झारखंड में कैश कांड में मंत्री आलमगीर आलम् का आई प्रतिक्रिया सामने,कहा,जो आप टीबी में देख रहे वहीं मै भी देख रहा हूं,
उन्होने कहा-अरोपी सरकारी पदा धिकारी है,मेरे पहले भी तीन लोगो के सचिव रह चुके हैँ
झारखंड डेस्क
झारखंड में अभी लोकसभा चुनाव है इसी बीच राजधानी रांची से सामने आ रहे एक कैश कांड ने पूरे देश को विस्मित कर दिया है। दरअसल जब प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने झारखंड सरकार के मंत्री और कांग्रेस नेता आलमगीर आलम के निजी सचिव संजीव लाल के नौकर के घर रेड मारी तो इतना कैश मिला कि नोटों को गिनने के लिए मशीन मंगवानी पड़ी।
जाहिर है इस कैश कांड के उजागर होने पर राज्य के ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम भी कहीं ना कहीं घिरते नजर आ रहे हैं। अब इसपर आलमगीर आलम की प्रतिक्रिया भी सामने आई है।
मंत्री आलमगीर आलम ने कहा, 'संजीव लाल एक सरकारी मुलाजिम हैं। वो हमारे निजी सचिव हैं। हम लोग भी जब कभी निजी सचिव का चुनाव करते हैं तो अनुभव के आधार पर करते हैं। इसके पहले भी वो दो-दो मंत्री के पीएस रह चुके हैं। टीवी जो आप लोग देख रहे हैं वहीं हम भी देख रहे हैं। अब ईडी का क्या निष्कर्ष आएगा इसका बाद में पता चलेगा।'
यहां आपको बता दें कि प्रवर्तन निदेशालय ने रांची में विभिन्न ठिकानों पर छापेमारी की है। लेकिन अभी तक दो जगहों से भारी कैश मिलने की बात सामने आ रही है। इस छापेमारी के दौरान मंत्री के निजी सचिव के नौकर के घर नोटों का अंबार मिला है। बताया जा रहा है कि नौकर के घर से करीब 30 करोड़ रुपये मिले हैं और इसके अलावा एक अन्य जगह से 3 करोड़ रुपये भी कैश मिले हैं।
कहा जा रहा है कि इन नोटों की गिनती मशीनों के जरिए की जा रही है। ईडी की टीम के अलावा बैंक के दो अधिकारियों को भी कैश गिनने में लगाया गया है। कुछ मीडिया रिपोर्ट में बताया जा रहा है कि 'सैयद रेसिडेंसी' में निजी सचिव के नौकर रहते थे। यहीं पर ईडी ने छापेमारी की है। कहा जा रहा है कि नोट गिनने के लिए तीन मशीन लाए गए हैं।
बताया जा रहा है कि ईडी ने झारखंड के ग्रामीण विकास विभाग के चीफ इंजीनियर वीरेंद्र के.राम को फरवरी 2023 में गिरफ्तार किया था। उन्हें कुछ योजनाओं में गड़बड़ी करने के आरोप में गिरफ्तार किया था। कुछ मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक वैसे तो यह गिरफ्तारी रिश्वत मामले में हुई थी लेकिन इसी दौरान ईडी को सबसे पहले आलमगीर आलम के निजी सचिव के नौकर के घर कैश पहुंचाए जाने की जानकारी मिली थी। बताया जा रहा है कि ईडी को इंटेलिजेंस के जरिए यह जानकारी मिली थी कि बहुत सारा कैश संजीव लाल के नौकर के घर रखे गए हैं। जिसके बाद यह छापेमारी की गई है।
May 06 2024, 19:42