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यात्रियों से भरी बस में लगी भीषण आग, देखते ही देखते बस जलकर हुई खाक…

रायपुर- राजधानी रायपुर के अभनपुर में एक चलती बस में भीषण आग लग गई। घटना के दौरान 35 यात्री बस में सवार थे। सभी यात्री सुरक्षित है। वहीं बस पूरी तरह से जलकर खाक हो गई है। बताया जा रहा है कि महेंद्रा कंपनी की बस बस्तर से यात्रियों को लेकर रायपुर आ रही थी। इसी दौरान ये हादसा हुआ।

जानकारी के मुताबिक, घटना अभनपुर थाना क्षेत्र के मोहन ढाबा की है। शुक्रवार की रात जगदलपुर से 40 यात्रियों को भरकर महेंद्रा ट्रेवेल्स की एक बस रायपुर के लिए निकली थी। आज सुबह जैसे ही अभनपुर के मोहन ढाबा के पास बस पहुंची वैसे ही अचानक आग लग गई। आगजनी की सूचना के बाद बस में बैठे यात्रियों में अफरा-तफरी मच गई। सभी यात्री आनन-फानन में बस से निकले। थोड़ी ही देर में बस में लगी आग ने विकराल रूप ले लिया।

घटना की सूचना मिलने के बाद मौके पर अभनपुर थाना पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीम भी पहुंची। लेकिन तब तक बस पूरी तरह से जलकर खाक हो गई थी। गनिमत रही कि बस में बैठे यात्री समय रहते ही बाहर निकल गये। नहीं तो बड़ी दुर्घटना हो सकती थी। फिलहाल आग कैसे लगी, इसकी जांच अभनपुर पुलिस द्वारा की जा रही है।

BSNL ने बीजापुर में की 4जी सेवाओं की टेस्टिंग, 1018 गांवों में शुरू होगी मोबाइल सेवा, सैटेलाइट से जुड़ेंगे जिला और तहसील स्तर के कार्यालय

बीजापुर- जिले में बीएसएनएल की 4 जी सेवाएं की पायलट टेस्टिंग 31 मई को कलेक्टर अनुराग पाण्डेय की उपस्थिति में की गई. इस अवसर पर बीएसएनएल बस्तर के महाप्रबंधक शरत चंद्र तिवारी, हेमेन्द्र कुमार गहिरवार (समाप्र), सेत राम साहू (उपमआ), नरसिंग चंद्रा (उपमआ), संयुक्त कलेक्टर कैलाश वर्मा, एसडीएम बीजापुर जागेश्वर कौशल, डिप्टी कलेक्टर उत्तम सिंह पंचारी, दिलीप उईके एवं जिला स्तर के अन्य अधिकारी उपस्थित थे.

4 जी सेवाओं के परीक्षण के अवसर पर कलेक्टर ने बीएसएनएल केंद्र बीजापुर स्थित मोबाइल टावर में 4 जी सिग्नल को पॉवर-ऑन कर बीएसएनएल छत्तीसगढ़ के मुख्यमहाप्रबंधक विजय कुमार छबलानी (ITS) से टेस्ट वीडियो कॉल के माध्यम से संपर्क किया. टेस्टिंग कॉल सफल रही. निकट भविष्य में विधिवत सुविधा प्रदान की जाएगी.

बीएसएनएल से प्राप्त जानकारी के अनुसार, बस्तर के सभी जिलों में स्थित बीएसएनएल टावरों को 4 जी सुविधा से सुसज्जित करने का कार्य क्रमबद्ध तरीके से किया जा रहा है. इसी दिशा में आज बीजापुर में 4 जी सेवाएं की टेस्टिंग की गई. इसके अतिरिक्त 4 जी सैचुरेशन परियोजना पर भी कार्य प्रगति पर है. इस परियोजना में बस्तर के उन गांवों को शामिल किया गया है, जहां किसी भी टेलीकॉम सेवा प्रदाता द्वारा मोबाइल सेवा आरंभ नहीं की गई है. ऐसे कुल 1018 गांवों को चिन्हित किए गया है और इन गांवों को 241 नए टावर के माध्यम से मोबाइल सेवाओं से कवर किया जाएगा.

