हर साल बारिश से पहले पटना नगर निगम राजधानी में जल जमाव नहीं होने का करता है दावा, चंद घंटे की बारिश में डूब जाता है पटना, जिम्मेवार कौन
डेस्क : पटना नगर निगम द्वारा हर साल यह दावा किया जाता है कि इस साल बरसात में राजधानी पटना में जल जमाव नहीं होगा। लेकिन ऐसा होता नहीं है। दावे सिर्फ दावे बनकर रह जाते है। राजधानीवासियों को बरसात के दिनों में वाटर लौगिग का सामना करना ही पड़ता है। इस साल भी कुछ ऐसा ही देखने को मिल रहा है।
बरसात से पहले पटना नगर निगम और नगर विकास मंत्री द्वारा यह दावा किया गया था कि बरसात में राजधानी पटना में कहीं भी जल जमाव नही हो इसके पुख्ता इंतजाम किए गए है। लेकिन इनका दावा कोरा ही साबित हुआ।
पिछले दिनों महज कुछ घंटों की बारिश में ही राजधानी पटना का रामकृष्ण नगर, राजीव नगर, इंद्रपुरी, जगनपुरा, खेमनीचक, नंदलाल छपरा और खेतान मार्केट समेत कई इलाकों में पानी भर गया। इन इलाकों में घुटनों तक पानी भर गया है, जिससे जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। लोगों का घरों से बाहर निकलना मुश्किल हो गया। वहीं, इस जलजमाव के बीच कूड़ों के ढेर से उठती सड़ांध ने सांस लेना भी दूभर कर दिया है। कुछ जगहों पर तो मेनहोल भी खुले हुए हैं, जिसकी वजह से लोगों का सड़क पर चलना काफी खतरनाक है।
इतना ही नहीं पटना में हुई बारिश के कारण के कई माननिय के आवास में भी पानी भर गया। पूर्व मंत्री व राजद विधायक तेजप्रताप यादव के सरकारी आवास में पानी भर गया थे। जिससे वहां की स्थिति खराब हो गई थी। तेजप्रताप ने अपने आवास की तस्वीरें सोशल मीडिया पर भी पोस्ट की थी। साथ ही उन्होंने लिखा कि 26 स्ट्रैंड रोड में मुझे रहने के लिए जो सरकारी आवास मिला है, वहां की स्थिति चंद घंटों की बारिश में ही दयनीय हो गई है। जब विधायक आवास का यह हाल है, तो जनता का क्या हाल होगा। आप खुद अंदाजा लगा सकते हैं।
स्थिति इतनी खराब हो गई थी कि खुद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सड़क पर उतर जलमग्न क्षेत्रों का दौरा किया था और अधिकारियों को जल्द से जल्द स्थिति में सुधार लाने की हिदायत दी थी।
ऐसे में सबसे अहम सवाल यह है कि हर बरसात से पहले पटना नगर निगम और नगर विकास विभाग द्वारा इसके लिए बड़ी राशि खर्च करती है। लेकिन स्थिति जस की तस रहती है। आखिर इसके लिए जिम्मेवार कौन है।
Aug 19 2024, 09:45