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19 दिसम्बर को महागठबंधन के होने वाली बैठक पर बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम सुशील मोदी ने कसा तंज, कहा- सिर्फ होगा चाय पार्टी और फोटो सेशन

डेस्क : 19 दिसंबर को एकबार फिर महागठबंधन की बैठक होने जा रही है। इधर इस बैठक को लेकर बिहार पूर्व डिप्टी सीएम व बीजेपी के राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने तंज कसा है। उन्होंने कहा है कि गठबंधन की पिछली तीन बैठकों की तरह 19 दिसम्बर की बैठक भी फ्लॉप होगी। उसमें चाय पार्टी और फोटो सेशन के अलावा कुछ नहीं होने वाला है। 

वही सीएम पर तंज कसते हुए सुशील मोदी ने कहा कि नीतीश कुमार का अक्सर बीमार रहने और विधानसभा में महिलाओं पर अश्लील टिप्पणी करने के बाद उनके इंडी गठबंधन का नेता चुने जाने की रही-सही सम्भावना भी समाप्त हो गई। 

उन्होंने कहा कि घटक दलों में प्रमुख 'आप' के नेता केजरीवाल विपश्यना ध्यान करने 10 दिन की छुट्टी पर चले गये। शरद पवार की पार्टी टूट चुकी है, ममता दीदी का कोई भरोसा नहीं और नीतीश कुमार कब बीमार हो जाएँ, पता नहीं। मोदी ने कहा कि कांग्रेस और उसके नेतृत्व में एकजुट होने का दावा करने वाला विपक्ष तीन हिंदी भाषी राज्यों में करारी हार से हताश है। ये थके-हारे लोग कोई बड़ा निर्णय लेने की स्थिति में भी नहीं हैं। 

कहा कि विपक्ष न भोपाल में साझा रैली कर पाया, न गठबंधन की उप-समितियों की बैठक हो पायी। ये लोग भाजपा के विरुद्ध साझा उम्मीदवार भी नहीं तय कर पाएँगे। मोदी ने कहा कि विधानसभा चुनावों में जातीय जनगणना का कार्ड नहीं चला और इंडी गठबंधन बनने के बाद की इस पहली बड़ी चुनावी परीक्षा में जनता ने विपक्ष की नकारात्मक राजनीति को कूड़े दान में डाल दिया। 

सुशील मोदी ने कहा कि इस सब के बाद नीतीश कुमार के करीबी लोग उन्हें पीएम -उम्मीदवार बनाने का सब्जबाग दिखाते रहते हैं। बिहार में जदयू और यूपी में सपा अब यह भ्रम फैला रहे हैं कि कांग्रेस यदि क्षेत्रीय दलों को साथ लेकर चुनाव लड़ती तो परिणाम अलग होते। सुशील मोदी ने कहा कि मुद्दाविहीन और अविश्वसनीय विपक्ष यदि मिल कर भी चुनाव लड़ता तो प्रधानमंत्री मोदी की गारंटी के आगे टिक नहीं पाता। 2024 में भी यही होगा।

लखीसराय के कजरा में सौर ऊर्जा संयंत्र के लिए निविदा जारी, आगामी डेढ़ वर्षों में 185 मेगावाट सोलर बिजली का होने लगेगा उत्पादन

डेस्क : आगामी डेढ़ वर्षों में लखीसराय के कजरा बिजली घर से 185 मेगावाट सोलर बिजली का उत्पादन होने लगेगा। देश में सोलर बिजली का यह सबसे बड़ा भंडारण क्षमता वाला यूनिट है। बिहार स्टेट पावर जेनरेशन कंपनी लिमिटेड ने कजरा बिजली घर से उत्पादन शुरू करने के लिए टेंडर जारी कर दिया है। जनवरी तक चयनित एजेंसियों को काम दे दिया जाएगा। मार्च तक कजरा बिजली घर का काम शुरू करने का लक्ष्य है।

