भारत में लोकसभा चुनावों में AI के जरिए प्रभावित कर सकता है चीन, माइक्रोसॉफ्ट ने किया सतर्क
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भारत में लोकसभा चुनाव की तैयारियां जोरों पर हैं। पहले चरण के लिए 19 अप्रैल को वोटिंग होनी है। इससे पहले सुरक्षा व्यवस्था को दुरूस्त किया जा रहा है। चुनाव में किसी तरह की अशांति और धांधली ना हो इसकी तैयारी की जा रही है। इस बीच अमेरिका की दिग्गज टेक्नोलॉजी कंपनी माइक्रोसॉफ्ट ने दावा किया है कि चीन आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (एआई) की मदद से भारत के लोकसभा चुनावों को प्रभावित करने की कोशिश कर सकता है।
माइक्रोसॉफ्ट ने कहा कि भारत में आम चुनाव के दौरान चीन एआई टेक्नोलॉजी का मिसयूज कर के चुनाव पर असर डाल सकती है। कंपनी ने इस दौरान हैकिंग की कोशिश को लेकर भी चेतावनी दी है। टेक कंपनी की थ्रेट इंटेलीजेंस टीम का अनुमान है कि, चीन सरकार के साइबर ग्रुप इस साल होने वाले अहम चुनावों को निशाना बनाएंगे और इसमें उत्तर कोरिया की भी भूमिका हो सकती है। इस साल दुनिया भर में विशेष रूप से भारत, दक्षिण कोरिया और अमेरिका में होने वाले प्रमुख चुनावों के साथ हमारा आकलन है कि चीन एआई पर कंटेंट जनरेटे कर रहा है।
हैकर्स के लिए एआई प्रमुख हथियार बना
कंपनी का कहना है कि हैकर्स के लिए एआई एक प्रमुख हथियार बन गया है, जो आसानी से वीडियो मॉर्फ (छेड़छाड़ करना) कर सकता है। माइक्रोसॉफ्ट ने खुलासा किया है कि चीन चुनाव परिणामों को प्रभावित करने के लिए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एआई की मदद से सामग्री बनाने और उसे वायरल करने की योजना बना रहा है। एआई की मदद से प्रसिद्ध हस्तियों की आवाज बदली जा सकती है और उन्हें बड़े पैमाने पर सार्वजनिक रूप से शेयर किया जा सकता है, जो इसे वायरल होने और लाखों लोगों तक पहुंचने में मदद करता है।
ताइवान के चुनाव में चीन ने किया था दुष्प्रचार
रिपोर्ट में जनवरी में ताइवान के राष्ट्रपति चुनाव के दौरान एआई-की मदद से दुष्प्रचार अभियान में चीन के पिछले प्रयास की भी जानकारी दी गई है। माइक्रोसॉफ्ट ने बताया कि जनवरी 2024 में ताइवान के राष्ट्रपति चुनावों को अस्थिर करने के लिए एआई सामग्री का भी उपयोग किया गया था। यह विदेशी चुनाव को प्रभावित करने के लिए एआई की मदद से बनाए गए कंटेट का उपयोग करने वाली चीनी सरकार समर्थित साइबर एजेंसी का पहला कारनामा है। बीजिंग समर्थित एक समूह, जिसे स्टॉर्म 1376 या स्पामौफ्लैज के नाम से जाना जाता है, इस अवधि के दौरान विशेष रूप से सक्रिय था। वह यूट्यूब पर नकली सामग्री पोस्ट कर रहा था और विजेता उम्मीदवार के बारे में एआई-जनरेटेड मीम्स बना रहा था।








भाजपा की शिकायत पर चुनाव आयोग ने दिल्ली सरकार की मंत्री आतिशी को नोटिस भेजा है। उन्हें सोमवार तक जवाब देने को कहा गया है। दिल्ली की मंत्री आतिशी से चुनाव आयोग ने उनकी भाजपा में शामिल हों या जेल का सामना करें वाली टिप्पणी पर जवाब मांगा है। दरअसल, हाल ही में दिल्ली की मंत्री आतिशी ने दावा किया था कि उनसे बीजेपी में शामिल होने के लिए संपर्क किया गया था। मंगलवार को आम आदमी पार्टी की एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में आतिशी ने कहा था कि भारतीय जनता पार्टी ने मेरे एक बहुत करीबी व्यक्ति के माध्यम से मुझे बीजेपी ज्वाइन करने के लिए अप्रोच किया है। आतिशी के इस बयान पर बीजेपी ने कल यानि 4 अप्रैल को शिकायत की थी। इससे पहले भाजपा ने आतिशी को मानहानि का नोटिस भेजा था। आतिशी ने आरोप लगाया कि उन्हें भाजपा में शामिल होने का ऑफर आया है। करीबी व्यक्ति के माध्यम से उन्हें भाजपा में शामिल होने के लिए संपर्क किया गया है। उन्हें कहा गया है कि भाजपा में शामिल होकर राजनीतिक करिअर बचा लो, अन्यथा महीने भर में ईडी गिरफ्तार कर लेगी। कुछ दिनों में उनके आवास, रिश्तेदारों व परिवार वालों के घर रेड होगी और समन भेजे जाएंगे। आतिशी ने दावा करते हुए कहा कि ईडी मेरे घर पर छापेमारी कर सकती है और आने वाले दिनों में मुझे भी जेल में डाला जा सकता है। वहीं उन्होंने यह भी कहा कि सौरभ और राघव चड्ढा को भी गिरफ्तार किया जा सकता है। आतिशी ने कहा कि अरविंद केजरीवाल अपना इस्तीफा नहीं देंगे।
