हेमंत सोरेन की अध्यक्षता में झारखंड कैबिनेट ने 37 प्रस्ताव को दी मंजूरी
किसानों के ऋण माफी की सीमा दो लाख हुई, पारंपरिक ग्राम प्रधानों की सम्मान राशि दोगुनी की गई
रिपोर्टर जयंत कुमार
रांची : हेमंत सोरेन की अध्यक्षता में झारखंड मंत्रिपरिषद ने बुधवार को 37 प्रस्तावों की स्वीकृति दी है। झारखंड मंत्रालय में कैबिनेट की हुई बैठक में प्रधानमंत्री कृषि ऋण माफी योजना की पचास हजार की राशि की जगह अब दो लाख की ऋण राशि माफ की जाएगी।सरकार ने ऋण माफी की घोषणा इस साल फरवरी में पेश किए गए बजट में ही की थी।
अब इसे कैबिनेट की बैठक में भी मंजूरी दे दी गई है। 31 मार्च 2020 तक जिन किसानों ने 50 हजार से लेकर दो लाख तक का लोन लिया है, उसे ‘वन टाइम सेटलमेंट’ के जरिए माफ किया जाएगा।
कैबिनेट ने राज्य के पारंपरिक ग्राम प्रधानों को दी जाने वाली सम्मान राशि को बढ़ाकर दोगुना करने की स्वीकृति दी है। अब मानकी और परगनैत को तीन हजार की जगह छह हजार की सम्मान राशि दी जाएगी। मुंडा एवं ग्राम प्रधान को दो हजार की जगह चार हजार रुपए दिए जाएंगे।
एक अन्य महत्वपूर्ण फैसले के अनुसार, राज्य के विश्वविद्यालयों और अंगीभूत कॉलेजों के टीचर्स और नॉन टीचिंग स्टाफ को ओल्ड पेंशन स्कीम के दायरे में लाने की स्वीकृति दी गई। इसका लाभ एक दिसंबर 2004 और उसके बाद की तिथि से नियमित कर्मियों को मिल सकेगा।
कैबिनेट से झारखंड मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना के क्रियान्वयन को लेकर SOP की स्वीकृति दी गयी। इस योजना के तहत अब ऑफलाइन आवेदन भी स्वीकृत होगा। राज्य योजनान्तर्गत चालू वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए कृषि क्षेत्र में फसल उत्पादन एवं गुणवत्तायुक्त उत्पादकता को बढ़ाने के लिए फसल सुरक्षा कार्यक्रम योजना के कार्यान्वयन के लिए तीस करोड़ रुपए की स्वीकृति दी गयी। एयर एंबुलेंस के किराए में 50% की कटौती को स्वीकृति दी गयी है।
कैबिनेट की बैठक के बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि लिए गए निर्णय को राज्य के लिए मील का पत्थर साबित होगा। उन्होंने किसानों के लिए ऋण माफी की राशि बढ़ाए जाने से राज्य में कृषि के लिए सकारात्मक माहौल बताया। इसी तरह पारंपरिक ग्राम प्रधानों के सम्मान राशि बढ़ाने को भी उन्होंने महत्वपूर्ण बताया।
Aug 08 2024, 17:42