कजरा बिजली घर की फिजिबिलिटी रिपोर्ट और डीपीआर कंसल्टेंट कंपनी मेसर्स गुजरात एनर्जी रिसर्च एंड मैनेजमेंट इंस्टीट्यूट (जर्मी) ने तैयार किया है। कंसल्टेंट कंपनी से वर्तमान बाजार परिदृश्य, स्टैंडर्ड प्रैक्टिस तथा परियोजना की संभाव्यता पर विचार-विमर्श करते हुए बिजली कंपनी ने यह निर्णय लिया है। कंपनी ने सौर ऊर्जा संयंत्र की ईपीसी लागत 1188.41 करोड़ जबकि बैट्री ऊर्जा भंडारण प्रणाली की लागत 621.93 करोड़ का अनुमान लगाया है। इसके अतिरिक्त उपयोग के आधार पर सामान्यत 12 वर्षों की अवधि के पश्चात इन बैट्रियों को बदलने की अनुमानित लागत 435.35 करोड़ होगी।

पीक आवर में 45.40 मेगावाट आपूर्ति होगी 

इस प्लांट से न सिर्फ दिन में 185 मेगावाट बिजली का उत्पादन होगा, बल्कि बैट्री ऊर्जा भंडारण प्रणाली (बीइएसएस) के माध्यम से देर शाम पीक आवर में भी 45.40 मेगावाट बिजली आपूर्ति की जा सकेगी।

राजधानी पटना की हवा हुई जहरीली, शहर की हवा में धूलकण की मात्रा मानक से पांच गुना अधिक

डेस्क : राजधानी पटनावासियों को सावधान होने की जरुरत है। राजधानी पटना की हवा दिल्ली से भी खराब हो गई है। वायु प्रदूषण से शहर के वातावरण की स्थिति दिन पर दिन खराब होती जा रहा है। शनिवार को शहर की हवा में धूलकण की मात्रा मानक से पांच गुना अधिक पाई गई। 

पटना का राष्ट्रीय वायु गुणवत्ता सूचकांक बढ़कर 337 हो गया है। वायु की गुणवत्ता बेहद खराब श्रेणी में है। पीएम10 और पीएम2.5 यानी मोटे और महीन धूलकण हवा में तैर रहे हैं। पटना के धूलकण में पीएम10 की मात्रा 60 और पीएम2.5 की 100 माइक्रो घनमीटर पाई गई। यानी मोटे और महीन धूलकण हवा में तैर रहे हैं।

वायु प्रदूषण के मामले में शहर के दो क्षेत्र हॉट स्पॉट बने हुए हैं। एक गांधी मैदान और दूसरा समनपुरा। इन दोनों क्षेत्रों में वायु गुणवत्ता सूचकांक 400 से अधिक रह रहा है। गांधी मैदान का सूचकांक 474 और समनपुरा का 409 रहा। दोनों जगह गंभीर हालात बने हुए हैं। इस क्षेत्र में सुबह और शाम में भ्रमण करना स्वास्थ्य के लिए ज्यादा खतरनाक है। परिवेशीय वायुमंडल में धूलकण की मात्रा 7 गुना से अधिक है। 

हालांकि, नगर निगम की ओर से इस क्षेत्र के प्रमुख सड़कों पर एंटी स्मोग गन और वाटर स्प्रींकलर से पानी का छिड़काव किया जा रहा है। गांधी मैदान के पेड़-पौधों पर पानी का छिड़काव किया जा रहा है। बावजूद इसके इस क्षेत्र में धूलकण की मात्रा में कमी नहीं आ रही है। इस क्षेत्र में निर्माण कार्य का होना सबसे बड़ा कारण है।

दानापुर कोर्ट परिसर मे हत्या के बाद प्रशासन गंभीर, जिलाधिकारी ने जज से विमर्श के बाद तीन कोर्टों की सुरक्षा ऑडिट के लिए बनाई 13 अधिकारियों की टीम


