बाद आए बयान में क्वाड की चीन पर चिंता सामने आई है। क्वाड समिट के बाद जारी साझा बयान में दक्षिण चीन सागर का जिक्र करते हुए फिक्र जाहिर की गई है। क्वाड नेताओं ने 2025 में संयुक्त तट रक्षक मिशन बनाने की घोषणा करते हुए इंडो-पैसिफिक में समुद्री सहयोग बढ़ाने का फैसला किया है।

बयान में कहा गया है कि यूएस कोस्ट गार्ड, जापान कोस्ट गार्ड, ऑस्ट्रेलियाई सीमा बल और भारतीय तट रक्षक बल समुद्री सुरक्षा को बढ़ाने के लिए 2025 में पहली बार क्वाड-एट-सी शिप ऑब्जर्वर मिशन शुरू करने जा रहे हैं। बयान में चीन की ओर स्पष्ट इशारा है लेकिन ये भी कहा गया कि क्वाड यानी ऑस्ट्रेलिया, भारत, जापान और अमेरिका किसी विशेष देश के खिलाफ नहीं है।

बैठक की मेजबानी करते हुए जो बाइडेन ने कहा कि आज हम इंडो-पैसिफिक के लिए वास्तविक सकारात्मक प्रभाव डालने के लिए पहलों की एक सीरीज की घोषणा कर रहे हैं। इसमें हमारे क्षेत्रीय भागीदारों को नई समुद्री तकनीकें प्रदान करना शामिल है ताकि वे जान सकें कि उनके जल में क्या हो रहा है। पहली बार तट रक्षकों के बीच सहयोग शुरू करना, और दक्षिण-पूर्व एशिया के छात्रों को शामिल करने के लिए क्वाड फेलोशिप का विस्तार करना है। इसलिए मैं यहां आने के लिए आप सभी को फिर से धन्यवाद देना चाहता हूं।

गार्जियन की रिपोर्ट के मुताबिक, क्वाड समिट के बाद जारी बयान में विस्तृत रूप से चीन के बारे में बात नहीं की गई लेकिन दक्षिण चीन सागर में चल रही गतिविधियों के संबंध में इस दफा पहले से कड़ी भाषा का इस्तेमाल हुआ है, जो इन जल क्षेत्रों में चीन के बढ़ते दबदबे के लिए चिंता को दिखाता है।

बयान में कहा गया है क्वाड खतरनाक युद्धाभ्यास के बढ़ते उपयोग सहित तट रक्षक और समुद्री मिलिशिया जहाजों के खतरनाक उपयोग की निंदा करते हैं। हमारा मत है कि समुद्री विवादों को शांतिपूर्वक और अंतरराष्ट्रीय कानून (यूएनसीएलओएस) के अनुसार हल किया जाना चाहिए।' बयान में कहा गया है कि दक्षिण चीन सागर पर 2016 का मध्यस्थता एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है और पार्टियों के बीच विवादों को शांतिपूर्ण ढंग से सुलझाने का आधार है।

क्वाड के बयान में साफ तौर पर चीन के समुद्र में बढ़ते दबदबे पर चिंता जाहिर की गई है लेकिन एक बार भी नाम नहीं लिया गया है। चीन का परोक्ष रूप से जिक्र करते हुए कहा कि समूह किसी भी ऐसी अस्थिरकारी या एकतरफा कार्रवाई का दृढ़ता से विरोध करता है, जो बल या दबाव के जरिए यथास्थिति को बदलने की कोशिश करती है।

बता दें कि चीन का दक्षिण चीन सागर और पूर्वी चीन सागर में कई देशों से विवाद है। वह पूरे दक्षिण चीन सागर पर अपनी संप्रभुता का दावा करता है। दूसरी ओर, वियतनाम, मलेशिया, फिलीपीन, ब्रुनेई और ताइवान भी इस क्षेत्र पर अपने-अपने दावे करते हैं।

क्वाड की बैठक में बाइडेन ने ड्रैगन को लेकर दे डाली चेतावनी, पीएम मोदी बोले- हम किसी के खिलाफ नहीं....

#america_quad_summit_to_china 

अमेरिका के डेलावेयर के विलमिंगटन में 'क्वाड' नेताओं की बैठक में ऑस्ट्रेलिया, भारत, अमेरिका और जापान के राष्ट्राध्यक्ष शामिल हुए हैं। भारत की तरफ़ से प्रधानमंत्री मोदी ने इस बैठक में शिरकत की है। क्वाड समूह के देशों ने साझा बयान जारी किया, जिसमे खासकर दक्षिण चीन सागर का ज़िक्र है।साझा बयान में कहा गया है, "हम विवादित मुद्दों के सैन्यीकरण और दक्षिणी चीन सागर में बलपूर्वक और डराने-धमकाने के लिए होने वाले युद्धाभ्यासों पर अपनी गंभीर चिंता व्यक्त करना जारी रखते हैं। हम इस बात की पुष्टि करते हैं कि समुद्री विवादों को शांतिपूर्वक और अंतरराष्ट्रीय क़ानून के मुताबिक़ हल किया जाना चाहिए..."