बीएसएनएल ने आज जिला प्रशासन बीजापुर के लिए सैटेलाइट के माध्यम से विशेष टेलीकॉम सुविधा का प्रदर्शन भी किया. सेटेलाइट सेवा के माध्यम से जिला कार्यालय एवं तहसील स्तर के 6 कार्यालयों को जोड़ा जाएगा.

बीजापुर में 16 नक्सली गिरफ्तार, सीएम साय ने कहा – नक्सलमुक्त बस्तर की ओर हो रहे अग्रसर

रायपुर- सुरक्षा बल के जवानों ने अपने शौर्य का परिचय देते हुए बीजापुर जिले से 16 नक्सलियों को गिरफ्तार किया है. सीएम विष्णुदेव साय ने एक्स पर लिखा है कि जवानों को मिल रही नित बड़ी कामयाबी से हम नक्सलमुक्त बस्तर की ओर अग्रसर हो रहे हैं. प्रदेश से जब तक नक्सलवाद का खात्मा नहीं हो जाता, तब तक हमारी सरकार चुप नहीं बैठेगी.

लोकसभा चुनाव-2024: 71 दिनों में 133 जनसभाएं, कठोर परिश्रम का पर्याय बने मुख्यमंत्री साय, मध्यप्रदेश, ओडिशा और झारखंड में भी झोंकी ताकत

रायपुर- 16 मार्च को लगी आचार संहिता के बाद छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने पूरे लोकसभा चुनाव के दौरान 71 दिनों में 133 सभाओं को संबोधित किया है. इस दौरान वे ओडिशा, मध्यप्रदेश, झारखंड में भी चुनाव प्रचार अभियान में शामिल हुए और कुल 33 जनसभा एवं रोड शो को संबोधित किया.

20 मार्च 2024 को दंतेवाड़ा में माँ दंतेश्वरी के दर्शन-पूजन के बाद सीएम साय ने अपने चुनावी अभियान का शुभारम्भ किया. गत 20 मार्च से 29 मई तक छत्तीसगढ़ में चौंसठ जनसभाएं मुख्यमंत्री ने ली हैं. जबकि छत्तीसगढ़ के बाहर मध्यप्रदेश, ओडिशा और झारखंड में तैंतीस आमसभाएं और रोड शो की कमान संभाली है. भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं के सम्मेलन की दृष्टि से भी अगर देखें तो उन्होंने बस्तर में दो सहित सभी ग्यारह लोकसभा सीटों में एक-एक कार्यकर्ता सम्मेलन कर कुल बारह कार्यकर्ता सम्मेलन में अपनी उपस्थिति दी है.

सामाजिक सम्मेलनों की यदि बात करें तो लगभग चौबीस बड़े सामाजिक सम्मेलनों को विष्णु देव साय संबोधित कर चुके हैं. मुख्यमंत्री ने प्रदेश के लगभग हर विधानसभा में कम से कम एक जनसभा ली है. कुल मिलाकर 71 दिनों में 133 बार उन्होंने जनता के समक्ष अपनी बात रखी है और छत्तीसगढ़ में लोकसभा चुनाव में अपनी पूरी ताकत झोंकी है. आत्मविश्वास से भरपूर मुख्यमंत्री सभी ग्यारह लोकसभा सीटें जीतने के प्रति आश्वस्त लगते हैं. सीएम साय ने मध्यप्रदेश, ओडिशा और झारखंड में भी भाजपा के बम्पर जीत की बात कही है.

