सेवारत कृषि प्रसार कार्मिकों का दो दिवसीय प्रशिक्षण सम्पन्न
मनकापुर (गोंडा)। आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय कुमारगंज अयोध्या के अधीन संचालित कृषि विज्ञान केंद्र मनकापुर गोंडा में कृषि विभाग के सेवारत कृषि प्रसार अधिकारियों एवं कर्मचारियों का दो दिवसीय प्रशिक्षण सम्पन्न हुआ ।
प्रेम कुमार ठाकुर उप कृषि निदेशक ने फसल अवशेष प्रबंधन, प्राकृतिक एवं जैविक खेती पर बल दिया । प्रशिक्षण समन्वयक डॉ. रामलखन सिंह वरिष्ठ वैज्ञानिक शस्य विज्ञान ने रबी फसलों गेहूं जौ तोरिया सरसों मटर मसूर, शरदकालीन गन्ना आदि की उत्पादन तकनीक,फसल अवशेष प्रबंधन, मोटे अनाजों की खेती, प्राकृतिक खेती आदि की जानकारी दी । उन्होंने रबी फसलों की उन्नतशील प्रजातियों, भूमि का चयन, सिंचाई एवं खरपतवार प्रबंधन आदि की जानकारी दी ।
डॉ. अजीत सिंह वत्स वरिष्ठ वैज्ञानिक फसल सुरक्षा ने भूमि शोधन, बीज शोधन, बीज उपचार एवं फसल सुरक्षा आदि की जानकारी दी । उन्होंने बताया कि एकीकृत नाशीजीव प्रबंधन अपनाने से कीटों एवं रोगों का नियंत्रण होता है तथा पर्यावरण भी सुरक्षित रहता है । डॉ. मनोज कुमार सिंह उद्यान वैज्ञानिक ने कार्बनिक खादों जैसे गोबर की सड़ी खाद, नाडेप कम्पोस्ट एवं वर्मी कंपोस्ट के प्रयोग, महत्व एवं उत्पादन की जानकारी दी । उन्होंने बताया कि कार्बनिक खादों के प्रयोग से मृदा उर्वरता बढ़ती है । डॉ. हनुमान प्रसाद पांडे मृदा वैज्ञानिक ने संतुलित उर्वरकों के प्रयोग पर बल दिया ।
उन्होंने बताया कि मृदा परीक्षण की संस्तुति के अनुसार कार्बनिक खादों एवं रासायनिक उर्वरकों का प्रयोग करना चाहिए । दिनेश कुमार सिंह क्षेत्र प्रबंधक इफको ने नैनों उर्वरकों के प्रयोग एवं महत्व की जानकारी दी । डॉ. ज्ञानदीप गुप्ता ने बताया कि फसल चक्र में दलहनी फसलों का समावेश अवश्य करें । दलहनी फसलों की जड़ों में राइजोबियम की ग्रंथियां पाई जाती है । इस अवसर पर त्रिवेंद्र कुमार, अरविंद कुमार शुक्ला, प्रवीण कुमार, विजय कुमार मनोज कुमार, रजनीश कुमार मिश्रा, प्रदीप कुमार सिंह, रामबाबू तिवारी, पुष्पा यादव, सुनील कुमार, सुधीर सिंह, रोहित कुमार सिंह, रामकृष्ण वर्मा,आदि ने प्रतिभाग कर रबी फसलों की उत्पादन तकनीक की जानकारी प्राप्त की ।
प्रशिक्षण के समापन अवसर पर उपस्थित प्रशिक्षणार्थियों को कृषि डायरी निशुल्क वितरित की गई ।
Dec 04 2024, 17:17