क्वाड भारत, अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया द्वारा बनाया गया एक समूह जो इन देशों के बीच अनौपचारिक रणनीतिक वार्ता का एक मंच प्रदान करता है। यह मुक्त, खुले और समृद्ध इंडो-प्रशांत क्षेत्र सुनिश्चित करता है और इन देशों को एक साथ लाता है। सही मायने में देखा जाए तो इसका मुख्य उद्देश्य इंडो-पैस्फिक क्षेत्र में चीन के बढ़ते प्रभुत्त्व को रोकना है और यहां पावर का चैक एंड बैलेंस बनाए रखना है। इस संगठन के गठन के बाद से ही लगातार ऐसे समझौते हो रहे हैं जो हिंद-प्रशांत क्षेत्र में चीन के प्रभाव को कम कर सकें।

क्वाड शिखर सम्मेलन में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन का चीन को लेकर दिया बयान चर्चा में है। बाइडन ने कहा कि उनका मानना है कि 'चीन हम सबकी परीक्षा ले रहा है।' अमेरिकी राष्ट्रपति समूह के दूसरे नेताओं से आपसी बातचीत कर रहे थे, लेकिन उस दौरान उनका माइक ऑन था। जब पत्रकार कार्यक्रम स्थल से निकल रहे थे, तो बाइडन ने दूसरे नेताओं से कहा, 'हमारा मानना है कि शी जिनपिंग घरेलू आर्थिक चुनौतियों पर ध्यान केंद्रित करना चाहते हैं और चीन में अशांति को कम करना चाहते हैं।'

बाइडन को आगे यह कहते हुए सुना गया कि चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग 'चीन के हितों को आक्रामक तरीके से बढ़ाने के लिए अपने लिए कूटनीतिक जगह बनाना चाह रहे हैं।' अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, 'चीन आक्रामक रवैया अपनाते हुए आर्थिक और तकनीकी मुद्दों समेत कई मोर्चों पर पूरे क्षेत्र में हम सभी की परीक्षा ले रहा है।'

बाइडन का बयान तब आया है जब सम्मेलन के दौरान सभी चार देश इस बात पर जोर दे रहे थे कि उनका समूह सिर्फ चीन को जवाब देने से कहीं ज्यादा है। 

क्वाड की बैठक में एक तरफ बाइडन ने चीन को लेकर आक्रामक रूख दिखाया। हालांकि, पीएम मोदी ने साफ कहा कि क्वाड किसी देश के खिलाफ नहीं है और यह हमेशा रहेगा।प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘हम किसी के खिलाफ नहीं हैं। हम सभी नियम-आधारित अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था, संप्रभुता का सम्मान, क्षेत्रीय अखंडता और सभी मुद्दों का शांतिपूर्ण तरीके से समाधान करने के सपोर्ट में हैं।’ पीएम मोदी ने यहां किसी देश का नाम तो नहीं लिया, लेकिन साफ तौर पर उनका इशारा चीन की तरफ था।

अमेरिका में क्वाड देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक, मीटिंग के बाद यूएस के नए विदेश मंत्री से मिले जयशंकर

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डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति बन चुके हैं। शपथ ग्रहण समारोह में पहुंचे भारतीय विदेशमंत्री जयशंकर ने अमेरिका में शपथ के बाद मंगलवार को क्वाड देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक में हिस्सा लिया। नए ट्रंप प्रशासन में होने वाली ये पहली बड़ी बैठक थी। इसमें मीटिंग में भारत, अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया के विदेश मंत्रियों ने भी हिस्सा लिया। अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो की ये पहली बैठक थी। वे पद संभालने के महज 1 घंटे बाद ही इसमें शामिल हुए। इसके बाद मार्को रुबियो ने अपनी पहली द्विपक्षीय बातचीत भी भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ की।

क्वाड मंत्रिस्तरीय बैठक के तुरंत बाद अमेरिका के नए विदेश मंत्री रुबियो की जयशंकर के साथ पहली द्विपक्षीय बैठक हुई, जो एक घंटे से अधिक समय तक चली। बैठक में अमेरिका में भारत के राजदूत विनय क्वात्रा भी मौजूद थे। रुबियो और जयशंकर बैठक के बाद एक फोटो सेशन के लिए प्रेस के सामने आए, हाथ मिलाया और कैमरों की ओर देखकर मुस्कुराए।