आमजन की स्व-स्फूर्त भीड़ उमड़ी

मुख्यमंत्री की सभी जनसभाओं में आमजन की स्व-स्फूर्त भीड़ उमड़ी. लोगों ने सीएम साय के भाषण को बड़े ही उत्साह से सुना और ताली बजाकर, नारे लगाकर अपना पूर्ण समर्थन भी दिया. श्री साय की प्रत्येक सभा में महिलाओं की भी भारी भीड़ देखने को मिली. महिलाओं ने सीएम साय की बात को ध्यान से सुना. इसका प्रमुख कारण विष्णु सरकार द्वारा महतारी वंदन योजना को प्राथमिकता से लागू करने को माना जा रहा है. इस योजना के अंतर्गत अब तक प्रदेश की 70 लाख 12 हजार 417 महिलाओं को प्रति महीने 655 करोड़ 57 लाख रूपये के हिसाब से तीन महीने की किश्त जारी हो चुकी है.

सीएम साय ने कार्यकर्ता सम्मेलन और जनसभाओं में पिछली कांग्रेस सरकार में हुए भ्रष्टाचार, घोटाले व उनकी नाकामी को लगातार जन-जन के बीच उजागर किया. जिस पर आमजन की खूब तालियां बजी. बीच-बीच में उन्होंने जनता से कनेक्ट करने के लिए उनसे सवाल भी किये. उन्होंने बार-बार पूछा कि पीएम मोदी की सरकार तीसरी बार बनानी है या नही, जिसका जवाब हाँ में मिलता था. सीएम साय ने जनता को बताया कि कैसे भूपेश बघेल की अगुवाई में कांग्रेस ने शराब, रेत, कोयला, सरकारी जमीन, पीएससी सब में घोटाला किया और यहाँ के संसाधनों को लूटा. उन्होंने भूपेश बघेल पर महादेव एप को निर्बाध रूप से चलाने के लिए 508 करोड़ रुपए प्रोटेक्शन मनी लेने के आरोप और उस पर हुई एफआईआर को जनता को बताया, इसे छत्तीसगढ़ के लिए शर्म की बात कही. मुख्यमंत्री ने कांग्रेस द्वारा किये गए 36 वादों में एक भी वादे को ठीक से पूरा नहीं करने की बात को लगातार जनता को बताया. उनके भाषणों में यह प्रमुखता से शामिल रहा.

मोदी की गारंटी के अंतर्गत प्रमुख वादों को प्राथमिकता से पूरा किया

सीएम साय ने अपनी हर जनसभा में मोदी की गारंटी के अंतर्गत पूरे किये गए प्रमुख वादों को जनता को बताया. उन्होंने बताया कि भाजपा सरकार बनने के मात्र 100 दिनों के अंदर ही उनकी सरकार ने मोदी की गारण्टी के अंतर्गत प्रमुख वादों को प्राथमिकता से पूरा किया है. सीएम साय ने कांग्रेस नेताओं द्वारा पीएम मोदी और अन्य भाजपा नेताओं पर बोले गए अनर्गल बयानों को जनता को बताया और विपक्षी नेताओं को जमकर घेरा.

कुल मिलाकर देखा जाए तो सरल, सहज, सौम्य समझे जाने वाले मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने अपनी चुनावी सभाओं में जिस तरह कमान संभाली और कई मौकों पर आक्रामक हो कर कांग्रेस को बैकफुट पर धकेला, उससे कांग्रेसी कुनबा सदमे में है. जहाँ तक सीएम साय का सवाल है तो चुनावी जूनून में उन्होंने धुर नक्सल प्रभावित क्षेत्र में पानी-बरसात की वजह से हेलीकॉप्टर छोड़ सड़क मार्ग से ही सफर करने से भी कोई गुरेज नहीं किया. घटना नारायणपुर के बेनूर क्षेत्र की है. यह पहला मौका था जब किसी सीएम ने यहाँ सड़क मार्ग से सफर किया. विष्णुदेव साय अपने आत्मविश्वास भरे तूफानी दौरों की बदौलत सभी ग्यारह लोकसभा सीट जीतने के प्रति आश्वस्त लगते हैं. वे कहते हैं कि इस बार छत्तीसगढ़ से कांग्रेस का सूपड़ा साफ़ होना तय है.

