JSSC CGL प्रश्न पत्र लीक मामले को लेकर भारतीय जनता युवा मोर्चा ने राज्यपाल को सौंपा ज्ञापन
प्रदेश भारतीय जनता युवा मोर्चा का आठ सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल राजभवन जाकर झारखण्ड में परीक्षाओं में धांधली और पेपर लीक कर छात्रों के जीवन के साथ खिलवाड़ करने एवं सीबीआई जाँच करने की माँग को लेकर राज्यपाल से मुलकात कर ज्ञापन सौंपा।
इस दौरान शशांक राज ने कहा कि झारखण्ड में सरकार की विफलता का परिचय यहाँ के छात्रों की दयनीय स्थिति के माध्यम से देखी जा सकती है कि वर्तमान सरकार पिछले 4 सालो में एक भी झारखण्ड सामान्य स्नातक योग्यताधारी संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा का संचालन नहीं की है। यद्यिप परीक्षा लिया भी गया तो पेपर लीक के मामले में सरकार फसती नजर आ रही है। शशांक ने यह भी कहा कि छात्रों की भविष्य के साथ खिलवाड़ करने वाले को चैन से रहने नही देंगे।
ज्ञापन में इस दयनीय स्थिति का उल्लेख निम्न बिन्दुओं के माध्यम से महामहिम राज्यपाल के समक्ष रखा है:
1. झारखण्ड सरकार द्वारा वर्ष 2020 में झारखंड राज्य कर्मचारी चयन आयोग को 2025 पदों पर नियुक्ति के लिए झारखंड सामान्य स्नातक योग्यताधारी संयुक्त प्रतियोगिता का अधियाचना प्रेषित की जाती है।
2. 2020 से 2024 के दौरान इस परीक्षा हेतु 3 बार आवेदन लिए जाते है और 5 बार परीक्षा घोषित की जाती है लेकिन झारखण्ड के छात्रों का दुर्भाग्य है कि बार- बार आयोग के द्वारा अपरिहार्य कारणों का हवाला देकर परीक्षा स्थगित कर दी जाती है
3.शुरूवात में 2021 में अप्रैल व मई में परीक्षा तिथि घोषित हुई, स्थगित कर दी गयी, फिर 21 अगस्त 2022 को परीक्षा होनी थी, अपरिहार्य कारणों से स्थगित कर दी गयी। फिर मई - 2023 में परीक्षा होनी थी, पुन स्थगित कर दी गयी, उसके बाद अगस्त 2023 में परीक्षा तिथि की घोषणा की गयी, लेकिन एक बार पुनः परीक्षा स्थगित कर दी गयी।
4. इसके बाद 16-17 दिसंबर 2023 को भी परीक्षा तिथि आयोग के द्वारा घोशित की गयी लेकिन एक बार फिर एजेंसी की असमर्थता का हवाला देते हुए परीक्षा स्थगित कर दी जाती है।
5. सरकार और आयोग के इस डुलमुल रवैये और अपने जीवन के बहुमूल्य समय को बर्बाद होता देख छात्रों ने आयोग के समक्ष 15 दिसम्बर 2023 का विरोध किया और जल्द से जल्द निश्पक्ष व पारदर्शी परीक्षा आयोजित करने की मांग की।
6. तब आयोग ने 21 व 28 जनवरी 2024 को परीक्षा की नयी तिथि की घोषणा की । फिर 21 तारीख की परीक्षा को 4 फरवरी 2024 को कर दिया गया। 28 तारीख की परीक्षा को यथावत रखा गया।
7. 28 जनवरी 2024 को परीक्षा आयोजित हुई। तीन पाली में यह परीक्षा आयोजित की गयी। परीक्षा खत्म होते ही यह चर्चा आम हो गयी कि पश्न पत्र लीक था और एक बड़े गिरोह के द्वारा छात्रों का उतर कुंजी परीक्षा से पहले ही दे दी गयी जिसके साक्ष्य भी उभरकर सामने आने लगे और आयोग के मात्र 4 घंटे के भीतर इस परीक्षा को रद्द घोषित करना पड़ा।
8. पेपर लीक से प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्रों को जीवन एक बार फिर अंधकारमय होगा।
9. इसके बाद इस पेपर लीक मामले को लेकर आयोग के द्वारा ही राँची के नामकुम थाने में कांड संख्या 45/24 दर्ज किया गया। इसके अलावे आयोग ने अपनी सफाई प्रस्तुत करते हुए एजेंसी पर परीक्षा की सारी जिम्मेदारी होती है, का जवाब दिया।
10. ऐसी सूचना मिल रही है कि जिस एजेंसी को आयोग ने परीक्षा लेने कि जिम्मेदारी सौपी है वह पडोसी राज्य बिहार में बैन है, तो यहाँ सवाल उठता है जिस एजेंसी को किसी राज्य ने बैन किया है उसे सबैम हैं उतरे आयोग ने यहाँ परीक्षा लेने की जिम्मेदारी कैसे सौपी? क्या पेपर लीक के मामले में सरकार के हाथ पाक-साफ है?
11. JPSC और JSSC के द्वारा जो भी परीक्षा एजेंसी झारखण्ड सरकार के द्वारा उनका भी पेपर लीक मामले में कही न कही स्थिती संदेह घेरे में है दिया गया है
12. SIT जांच के बीच JSSC अध्यक्ष का इस्तीफा देना संदेह के दयारे में प्रतीत होता है ।
13. इन सभी तथ्य को ध्यान में रखते हुए महोदय सम्पूर्ण मामले का CBI जांच कि जाए।
युवा मोर्चा ने मांग किया कि इस मामले में दोषियों पर सरकार द्वारा पारित प्रतियोगिता परीक्षा ( झारखंड भर्ती में अनुचित साधनों की रोकथाम निवारण के उपाय) अधिनियम, 2023 के तहत समुचित करवाई की जाए और साथ ही यथा शीघ्र एक प्रतिष्ठित एजेंसी के माध्यम से परीक्षा कराई जाए।
Feb 23 2024, 19:36