मार्को रुबियो से मुलाकात के बाद विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने एक्स पर लिखा कि अपनी पहली द्विपक्षीय बैठक के लिए मिलकर खुशी हुई। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ट्वीट किया, ‘आज वाशिंगटन डीसी में क्वाड विदेश मंत्रियों की बैठक में शामिल हुआ. मार्को रूबियो का आभार, जिन्होंने हमारी मेजबानी की। पेनी वोंग और ताकेशी इवाया का भी शुक्रिया, जिन्होंने इसमें हिस्सा लिया। ये अहम है कि ट्रंप प्रशासन के शपथ ग्रहण के कुछ घंटों के भीतर ही क्वाड देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक हुई। इससे पता चलता है कि ये अपने सदस्य देशों की विदेश नीति में कितनी महत्वपूर्ण है। हमारी व्यापक चर्चाओं में एक स्वतंत्र, खुले, स्थिर और समृद्ध इंडो-पैसिफिक को सुनिश्चित करने के अलग-अलग पहलुओं पर बात हुई। इस बात पर सहमति बनी कि हमें बड़ा सोचने, एजेंडा को और गहरा करने और अपने सहयोग को और मजबूत बनाने की जरूरत है। आज की बैठक एक स्पष्ट संदेश देती है कि अनिश्चित और अस्थिर दुनिया में क्वाड देश वैश्विक भलाई के लिए एक ताकत बने रहेंगे।

डॉ जयशंकर और मार्को रुबियो की मुलाकात के बाद अमेरिकी विदेश मंत्रालय की तरफ से जारी बयान में कहा गया, 'विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने आज वाशिंगटन डीसी में भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर से मुलाकात की। विदेश मंत्री जयशंकर ने अमेरिका और भारत के बीच साझेदारी को मजबूत करने के लिए साझा प्रतिबद्धता जताई। उन्होंने क्षेत्रीय मुद्दों और अमेरिका-भारत संबंधों को और गहरा करने के अवसरों सहित कई विषयों पर चर्चा की।

समाचार एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक, भारत, ऑस्ट्रेलिया, जापान और अमेरिका ने चीन की बढ़ती ताकत पर चिंता जताई। इस बैठक में चीन को साफ-साफ सुना दिया गया। बैठक में चारों देशों के विदेश मंत्रियों ने कहा कि वे किसी भी एकतरफा कार्रवाई का विरोध करते हैं, जो बल या दबाव से यथास्थिति को बदलने की कोशिश करती है। यह बात चीन की उस धमकी के संदर्भ में कही गई है, जिसमें उसने लोकतांत्रिक रूप से शासित ताइवान पर अपनी संप्रभुता का दावा किया है। क्वाड बैठक में यह तय किया गया कि वे एक स्वतंत्र और खुले हिंद-प्रशांत क्षेत्र के लिए प्रतिबद्ध हैं।

अमेरिका के लिए भारत अहम

ट्रंप के शपथ समारोह के बाद क्वाड देशों की अमेरिका में एक अहम बैठक हुई। ट्रंप के शपथ के अगले दिन ही इस बैठक से यह समझ आता है कि अमेरिका के लिए भारत और अन्य सहयोगी कितने अहम साथी हैं। यही नहीं, अमेरिका के लिए भारत कितना अहम है, इसका अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि अमेरिकी विदेश मंत्री रुबियो ने मंगलवार को एस जयशंकर से अलग से मुलाकात भी की।

क्वाड के लिए भारत आ सकते हैं ट्रम्प

यही नहीं, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प इस साल क्वाड देशों की बैठक के लिए भारत के दौरे पर आ सकते हैं। भारत ऑस्ट्रेलिया, जापान और अमेरिका के नेताओं के साथ क्वाड शिखर सम्मेलन की मेजबानी करने वाला है। ये सम्मेलन अप्रैल या अक्टूबर में आयोजित किया जा सकता है। इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इस साल के अंत तक अमेरिकी दौरे पर जा सकते हैं। इस दौरान वे व्हाइट हाउस में ट्रम्प के साथ औपचारिक बैठक में हिस्सा लेंगे।

*Mohammedan Sporting Club snatches dramatic draw against Chennaiyin FC at the Kishore Bharati Krirangan*

Sports 

 Khabar kolkata sports Desk: Mohammedan Sporting Club displayed exceptional resilience and fighting spirit to secure a dramatic 2-2 draw against Chennaiyin FC in their home match at Kishore Bharati Krirangan. 

The electrifying encounter saw the team overturn a two-goal deficit, earning a crucial point in the ISL standings.  

The match began with Chennaiyin FC taking a commanding 2-0 lead, leaving Mohammedan facing an uphill battle. However, the home team refused to bow down in front of their passionate supporters. In the dying moments of the second half, jersey number 15, Manvir gave the team a glimmer of hope by finding the back of the net during added time.  

The defining moment of the match came when jersey number 29, Remsanga, demonstrating nerves of steel, converted a penalty kick in the final moments, ensuring the scoreline read 2-2 at the final whistle. 

The crowd erupted in celebration as Mohammedan Sporting Club completed their heroic comeback.  