दिल्ली शराब घोटाला मामले में आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह को सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिल चुकी है। जेलर से बाहर आने के बाद आज शुक्रवार को संजय सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कई चौंकाने वाला दावा किया। संजय सिंह ने दावा किया है कि शराब घोटाला बीजेपी ने किया है और उसके टॉप के नेता इसमें शामिल हैं। आप के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने ये भी कहा कि अरविंद केजरीवाल को साजिश के तहत गिरफ्तार किया गया है। प्रेशर डालकर केजरीवाल के खिलाफ बयान दिलवाया गया है। केजरीवाल की गिरफ्तारी एक गहरी साजिश है। *दबाव बनाकर बयान दिलवाया गया* संजय सिंह ने पीसी में कहा, आज आपके सामने यह बताने के लिए आया हूं कि कैसे कुचक्र रचकर और साज़िश रचकर अरविंद केजरीवाल को गिरफ़्तार किया गया है। मंगूटा रेड्डी ने कुल 3 और उसके बेटे ने 7 बयान दिए। 16 सितंबर को पूछा गया कि क्या आप अरंविद केजरीवाल को जानते हो तो उसने माना कर दिया था। उसके बेटे को 5 महीने के लिए जेल भेजा दिया जाता है। 10 फ़रवरी से 16 जुलाई को 7वां बयान होता है और उसका बयान बदल जाता है। वह अरविंद के खिलाफ बयान देता है। संजय सिंह ने दावा किया कि बाप-बेटे के 9 बयान में अरविंद के खिलाफ कुछ नहीं था। बाद में दबाव बनाकर बयान दिलवाया गया। संजय सिंह ने कहा कि जो बयान केजरीवाल के खिलाफ नहीं था उसके बारे में ईडी ने कहा कि इनपर भरोसा नहीं है। *शराब घोटाले के आरोपी के साथ पीएम की तस्वीर क्यों?* संजय सिंह ने पीएम मोदी के साथ मगुंटा रेड्डी की तस्वीर दिखाते हुए सवाल किया कि वह आदमी जिसे शराब घोटाले का आरोपी बनाया गया है, पीएम मोदी उसके साथ क्या कर रहे हैं।आज की तारीख में वो टीडीपी से चुनाव लड़ रहा है लेकिन प्रधानमंत्री की तस्वीर लगाकर वोट मांग रहा है। इसे शराब कारोबारी बताया जा रहा था, जो मुख्यमंत्री के खिलाफ बयान देता है। अब इसको छिपा लिया गया। *शरत रेड्डी को किया गया मजबूर* संजय सिंह ने आगे कहा कि शरद रेड्डी (अरबिंदो फार्मा के एमडी) के घर पर 9 नवंबर 2022 में छापा होता है। उससे अरविंद केजरीवाल के बारे में पूछा जाता है तो वो मना कर देता है। कुल 12 बयान देता है। 9 नवंबर से उससे पूछताछ शुरू हुई। इस दौरान उस पर दवाब बनाया गया। नहीं माना तो 10 नवंबर को उसकी गिरफ्तारी हो जाती है। इसके बाद 25 अप्रैल तक कुल 6 महीने जेल में रखा गया और कहा कि अरविंद केजरीवाल के खिलाफ बयान दो। उसको कहा गया कि बयान दो वर्ना जिंदगी जेल में सड़ जाएगी। वो संजय सिंह तो है नहीं। वो टूट गया और 25 अप्रेल को अरविंद केजरीवाल के खिलाफ बयान दिया। हमारे वकीलों ने जब बयानों को देखा तो 10 बयान अरविंद केजरीवाल के खिलाफ नहीं थे तो ईडी ने कहा कि बयानों पर भरोसा नहीं। 25 अप्रैल को बयान देने के बाद उसकी जमानत हो जाती है। *एलजी पर भी लगाए आरोप* संजय सिंह ने कहा कि एलजी साहब कैसे काम करते हैं, ये सबको पता है। ऊपर से आदेश लेकर काम करते हैं। एलजी ने शरद रेड्डी के मामले में लेटर क्यों नहीं लिखा? पूरी बीजेपी सिर से लेकर पांव तक शराब घोटाले में डूबी है। *55 करोड़ रुपये बीजेपी को रिश्वत के रूप में मिली* संजय सिंह ने दावा किया कि असली घोटाला ईडी की जांच के बाद शुरू हुआ। पहले 15 नवंबर को 5 करोड़ का नजराना बीजेपी को पहुंचा। कुल 55 करोड़ रुपये बीजेपी को रिश्वत के रूप में मिली। मनी ट्रेल तो खुलेआम मिला। ये सुप्रीम कोर्ट की वजह से तब हुआ, जब कहा गया कि इलेक्टोरल बॉन्ड का हिसाब दिखाओ। बीजेपी के घोटाले से ध्यान हटाने के लिए अरविंद केजरीवाल के घर छापा मारा गया और केजरीवाल को गिरफ्तार कर लिया गया।
Apr 06 2024, 11:23
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