राजधानी के गुढ़ियारी में बनेगा सरकारी कॉलेज, पूर्व मंत्री राजेश मूणत की मांग पर बजट में किया गया प्रावधान

रायपुर- छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर को जल्द ही एक नई सौगात मिलने वाली है. पूर्व कैबिनेट मंत्री और भाजपा विधायक राजेश मूणत ने बताया कि जल्द ही रायपुर शहर के गुढ़ियारी क्षेत्र में एक करोड़ की लागत से शासकीय नवीन महाविद्यालय गुढ़ियारी का नया भवन बनेगा. उन्होंने बताया कि इस महाविद्यालय के निर्माण के लिए सामुदायिक भवन के पास रिक्त शासकीय भूमि का चिन्हांकन कर लिया गया है. अब उसको उच्च शिक्षा विभाग के नाम से आबंटित करने तथा अग्रिम आधिपत्य देने के लिए कलेक्टर रायपुर से चर्चा की जाएगी .अग्रिम आधिपत्य मिलने के बाद उसका प्राक्कलन तैयार करा कर प्रशासकीय स्वीकृति प्राप्त करने की कार्यवाही की जाएगी.

दरअसल, लम्बे समय से गुढ़ियारी क्षेत्र में शासकीय महाविद्यालय की मांग की जा रही थी. इस विद्यालय के बनने के बाद संपूर्ण गुढ़ियारी क्षेत्र के छात्र-छात्राओं को महाविद्यालय अध्ययन के लिए दूर नहीं जाना पड़ेगा.

जहां महाविद्यालय का निर्माण होना है,वह रायपुर पश्चिम विधानसभा क्षेत्र की सीमा में आता है. यहां से सरकार के पूर्व कैबिनेट मंत्री और वरिष्ठ विधायक राजेश मूणत विधायक हैं. मूणत ने बताया कि उन्होंने मंत्री रहते हुए वर्ष 2018 में शासकीय नवीन महाविद्यालय गुढ़ियारी में आरंभ कराया था, लेकिन कांग्रेस सरकार आने के बाद बाद पूरे 5 साल तक इस महाविद्यालय के भवन निर्माण के लिए ना तो बजट में प्रावधान कराया गया ना ही भूमि की खोज की गई. अब छत्तीसगढ़ में दोबारा भाजपा की सरकार हैं, इसलिए रुके हुए विकासकार्य तेज गति से पूरे किये जायेंगे.

राजेश मूणत ने बताया कि इस वर्ष के बजट में इस महाविद्यालय के भवन निर्माण के लिए बजट प्रावधान कराया और अब इसके लिए भूमि की खोज भी कर ली गई है। कोटा राम दरबार के पीछे स्थित नगर निगम के सामुदायिक भवन के सामने खाली पड़ी शासकीय भूमि पर यह महाविद्यालय भवन बनाया जाएगा। इससे क्षेत्र के हजारों बच्चों को फायदा मिलेगा.

चिंतन शिविर का दूसरा दिन : सीएम विष्णुदेव साय ने मंत्रियों के साथ IIM परिसर का किया भ्रमण

रायपुर- मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने राजधानी रायपुर स्थित भारतीय प्रबंध संस्थान (आईआईएम) में आयोजित दो दिवसीय चिंतन शिविर के दूसरे दिन आज अपने मंत्रिमंडल के सहयोगियों के साथ योगाभ्यास किया. मुख्यमंत्री ने योगाभ्यास के बाद मंत्रिमंडल के सहयोगियों के साथ भारतीय प्रबंध संस्थान परिसर का भ्रमण किया. मुख्यमंत्री ने इस दौरान परिसर स्थित स्पोर्ट्स कैंपस (अखाड़ा), हॉस्टल मेस, फाउंडेशन स्टोन (आधारशिला), प्रशासनिक भवन (कर्मशीला), जैव विविधता के लिए निर्मित परिसर और क्वींस पैलेस का भ्रमण किया. उन्होंने क्वींस पैलेस से आईआईएम के विहंगम दृश्य का अवलोकन किया.