With this result, Mohammedan Sporting Club now holds 11 points from 16 games in the ISL. Although the season has been challenging, the team’s determination and never-say-die attitude were on full display tonight, providing a much-needed morale boost for the squad and the fanbase.

 Pic :Sanjay Hazra

इस सप्ताह आधा दर्जन मोबाइल होंगे लॉन्च

डेस्क:–दिसंबर का दूसरा सप्ताह इंडियन स्मार्टफोन मार्केट में कई मोबाइल को लेकर आ रहा है। 9 से 13 दिसंबर के बीच आधा दर्जन फोन लॉन्च हो रहे हैं। इन अपकमिंग मोबाइल की लिस्ट, लॉन्च डेट, स्पेसिफिकेशन्स की डिटेल आप पढ़ सकते हैं। 9 दिसंबर (आज) को रेडमी नोट 14 5जी फोन भारत में लॉन्च होगा। फोन एंड्रॉयड 14 आधारित है। Hyper OS के साथ Dimensity 7025 Ultra प्रोसेसर लगा है। 12GB RAM है। इसमें 50MP LYT-600 डुअल रियर कैमरा तथा सेल्फी के लिए 16MP फ्रंट कैमरा मिलेगा। फोन 6.67 इंच की 120Hz फुल एचडी+एमोलेड डिस्प्ले सपोर्ट करता है। 45W फास्ट चार्जिंग टेक्नोलॉजी से लैस 5110mAh बैटरी है।

*Redmi Note 14 Pro*

9 दिसंबर (आज) नोट 14 सीरीज में Note 14 Pro भी भारत में लाया जाएगा। यह 12GB RAM के साथ MediaTek Dimensity 7300 Ultra प्रोसेसर पर काम करता है। इसमें 50MP LYT-600 ट्रिपल रियर कैमरा और 20MP सेल्फी कैमरा मिलेगा। 45W फास्ट चार्जिंग तकनीक से लैस 5500mAh बैटरी है। 6.67 इंच की 1.5K OLED स्क्रीन है।

*Redmi Note 14 Pro Plus*

रेडमी नोट 14 प्रो प्लस ब्रांड की सबसे लेटेस्ट नोट सीरीज का सबसे पावरफुल मोबाइल है, जो आज इंडिया में लॉन्च होगा। इसमें Hyper OS के साथ Snapdragon 7s Gen 3 प्रोसेसर है। 50MP+50MP+8MP रियर कैमरा तथा 20MP सेल्फी कैमरा मिल सकता है। स्मार्टफोन 6000mAh बैटरी सपोर्ट करेगा, जिसके साथ 90W फास्ट चार्जिंग टेक्नोलॉजी मिलेगी। इसे 6.67 इंच 1.5K OLED डिस्प्ले पर लॉन्च किया जा सकता है।

*Moto G35 5G*

मोटो जी35 5जी फोन 10 दिसंबर को लॉन्च होगा। कीमत 10 हजार रुपये से कम हो सकती है। मोटोरोला ने इसे 12 5G Bands वाला सेग्मेंट का सबसे तेज 5जी फोन बताया है। फोन 4GB रैम पर लॉन्च होगा, जो यूनिसोक टी760 ऑक्टा-कोर प्रोसेसर पर काम करेगा। इसमें RAM Boost टेक्नोलॉजी मिलेगी। फोन 120हर्ट्ज़ रिफ्रेश रेट वाली 6.72-इंच की फुलएचडी+ डिस्प्ले सपोर्ट करेगा। 50 मेगापिक्सल डुअल रियर कैमरा और 16 मेगापिक्सल फ्रंट कैमरा मिलेगा। 5000 एमएएच बैटरी मिलेगी।

*Vivo X200*

12 दिसंबर को इंडिया में वीवो एक्स200 सीरीज एंट्री लेगी। मोबाइल ट्रिपल रियर कैमरा और 32 मेगापिक्सल सेल्फी कैमरा सपोर्ट करेगा। इसमें 12जीबी रैम के साथ मीडियोटेक डाइमेंसिटी 9400 चिपसेट दिया जाएगा। फोन में V3+ Imaging Chip भी मौजूद रहेगी। 5800 एमएएच बैटरी और 90वॉट फास्ट चार्जिंग तकनीक दी जाएगी। यह फोन 120Hz रिफ्रेश रेट और 4500निट्स ब्राइटनेस आउटपुट वाली 6.67 इंच डिस्प्ले पर लॉन्च किया जाएगा।

*Vivo X200 Pro*

कंपनी ने वीवो एक्स200 प्रो को इंडिया का पहला 200MP ZEISS APO Telephoto Camera वाला फोन कहा है। इसका 200 मेगापिक्सल सेंसर दिया 1X से 20X HyperZoom सपोर्ट करेगा। फ्रंट पर 32MP camera दिया जाएगा। यह MediaTek Dimensity 9400 ऑक्टा-कोर प्रोसेसर पर काम करेगा। फोन में 6.67 इंच की Quad Curved डिस्प्ले मिलेगी। फोन 90W फास्ट चार्जिंग और 30W wireless फास्ट चार्जिंग टेक्नोलॉजी के साथ 6000mAh Battery सपोर्ट करेगा।
Easwaran, Abishek, Mukesh named in India A squad for Australia tour
*Sports News*



*Khabar kolkata News Desk:*  Bengal star opener Abhimanyu Easwaran, wicket-keeper batsman Abishek Porel and fast bowler Mukesh kumar has been named in the India A squad for the forthcoming Australia tour, it was announced by BCCI on Monday.

