पीएम के बिहार दौरे पर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी ने कसा तंज, कहा-प्रधानमंत्री भवन का फीता काटने आए, न की.....
डेस्क : तीसरी बार देश का प्रधानमंत्री बनने के बाद बीते बुधवार को पीएम नरेन्द्र मोदी पहली बार बिहार का एक दिवसीय दौरा किया। इस दौरान वे नालंदा में नवनिर्मित नालंदा विश्वविद्यालय के नए कैंपस का उद्घाटन किया।
इधर उनके इस बिहार दौरे को लेकर सियासत तेज हो गई है। विपक्ष ने इसे लेकर जोरदार निशाना साधा है। बिहार विधान सभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बिहार दौरे को लेकर तंज कसते हुए कहा है कि प्रधानमंत्री बिल्डिंग का फीता काटने आए, ना कि यूनिवर्सिटी की स्थापना करने। वह भी उस बिल्डिंग का फीता जिसके लिए फंड भी पिछली यूपीए सरकार देकर गई थी। तेजस्वी यादव ने केंद्र सरकार पर फंड में कटौती किए जाने का भी आरोप लगाया।
अपने सोशल मीडिया के माध्यम से जारी बयान में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा कि नालंदा विश्वविद्यालय को फिर से बनाए जाने का विचार सबसे पहले 2006 में तत्कालीन राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम ने दिया था। 2007 में ईस्ट एशिया समिट में इसके पुन स्थापना के आइडिया को कई देशों ने सहमति जतायी। 2007 में ही इसे बनाने के लिए बिहार विधानसभा से कानून पास किया गया। 2009-10 में ईस्ट एशिया समिट में कई देशों ने निर्माण में सहयोग का वादा किया और इसमें भारत सरकार के विदेश मंत्रालय का अहम योगदान था। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि 2010 में भारत की संसद ने नालंदा यूनिवर्सिटी एक्ट-2010 पास किया और यह यूनिवर्सिटी अस्तित्व में आया।
बिहार सरकार ने यूनिवर्सिटी के कैंपस के लिए 485 एकड़ जमीन दी। जनवरी, 2014 में तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की सरकार ने नई यूनिवर्सिटी के भवन निर्माण के लिए 1749 करोड़ और अन्य खर्च के लिए 977 करोड़ के फंड को स्वीकृत दिया। यूनिवर्सिटी कई वर्षो से संचालित है।
Jun 20 2024, 11:38