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आज होलिका दहन,हिंदू धर्म में इसे बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक माना गया है

प्रस्तुति:- विजय गोप

 होली एक सांस्कृतिक, धार्मिक और पारंपरिक त्योहार है। पूरे भारत में इसका अलग ही जश्न और उत्साह देखने को मिलता है। होली भाईचारे, आपसी प्रेम और सद्भावना का त्योहार है। इस दिन लोग एक दूसरे को रंगों में सराबोर करते हैं।

भारत बर्ष में होली हिंदू धर्म का प्रमुख पर्व है। बसंत का महीना लगने के बाद से ही इसका इंतजार शुरू हो जाता है। फाल्गुन शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा की रात होलिका दहन किया जाता है और इसके अगले दिन होली मनाई जाती है। हिंदू धर्म के अनुसार होलिका दहन को बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक माना गया है। होली एक सांस्कृतिक, धार्मिक और पारंपरिक त्योहार है। पूरे भारत में इसका अलग ही जश्न और उत्साह देखने को मिलता है। होली भाईचारे, आपसी प्रेम और सद्भावना का त्योहार है। इस दिन लोग एक दूसरे को रंगों में सराबोर करते हैं। घरों में गुझिया और पकवान बनते हैं। लोग एक दूसरे के घर जाकर रंग-गुलाल लगाते हैं और होली की शुभकामनाएं देते हैं। 

पूर्णिमा तिथि....

फाल्गुन पूर्णिमा को होलिका दहन और इसके अगले दिन होली मनाई जाती है। इस साल फाल्गुन पूर्णिमा तिथि 24 मार्च को सुबह 09 बजकर 54 मिनट से शुरू होगी। वहीं इस तिथि का समापन अगले दिन यानी 25 मार्च को दोपहर 12 बजकर 29 मिनट पर होगा।

होलिका दहन का मुहूर्त

24 मार्च को होलिका दहन है। इस दिन होलिका दहन के लिए शुभ मुहूर्त देर रात 11 बजकर 13 मिनट से लेकर 12 बजकर 27 मिनट तक है। ऐसे में होलिका दहन के लिए आपको कुल 1 घंटे 14 मिनट का समय मिलेगा।

होलिका के अगले दिन होली मनाई जाती है, इसलिए इस साल 25 मार्च को होली है। इस दिन देशभर में धूमधाम से होली मनाई जाएगी।

होलिका दहन पूजा की विधि

होलिका दहन की पूजा करने के लिए सबसे पहले स्नान करना जरूरी है।

स्नान के बाद होलिका की पूजा वाले स्थान पर उत्तर या पूरब दिशा की ओर मुंह करके बैठ जाएं।

पूजा करने के लिए गाय के गोबर से होलिका और प्रहलाद की प्रतिमा बनाएं।

वहीं पूजा की सामग्री के लिए रोली, फूल, फूलों की माला, कच्चा सूत, गुड़, साबुत हल्दी, मूंग, बताशे, गुलाल नारियल, 5 से 7 तरह के अनाज और एक लोटे में पानी रख लें।

इसके बाद इन सभी पूजन सामग्री के साथ पूरे विधि-विधान से पूजा करें। मिठाइयां और फल चढ़ाएं।होलिका की पूजा के साथ ही भगवान नरसिंह की भी विधि-विधान से पूजा करें और फिर होलिका के चारों ओर सात बार परिक्रमा करें। जय श्री कृष्णा ।

होली से पहले होली के रंग में रंगा रांची, सपना चौधरी के संघ थिरके युवा

होली का त्योहर आने में बस दो दिन बचे हैं और अभी से ही इसकी रौनक शुरू हो गई है। फेस्टिवल सीजन में सभी सतरंगी रंगों में रंग चुके हैं। अगर हरियाणवी गानों की बात करे तो इसकी अपनी अलग ही धुन है। आज गुलाल इवेंट के नाम से रांची के कार्निवल हॉल में कार्यक्रम किया गया। 

