बाबा कीनाराम जन्मोत्सव के समापन में तीसरे दिन उमड़ी भक्तों की भारी भीड़
श्रीप्रकाश यादव
चंदौली / अघोराचार्य बाबा कीनाराम मठ रामगढ़ में जन्मोत्सव के तीसरे व अंतिम दिन मंगलवार को अघोरेश्वर पीठ में श्रद्धालुओं का अपार भीड़ उमड़ पड़ी। भीड़ को नियंत्रित करने में पुलिस प्रशासन को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी । अपरान्ह सुदुर क्षेत्रों से ट्रेक्टर ट्रालियों, चार पहिया व दो पहिया वाहन तथा पैदल ही बाबा के धाम पर लाखों नर नारी बुढ़े बच्चे, महिलाओं का ताँता लग गया । जो बुधवार की भोर तक चलता रहा।
रामगढ़ स्थित बाबा कीनाराम धाम में दर्शन हेतु श्रद्धालुओं की लम्बी कतार लगी थी और श्रद्धालुओं के मन में बाबा कीनाराम के दर्शन की आस बधी रही ।जैसे-जैसे दिन चढ़ता गया, वैसे-वैसे भक्तों की अपार भीड़ बढ़ती गयी। जिसे वालियन्टरों को भी नियंत्रण करने में काफी मशक्कत करना पड़ा । किन्तु जैसे ही बाबा कीनाराम के जयकारे लगते थे वैसे ही भीड़ अपने आप नियंत्रित हो जा रही है। जहां सभी भक्त कतारबद्ध होकर अपने आप बाबा के दर्शन कर प्रसाद ग्रहण करते हुए अपने गनतब्य को लौटते रहे। एक तरफ दर्शन को तांता लगा हुआ था तो दूसरी तरफ मेले का आनन्द भी लेते रहे । मेले में लगे तरह तरह के दुकानों पर लोग खरीदारी किये । उपजिलाधिकारी अनुपम मिश्रा, क्षेत्राधिकारी रघुराज,बलुआ एसओ अशोक मिश्रा सहित सैकड़ों पुलिस कर्मी सुरक्षा व्यवस्था व भीड़ को नियंत्रित करने में लगे रहे । वही कार्यक्रम संयोजक अजीत सिंह,प्रधान मठ व्यवस्थापक अरुण सिंह,महिला मंडल अध्यक्ष रूबी सिंह,मठ व्यवस्थापक मेजर अशोक सिंह,पंकज पाण्डेय,रितेश पाण्डेय,मिथिलेश सिंह व्यवस्था में लगे रहे ।
मानस पाठ-सांस्कृतिक कार्यक्रम का लोगो ने आनन्द उठाया
प्रातः काल 8 बजे से मंगला पाठक व मोहन तिवारी द्वारा रामायण का पाठ किया गया । 11 बजे से
लोकनाथ महाविद्यालय व अमरज्योति सेवा केन्द्र खड़हरा के दृष्टिविहीन बच्चों द्वारा सांस्कृतिक कार्यकम प्रस्तुुत कर लोगों का मन मोह लिया। बाबा कीनाराम के तीन दिवसीय समारोह में राकेश तिवारी,अयोध्या से आये बैभवराम दास द्वारा पखावज वादन (एकल ) प्रस्तुति हुई । दीपक सिंह,अनिरुद्ध पाण्डेय,जुबेर,शेरू बाबा आदि कलाकारों के अलावा मंगला पाठक व मोहन तिवारी द्वारा भव्य संगीत, भक्ति गीत, भजन, लोकगीत ने प्रस्तुति देकर दर्शकों को खूब लुभाते रहे ओर दर्शकों की जमकर वाहवाही लूटी। जबकि कलाकारो ने बाबा कीनाराम के जीवन वृत्त पर को गीतो के माध्यम से सुनाया । वही अन्य कलाकारों ने बाबा जन्मोत्सव पर सोहर गीत गाकर सबका मन मोह लिया। कलाकारों ने अपने-अपने तरीके से बाबा कीनाराम पर आधारित गीतों को गाकर पूरे दिन समा बांधे रहे। उपस्थित दर्शक भी टस से मस नही हो रहे थे और मन ही मन बाबा कीनाराम के गीतों के माध्यम से उनके भाव में आत्मभूत होकर आनन्दित होते रहे। सभी सांस्कृतिक-संगोष्ठी कार्यक्रम का संचालन धनंजय सिंह ने किया ।
