यौन उत्पीड़न की कार्रवाई में ढिलाई बरतने वाले अधिकारियों पर हो कार्रवाई
प्रयागराज। पीएमएस के सदस्यों ने आज ऊपर दिए नारे लगाकर कवगौहनिया में रैली निकाली। इससे पहले वे गोहनिया पंचायत भवन, बारा में एकत्र हुए और महिलाओं पर यौन उत्पीड़न की बढ़ती घटनाओं के खिलाफ नारे लगाए और कार्यस्थलों पर महिलाओं के लिए सुरक्षा की मांग की।
उन्होंने आरजी कर मेडिकल कॉलेज कलकत्ता में अभया के बलात्कार और हत्या की "समयबद्ध न्यायिक जांच" की मांग की।वक्ताओं ने बताया कि सरकारी कार्यालयों, अस्पतालों, कॉलेजों और अदालतों में भी महिलाओं के लिए उचित अलग विश्राम कक्ष की सुविधा नहीं हैं, निजी क्षेत्र में कार्यान्वयन की तो बात ही छोड़ दें।
उन्होंने बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ जैसे खोखले नारों की आलोचना करते हुए कहा कि गांवों में लड़कियों के लिए कोई उचित स्कूल नहीं हैं और खेतों में काम करने वाली महिलाओं के लिए कोई सुरक्षा नहीं है। उन्होंने ग्रामीण महिलाओं के खिलाफ हिंसा की घटनाएं गिनाईं।उन्होंने मांग की कि सभी राज्य सरकार के सार्वजनिक स्थानों पर, कम से कम यूपी में नर्सों और आशा कार्यकर्ताओं के लिए उचित सुविधाएं बनाई जानी चाहिए।
शहरी घरेलू कामगार यूनियन की उत्पला शुक्ला ने बताया कि कैसे बिहार के मुजफ्फरपुर, उत्तराखंड, यूपी, महाराष्ट्र और सभी राज्यों में यौन उत्पीड़न की कई घटनाएं बढ़ी हैं, लेकिन पुलिस और प्रशासन इतना ढीला है कि ज्यादातर मामलों में आरोपी छूट जाते हैं। सभा को उत्पला, प्रिंसी, अंकिता, काजल, नमृता, संध्या, शालू, सारका और पिंकी पटेल ने संबोधित किया। संचालन शबनम ने किया ।
Aug 22 2024, 15:33