विनोबा भावे विश्वविद्यालय के 33वें स्थापना दिवस पर राज्यपाल का प्रेरक संदेश: शिक्षा, नैतिकता और राष्ट्र निर्माण पर ध्यान
रिपोर्टर पिंटू कुमार
विनोबा भावे विश्वविद्यालय के 33वें स्थापना दिवस पर माननीय राज्यपाल-सह-झारखंड राज्य के विश्वविद्यालयों के कुलाधिपति ने एक समारोह में अपने विचार साझा किए।उन्होंने विश्वविद्यालय की उपलब्धियों को सराहा और सभी छात्रों, शिक्षकों, एवं कर्मचारियों को बधाई दी, जिन्होंने इसे नई ऊँचाइयों तक पहुँचाने में योगदान दिया है।
राज्यपाल ने यह भी उल्लेख किया कि स्थापना दिवस आत्म-निरीक्षण और भविष्य की चुनौतियों पर विचार करने का महत्वपूर्ण समय है।
राज्यपाल ने महान संत विनोबा भावे की शिक्षाओं को याद करते हुए कहा कि विश्वविद्यालय को उनसे प्रेरणा लेते हुए ज्ञान और मूल्य आधारित शिक्षा को आगे बढ़ाना चाहिए। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन का जिक्र करते हुए उनके नेतृत्व में भारत के 'विकसित भारत2047' लक्ष्य की दिशा में हो रही प्रगति की सराहना की।
उन्होंने शिक्षा में नवाचार और अनुसंधान को प्रोत्साहित करने पर जोर दिया और कहा कि केवल तकनीकी शिक्षा ही पर्याप्त नहीं है। छात्रों को नैतिकता और नेतृत्व के गुणों से भी सुसज्जित होना चाहिए।राज्यपाल ने अंत में कहा कि शिक्षा का उद्देश्य सिर्फ डिग्री प्राप्त करना नहीं, बल्कि एक जिम्मेदार और संवेदनशील समाज का निर्माण करना होना चाहिए। उन्हें विश्वास है कि विनोबा भावे विश्वविद्यालय इस दिशा में निरंतर प्रगति करेगा और राष्ट्र निर्माण में महत्त्वपूर्ण योगदान देगा।
Sep 17 2024, 17:34