जिसमे हरियाणवी डांसर सपना चौधरी पहुंची। जब सपना चौधरी नॉर्मल से सलवार-सूट में स्टेज पर आई और फेमस हरियाणवी गाने 'मने पल पल तेरी सातवे' पर ऐसा जीतोड़ डांस किया कि सभी युवाओं ने खूब झूमा। 

रंगो के इस त्योहार में गाने बजते ही जैसे सबकी रगों में त्योहार वाली फिलिंग दौड़ गई। वही सपना चौधरी के गानों की तो बात ही कुछ और है। यहां सभी जम कर गुलाल उड़ाया और मस्ती के रंग खूब थिरके।

गुलाल नाम से इस इवेंट में युवाओं ने उत्साह और उल्लास के साथ आनंद उठाया। यहां आए सभी लोग एक-दूसरे को ‘गुलाल' लगाते हुए नजर आए और चिल्लाते हुए, नृत्य करते करते दिखे। यू कहे तो इस रंगों के त्योहार को जमकर सेलिब्रेट किया।

रांची में चर्च रोड कपड़ा मंडी में अपराधियों ने दिनदहाड़े चलाई गोली, एक व्यक्ति को लगी गोली

राँची: राजधानी रांची के महात्मा गांधी रोड से सटे चर्च रोड कपड़ा मंडी के पास अपराधियों ने दिनदहाड़े गोली चलाई। चर्च रोड कपड़ा मंडी लोअर बाजार थाना अंतर्गत आता है। इस फायरिंग में एक व्यक्ति मौके पर घायल हो गया। घटना दोपहर साढ़े तीन बजे के करीब की है।

 घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर पुलिस पहुंची है और आसपास के लोगों से पूछताछ कर रही है। वहीं घायल व्यक्ति को इलाज के लिए नजदीक के राज अस्पताल ले जाया गया है। जिस तरह इस भीड़ भाड़ वाले इलाके में दो बाइक पर सवार होकर आए अपराधियों ने यह दुस्साहस दिखाते हुए एक युवक को गोली मार दी। इससे प्रतीत होता है कि अपराधियों के मन में पुलिस का कोई भी खौफ नहीं है।

स्थानीय लोग घटना में शामिल अपराधियों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं। इस दौरान विधि व्यवस्था में किसी प्रकार की समस्या उत्पन्न नहीं हो, इसे लेकर घटनास्थल और उसके आसपास के इलाकों में भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है। मौके पर सिटी एसपी, कोतवाली डीएसपी, लोअर बाजार, डेली मार्केट ,कोतवाली थाना पुलिस मौजूद है और पुलिस के द्वारा छानबीन की जा रही है।

सरायकेला : सार्वजनिक आदिवासी नव युवक जन कल्याण सरहुल पूजा समिति द्वारा 29 मार्च को बा: पराेब का आयोजन


सरायकेला : श्री श्री सार्वजनिक आदिवासी नव युवक जन कल्याण सरहुल पूजा समिति पोड़का द्वारा आयोजित ,वसंत उत्सव सरहुल पर्व के पावन शुभ अवसर पर आगामी 29 मार्च 2024 को चांडिल अनुमंडल क्षेत्र पोड़का की ओर (बा:परोब) सरहुल महोत्सव का भव्य आयोजन रखा गया । साथ ही पोडका ग्रामवासी द्वारा जिला वासियों को आमंत्रित किया गया। 

इस बा: पर्व मुख्य अतिथि धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा के पोता श्री सुखराम मुंडा , विशिष्ट अतिथि पदम् श्री राम दयाल मुंडा के पुत्र गुंजल इकिर मुंडा ,साथ ही महादेव मुंडा केंद्रीय सलाहकार सरना धर्म सोतो समिति,खूंटी के पदाधिकारी उपस्थित रहेंगे ।

