कर्म करना मनुष्य का प्रथम कर्तव्य है फल तो स्वतः ही प्राप्त हो जाता है :जिला मंत्री राजेश तिवारी
विश्वनाथ प्रताप सिंह,प्रयागराज।कर्म करना मनुष्य का प्रथम कर्तव्य है फल तो स्वतः ही प्राप्त हो जाता है यह अभिव्यक्ति एशोसिएशन बोरिंग टेक्नीशियन प्रयागराज के जिला मंत्री राजेश तिवारी ने समाजसेवी शशिकान्त मिश्रा उर्फ गोली गुरु से उनके निज शिव वाटिका गेस्ट हाऊस फुरसत राम का पूरा रामनगर मेजा प्रयागराज में कही।संज्ञानित कराते चले कि शिव वाटिका गेस्ट हाऊस के प्रोपराइटर राजू मिश्रा हैं एवं गोली गुरु उनके चाचा हैं और यह भी स्पष्ट कराते चले कि जिला मंत्री एवं शशिकान्त मिश्रा उर्फ गोली गुरु से बहुत ही पुराने मैत्रिक सम्बन्ध एवं घरेलू रिश्ते हैं।
जिला मंत्री ने अपने उद्बोधन में कहा कि शशिकान्त मिश्रा उर्फ गोली गुरु बचपन से ही सादगी पसन्द जीवन जीने के आदी हैं और सादा जीवन उच्च विचार रखने के ओत-प्रोत रहते हैं।गोली गुरु सत्य एवं न्याय के प्रतिपालक हैं एवं अन्याय और असत्य से सख्त घृणा करने वाले विचार के व्यक्ति हैं।जिला मंत्री ने आगे यह भी कहा कि कर्म करना मनुष्य का प्रथम कर्तव्य है फल तो स्वतः ही प्राप्त हो जाता है।गीता में भगवान श्रीकृष्ण ने स्वयं कहा है कि "कर्म प्रधान विश्व रचि राखा, जो जस करहि सो तस फल चाखा" अर्थात जैसा कर्म करेगा इन्सान वह फल भी वैसा ही पायेगा।भगवान श्रीकृष्ण ने गीता में यह भी कह रखा कि कर्म करता चला चल फल की इच्छा मत कर अर्थात मनुष्य का प्रथम कर्तव्य है कर्म करना फल तो स्वतः ही कर्मानुसार प्राप्त हो जाएगा।
जिला मंत्री ने अपने आध्यात्म चक्षु के उत्सर्जित ज्ञान वाणी में वर्णन किया कि ईश्वर ने हमें इस धरती पर जिस कर्म के लिए जन्म दिया है अन्ततः उसी कर्म को ही हमें करना पड़ेगा।मनुष्य चाहे जहाँ तक भाग ले अन्ततः उसे वही कर्म करना पड़ता है जो ईश्वर उससे कराना चाहता है क्योंकि ईश्वर के बिना मर्जी के इस संसार में एक पत्ता भी नही हिलता।जिला मंत्री ने आगे यह भी कहा कि मनुष्य का मूल कर्तव्य यह है कि वह स्वयं को ईश्वर को समर्पित कर यह प्रार्थना करे कि हे जगतपिता मैं आपका बेहद शुक्रगुजार हूँ जो आपने हमें इस संसार को देखने का अवसर प्रदान किया।मैं आपसे बारम्बार प्रार्थना करता हूँ कि मुझसे इस धरती पर आप जो भी कर्म कराना चाहते हैं।मैं पूरी तन्मयता के साथ तत्पर हूँ।आप मेरा मार्गदर्शन करते हुए मुझसे कर्म कराएं और सदैव हमारी रक्षा करते रहे।इस प्रकार से जीवन जीने वाला मनुष्य वास्तव में मानव जीवन को परिपूर्ण करते हुए मोक्ष को प्राप्त हो जाता है।यही मनुष्य का असिला जीवन है।इस साहित्यिक एवं आध्यात्मिक वार्ता के दौरान वरिष्ठ पत्रकार कृष्ण राज सिंह कौशाम्बी संदेश संवाददाता सहित आस-पास बहुत से लोग मौजूद रहे।
Aug 22 2024, 15:29