इस दौरान आईआईएम के प्रोफेसर सत्यशिबा दास और कॉरपोरेट रिलेशन ऑफिसर गिरिश पहाड़िया ने संस्थान के बारे में मुख्यमंत्री साय और मंत्रीगणों को जानकारी दी. संस्थान के अधिकारियों ने प्रशासनिक भवन में रखी हुई संस्थान की रेप्लिका के माध्यम से निर्माणाधीन संरचनाओं और भावी योजनाओं के बारे में जानकारी दी.

चिंतन शिविर का दूसरा दिन, मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने अपने मंत्रिमंडल सहयोगियों के साथ किया योगा

रायपुर- नवा रायपुर स्थित भारतीय प्रबंधन संस्थान (IIM) में आयोजित दो दिवसीय चिंतन शिविर का आज दूसरा दिन है. वहीं सुबह मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के मंत्रिमंडल के सहयोगियों के साथ योग किया. योग के बाद फिर से आईआईएम के एक्सपर्ट सभी मंत्रियों को टिप्स देंगे.

बता दें कि नवा रायपुर के आईआईएम में आयोजित दो दिवसीय चिंतन शिविर की शुरुआत शुक्रवार को हुई. जिसमें प्रदेश की विष्णुदेव साय सरकार की मैनेजमेंट के गुर सीखने की क्लास लग रही है. इस क्लास में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय समेत सभी मंत्री शामिल हैं. पहले दिन सभी मंत्रियों की क्लास सुबह 10 से पांच बजे तक लगी. वहीं आज सुबह 6 बजे योगा क्लास लगी. उसके बाद फिर 10 बजे से मुख्यमंत्री और मंत्री मैनेजमेंट की पढ़ाई करेंगे.

कथावाचक पं. प्रदीप मिश्रा ने कही चार बच्चे पैदा करने की बात, दो परिवार के लिए और दो सनातन धर्म के लिए

रायपुर-   कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा ने परिवार में 4 बच्चों की वकालत की है. इनमें से दो बच्चे परिवार के लिए और दो सनातन धर्म को बचाने के लिए आवश्यक बताया है. वहीं बच्चों की संख्या को लेकर कानून लाए जाने के सवाल पर कहा कि जब इस पर कानून लाया जायगा तब देखेंगे. 

कथावाचक पं. प्रदीप मिश्रा शनिवार को पत्रकारों से रू-ब-रू हुए. इस दौरान चर्चा में उन्होंने लड़के-लड़कियों से माता-पिता के कहे अनुरूप विवाह करने की बात कही. उन्होंने कहा कि प्रेम विवाह का विरोध नहीं, लव जिहाद का विरोध है. विवाह करें मना नहीं है, लेकिन लड़का-लड़की के अनुकूल होना चाहिए,

राजनीति में धर्म के उपयोग पर प्रदीप मिश्रा ने कहा कि धर्म में राजनीति और राजनीति धर्म में चलता आया है. सत्ता के सिंहासन में किसको देखने के सवाल पर कहा कि युवाओं को रोजगार और धर्म को आगे बढ़ाने वालों को मिलना चाहिए.

उन्होंने कहा कि आने वाला समय अच्छा होगा. भारत हिंदू राष्ट्र वैसे भी है. सारे देवताओं का निवास, सभी देवताओं को पूजा जाता है. वहीं नक्सलवाद का जिक्र करते हुए कहा कि इससे मुक्ति के लिए सरकार लगी है. पत्रकारों की कलम में वो दम होता है, जो बिगड़े हुए सुधार सकता है. नक्सलियों को ये संदेश देता हूं कि वे राष्ट्र हित में काम करें.