कार्यक्रम:- 27 मार्च को हाई काड़कोम ,28 मार्च को बा: कटाव ,29 मार्च शुक्रवार दिन (सारना बोंगा) सरहुल पूजा एब पुष्प , प्रसाद वितरण , सुबह 8 बजे से 10बजे तक पारंपरि jaadur नृत्य संगीत शाम 6 बजे तक चलेगा ।

पारंपरिक जरदूर नृत्य संगीत दलों इस तरह।

1 आदिवासी महिला स्नास्कृतिक समूह पोड़ाका झाबरी,

2 युवा स्नास्कृतिक कला मंच हाथी कोचा उरमाल 

3 आदिवासी सारना समिति काजीबारु, काजीबारू, हुमटा ।

4 आबुआ आदिवासी आखडा डिमरा , पुण्डीदिरी ।

5 बारुहातु संगम गट सुगुंग दुरांग पार्टी ,बारुहातू ,बुंडु ।

आदिवासी नव युवक जन कल्याण सरहुल पूजा समिति पोड़का के अध्यक्ष दीपक सिंह मुंडा ठाकुर सिंह मुंडा ,सचिव मनोरंजन सिंह मुंडा ,महादेव सिंह मुंडा ,कोषाध्यक्ष पूर्ण सिंह मुंडा ,विश्वकेतु सिंह मुंडा ।अनयुक्त रूप से जानकारी दिया गया ।

सरायकेला : जनप्रतिनिधि के लापरवाही और अधिकारियों की उपेक्षा से दलमा वन्य क्षेत्र के निवासी मूलभूत सुविधाओं से है वंचित:-जेबीकेएसएस।


सरायकेला : कोल्हान के चांडिल अनुमंडल स्थित दलमा वन्य प्राणी आश्रयणी तथा इको सेंसेटिव जोन क्षेत्र के अधीन में बसवास करने वाले ग्रामीणों को आज तक मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं। 

जेबीकेएसएस के बैठक में नेताओं ने बताया कि वन विभाग और केंद्र सरकार ,राज्य सरकार का दायित्व बनता है कि दलमा पहाड़ी क्षेत्र के अधीन जीवन यापन करने वाले लोगों को स्वरोजगार समेत तमाम मूलभूत सुविधाओं की मुहैया कराये। 

पत्रकार से बातें करते हुए जेबीकेएसएस केंद्रीय महासचिव विश्वनाथ महतो ने कहा की स्थानीय जनप्रतिनिधियों और वन एवं पर्यावरण विभाग के अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाया है। 

विश्वनाथ महतो ने कहा कि क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों के उदासीनता तथा वन विभाग के अधिकारियों की लूट के कारण दलमा सेंचुरी का समुचित विकास नहीं हो रहा है। उन्होंने कहा कि वन विभाग के अधिकारी स्वयं विभागीय नियमों और नीतियों का पालन नहीं कर रहे हैं।

 दूसरी ओर क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों को दलमा वाइल्ड लाइफ सेंचुरी के विकास में कोई दिलचस्पी नहीं है। यही कारण है कि इको सेंसेटिव जोन के अधीन बसे हुए गांवों का समुचित विकास नहीं हो रहा है। वन विभाग के अधिकारियों ने सरकारी राशि की लूट मचा रखी है।

 उन्होंने कहा कि इको विकास समिति को स्वरोजगार से जोड़ने तथा दलमा के संरक्षण में उनके योगदान की योजना है लेकिन वन विभाग के अधिकारी इको विकास समिति के नाम पर ग्रामीणों को ठगने का काम कर रहे हैं और सरकारी राशि का बंदरबांट कर रहे हैं। विश्वनाथ महतो ने कहा कि प्रतिवर्ष सभी 85 इको विकास समिति का अंकेक्षण और उनके प्रगति की समीक्षा होनी चाहिए, ताकि पता चल सके कि आखिर कितने ग्रामीणों को स्वरोजगार मिल रही हैं।  

