मुजफ्फरपुर: बिहार गुरु डायरी का हुआ लोकार्पण
मुजफ्फरपुर: मिशन भारती तथा बिहार गुरु के तत्वावधान में मिठनपुरा स्थित द पार्क होटल के सभागार में दीप प्रज्वलन के उपरांत मंचासीन अतिथियों के द्वारा संयुक्त रूप से बिहार गुरु डायरी का लोकार्पण किया गया। ज्योतिषाचार्य पंडित कमलापति त्रिपाठी ने स्वस्ति वाचन करते हुए शुभकामनाएं दी और कहा कि अविनाश तिरंगा उर्फ ऑक्सीजन बाबा पिछले पांच वर्षों से बहुआयामी बिहार गुरु डायरी की प्रस्तुति कर रहे हैं। यह बड़ा ही सराहनीय है। इस डायरी में जीवन के उपयोग की बहुत सारी सूचनाएं हैं।
साहित्यकार डॉ संजय पंकज ने डायरी की उपयोगिता पर विस्तार से बोलते हुए कहा कि डायरी लेखन हमारी स्मृति को ऊर्जा प्रदान करता है। आज मोबाइल के धुआंधार प्रयोग के कारण हम लिखने की प्रवृत्ति से कटते चले गए हैं। बिहार गुरु डायरी हमें भारतीय संस्कृति से जोड़ने की दिशा में एक मजबूत पहल है। यह एक तरह से डायरेक्टरी भी है और इसके कोरे पन्ने पर हम लिखते हुए अपनी शक्ति को अर्जित कर सकते हैं।
अविनाश तिरंगा समाज सेवा में एक जाना पहचाना नाम है और ये लगातार जीवनोपयोगी तथा समाज कल्याणार्थ निरंतर बेहतर करते रहते हैं। नेपाल से आए हुए हिमालिनी पत्रिका के प्रधान संपादक सच्चिदानंद मिश्र ने कहा कि प्रसन्नता की बात है कि यह डायरी हिंदी में प्रस्तुत है और यह मेरे लिए प्रेरक है।
लोजपा के प्रदेश संगठन मंत्री इंजीनियर रविंद्र सिंह ने कहा कि यह डायरी हमें अपने साथ सदा ही रखना चाहिए जिससे कि हम आपदा में सही स्थान तक सूचना पहुंचा सकें। भाजपा जिलाध्यक्ष रंजन कुमार ने कहा कि अविनाश जी हर वर्ष सही समय पर बिहार गुरु डायरी को प्रस्तुत करते हैं, इनके हर सकारात्मक अभियान के साथ मेरा समर्थन हैं।
पूर्व एमएलसी गणेश भारती, डॉ एच. एन. भारद्वाज, शंभूनाथ चौबे, राजभूषन चौधरी निषाद, मुकेश त्रिपाठी, पं विनय पाठक, डी. एन. झा, रजनी झा ने बिहार गुरु के आकर्षण और संयोजन के लिए अविनाश तिरंगा को धन्यवाद दिया और कहा कि डायरी लेखन साहित्य का एक मुख्य हिस्सा है।
उद्गार व्यक्त करते हुए अखिलेश चंद्र राय, अनिल विद्रोही, सुधांशु राज, अभिषेक मिश्रा, अमित कुमार, सुनील गुप्ता, कृष्ण कुमार, अर्चना सिंह, ब्रजेश कुमार, राजीव रंजन आदि ने बिहार गुरु डायरी की सराहना की और कहां कि इसे बड़े स्तर पर प्रस्तुत होना चाहिए। उपस्थित सारे पत्रकारों, बुद्धिजीवियों तथा संस्कृति कर्मियों को अंगवस्त्र तथा डायरी देकर सम्मानित किया गया। संचालन समाजसेवी, संस्कृति कर्मी अनिल विद्रोही ने किया और उन्होंने आवाज उठाई कि वैशाली राज्य का गठन उत्तर बिहार के विकास के लिए बहुत अनिवार्य है।
धन्यवाद ज्ञापन करते हुए अविनाश तिरंगा ने कहा कि आप लोगों ने जो प्यार दिया है मैं उसके प्रति आभार प्रकट करता हूं और बुलंद हौसले के साथ लगातार समाज के लिए कार्य करता रहूंगा। उत्तर बिहार के 21 जिले को मिलाकर वैशाली राज्य निर्माण कराना मेरा संकल्प हैं जो आपसभी के समर्थन से साकार होगा। उपस्थित सारे लोगों ने एक स्वर में वैशाली राज्य के गठन की मांग की और उसका उल्लासपूर्ण समर्थन किया।
Feb 04 2024, 10:17