ओबीसी आरक्षण, खतियान और सरना कोड को लेकर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने गठबंधन दलों को नही दिया समय, झामुमो ने जताई नाराजगी
1932 खतियान आधारित स्थानीय नीति, सरना धर्म कोड और एसटी-एससी ओबीसी आरक्षण मामले को लेकर झामुमो अपने सहयोगी इंडिया गठबंधन के प्रतिनिधिमंडल के साथ राष्ट्रपति से मिलना चाहता था। झामुमो के महासचिव विनोद कुमार पांडेय ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मिलने के लिए 4 मार्च को पत्र के माध्यम से समय की मांग की गई थी। लेकिन राष्ट्रपति के यहां से अभी तक समय नही दिया गया।
इस मुद्दे पर राष्ट्रपति के द्वारा समय नहीं दिए जाने पर विनोद पांडे ने इसे आश्चर्यजनक और दुर्भाग्यपूर्ण बताया। विनोद पांडे ने कहा कि इस मुद्दे को लेकर झारखंड के 50 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल जिसमें सांसद व विधायक राष्ट्रपति से मिलना चाहते थे। जिसमे राष्ट्रपति से मुलाकात के क्रम में उन्हें मांगों से संबंधित ज्ञापन भी सौंपा जाना था। इन मांगों में 1932 खतियान आधारित स्थानीय नीति, सरना धर्म कोड और एसटी-एससी ओबीसी आरक्षण के मुद्दे शामिल था।
झामुमो महासचिव विनोद पांडेय ने इस बात की जिक्र करते हुए बताया कि स्थानीय नीति और आरक्षण बिल को राजभवन ने सुप्रीम कोर्ट का हवाला देते हुए लौटा दिया था। राजभवन की ओर से कहा गया कि यह नहीं हो सकता है। उन्होंने कहा कि यही वजह है कि अब हम सभी राष्ट्रपति से अपील करना था। उन्हें ज्ञापन देकर उक्त मांगों काे स्वीकृति प्रदान करने की आग्रह करना था।
Mar 12 2024, 18:25