युवाओं की नाराजगी के मद्देनजर आनन-फानन में शिक्षा आयोग गठन का लिया गया निर्णय,आंदोलन में शामिल छात्रों का आभार जताया
प्रयागराज। प्रदेश में 6 लाख रिक्त पदों को भरने के वायदे को पूरा करने, शिक्षा सेवा चयन आयोग गठन, चयन प्रक्रिया में पारदर्शिता, बेकारी के गहराते संकट को हल करने जैसे सवालों को लेकर पत्थर गिरजाघर प्रयागराज में युवा मंच के बैनर तले 90 दिनों तक अनवरत आंदोलन प्रथम चरण के 10 मार्च को छात्रों के बड़े प्रदर्शन के साथ स्थगित करने और प्रदेशव्यापी जनजागरण मुहिम शुरू करने की घोषणा के बाद सरकार ने आनन-फानन में शिक्षा सेवा चयन आयोग गठन की घोषणा की।
लेकिन अभी भी आयोग के फंक्शनल होने में महीनों वक्त लगना तय है, अगर लाखों युवाओं के भविष्य से जुड़े इस मुद्दे को लेकर सरकार जरा भी गंभीर होती तो इसे चुनाव आचार संहिता लागू होने से पहले फंक्शनल किया जा सकता था, शिक्षा सेवा चयन आयोग के देरी से गठन करने के निर्णय पर प्रतिक्रिया युवा मंच अध्यक्ष अनिल सिंह ने व्यक्त की। उन्होंने भीषण ठंड व बरसात में भी चले आंदोलन में शामिल रहे और प्रत्यक्ष परोक्ष समर्थन देने वाले छात्रों का आभार जताया जिनके समर्थन व सक्रियता के चलते आयोग गठन सरकार को करना पड़ा। एलटी व प्रवक्ता जीआईसी और बीईओ आर्हता विवाद प्रकरण हल न करने को लेकर युवा मंच ने सरकार के लचर रवैया की भर्त्सना की है।
इस मौके पर युवा मंच संयोजक राजेश सचान ने कहा कि 6 लाख रिक्त पदों को भरने के वायदे को पूरा करने में सरकार की कतई दिलचस्पी नहीं रही। महज पुलिस भर्ती विज्ञापन जारी कर परीक्षा आयोजित कराई गई, वह भी भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई। बताया कि संगठन ने तय किया है कि युवाओं के ज्वलंत मुद्दों को लेकर खासकर प्रदेश में 6 लाख रिक्त पदों को भरने को लेकर वादाखिलाफी, चयन प्रक्रिया में पारदर्शिता जैसे सवालों को लेकर प्रदेशव्यापी जनजागरण मुहिम चलाई जाएगी और चुनावों में रोजगार के सवाल को राजनीतिक विमर्श में स्थापित करने के लिए युवाओं समेत नागरिकों से संवाद, पोस्टर, स्टिकर व पर्चा वितरण, गोष्ठी व बैठकें आयोजित की जाएंगी।
Mar 15 2024, 21:37