प्रदीप मिश्रा ने धर्मांतरण को लेकर कहा कि जो जहां है, अपने धर्म में रहो, अपने धर्म का पालन करो. छोटे-छोटे लोग ऐसे मिल जाते हैं, जो अपने धर्म में ले जाते हैं, और अपने धर्म में मिला लेते हैं. इसमें गलती अपनी ही रहती है. लोग कहते है कि हम घर वापसी करा रहे हैं. हम कहते हैं, कि गए ही क्यों थे. प्रयास ये करे इनको अपने धर्म में ही रखें. अगर संविधान के हिसाब से चलता है, धर्मांतरण रूक सकता है.

तुलसीदास ने भी शंकर रूपी कहा है. अगर विश्वास होता है तो अपने आप ऊर्जा उत्पन्न होने लगती है. अगर मैने जल पिया है शंकर जी का, आपने अगर मन से निकाल दिया कि मेरा कोई दुश्मन नहीं है, तो सब सही होगा. डॉक्टर शंकर का ही एक रूप है. आप दिखाओ, जांच कराओ. शंकर पर चढ़ी बेल का जल पीते रहे, रोग का निवारण होगा. अगर कोई आपको तकलीफ से मुक्त कर रहा है, तो वो शंकर का रूप है.

आईआईएम रायपुर में आयोजित चिंतन शिविर के पहले दिन विकसित छत्तीसगढ़ की संकल्पना का खाका खींचने हुआ सार्थक संवाद

रायपुर। अपनी तरह की अनूठी पहल करते हुए छत्तीसगढ़ सरकार ने विकसित छत्तीसगढ़, विकसित भारत की संकल्पना के अपने विजन के क्रियान्वयन के लिए आईआईएम एवं देश भर की प्रतिष्ठित संस्थाओं के विषय विशेषज्ञों के साथ मंथन किया। रायपुर आईआईएम में आयोजित इस दो दिवसीय चिंतन शिविर का शुभारंभ मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने किया। शिविर में मुख्यमंत्री के साथ उपमुख्यमंत्री द्वय अरुण साव एवं विजय शर्मा तथा मंत्रिमंडल के अन्य सहयोगियों ने भी हिस्सा लिया। इस तरह से देश में विषय विशेषज्ञों के साथ बौद्धिक विमर्श और चिंतन शिविर गुजरात में आयोजित किया गया था। इसके बाद देश में ऐसा पहली बार हुआ है कि किसी राज्य का पूरा मंत्रिमंडल प्रदेश को संवारने एवं विकास को नया आयाम देने विद्यार्थी भाव से विचारविमर्श करने जुटा है और अपने क्षेत्र के माने हुए विषय विशेषज्ञों से संवाद कर रहा है। प्रदेश के नेतृत्व द्वारा इस तरह से अनूठी पहल करते हुए विशेषज्ञों से बौद्धिक विचार-विमर्श कर प्रदेश को संवारने के लिए आज सार्थक चर्चा की गई। छत्तीसगढ़ के विकास के लिए बनाये गये विजन के क्रियान्वयन के लिए आज दिन भर हुए सत्रों में गहन विचारविमर्श किया गया। जैसे कोई कृषक बड़ी मेहनत से खेती के लिए अपनी जमीन तैयार करता है वैसा ही विकसित छत्तीसगढ़ के स्वप्न को मूर्त रूप देने छत्तीसगढ़ का शीर्ष नेतृत्व जुटा, जो विजन तैयार किया गया है उसे प्रभावी बनाने विषय विशेषज्ञों से राय ली गई ताकि उनके सुझाव लेकर विजन के क्रियान्वयन को पैनापन दिया जा सके। चिंतन शिविर में तय किया गया कि विकसित छत्तीसगढ़ के विजन को समाज के सभी वर्गों के बीच ले जाना है। सबको जागरूक कर और उनकी भागीदारी लेकर विकसित छत्तीसगढ़ के सपनों को पूरा किया जाना है। शिविर में विषय विशेषज्ञों के साथ देर तक चर्चा हुई और छत्तीसगढ़ की संभावनाओं को लेकर बारीकियों पर बात हुईं। संबोधन के प्रथम सत्र को नीति आयोग के सीईओ श्री बीवीआर सुब्रमण्यम ने संबोधित किया। अपने संबोधन में श्री सुब्रमण्यम ने विकसित भारत की संकल्पना और इसे प्राप्त करने की रणनीति के संबंध में विस्तार से अपनी बातें साझा की। उन्होंने कहा कि बीते दस सालों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत तेजी से आगे बढ़ा है और दुनिया की प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में अपनी जगह बनाने में सफल रहा है। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने विकसित भारत 2047 बनाने का संकल्प लिया है और इसे पूरा करने की रणनीति बनाई है। श्री सुब्रमण्यम ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी स्केल, स्पीड और इनोवेशन पर जोर देते हैं। बदलते अंतर्राष्ट्रीय परिदृश्य और समय को देखते हुए विकसित भारत का विजन तैयार किया गया है ताकि भारत अपनी विशिष्ट जगह बना सकें। उन्होंने कहा कि अब दुनिया की निगाहें ग्लोबल साउथ पर हैं। अब दुनिया का नजरिया पश्चिम से पूर्व की ओर देखने का है और भारत इन संभावनाओं को पूरा करने के लिए सक्षम है। भारत की जनांकिकी, भारत की रणनीतिक स्थिति और भारत में तेजी से हुए सुधारों से इस दिशा में आगे बढ़ने के लिए भारत तैयार है। उन्होंने कहा कि जब हम विजन लेकर चलते हैं तो स्वाभाविक रूप से हमें एक गाइड मैप मिल जाता है और इसके अनुरूप हम बढ़ते जाते हैं। श्री सुब्रमण्यम ने कहा कि विकसित भारत का संकल्प पूरा करने में छत्तीसगढ़ की अहम भागीदारी होगी। छत्तीसगढ़ में विकसित राज्य बनने के लिए और तीव्र विकास के लिए असीम संभावनाएं हैं और इस दिशा में आगे बढ़कर छत्तीसगढ़ अपने विकास के साथ ही विकसित भारत के लक्ष्य को पूरा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