बता दें कि दलमा इको सेंसेटिव जोन के तहत 85 गांव पूर्ण प्रभावित हैं। इन गांवों के ग्रामीणों का एक समूह तैयार किया गया, जिसे इको विकास समिति कहा जाता है। इस समिति के माध्यम से गांव का विकास, जल ,जंगल, पेड़ पौधे, वन्य जीवजंतु  का संरक्षण, ग्रामीणों को स्वरोजगार, प्रशिक्षण इत्यादि सुविधा देने का प्रावधान किया गया है। परंतु धरातल पर देखें तो एक - दो समिति को छोड़कर अन्य समितियों एवं गांवों में वन विभाग की योजना नहीं पहुंची है। ईको विकास समिति से जुड़े कोई आदिवासी लोग दो जून रोटी के लिए राज्य छोड़ कर दूसरे राज्य में पलायन कर रहे हे।कोई लोग आपने गांव को विकास और रोजगार की आश में परलोक सिदार गए। लेकिन गांव का विकास नहीं हुआ ।

सरायकेला : जनप्रतिनिधि के लापरवाही और अधिकारियों की उपेक्षा से दलमा वन्य क्षेत्र के निवासी मूलभूत सुविधाओं से है वंचित:-जेबीकेएसएस।


सरायकेला : कोल्हान के चांडिल अनुमंडल स्थित दलमा वन्य प्राणी आश्रयणी तथा इको सेंसेटिव जोन क्षेत्र के अधीन में बसवास करने वाले ग्रामीणों को आज तक मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं। 

जेबीकेएसएस के बैठक में नेताओं ने बताया कि वन विभाग और केंद्र सरकार ,राज्य सरकार का दायित्व बनता है कि दलमा पहाड़ी क्षेत्र के अधीन जीवन यापन करने वाले लोगों को स्वरोजगार समेत तमाम मूलभूत सुविधाओं की मुहैया कराये। 

पत्रकार से बातें करते हुए जेबीकेएसएस केंद्रीय महासचिव विश्वनाथ महतो ने कहा की स्थानीय जनप्रतिनिधियों और वन एवं पर्यावरण विभाग के अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाया है। 

विश्वनाथ महतो ने कहा कि क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों के उदासीनता तथा वन विभाग के अधिकारियों की लूट के कारण दलमा सेंचुरी का समुचित विकास नहीं हो रहा है। उन्होंने कहा कि वन विभाग के अधिकारी स्वयं विभागीय नियमों और नीतियों का पालन नहीं कर रहे हैं।

 दूसरी ओर क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों को दलमा वाइल्ड लाइफ सेंचुरी के विकास में कोई दिलचस्पी नहीं है। यही कारण है कि इको सेंसेटिव जोन के अधीन बसे हुए गांवों का समुचित विकास नहीं हो रहा है। वन विभाग के अधिकारियों ने सरकारी राशि की लूट मचा रखी है।

 उन्होंने कहा कि इको विकास समिति को स्वरोजगार से जोड़ने तथा दलमा के संरक्षण में उनके योगदान की योजना है लेकिन वन विभाग के अधिकारी इको विकास समिति के नाम पर ग्रामीणों को ठगने का काम कर रहे हैं और सरकारी राशि का बंदरबांट कर रहे हैं। विश्वनाथ महतो ने कहा कि प्रतिवर्ष सभी 85 इको विकास समिति का अंकेक्षण और उनके प्रगति की समीक्षा होनी चाहिए, ताकि पता चल सके कि आखिर कितने ग्रामीणों को स्वरोजगार मिल रही हैं।  

