घर से उठा ले जाते लड़कियां, बलात्कार आम बात, पुलिस नहीं सुनती, मीडिया भी नहीं दिखाता..! संदेशखाली की भयावह हकीकत, महिलाएं भोग रही नरक
बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस का काफिला तनावग्रस्त संदेशखाली में लोगों से मिलने जा रहा था, तभी तृणमूल कांग्रेस (TMC) समर्थकों ने बीच रास्ते में रोक दिया। समर्थकों ने केंद्र सरकार द्वारा धन जारी नहीं करने के मामले का विरोध किया, जो कि तृणमूल कांग्रेस (TMC) के नेतृत्व वाली बंगाल सरकार और भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के बीच लंबे समय से गतिरोध का मुद्दा रहा है।
सामने आए दृश्यों में TMC के कार्यकर्ता गवर्नर के काफिले के चारों ओर इकट्ठा हो गए और काफी हंगामे के बीच बंगाल के राज्यपाल के काफिले में वाहनों के करीब खड़े होकर पोस्टर दिखा रहे थे। बंगाल पुलिस ने मीडिया को भी संदेशखाली जाने से रोक दिया। सीवी बोस ने बाद में कहा कि वह स्थानीय लोगों से बात करेंगे। गवर्नर बोस ने संडेस्खली की यात्रा के लिए रविवार को अपनी केरल यात्रा बीच में ही छोड़ दी थी। बंगाल भाजपा विधायक भी आज उस गांव का दौरा करने वाले हैं, जहां बड़ी सभाओं पर प्रतिबंध लगाने वाली धारा 144 लागू कर दी गई है। स्थानीय महिलाओं द्वारा हाल ही में तृणमूल कांग्रेस नेता शेख शाहजहां और उनके सहयोगियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन करने के बाद क्षेत्र में तनाव बढ़ गया।
संदेशखाली में क्या हो रहा ?
बता दें कि, संदेशखाली इलाके में सैकड़ों कि तादाद में महिलाएं, फरार TMC नेता शाहजहां शेख के खिलाफ प्रदर्शन कर रहीं हैं। उनका कहना है कि शाहजहां शेख और उसके गुंडे उनका यौन शोषण करते हैं, घरों से महिलाओं को उठा ले जाते हैं और मन भरने पर छोड़ जाते हैं। महिलाओं का कहना है कि, यहाँ रेप और गैंगरेप आम बात है। TMC के गुंडे अपनी महिला कार्यकर्ताओं को भी नहीं छोड़ते, उन्हें अकेले मीटिंग में बुलाते हैं, धमकी देते हैं कि नहीं आई तो तुम्हारे पति को मार डालेंगे। प्रदर्शन कर रहीं महिलाओं का कहना है कि, उन्हें (TMC के गुंडों को) जो भी महिला पसंद आ गई, उसे वो घर से उठा ले जाते हैं और रात भर भोगकर, सुबह घर भेज देते हैं। पश्चिम बंगाल की पुलिस TMC के गुंडों की ढाल बन जाती और पीड़ितों को ही दबाती है।
अब शाहजहां शेख के फरार होने के बाद ये महिलाएं आवाज़ उठाने लगी हैं तो बंगाल पुलिस ने इलाके में धारा 144 लगा दी है। मीडिया को वहां जाने नहीं दिया जा रहा है। यहाँ तक कि, गवर्नर जब उन पीड़ित महिलाओं से मिलने जा रहे थे, तो TMC वर्कर्स ने केंद्र सरकार के विरोध के नाम पर उनका काफिला भी रोक दिया।
इस बीच वाम दलों ने आज संदेशखाली में बंद का आह्वान किया है, हालाँकि उन्होंने अपने नेता की गिरफ़्तारी के विरोध में ये बंद बुलाया है। सीवी आनंद बोस सोमवार (12 फ़रवरी) की सुबह कोलकाता के नेताजी सुभाष चंद्र अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरे और संदेशखाली के रास्ते में अपनी यात्रा शुरू की। उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि, "मैं केरल में था। जब मैंने संदेशखाली की चौंकाने वाली कहानी सुनी, तो मैंने वहां के स्थानीय लोगों के वास्तविक संदेशों को जानने के लिए केरल का अपना कार्यक्रम छोटा कर दिया।"
Feb 13 2024, 12:38