चिंतन शिविर में स्वास्थ्य, अधोसंरचना, खनन, लोकवित्त जैसे बुनियादी विषयों पर चर्चा हुई जिनमें बारीकी से कामकर और सही रणनीति बनाकर विकसित छत्तीसगढ़ और लोगों की समृद्धि सुनिश्चित की जा सकती है। स्वास्थ्य में अधोसंरचना पर जोर दिया गया। कोविड जैसी आपदाओं से भविष्य में निपटने के लिए स्वास्थ्य व्यवस्था को पूरी तरह से चाकचौबंद रखने पर जोर दिया गया। साथ ही इस क्षेत्र में रिसर्च को बढ़ावा देने और निरंतर सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने चर्चा की गई। प्राकृतिक संसाधनों का कुशल उपयोग विषय पर भी चर्चा हुई। खनन में अनेक राज्यों की बेस्ट प्रैक्टिसेज को अपनाने के संबंध में बात हुई। साथ ही खनन के पर्यावरणीय पहलुओं को ध्यान में रखते हुए इस दिशा में कार्य करने की जरूरत पर जोर दिया गया। आधारभूत संरचना को सुदृढ़ किए जाने पर विशेष फोकस दिया गया। शहरों में मूलभूत सुविधाओं के साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में भीतरी सड़कों के विकास पर बल दिया गया ताकि विकसित अधोसंरचना के माध्यम से आर्थिक समृद्धि सभी क्षेत्रों तक बराबरी से पहुंच पाए। लोक वित्त पर भी गहनता से चर्चा हुई। छत्तीसगढ़ की ताकत सरप्लस रेवेन्यू, फिस्कल डिसिप्लिन, लो डेब्ट एंड जीडीपी रेश्यो, खनिज एवं वनसंपदा पर जोर देते हुए कृषि उत्पादकता को बढ़ाने, फसल वैविध्य, उद्योगों और टूरिज्म के अनुरूप मानव संसाधन को दक्ष बनाने की जरूरत पर बल दिया गया। टीम प्रबंधन के लिए अनुभवात्मक गतिविधि के संबंध में विशेष चर्चा की गई।