बता दें कि दलमा इको सेंसेटिव जोन के तहत 85 गांव पूर्ण प्रभावित हैं। इन गांवों के ग्रामीणों का एक समूह तैयार किया गया, जिसे इको विकास समिति कहा जाता है। इस समिति के माध्यम से गांव का विकास, जल ,जंगल, पेड़ पौधे, वन्य जीवजंतु  का संरक्षण, ग्रामीणों को स्वरोजगार, प्रशिक्षण इत्यादि सुविधा देने का प्रावधान किया गया है। परंतु धरातल पर देखें तो एक - दो समिति को छोड़कर अन्य समितियों एवं गांवों में वन विभाग की योजना नहीं पहुंची है। ईको विकास समिति से जुड़े कोई आदिवासी लोग दो जून रोटी के लिए राज्य छोड़ कर दूसरे राज्य में पलायन कर रहे हे।कोई लोग आपने गांव को विकास और रोजगार की आश में परलोक सिदार गए। लेकिन गांव का विकास नहीं हुआ ।

सरायकेला:आदित्यपुर थाना अंतर्गत दिंदली बस्ती में युवक ने फांसी लगा कर की आत्महत्या


सरायकेला : जिला के आदित्यपुर थाना अंतर्गत दिंदली बस्ती में बीती रात एक युवक ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. युवक का नाम रूपेश महतो है जो सरायकेला का रहने वाला बताया जा रहा है। 

घटना के संबंध में बताया जाता है कि मृतक यहां रहकर परीक्षा की तैयारी कर रहा था. परिजनों ने बताया कि रात करीब 1:30 के आसपास उन्हें रूपेश के फांसी लगाने की सूचना मिली. यहां पहुंचा तो गमछे के सहारे रूपेश को फंदे पर झूलता पाया।

युवक ने आत्महत्या क्यों की इसका खुलासा फिलहाल नहीं हो सका है. वहीं सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. साथ ही आगे की कार्रवाई में जुट गई है।

झारखण्ड के विकास में महिला पत्रकारों की भूमिका विषय पर सेमिनार और महिला पत्रकारों का सम्मान समारोह आयोजित।


रांची:- मांडर की विधायक शिल्पी नेहा तिर्की ने कहा है की राजनीति और पत्रकारिता दो ऐसे क्षेत्र हैं जो कभी आमने-सामने होते हैं तो कभी दोनों के परस्पर सामंजस्य के बलबूते ही समाज और देश-प्रदेश का समन्वित, संतुलित और तेज गति से विकास किया जा सकता है.श्रीमती तिर्की ने कहा कि ये दोनों ही क्षेत्र ऐसे हैं जहाँ ईमानदारी, कर्मठता, छवि और समर्पण सबसे ज्यादा जरूरी है।

अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर आज राजधानी के मोदहाबादी स्थित संगम गार्डन में में आयोजित एक समारोह में रांची की महिला पत्रकारों को सम्मानित करने के बाद श्रीमती तिर्की ने कहा पूरे देश के दौरे के क्रम में उन्होंने देखा है कि अन्य शहरों-प्रदेशों के मुकाबले झारखण्ड में पत्रकारिता कहीं अधिक पारदर्शिता के साथ काम कर रही है।

श्रीमती तिर्की ने कहा कि पत्रकारिता और राजनीति दोनों ही ऐसे क्षेत्र हैं जो पुरुष प्रधान एवं पितृसत्तात्मक हैं और इसमें महिलाओं की अपेक्षित और अनुपातिक भागीदारी तो कम है ही साथ ही इस क्षेत्र में लिये जाने वाले बड़े निर्णयों में महिलाओं की सहभागिता भी कम है जो अफसोस की बात है।

श्रीमती तिर्की ने कहा कि हाल-फिलहाल के वर्षों में स्थिति में बदलाव हो रहा है लेकिन उसकी गति बहुत ही कम है.एक शोध की चर्चा करते हुए श्रीमती तिर्की ने कहा कि जिस चीज में महिलायें सक्रियता के साथ अपनी भूमिका निभाती हैं वहाँ विशेष रूप से पारदर्शिता पूर्ण तरीके से काम होता है।

