बिहार में अचानक से बढ़े अपराध से सुशासन पर उठा सवाल, सत्ता पक्ष ने दिया यह जवाब
डेस्क : बीते कुछ दिनों में बिहार में अचानक से आपराधिक घटनाओं में बड़ी तेजी आई है। पिछले कुछ दिनों के अपराधिक घटनाओं पर नजर डाले तो हत्या और लूट जैसी बड़ी वारदात हुई है। इतना ही नहीं अपराधियों के हौसले इतने बुलंद हो गए है कि वे पुलिस पर हमला करने से गुरेज नहीं कर रहे। सबसे बड़ी बात यह है कि इनमे से कई घटनाएं राजधानी पटना और इसके आसपास के इलाकों में अंजाम दिया गया है।
बीते 15 जून को पटना के बिहटा के देवकुली मोड़ स्थित एक्सिस बैंक की शाखा से अपराधियों ने दिनदहाड़े 17।50 लाख रुपये लूट लिए। इसके अलावा कैश काउंटर की कतार में खड़े ग्राहक गणेश चौधरी से 41 हजार और एक माइक्रो फाइनेंस कंपनी के कर्मी से एक लाख 45 हजार रुपये भी छीन लिए।
3 जून को पटना के बिहटा मनेर रोड स्थित उत्कर्ष स्मॉल फाइनेंस बैंक में अपराधियों ने हथियार के बल पर दिनदहाड़े एक बड़ी लूट की घटना को अंजाम दिया है। 14 लाख कैश लेकर अपराधी वहां से हथियार लहराते हुए फरार हो गए। इसी तरह से राजधानी पटना में भी अपराधियों ने कई लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी।
औरंगाबाद के नवीनगर 16 वर्ष की लड़की का अपहरण हुआ। वहीं तीन दिनों उस 16 वर्षीय छात्रा का शव इंद्रपुरी सोन बराज से बरामद किया गया। गायब छात्रा की मां ने दो दिन पहले ही नवीनगर थाना में अपनी बेटी की गुमशुदगी का मामला दर्ज कराया था।
गोपालगंज जिले में बेखौफ अपराधियों ने पुलिस जवान की पिस्टल छिनकर उसी पिस्टल से जवान को ही गोली मार दी। घटना को मीरगंज थाने के सबेया गांव में अपराधियो ने अंजाम दिया। घटना के बाद पुलिस जवान का पिस्टल लूटकर अपराधी फरार हो गये।
पश्चिम चंपारण के बेतिया में बालू खनन रोकने गई पुलिस टीम पर माफियाओं ने हमला कर दिया। इस दौरान तलवार से हमला कर माफियाओं ने दारोगा की अंगुली काट डाली। ऐसी अनेक घटनाएं प्रदेश के अन्य जिलों में अपराधियों द्वारा अंजाम दिया गया।
इन सब के बीच मुजफ्फरपुर जिले से ऐसी घटना सामने आई है। जहां बीते दिनों सेल्टर होम में हुए घटना की याद ताजा कर दी। जिले में नौकरी के नाम पर लड़कियों का यौन शोषण किये जाने का मामला सामने आया है। जिसमें पीड़िताओं की ओर से पुलिस की कार्यशैली पर भी सवाल उठाए गए है।
इधर बिहार में बढ़ रहे आपराधिक घटना को लेकर सियासत शुरू हो गई है। विपक्ष और सत्ता पक्ष दोनो एक-दूसरे पर हमलावार है। नेता प्रतिपक्ष ने इन सारे आंकड़ो को पेश करते हुए प्रदेश की एनडीए सरकार पर जमकर हमला बोला है और अपराधियों को सत्ता का संरक्षण प्राप्त होने का आरोप लगाया है।
हालांकि राज्य सरकार द्वारा यह खुलेतौर पर एलान किया गया है कि अपराधियों को किसी हाल में बख्सा नहीं जायेगा। वे अपराध कर बच नहीं सकते है।
वहीं सत्ता पक्ष का कहना है कि लोकसभा चुनाव में विपक्ष खासकर राजद द्वारा 2024 लोकसभा चुनाव में बिहार में हर हाथकांड अपनाया गया। रोजगार की बात की। संविधान खतरे में रहने की बात की आरक्षण का मुद्दा उठाया जब इन सभी चीजों से उनको निराशा हाथ लगी तो अब उन्हें बिहार में अपराध दिख रहा है।
वहीं तेजस्वी यादव के सवाल पर बीजेपी ने उन्हें पुराने दिनों की याद दिलाई। बीजेपी के प्रवक्ता कहा कि तेजस्वी यादव की यह बात वैसी ही है जैसे कोई नेत्रहीन किसी को राह दिखा रहा है। बिहार के लोग लक्ष्मणपुर बाथे और प्रसिद्ध व्यवसाय मिथिला मोटर को दिनदहाड़े लूटने की घटना को नहीं भूले हैं। तेजस्वी यादव को अपने पिता के कार्यकाल की याद आनी चाहिए। जब महिलाएं शाम के बाद घर से नहीं निकलती थीं।
Jun 20 2024, 17:17