अब राजद पर परिवारवाद का नहीं लगेगा आरोप ! तेजस्वी ने बड़ा फैसला लेते हुए इस सांसद को बनाया राजद संसदीय दल का नेता
डेस्क : तेजस्वी के हाथ में जब से राजद की कमान आई है बहुत सारे फैसले ऐसे लिए जा रहे है जिससे ऐसा लगता है कि राजद पर परिवारवाद के लगने वाले आरोप से बाहर निकालने की कोशिश हो रही है। लालू परिवार पर यह आरोप लगते रहे हैं कि वह पार्टी के सारे पद पर अपने ही परिवार के लोगों को बैठाते हैं। अब पहली बार तेजस्वी यादव ने इन आरोपों से बाहर निकलने की कोशिश की है।
2019 में लोकसभा में कोई सांसद नहीं होने के कारण रिक्त संसदीय दल के नेता को लेकर इसबार राजद के 4 सांसद होने पर यह माना जा रहा था कि पाटलिपुत्र से सांसद बनी लालू प्रसाद की बड़ी बेटी मीसा भारती को संसदीय दल के नेता के रूप में चुना जा सकता है। लेकिन तेजस्वी यादव ने बड़ा फैसला लेते हुए इस बार पार्टी से बाहर के किसी चेहरे को मौका दिया है। औरंगाबाद से राजद की टिकट पर चुनाव जीते अभय कुशवाहा को संसदीय दल के नेता की जिम्मेदारी सौंपी है। इससे यह साफ है कि अब तेजस्वी यादव पार्टी पर लग रहे परिवारवाद की छवि को खत्म करना चाहते हैं।
बता दें इस बार लोकसभा चुनाव में इंडी गठबंधन में बिहार में नौ सीटों पर जीत हासिल की है। जिसमें चार सीटों औरंगाबाद, जहानाबाद, बक्सर और पाटलिपुत्र सीट पर राजद को जीत हासिल हुई थी। जिसके बाद पार्टी में संसदीय दल का नेता किसे चुना जाएगा, इसको लेकर मंथन चल रहा था।
Jun 23 2024, 09:39