उन्होंने कहा कि पत्रकारिता ऐसा क्षेत्र है जहाँ पारदर्शिता और निष्पक्षता की बहुत ज़्यादा जरूरत है लेकिन अनेक बार अपनी विचारधारा को समाचार के बीच में पिरोकर प्रयोग किया जाता है. उन्होंने कहा कि जहाँ महिला पत्रकारों ने सक्रियता से काम किया है वहाँ की पत्रकारिता में कहीं अधिक पारदर्शिता है।

आज आयोजित सेमिनार में

सेमिनार में अपने विचार व्यक्त करते हुए वरिष्ठ महिला पत्रकार आशिया नाज़नीन ने कहा कि महिला पत्रकार एक ओर एकल शक्ति के रूप में वहीं दूसरी ओर अपनी सामूहिक भागीदारी के साथ समाज के नव निर्माण और पत्रकारिता को बेहतर बनाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है. कर्वी दत्ता ने कहा कि महिलाओं के पत्रकारिता में आने के बाद विकास के सभी क्षेत्र के साथ ही सड़क, शिक्षा, पोषण, रोजगार आदि क्षेत्रों में भी महिलाओं का सशक्तिकरण होता है और इसके लिये पत्रकारिता में महिलाओं की सहभागिता बहुत जरूरी है।

वरिष्ठ महिला पत्रकार रेखा पाठक ने कहा कि पत्रकारिता के अपने लंबे समय में उन्होंने पत्रकारिता में तेजी से बदलाव होते हुए देखा है और महिलायें अब कहीं अधिक सक्रियता के साथ पत्रकारिता में अपनी भूमिका निभा रही हैं।

इस अवसर पर स्नीग्धा मित्रा ने कहा कि अपने विश्वास के बलबूते ही महिलायें पत्रकारिता को बेहतर बनाने के साथ-साथ अपना कैरियर भी बना सकती हैं. वरिष्ठ पत्रकार रूपम ने कहा कि शुरुआत में पत्रकारिता बहुत अधिक चुनौतीपूर्ण थी और न केवल सूचनाओं एवं जानकारियों को जुटाना बल्कि क्षेत्र के भ्रमण में भी बहुत अधिक चुनौतियों का सामना करना पड़ता था लेकिन अब स्थिति अनुकूल हुई तो है लेकिन पत्रकारिता की विश्वसनीयता भी कम हुई है.

डॉ. राजश्री दास ने कहा कि पत्रकारिता में महिलाओं को आगे बढ़ाने के साथ-साथ बच्चों को सशक्त करने के लिए स्वेच्छा से उनकी शिक्षा में योगदान देने की जिम्मेदारी सभी की है. रुचि ने कहा कि समाज में महिला समाज में पुरुषों के मुकाबले महिलाओं के कम महत्व की मानसिकता, पत्रकारिता के क्षेत्र में भी हावी है और महिला पत्रकार पुरुष प्रधान समाज में अपनी उपेक्षा को हर कदम पर महसूस करती हैं. 

मीनाक्षी ने इस अवसर पर कहा कि झारखण्ड की सभी समस्याओं को समझना होगा. तभी सफलतापूर्वक उन समस्याओं का सामना किया जा सकता है. लता रानी ने ग्रामीण क्षेत्र में शिक्षा की कमजोर स्थिति को महत्वपूर्ण बताते हुए आधारभूत क्षेत्रों के विकास को महत्वपूर्ण बताया जिससे पत्रकारिता को भी लाभ हो सके. इस अवसर पर सुनीता मुंडा ने कहा कि बिना पत्रकारिता की डिग्री के काम कर रही महिला पत्रकारों के लिये रांची प्रेस क्लब को विशेष प्रयास करते के साथ ही प्रशिक्षण का आयोजन भी करना चाहिए।

सेमिनार में ग्रामीण क्षेत्र की पत्रकार सोनी ने कहा कि विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में पत्रकारिता बहुत अधिक चुनौतीपूर्ण है.

