इंडी गठबंधन की ओर से नीतीश कुमार को डिप्टी पीएम ही नहीं पीएम पद तक का किया गया था ऑफर, जदयू के वरिष्ठ नेता सनसनीखेज खुलासा
डेस्क : देश में तीसरी बार नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में एनडीए की सरकार बनने जा रही है। कल 9 जून रविवार की शाम सवा सात बजे नरेंद्र मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे। इसी बीच जदयू के वरिष्ठ नेता ने एक बड़ा खुलासा किया है। जदयू के वरिष्ठ नेता केसी त्यागी ने बड़ा खुलासा करते हुए कहा है कि इंडी गठबंधन ने नीतीश कुमार को प्रधानमंत्री पद का ऑफर किया था लेकिन उन्होंने इसे ठुकरा दिया है।
बता दें लोकसभा चुनाव की मतगणना के बाद जैसे ही रूझान आने शुरु हुए, तब यह चर्चा होने लगी थी कि इंडी गठबंधन की तरफ से नीतीश कुमार को उप प्रधानमंत्री बनाने का ऑफर दिया गया है। कहा जा रहा था कि शरद पवार ने नीतीश कुमार से फोन पर बात की है। इस खबर के सामने आने के बाद देश में सियासी हलचल तेज हो गई थी। तब शरद पवार ने कहा था कि नीतीश कुमार से उनकी कोई बात नहीं हुई थी।
अब जेडीयू के वरिष्ठ नेता केसी त्यागी ने खुलासा किया है कि इंडी गठबंधन की तरफ से नीतीश कुमार को प्रधानमंत्री पद का ऑफर दिया गया था। लेकिन उन्होंने इससे सीधे तौर पर इनकार कर दिया। केसी त्यागी ने एक समाचार चैनल से बातचीत में कहा कि नीतीश कुमार ने विपक्षी खेमे से मिलने वाले किसी भी तरह के ऑफर को सिरे से नकार दिया है। वरना प्रपोजल तो यहां तक आए थे कि नीतीश कुमार प्रधानमंत्री बन जाएं।
उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार के पास ऐसे ऑफर उन लोगों की तरफ से आ रहे हैं, जिन्होंने कभी नीतीश को इंडी गठबंधन का संयोजक बनाने से इनकार कर दिया था। त्यागी ने कहा कि हमलोग इंडी गठबंधन के जन्मदाता थे। अखिलेश यादव, अरविंद केजरीवाल, ममता बनर्जी जैसे लोग कांग्रेस के साथ मंच साझा करने को तैयार नहीं थे। लेकिन नीतीश कुमार सभी को एक मंच पर ले आए। जिस तरीके का व्यवहार उनके साथ किया गया, जिसका नतीजा हुआ कि जेडीयू इंडी गठबंधन से बाहर आ गई और एनडीए का हिस्सा बन गई।
विपक्ष का वह नेता कौन है जिन्होंने नीतीश कुमार को अपने साथ लाने के लिए उनसे संपर्क साधा था? इस सवाल पर केसी त्यागी ने कहा कि राजनीति में नाम बताना ठीक नहीं है। लेकिन विपक्ष के सभी बड़े नेता नीतीश कुमार से बात करना चाहते थे। ऐसे में जेडीयू ने तय किया कि अब पीछे मुडड़कर झांकने का कोई सवाल नहीं है। हमने फैसला लिया है कि हम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एनडीए को मजबूत करेंगे।
गौरतलब है कि इसबार बीजेपी अकेले बहुमत का ऑकड़ा नहीं कर पाई। उसे 240 सीट ही मिले है। ऐसे में सरकार जदयू और टीडीपी के सहयोग के बिना सरकार बनना मुश्किल था। विपक्ष अंतिम समय तक इस प्रयास में जुटा रहा कि इनदोनो पार्टियों को इंडी गठबंधन की ओर लाया जाए। लेकिन विपक्ष को इसमे सफलता नही मिल पाई। एनडीए गठबंधन में सीएम नीतीश कुमार ने साफ तौर पर कहा कि जदयू अब कही नहीं जाने वाला है। वह एनडीए के साथ ही रहेगा। नीतीश कुमार ने तो यहां तक कहा कि अगली बार विपक्ष के लोग जीते है उन्हें भी समेट लिया जायेगा।
Jun 09 2024, 10:10