*पुलिस से दूर क्यों अरबाज़,फुरकान और अंकित,आखिर पुलिस क्यों है सुस्त,एक एक लाख के है इनामी बदमाश*
सुल्तानपुर,सर्राफा डकैती कांड का खुलासा होने के बाद आखिर पुलिस टीमें क्यों सुस्त पड़ गई हैं। ये वजह है कि वारदात में शामिल नामजद डकैत को अब तक पकड़ नहीं सकी पुलिस। जबकि इन बदमाशों पर एक-एक लाख का इनाम घोषित है। उधर,मंगेश एनकाउंटर की मजिस्ट्रेटी जांच में भी अभी तक कोई साक्ष्य देने नहीं पहुंचा, जिसके लिए 20 सितंबर अंतिम तिथि नियत थी। लेकिन अब तो नई आई एसडीएम अधिकारी को मिली अब मजिस्ट्रेटी जांच की जिम्मेदारी।
शहर के ठठेरी बाजार में बीते 28 अगस्त को दिन दहाड़े दोपहर भरत जी सोनी की सर्राफा दुकान में डकैती पड़ी थी। पुलिस ने सोना बरामद करके वारदात का खुलासा कर दिया था। तीन सिंतबर को वारदात में शामिल सचिन,त्रिभुवन और पुष्पेंद्र मुठभेड़ में पकड़े गए थे। जबकि पांच सितंबर को मंगेश यादव मिश्रपुर पुरैना के पास एसटीएफ के साथ हुई मुठभेड़ में मारा गया था। सितंबर 11 को विनय शुक्ला,विवेक सिंह,अरविंद यादव और दुर्गेश सिंह को जेल भेजा गया था। तो वही 20 अगस्त को कानपुर में अनुज प्रताप सिंह को एसटीएफ और पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया था। डकैती का मास्टरमाइंड विपिन सिंह 29 अगस्त को ही दूसरे मामले में जमानत उठाकर रायबरेली जेल चला गया था।
डकैती की वारदात में 15 बदमाश शामिल थे,जिनमें से अरबाज,फुरकान, अंकित यादव और अरबाज का एक साथी की गिरफ्तारी अभी बाकी है। इन सभी पर भी एक-एक लाख का इनाम घोषित है। 11 सितंबर को खुलासा करने के बाद पुलिस टीमें सुस्त हो गईं,जिसकी परिणाम रहा कि ये बदमाश अभी भी घूम रहे हैं। वही अभी तक पुलिस की माने तो गणेश विसर्जन व बारावफात में व्यस्तता रही। पुलिस जल्द ही भागे हुए डकैतों को पकड़ लेने का दावा कर रही है। लेकिन आखिर क्यों पुलिस नाकाम साबित हो रही,आखिर क्या है मजबूरी और क्यों....
Oct 02 2024, 14:22