*दिव्यांगता के कारण और पहचान के बारे में दी गई जानकारी*
कमलेश मेहरोत्रा लहरपुर(सीतापुर)। ब्लाक संसाधन केंद्र पर चल रहे शिक्षकों के पांच दिवसीय समेकित शिक्षा प्रशिक्षण के चतुर्थ दिवस बुधवार को प्रतिभागियों को अस्थि से सम्बन्धित दिव्यांगता के कारण, पहचान और दिव्यांग बच्चों के प्रति शिक्षकों की ज़िम्मेदारी के बारे में जानकारी दी गई।
के आर पी अनवर अली ने विशिष्ट आवश्यकता वाले बच्चों को कक्षा शिक्षण करते समय सहायक उपकरण एवं शिक्षण अधिगम सामग्री के सुचारू रूप से प्रयोग करने के बारे में जानकारी दी।
फिजियोथेरेपी विशेषज्ञ डाक्टर मनोज कुमार कश्यप ने गतिविषयक दिव्यांगता के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि, अस्थि दिव्यांग बच्चे जोड़ों, मांसपेशियों एवं अस्थियों में विकारों के कारण उनके अंग ठीक तरह से कार्य नहीं कर पाते हैं ऐसे बच्चों को सहायक उपकरणों की मदद से कार्य करने में सुगमता होती है, विधालय में उन्हें सामान्य बच्चों के साथ ही शिक्षा दी जा सकती है।
संदर्भदाता राजीव कुमार एवं इन्दु देवी ने मूक-बधिर बच्चों को सांकेतिक भाषा में सीखने के बारे में जानकारी दी। शिक्षक दुर्गेश कुमार ने दृष्टि बाधित बच्चों की शैक्षिक गतिविधियों और ब्रेल लिपि में पढ़ने लिखने के बारे में विस्तार से जानकारी दी तथा प्रतिभागियों को अभ्यास भी कराया।
प्रशिक्षण में रामचन्द्र वर्मा, अर्पित त्रिवेदी, संजय कुमार, राजेश कुमार वर्मा,इसरारूल हक, अमिता वर्मा, अल्पना वर्मा तथा विशुन कुमार आदि ने भी अपनी प्रस्तुतियां दी। सुनील तिवारी एवं सौरभ शुक्ला ने तकनीकी सपोर्ट प्रदान किया।
Dec 27 2023, 15:39