All eyes will be on in-form Easwaran, who has been rewarded for his consistent run, ahead of India’s Test series against Australia.

Easwaran, who is the vice-captain of India A, has been in superb form in the domestic circuit for the last couple of seasons. In this season, he scored two hundreds in the Duleep Trophy, another ton in the Irani Cup, and began the Ranji Trophy season with a century for Bengal.

On the other hand, it is an incredible opportunity for the young and talented Abishek to gather immense experience from the overseas tour. Mukesh will also aim to do well and make an impact in Australia.

India A are scheduled to take on Australia A in two first-class matches.  They then play against India squad in a warm-up match.

India A team,Ruturaj Gaikwad (C), Abhimanyu Easwaran (VC), Sai Sudharsan, Nitish Kumar Reddy, Devdutt Padikkal, Ricky Bhui, Baba Indrajith, Ishan Kishan (WK), Abishek Porel (WK), Mukesh Kumar, Khaleel Ahmed, Yash Dayal, Navdeep Saini, Manav Suthar, Tanush Kotian.

*Pic Courtesy by:CAB*
अब आप Amazon पर अपने पसंदीदा ब्रांड के महंगे ईयरबड्स काफी सस्ते में खरीद सकते हैं

डेस्क :–दिवाली की धूम में Amazon गजब का ऑफर लाया है। अब आप अपने पसंदीदा ब्रांड के महंगे ईयरबड्स काफी सस्ते में खरीद सकते हैं। जी हां, आपने सही पढ़ा! Amazon की दिवाली सेल में आपको 5 जबरदस्त Earbuds सस्ते में मिल रहे

Noise के Buds N1 भी Amazon की दिवाली सेल में भारी डिस्काउंट के साथ उपलब्ध हैं। इनकी लॉन्च कीमत 3,499 रुपये थी, लेकिन फिलहाल यह 71% की छूट के साथ केवल 999 रुपये में मिल रहे हैं। इन बड्स में 40 घंटे का प्ले टाइम, Quad Mic, ENC सपोर्ट और Ultra Low लेटेंसी मोड दिया गया है, जो गेमिंग के लिए उपयुक्त है।

बोल्ट ने हाल ही में अपने नए वायरलेस ईयरबड्स K10 को लॉन्च किया था, जिनकी कीमत 2,499 रुपये है। लेकिन दिवाली सेल के तहत आप इन्हें सिर्फ 999 रुपये में खरीद सकते हैं। इन बड्स में 50 घंटे का प्ले टाइम, 4 माइक क्लियर कॉलिंग के लिए, 45ms लो लेटेंसी, Type-C फास्ट चार्जिंग और IPX5 वाटरप्रूफ रेटिंग जैसे फीचर्स दिए गए हैं।

Unix के नए लॉन्च किए गए UX-W4 Wings ट्रू वायरलेस Earbuds दिवाली सेल के दौरान 999 रुपये की कीमत पर उपलब्ध हैं। ये ईयरबड्स फुल चार्ज होने पर 40 घंटे तक का प्ले टाइम देते हैं और 6 महीने की वारंटी के साथ आते हैं। Unix के ये ईयरबड्स Amazon के अलावा Unix की आधिकारिक वेबसाइट पर भी खरीदे जा सकते हैं।

अमेजन के Amazon Basics ट्रू वायरलेस in-Ear Earbuds भी इस लिस्ट में शामिल हैं। इनकी मूल कीमत 2,499 रुपये थी, लेकिन दिवाली सेल के दौरान 76% छूट के साथ ये केवल 599 रुपये में मिल रहे हैं। इन बड्स में 80 घंटे का प्ले टाइम, ड्यूल 10mm ड्राइवर और IPX4 वाटर रेजिस्टेंस जैसे फीचर्स दिए गए हैं, जो इन्हें बेहद आकर्षक बनाते हैं।

*Chandrahas to lead strong Bengal U-19 team in Vinoo Mankad Trophy knockouts*

Sports News

KKNB: Talented batsman Chandrahas Dash will lead a strong Bengal Under-19 team in the knockouts of the Vinoo Mankad Trophy.

Talented bowler Yudhajit Guha is the vice captain. Sourasish Lahiri is the chief coach of the team while Sanjib Sanyal is the coach.

