भूमि अधिग्रहण के बाद भी मुआवजे के लिए दर-दर भटक रहा किसान
नवाबगंज (गोंडा)। क्षेत्र के जैतपुर गांव के रहने वाले किसान बहादुर पुत्र राजाराम की भूमि सरकार द्वारा रिंग रोड में अधिग्रहित कर ली गई थी लेकिन विभागीय जिम्मेदारों के पेंच में फंसकर आज तक उसे मुआवजे की फूटी कौड़ी नहीं मिली।पीड़ित किसान ने दूसरी बार जिलाधिकारी को पत्र लिखकर मुआवजा दिलाने की गुहार लगायी है।
बहादुर ने बताया कि जैतपुर गांव में स्थित भूमि गाटा संख्या 681 में वह सह खातेदार दर्ज है। उक्त गाटा संख्या की भूमि सरकार द्वारा रिंग रोड में अधिग्रहित की गई थी। अधिग्रहण के लिए प्रकाशित राजपत्र और फाटबंदी में भी वह बतौर सहखातेदार दर्ज है। पीड़ित का आरोप है कि कुछ माह पूर्व विशेष भूमि आधिपत्य कार्यालय के अमीन रामानंद यादव ने भूमि का बैनामा उससे और अन्य खातेदारों से करा लिया था लेकिन अन्य खाते दारो को मुआवजे की रकम मिल गयी बस उसके अंश का मुआवजा आज तक उसे नहीं मिला।
इस संबंध में बीते 06 मार्च को भी उसने जिलाधिकारी गोंडा नेहा शर्मा से शिकायत की थी लेकिन कोई लाभ नहीं मिला। इस बीच उसने दर्जनों बार आधिपत्य कार्यालय के चक्कर काटे। बहादुर का कहना है कि वह काफी गरीब है और वह दौड़-भाग करने में समर्थ नहीं है फिलहाल एक बार फिर उसने जिलाधिकारी को पत्र लिखकर मुआवजा दिलाने की गुहार लगायी है।
वहीं हल्का लेखपाल राहुल अग्रहरी ने बताया कि वह खतौनी, फाटबंदी में बतौर सहखातेदार दर्ज है एंव मुआवजे का पात्र है।
May 08 2024, 18:11