गया में डायल 112 के चालकों ने मनमानी के खिलाफ गए हड़ताल पर: चालकों ने कहा- हम आपात सेवा के लिए है...शराब और बालू की छापेमारी के लिए नहीं
गया। बिहार के गया में डायल 112 के चालकों ने सार्जेंट और थानेदार के मनमानी के खिलाफ चक्का जाम कर हड़ताल पर चल गए। डायल 112 की सभी गाड़ियों को सिविल लाइन में खड़ी कर दी गई है। हड़ताल पर गए डायल 112 के चालकों ने कहा कि हम लोगों से मनमानी तरीके से कम लिया जा रहा है। शराब और बालू की छापेमारी में डायल 112 का इस्तेमाल किया जा रहा है जबकि डायल 112 के चालकों की ड्यूटी आपात सेवा के लिए है ना कि शराब और बालू की छापेमारी के लिए है।
डायल 112 का जो एसओपी है उसी के तहत काम लिया जाए। लेकिन गया जिला में ऐसा नहीं हो रहा है। सार्जेंट और थानेदार मनमानी कर रहे हैं। जब इसका हम लोग विरोध करते हैं तो एसओपी चेंज कर दिया जाता है लेकिन जब उनसे नये एसओपी की मांग की जाती है तो कुछ नहीं बताया जाता है। हम लोगों को ₹25000 सैलरी मिलती है लेकिन 15-15 हजार सैलरी रोक दी जाती है। डायल 112 के चालकों के सीनियर नेता सुनील सिंह ने बताया कि थानेदार छापेमारी में हमारे ड्राइवर का इस्तेमाल कर रहे हैं।
जबकि डायल 112 के एसओपी के ये पूरी तरह से विपरीत है। डायलॉग दोबारा के ड्राइवर की ड्यूटी 10 से 12 किलोमीटर की दूरी में ही करनी है लेकिन यहां 100 किलोमीटर दूर तक ड्यूटी ली जा रही है। हम लोगों के साथ शोषण किया जा रहा है। अगर हम लोगों की समस्याओं का निदान नहीं किया जाता है तब तक हम लोग कम पर वापस नहीं लौटेंगे और हड़ताल पर रहेंगे।
रिपोर्ट: मनीष कुमार।
Sep 10 2024, 18:43