Bengal is scheduled to take on Madhya Pradesh in the pre-quarterfinals of the Vinoo Mankad Trophy in Rajkot on Thursday. Bengal has made it to the Vinoo Mankad Trophy knockouts after 11 years.

Team squad,Chandrahas Dash (C), Yudhajit Guha (VC), Ankit Chatterjee, Agniswar Das, Abhiprai Biswas, Shoaib Ahmed Khan, Debangshu Pakhira, Raju R, Aditya Roy, Ganoranjan Kapat, Shivamm Bharati, Jeet Thakur, Vishal Bhati, Ashutosh Kumar, Irshad Alam, Sachin Yadav.

Pic Courtesy by:CAB

राष्ट्रीय लोक मोर्चा ने लेधी गांव में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर जयंती मनाया

क्या संयुक्‍त राष्‍ट्र सुरक्षा परिषद में भारत को मिलेगी स्थायी सदस्यता? क्वाड समिट से मिले संकेत
#us_quad_summit_india_could_get_unsc_permanent_membership
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका के दौरे पर हैं। इस बीच एक बार फिर भारत के सुरक्षा परिषद ((यूएनएससी) में स्थायी सदस्यता को लेकर चर्चा होने लगी है। दरअसल, क्वाड समिट में हिस्सा लेने अमेरिका पहुंचे प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति जो बाइडन के बीच द्विपक्षीय वार्ता हुई है। इस वार्ता में सबसे बड़ी बात यह निकलकर आई है कि, अमेरिका ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) में भारत की स्थाई सीट का समर्थन किया है।

*सालों से यूएनएससी में स्थायी सीट मांग रहा भारत*
यूएनएससी में सुधार का मुद्दा लंबे समय से दुनिया के सामने है। ये मामला अमेरिका में हालिया क्वाड समिट के दौरान भी उठा है। रविवार को क्वाड नेताओं ने यूएनएससी की सीटें बढ़ाने और इस निकाय को ज्यादा जवाबदेह बनाने के लिए इसमें सुधार का आह्वान किया है। क्वाड नेताओं ने अफ्रीका, एशिया, लैटिन अमेरिका और कैरिबियन देशों को यूएनएससी में स्थायी सदस्यता का दिए जाने की मांग की है। भारत के लिए ये अहम है क्योंकि उसकी ओर से बीते कई वर्षों से यूएनएससी में स्थायी सीट की मांग की जा रही है।

*चीन बार-बार डाल रहा अडंगा*
दरअसल भारत लंबे समय से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में सुधार की मांग करता रहा है, लेकिन चीन के विरोध के कारण यह मुमकिन नहीं हो पाया।सुरक्षा परिषद में 5 स्थायी सदस्य देश हैं, जिसमें से 4 (अमेरिकी, यूके, फ्रांस और रूस) भारत की स्थायी सदस्यता के समर्थन में हैं, लेकिन चीन इस बात का विरोधी रहा है और वह नहीं चाहता कि इतने बड़े प्लेटफॉर्म पर भारत भी स्थायी सदस्य के रूप में शामिल हो। भारत की बढ़ती ताकत से चीन परेशान है और उसे लगता है कि अगर भारत स्थायी सदस्य बना तो वह इंटरनेशनल लेवल पर चीन के समानांतर स्टैंड करेगा। ये बात चीन बिल्कुल भी हजम नहीं कर पा रहा है।

*स्थायी सदस्यता मिलने से भारत को फायदा*
अगर यूएन की सुरक्षा परिषद में भारत स्थायी सदस्य बनता है तो पूरी दुनिया में भारत की साख और शक्ति दोनों बढ़ेंगी। इंटरनेशनल लोगों के मंच पर भारत पहले से ज्यादा मजबूत दिखेगा। वैश्विक मंच पर भारत के पास भी स्थायी सदस्य के रूप में वीटो का अधिकार होगा, जिसे वह किसी भी बड़े फैसले में देशहित के लिए इस्तेमाल कर सकता है।
वहीं एक फायदा ये भी होगा कि चीन के समकक्ष खड़े होकर भारत उसे ये एहसास दिला देगा कि किसी भी मामले में भारत उससे कम नहीं है। एक फायदा ये भी है कि भारत सुरक्षा मामलों से जुड़ी बातों को विश्व पटल पर रख सकेगा और पाकिस्तान के लिए भी एक कड़ा संदेश दे सकता है।

