विश्व योग दिवस के अवसर पर 29वीं वाहिनी सशस्त्र सीमा बल परिसर में एक साथ मिलकर किया गया योगाभ्यास
गया : विश्व योग दिवस के अवसर पर 29वीं वाहिनी सशस्त्र सीमा बल के अधिकारी, अधीनस्थ अधिकारी एवं जवानों ने वाहिनी मुख्यालय के परिसर में एक साथ मिलकर योग का अभ्यास किया। योग का अभ्यास एक बेहतर इंसान बनने के साथ एक तेज दिमाग, स्वस्थ दिल और एक सुकून भरे शरीर को पाने के तरीकों में से एक है। योग अपने अद्भुत स्वास्थ्य लाभों के लिए जाना जाता है।
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2015 में आरंभ होने के बाद, हर साल 21 जून को मनाया जाता है। यह हमारे जीवन में इस प्राचीन भारतीय कला को अनमोल करने के महत्व पर बल देने का एक महान प्रयास है। योग, मन, शरीर और आत्मा की एकता को सक्षम बनाता है। योग के विभिन्न रूपों से हमारे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को अलग-अलग तरीकों से लाभ मिलता है।
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस को इस अनूठी कला का आनंद लेने के लिए मनाया जाता है। हमारे दैनिक जीवन में योग को जन्म देने से हमारे जीवन में सकारात्मक परिवर्तन आ सकता है। यह हमारे तनावपूर्ण जीवन के लिए एक बड़ी राहत प्रदान करता है। योग व्यायाम का ऐसा प्रभावशाली प्रकार है, जिसके माध्यम से न केवल शरीर के अंगों बल्कि मन, मस्तिष्क और आत्मा में संतुलन बनाया जाता है। यही कारण है कि योग से शारीरिक व्याधियों के अलावा मानसिक समस्याओं से भी निजात पाई जा सकती है।
संन्यासियों व योगियों द्वारा योग सभ्यता को शुरू से ही अपनाया गया था, परंतु आम लोगों में इस विधा का विस्तार हुए अभी ज्यादा समय नहीं बीता है। बावजुद इसके, योग की महिमा और महत्व को जानकर इसे स्वस्थ्य जीवनशैली हेतु बड़े पैमाने पर अपनाया जा रहा है, जिसका प्रमुख कारण है व्यस्त, तनावपूर्ण और अस्वस्थ दिनचर्या में इसके सकारात्मक प्रभाव है।
इस कार्यक्रम के दौरान 29वीं वाहिनी के अंजय रजक, द्वितीय कमान अधिकारी, टी. राजेश पॉल, द्वितीय कमान अधिकारी, रवि शंकर कुमार, उप कमांडेंट, ज्ञानेन्द्र कुमार, उप कमांडेंट, आशीष कुमार, उप कमांडेंट, एवं अन्य बलकर्मी भी उपस्थित रहे।
गया से मनीष कुमार
Jun 21 2024, 20:07