हमारी सत्ता तो राष्ट्र कल्याण, लोक कल्याण का साधन : सीएम योगी आदित्यनाथ
लखनऊ/वाराणसी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को भारतीय जनता युवा मोर्चा (भाजयुमो) के प्रदेश स्तरीय कार्यशाला में कार्यकर्ताओं का उत्साह बढ़ाया। बड़ालालपुर स्थित टीएफसी में आयोजित कार्यशाला में मुख्यमंत्री ने कहा कि आपका उत्साह ही एक नई ऊर्जा का कारण है। यह ऊर्जा सकारात्मक ऊर्जा है। इसी के बल पर तो हम इस राज्य को सुशासन दे पा रहे हैं। युवा ऊर्जा जिसके पास हो उसके लिए कुछ भी असंभव नहीं हो सकता। मुख्यमंत्री ने कहा कि मूल्य और सिद्धांत विहीन राजनीति फांसी का फंदा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सत्ता तो राष्ट्र कल्याण, लोक कल्याण का साधन है । साध्य नहीं है। कार्य करने के बाद हम कभी नहीं कहते हमने कर दिया। बल्कि हम तो बस निमित्त मात्र हैं। मुख्यमंत्री ने पूर्ववर्ती सरकारों के कार्यकाल का जिक्र कर कहा कि जिनकी उम्र 25 से 30 साल है या इससे कम है उन्हें अहसास तक नहीं होगा कि उनके सामने यह प्रदेश पहचान को मोहताज था। यहां कोई निवेश नहीं करना चाहता था।
हर चीज में भेदभाव रही, नौजवान के लिए रोजगार नहीं था। किसान आत्महत्या कर रहे थे। प्रदेश से उद्योग पलायन कर रहे थे। इन परिस्थितियों में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में सरकार बनी। प्रधानमंत्री मोदी के आह्वान पर जनता ने पूर्ण बहुमत से सरकार बनाई। इन साढ़े सात वर्षों में एक नया उत्तर प्रदेश बना है। उन्होंने कहा कि आज बेटी भी सुरक्षित है और व्यापारी भी। हमने हर व्यापारी को दस लाख रुपया का बीमा कवर दिया है, उन्हें भरोसा दिया है कि हम सुरक्षा देंगे आप व्यापार करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि अगले दो वर्षों में यूपी पुलिस में एक लाख की भर्ती करेंगे।
आज देश और दुनिया का हर बड़ा निवेशक यहां आ रहे हैं। 40 लाख करोड़ के निवेश के प्रस्ताव आया है। डेढ़ करोड़ नौजवान को सीधे- सीधे नौकरी मिलेगी । पहले नौजवान मुंबई-हैदराबाद और विदेश में जाता था। आज उस नौजवान को प्रदेश में उसके जिले, उसके घर में नौकरी मिलेगी। उन्होंने कहा कि वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट को प्रदेश में आगे बढ़ाया गया। कार्यशाला में मुख्यमंत्री ने विरोधी दलों पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि नकाब पहनकर गुमराह करने वाले आ गए हैं। कोई जाति या धर्म से देश से बड़ा नहीं है। लेकिन, आप देख रहे हैं कि कैसे-कैसे षड्यंत्र हो रहे हैं। जो लोग सामाजिक न्याय के लिए समर्पित महापुरुषों का अपमान करते थे, वे आज वोट के लिए उनकी आरती उतार रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने तंज कसते हुए कहा कि कांग्रेस हो या समाजवादी पार्टी, जब भी इन्हें सरकार बनाने का मौका मिला, उन्होंने देश की कीमत पर राजनीति की। इन दलों ने बाबा साहब भीमराव अंबेडकर का सामाजिक अपमान किया। सरदार वल्लभ भाई पटेल का अपमान किया। इन महापुरुषों को भारत रत्न न मिल पाए, इसके लिए एड़ी-चोटी का जोर लगा दिया। इसके पहले कार्यक्रम में प्रदेश के कैबिनेट मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, भाजयुमो के राष्ट्रीय महामंत्री सांसद राजू विष्ट,प्रदेश अध्यक्ष प्रांशु दत्त द्विवेदी,प्रदेश कार्यसमिति के सदस्यों ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया।
कार्यशाला का शुभारंभ सांसद राजू विष्ट ने दीप जलाकर किया। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में हाजिरी लगाई। एक दिवसीय दौरे पर शहर में आए मुख्यमंत्री ने मंदिर के गर्भगृह में विधि विधान से दर्शन पूजन के बाद बाबा का अभिषेक किया। इसके बाद उन्होंने देश—प्रदेश में सुख शांति की कामना की। इस दौरान मंदिर परिसर में मौजूद श्रद्धालु मुख्यमंत्री को देखकर हर—हर महादेव का उद्घोष करते रहे। मुख्यमंत्री ने भी शिवभक्तों का हाथ जोड़कर अभिवादन किया। मंदिर में दर्शन पूजन के बाद मुख्यमंत्री ने काशी के कोतवाल बाबा कालभैरव के मंदिर में भी कड़ी सुरक्षा के बीच हाजिरी लगाई। मंदिर में विधि विधान से दर्शन पूजन के बाद मुख्यमंत्री बड़ालालपुर स्थित टीएफसी में आयोजित भाजयुमो के कार्यशाला में भाग लेने के लिए रवाना हो गए।
मुख्यमंत्री ने संपूणार्नंद संस्कृत विश्वविद्यालय का किया निरीक्षण
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को डॉ संपूणार्नंद संस्कृत विश्वविद्यालय का निरीक्षण किया। मुख्यमंत्री ने परिसर में हो रहे विकास कार्य सहित अन्य गतिविधियों को भी बारीकी से देखा। विश्वविद्यालय के पठन-पाठन सहित अन्य गतिविधियों को कुलपति प्रो. बिहारी लाल शर्मा ने मुख्यमंत्री को विस्तार से बताया। निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने विश्वविद्यालय के विभिन्न संकायों सहित लाइब्रेरी एवं छात्रावासों को भी देखा। लाइब्रेरी में पुरातन काल की संग्रहित पौराणिक पांडुलिपियों का मुख्यमंत्री ने अवलोकन किया। एक दिवसीय दौरे पर शहर में आए मुख्यमंत्री को विश्वविद्यालय परिसर में देख विद्यार्थी भी खुश दिखे।
मुख्यमंत्री को बताया गया कि भारतीय ज्ञान परम्परा के अति प्राचीन केंद्र सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय के ऐतिहासिक मुख्य भवन में वैदिक वांग्मय के क्रमिक विकास पर 3-डी म्यूजियम का निर्माण किया जाएगा। जिसमें 16 संस्कारों, 64 कलाओं, 18 विद्या स्थान को विस्तृत रूप दिया जाएगा । इस दौरान राजकीय आयुर्वेद महाविद्यालय, चौकाघाट को पुन: इस संस्था के संकाय के रूप में परिवर्तित करने के प्रस्ताव को स्वीकार किया।
Sep 01 2024, 18:45