*सुधार की मांग ने पकड़ा जोर*
यूएनएससी में सुधार की मांग काफी वर्षों से की जा रही है। संयुक्त राष्ट्र महासभा ने नवंबर 2022 में सुरक्षा परिषद सुधार पर अपनी चर्चा समाप्त की थी। उस समय इसके सदस्य देश संयुक्त राष्ट्र की प्रासंगिकता बनाए रखने के लिए 15 सदस्यीय निकाय को आधुनिक बनाने पर सहमत हुए थे। यूएनएससी द्वारा रूस-यूक्रेन युद्ध को रोकने के लिए प्रस्ताव पारित करने में विफल रहने के बाद कुछ स्थायी सदस्यों के पास वीटो शक्ति पर भी सवाल उठाए गए थे।अक्टूबर 2023 में शुरू हुए इजरायल-गाजा युद्ध के बाद यूएनएससी में सुधार और विस्तार की मांग नए सिरे से की जा रही है। यूएनजीए के पूर्व अध्यक्ष डेनिस फ्रांसिस ने कहा था कि दुनियाभर के क्षेत्रों में हिंसा और युद्ध फैल रहा है और सुरक्षा परिषद में बड़े पैमाने पर विभाजन के चलते संयुक्त राष्ट्र पंगु हो गया है। संयुक्त राष्ट्र के सदस्य देशों ने भी अपने बयानों में दोहराया कि सुधार पहले से कहीं अधिक जरूरी हो गए हैं।
समुद्र में चीन का मुकाबला करने के लिए क्वाड ने “कसी कमर”, 'कोस्‍ट गार्ड' बनाने की घोषणा

#quad_concern_over_china_in_east_and_south_china_seas_announce_quad_coast_guard

डेलावेयर के विलमिंगटन में क्वाड नेताओं की बैठक में ऑस्ट्रेलिया, भारत, अमेरिका और जापान के राष्ट्राध्यक्ष शामिल हुए हैं। बाइडन ने बैठक की मेजबानी की, जिसमें भारत की तरफ से प्रधानमंत्री मोदी ने शिरकत की है। बैठक के बाद आए बयान में क्वाड की चीन पर चिंता सामने आई है। क्वाड समिट के बाद जारी साझा बयान में दक्षिण चीन सागर का जिक्र करते हुए फिक्र जाहिर की गई है। क्वाड नेताओं ने 2025 में संयुक्त तट रक्षक मिशन बनाने की घोषणा करते हुए इंडो-पैसिफिक में समुद्री सहयोग बढ़ाने का फैसला किया है।

बयान में कहा गया है कि यूएस कोस्ट गार्ड, जापान कोस्ट गार्ड, ऑस्ट्रेलियाई सीमा बल और भारतीय तट रक्षक बल समुद्री सुरक्षा को बढ़ाने के लिए 2025 में पहली बार क्वाड-एट-सी शिप ऑब्जर्वर मिशन शुरू करने जा रहे हैं। बयान में चीन की ओर स्पष्ट इशारा है लेकिन ये भी कहा गया कि क्वाड यानी ऑस्ट्रेलिया, भारत, जापान और अमेरिका किसी विशेष देश के खिलाफ नहीं है।

बैठक की मेजबानी करते हुए जो बाइडेन ने कहा कि आज हम इंडो-पैसिफिक के लिए वास्तविक सकारात्मक प्रभाव डालने के लिए पहलों की एक सीरीज की घोषणा कर रहे हैं। इसमें हमारे क्षेत्रीय भागीदारों को नई समुद्री तकनीकें प्रदान करना शामिल है ताकि वे जान सकें कि उनके जल में क्या हो रहा है। पहली बार तट रक्षकों के बीच सहयोग शुरू करना, और दक्षिण-पूर्व एशिया के छात्रों को शामिल करने के लिए क्वाड फेलोशिप का विस्तार करना है। इसलिए मैं यहां आने के लिए आप सभी को फिर से धन्यवाद देना चाहता हूं।

गार्जियन की रिपोर्ट के मुताबिक, क्वाड समिट के बाद जारी बयान में विस्तृत रूप से चीन के बारे में बात नहीं की गई लेकिन दक्षिण चीन सागर में चल रही गतिविधियों के संबंध में इस दफा पहले से कड़ी भाषा का इस्तेमाल हुआ है, जो इन जल क्षेत्रों में चीन के बढ़ते दबदबे के लिए चिंता को दिखाता है।

बयान में कहा गया है क्वाड खतरनाक युद्धाभ्यास के बढ़ते उपयोग सहित तट रक्षक और समुद्री मिलिशिया जहाजों के खतरनाक उपयोग की निंदा करते हैं। हमारा मत है कि समुद्री विवादों को शांतिपूर्वक और अंतरराष्ट्रीय कानून (यूएनसीएलओएस) के अनुसार हल किया जाना चाहिए।' बयान में कहा गया है कि दक्षिण चीन सागर पर 2016 का मध्यस्थता एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है और पार्टियों के बीच विवादों को शांतिपूर्ण ढंग से सुलझाने का आधार है।