आज के सम्मान समारोह में रूपम, आशिया नाज़नीन, महिमा सिंह, सोनी टंडन, डॉ. राजश्री दास, लता रानी, कर्वी दत्ता, नेहा खान, रेखा पाठक, स्नीग्धा मित्रा, नेहा वारसी, रानी सिंह, सृष्टि सिन्हा, खुशबू सिंह, रितु लकड़ा, सुनीता मुंडा, रुचि शर्मा, कृतिका तिवारी, कीर्ति तिवारी, करिश्मा सिन्हा, मुस्कान गिरी, अवंतिका राय, कीर्ति श्रेया, महक मिश्रा, पूजा भारती, प्रियंका सिसोदिया, पूजा दुबे, रेखा मिश्रा, अमृता कुमारी, गायत्री शर्मा सहित राजधानी की अनेक महिला पत्रकारों को सम्मानित किया गया।

आजसू के मिलन समारोह में पूर्व सैनिक भीम मुंडा ने की आजसू की सदस्यता ग्रहण

राँची: आज रांची स्थित केंद्रीय कार्यालय में आयोजित मिलन समारोह में पार्टी अध्यक्ष सुदेश कुमार महतो ने पूर्व सैनिक भीम मुंडा समेत उनके सैकड़ो समर्थक ऑन को पार्टी की सदस्यता दिलाई। 

इस मौके पर सुदेश महतो ने कहा कि राजीनीतिक पटल पर राज्य के हर समाज, हर वर्ग का नेतृत्व हो इसके लिए हम लगातार काम कर रहे हैं, जिसके लिए आजसू पार्टी ऐसे सभी नेतृत्वकर्ताओं को मंच दे रही है ताकि राज्य के विकास में समाज के हर वर्ग की सभागिता तय हो। 

 आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो ने भीम मुंडा की पार्टी स्वागत कहा कि पार्टी में उनके आने से संगठन को गति मिलेगा और राज्य के शैक्षणिक वातावरण को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका होगी।

मांडू विधानसभा के सर्वेश ने पीएम मोदी के नियत और नीति से प्रभावित होकर भाजपा का दामन थामा


लोकसभा चुनाव की नजदीकी जैसे-जैसे बढ़ रही है लोगों का राजनीतिक पार्टियों में शामिल होना भी दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। 

जहां पिछले दिनों मांडू के विधायक जीपी पटेल ने भाजपा छोड़कर कांग्रेस का हाथ थामा तो वही आज मांडू के ही जिला परिषद सर्वेश सिंह ने अपने सैकड़ो समर्थकों के साथ भाजपा का दामन थाम लिया। झारखंड के प्रदेश कार्यालय में पूर्व लोकसभा सांसद रविंद्र राय और राज्यसभा सांसद धीरज साहू ने लोगों को पार्टी का पट्टा पहना कर सदस्यता ग्रहण कराई। 

वही इस मौके पर रवींद्र राय ने कटाक्ष करते हुए कहा कि कांग्रेस यदि भाजपा से तोड़कर किसी व्यक्ति को शामिल करता है तो वहीं दूसरी ओर अवसर की तलाश में कई लोग भाजपा में शामिल हो रहे है। आज सर्वेश सिंह के साथ मांडू क्षेत्र के कई लोग भाजपा में शामिल हुए हैं जिसके कारण मांडू विधानसभा और हजारीबाग लोकसभा में लगातार जीतने का सिलसिला जारी रहेगा और हम झारखंड में 14 सीटों पर विजई होंगे।

वही सर्वेश ने बताया कि हम मोदी जी के नीति और नियत से प्रभावित होकर भाजपा की सदस्यता ग्रहण किया है। जीपी पटेल के कांग्रेस में जाने को लेकर उन्होंने कहा कि इससे संगठन पर कोई असर नहीं पड़ेगी वह कई बार पार्टी बदल चुके हैं जनता इसको जानती है।