सभी मंत्रिगणों ने संवाद में भागीदारी करते हुए छत्तीसगढ़ में इस संबंध में बनाई जा रही नीतियों के बारे में बताया। साथ ही उन्होंने श्री सुब्रमण्यम एवं अन्य विशेषज्ञों के समक्ष अपनी जिज्ञासाएं भी रखीं जिस पर विकसित छत्तीसगढ़ और विकसित भारत के उद्देश्यों को ध्यान में रखते हुए सार्थक परिचर्चा हुई। उल्लेखनीय है कि दो दिवसीय इस चिंतन शिविर का आयोजन छत्तीसगढ़ के विजन हेतु सार्थक विमर्श हो रहा है। साथ ही संसाधनों के सतत उपयोग एवं योजनाओं के कन्वर्जेंस सहित विविध विषयों पर चर्चा भी हो रही है।

चिंतन शिविर में कृषि मंत्री रामविचार नेताम, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री केदार कश्यप, खाद्य मंत्री दयालदास बघेल, स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल, उद्योग मंत्री लखनलाल देवांगन, वित्त मंत्री ओपी चौधरी, महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी रजवाड़े, खेल एवं युवा कल्याण मंत्री टंकराम वर्मा मौजूद रहे।

जनसंपर्क विभाग के उप संचालक श्री चतुर्वेदी को सेवानिवृत्ति पर दी गई भावभीनी विदाई

रायपुर-  जनसंपर्क संचालनालय रायपुर में पदस्थ रहे उप संचालक ललित चतुर्वेदी को आज उनकी सेवानिवृत्ति के अवसर पर भावभीनी विदाई दी गई। इस मौके पर विभाग के अधिकारियों-कर्मचारियों श्री चतुर्वेदी को सुखद एवं स्वस्थ्य जीवन की कामना की। 39 वर्षों से अधिक समय तक जनसंपर्क विभाग को अपनी सेवाएं देने के बाद श्री चतुर्वेदी सेवानिवृत्त हुए हैं। अपर संचालक उमेश मिश्रा एवं विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों ने श्री चतुर्वेदी को शॉल एवं श्रीफल भेंट कर सम्मानित किया और उनके सुदीर्घ जीवन के लिए अपनी शुभकामनाएं दीं। श्री चतुर्वेदी ने अपनी सेवाओं के 15 साल 7 महीने मध्यप्रदेश में एवं 23 साल 7 माह छत्तीसगढ़ में बिताये। श्री चतुर्वेदी ने कहा कि जनसंपर्क विभाग में बिताये गये 39 वर्षों में बहुत यादगार अनुभव रहे हैं। जनसंपर्क विभाग में अधिकारियों से सदैव मार्गदर्शन एवं स्नेह मिला है, जो उनके लिए अविस्मरणीय रहेगा।

अपर संचालक उमेश मिश्रा ने श्री चतुर्वेदी की कर्तव्यनिष्ठा की सराहना की और कहा कि श्री चतुर्वेदी ने सदैव अपने दायित्वों का निर्वहन अच्छी तरह से किया है। कार्य के प्रति उनका समर्पण विभाग के नये अधिकारियों के लिए अनुकरणीय है। कार्यक्रम का संचालन कमलेश साहू ने किया। इस अवसर पर संयुक्त संचालक धनंजय राठौर, पवन गुप्ता, बालमुकुन्द तंबोली, हीरालाल देवांगन, उप संचालक छगनलाल लोन्हारे, घनश्याम केशरवानी, नसीम अहमद खान, मुन्नालाल चौधरी, प्रेमलाल पटेल, लक्ष्मीकांत कोसरिया, सहायक संचालक सुनील त्रिपाठी, नूतन सिदार, तेज बहादुर भुवाल, धनेन्द्र बंजारे सहित अन्य विभागीय अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।