क्वाड के बयान में साफ तौर पर चीन के समुद्र में बढ़ते दबदबे पर चिंता जाहिर की गई है लेकिन एक बार भी नाम नहीं लिया गया है। चीन का परोक्ष रूप से जिक्र करते हुए कहा कि समूह किसी भी ऐसी अस्थिरकारी या एकतरफा कार्रवाई का दृढ़ता से विरोध करता है, जो बल या दबाव के जरिए यथास्थिति को बदलने की कोशिश करती है।

बता दें कि चीन का दक्षिण चीन सागर और पूर्वी चीन सागर में कई देशों से विवाद है। वह पूरे दक्षिण चीन सागर पर अपनी संप्रभुता का दावा करता है। दूसरी ओर, वियतनाम, मलेशिया, फिलीपीन, ब्रुनेई और ताइवान भी इस क्षेत्र पर अपने-अपने दावे करते हैं।

क्वाड की बैठक में बाइडेन ने ड्रैगन को लेकर दे डाली चेतावनी, पीएम मोदी बोले- हम किसी के खिलाफ नहीं....

#america_quad_summit_to_china 

अमेरिका के डेलावेयर के विलमिंगटन में 'क्वाड' नेताओं की बैठक में ऑस्ट्रेलिया, भारत, अमेरिका और जापान के राष्ट्राध्यक्ष शामिल हुए हैं। भारत की तरफ़ से प्रधानमंत्री मोदी ने इस बैठक में शिरकत की है। क्वाड समूह के देशों ने साझा बयान जारी किया, जिसमे खासकर दक्षिण चीन सागर का ज़िक्र है।साझा बयान में कहा गया है, "हम विवादित मुद्दों के सैन्यीकरण और दक्षिणी चीन सागर में बलपूर्वक और डराने-धमकाने के लिए होने वाले युद्धाभ्यासों पर अपनी गंभीर चिंता व्यक्त करना जारी रखते हैं। हम इस बात की पुष्टि करते हैं कि समुद्री विवादों को शांतिपूर्वक और अंतरराष्ट्रीय क़ानून के मुताबिक़ हल किया जाना चाहिए..."

क्वाड भारत, अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया द्वारा बनाया गया एक समूह जो इन देशों के बीच अनौपचारिक रणनीतिक वार्ता का एक मंच प्रदान करता है। यह मुक्त, खुले और समृद्ध इंडो-प्रशांत क्षेत्र सुनिश्चित करता है और इन देशों को एक साथ लाता है। सही मायने में देखा जाए तो इसका मुख्य उद्देश्य इंडो-पैस्फिक क्षेत्र में चीन के बढ़ते प्रभुत्त्व को रोकना है और यहां पावर का चैक एंड बैलेंस बनाए रखना है। इस संगठन के गठन के बाद से ही लगातार ऐसे समझौते हो रहे हैं जो हिंद-प्रशांत क्षेत्र में चीन के प्रभाव को कम कर सकें।

क्वाड शिखर सम्मेलन में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन का चीन को लेकर दिया बयान चर्चा में है। बाइडन ने कहा कि उनका मानना है कि 'चीन हम सबकी परीक्षा ले रहा है।' अमेरिकी राष्ट्रपति समूह के दूसरे नेताओं से आपसी बातचीत कर रहे थे, लेकिन उस दौरान उनका माइक ऑन था। जब पत्रकार कार्यक्रम स्थल से निकल रहे थे, तो बाइडन ने दूसरे नेताओं से कहा, 'हमारा मानना है कि शी जिनपिंग घरेलू आर्थिक चुनौतियों पर ध्यान केंद्रित करना चाहते हैं और चीन में अशांति को कम करना चाहते हैं।'

बाइडन को आगे यह कहते हुए सुना गया कि चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग 'चीन के हितों को आक्रामक तरीके से बढ़ाने के लिए अपने लिए कूटनीतिक जगह बनाना चाह रहे हैं।' अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, 'चीन आक्रामक रवैया अपनाते हुए आर्थिक और तकनीकी मुद्दों समेत कई मोर्चों पर पूरे क्षेत्र में हम सभी की परीक्षा ले रहा है।'

बाइडन का बयान तब आया है जब सम्मेलन के दौरान सभी चार देश इस बात पर जोर दे रहे थे कि उनका समूह सिर्फ चीन को जवाब देने से कहीं ज्यादा है। 

क्वाड की बैठक में एक तरफ बाइडन ने चीन को लेकर आक्रामक रूख दिखाया। हालांकि, पीएम मोदी ने साफ कहा कि क्वाड किसी देश के खिलाफ नहीं है और यह हमेशा रहेगा।प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘हम किसी के खिलाफ नहीं हैं। हम सभी नियम-आधारित अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था, संप्रभुता का सम्मान, क्षेत्रीय अखंडता और सभी मुद्दों का शांतिपूर्ण तरीके से समाधान करने के सपोर्ट में हैं।’ पीएम मोदी ने यहां किसी देश का नाम तो नहीं लिया, लेकिन साफ तौर पर उनका इशारा चीन की तरफ था।