झुले व चरखी का बच्चों ने जमकर उठाया लुफ्त
बाबा कीनाराम के जन्मोत्सव पर लगने वाले तीन दिवसीय मेले में लगे झूले तथा चरखियों का बच्चों ने जमकर लुफ्त उठाया तो कही चाट पकौड़े व जलेबी की दुकानों पर भीड़ रही । मेले में विभिन्न प्रकार के खिलौने व चायनीज खिलौनों की धूम रही। वही नाना प्रकार के स्वादिष्ट मिठाइयों की दुकाने सजी रही। दर्शको में बच्चे, बुर्जुग, माताए, बहने बाबा के दर्शनोपरान्त मेले का जमकर लुफ्त उठाया तथा साथ चाट पकौड़ी के साथ खिलौने की बच्चे खरीददारी करते रहे।
तीन दिनों प्रसाद ग्रहण कर रहे लोग
तीन दिवसीय बाबा कीनाराम जन्मोत्सव पर दूर दराज से आये श्रद्धालू भक्त, साधु संतों तथा दर्शकों हेतु भोजन व प्रसाद ग्रहण करने हेतु भव्य पंडाल के बीच अन्नपूर्ण पंडाल में बाबा के भक्तों ने प्रसाद ग्रहण किया। भोजन हेतु एक साथ लगभग दो हजार भक्त जन बैठकर भोजन ग्रहण करते थे। जिसमें कार्यकर्ता और वालिटिंयर दिन रात अपनी डयूटी पर लगे रहे।
पीठाधीश्वर बाबा सिद्धार्थ गौतम राम जी ने दिया आशीर्वचन
रामगढ़ मठ में बाबा कीनाराम जन्मोत्सव के तीसरे व अंतिम दिन पीठाधीश्वर बाबा सिद्धार्थ गौतम राम जी से लोगो ने लाइन लगाकर आशीर्वाद लिया । ततपश्चात आशीर्वचन के साथ विचार गोष्ठी हुआ । जिसमें आनन्द सिंह,गंगेश पाण्डेय,महिला मंडल की अध्यक्ष रूबी सिंह,नेपाल से आये युवराज धिमेरे ने अपने अपने अपने विचार व्यक्त किया । आशीर्वचन देते हुए पीठाधीश्वर बाबा सिद्धार्थ गौतम राम जी ने कहा कि इस तीन दिवसीय जन्मोत्सव कार्यक्रम में लाखो लोग सम्मिलित हुए है । प्रथम,द्वितीय व तृतीय दिन दर्शन कर कृतार्थ हुए । बाबा कीनाराम ने जो अपने तप से इक्कठा किया है ,जो आपको भी दिए । ये आपका भी दायित्यव है कि उनके बताये हुए रास्ते ,आदर्शों व विचारों को ग्रहण करेंगे तो आपको एक नई ऊर्जा मिलेगी । यदि आप एक भी अपने जीवन मे बाबा के विचारों को अपना लेंगे तो जीवन सुधर जायेगा ।
इस दौरान कार्यक्रम संयोजक अजीत सिंह,प्रधान मठ व्यवस्थापक अरुण सिंह,प्रधान आशुतोष कुमार सिंह ,राजेन्द्र पाण्डेय,डॉ0 संगीता सिंह,डॉ0 गया सिंह, रितेश पाण्डेय,सुधीन्द्र पाण्डेय, नंदू गुप्ता, प्रभुनारायण पाण्डेय, अरुण यादव, आदि उपस्थित थे । आभार सूर्यनाथ सिंह व संचालन धनंजय सिंह ने किया ।
Sep 03 2024, 19:35