डेस्क : राजधानी पटना के दानापुर व्यवहार न्यायालय परिसर में बीते मंगलवार को एक बंदी की गोली मारकर हत्या कर दी गई। घटना के बाद जिला प्रशासन गंभीर हो गया है। पटना डीएम ने जिला एवं सत्र न्यायाधीश से विमर्श के बाद तीन न्यायालयों की सुरक्षा ऑडिट के लिए 13 अधिकारियों की टीम बनाई है। अधिकारियों की टीम मंगलवार को पटना कोर्ट, दानापुर कोर्ट और दानापुर कोर्ट की सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेंगे। सुरक्षा में क्या बदलाव किया जाए इस पर जिलाधिकारी को रिपोर्ट देंगे।

टीम में शामिल अधिकारियों से कहा है कि वे कोर्ट के प्रवेश और निकासी द्वार की सुरक्षा, चेकिंग, कैदियों और बंदियों की पेशी के समय हाजत में कितनी सुरक्षा व्यवस्था रहती है। किसी प्रकार की आपात स्थिति में निपटने के लिए सीसीटीवी कंट्रोल रूम की व्यवस्था, वाहनों की पार्किंग व्यवस्था, वाहन पार्किंग करने के बाद अंदर जाने वाले लोगों की सुरक्षा जांच की क्या व्यवस्था है? इसके अलावा अधिकारियों से कहा गया है कि निरीक्षण के समय सुरक्षा के मानक बिंदुओं पर अपनी राय जरूर देंगे।

सदर कोर्ट की सुरक्षा के लिए पांच अधिकारी लगाए गए 

पटना सदर कोर्ट की सुरक्षा जांच के लिए पांच अधिकारियों को लगाया गया है, जिसमें सदर कोर्ट के रजिस्ट्रार हर्षवर्धन सिंह, एसपी सिटी मध्य वैभव शर्मा, एसपी टैफिक पूरन झा, एडीएम राजेश रौशन, भवन निर्माण के कार्यपालक अभियंता को जिम्मेदारी सौंपी गई है। पटना सिटी कोर्ट में सुरक्षा जांच के लिए जज इंचार्ज पटना सिटी मनीष जयसवाल, एसडीएम पटना सिटी गुंजन सिंह, एएसपी पटना सिटी शरथ आरएस, भवन निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता शामिल हैं। 

इसके अलावा दानापुर कोर्ट के लिए जज इंचार्ज स्वर्ण प्रभात, दानापुर कोर्ट, एसडीएम दानापुर प्रदीप कुमार सिंह, एएसपी दानापुर अभिनव धीमन तथा भवन निर्माण विभाग के कार्यपालक पदाधिकारी शामिल हैं।

वाराणसी में सीएम नीतीशी की रैली को लेकर जदयू और बीजेपी आमने-सामने, दोनो लगा रहे एक दूसरे पर आरोप

डेस्क : विश्वनाथ की नगरी वाराणसी में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार रैली करने वाले थे। लेकिन ऐन वक्त पर उनकी रैली स्थगित हो गई। रैली के स्थगित होने को लेकर बिहार की सत्तासीन जदयू और बीजेपी एक-दूसरे पर आरोप लगा रहे है। जदयू का जहां कहना है कि यूपी सरकार ने जान-बूझकर रैली करने की परमिशन नहीं दी। वहीं बीजेपी इसे झूठा बता रही है। बीजेपी का कहना है कि जहां रैली होनी थी वहां जदयू की ओर से कोई सूचना ही नहीं दी गई थी। 

जदयू की रैली स्थगित होने पर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने तंज कसा है। पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि जदयू ने लिखित आवेदन उत्तरप्रदेश सरकार को नहीं दिया था और न ही किसी कॉलेज में आवेदन दिया था। जदयू केवल बहाना बना रहा है। उन्होंने कहा कि जदयू के लोग बहाना बनाकर जनता के बीच से भागना चाहते हैं। नीतीश कुमार का उत्तरप्रदेश में स्वागत है। हम लोग उनको परमिशन दिलवाएंगे। लेकिन जनता उनको स्वयं जुटाना पड़ेगा। 

वहीं जदयू के वरिष्ठ नेता व ग्रामीण विकास मंत्री और जदयू के यूपी प्रभारी श्रवण कुमार ने कहा कि यदि वाराणसी में रैली के लिए जगह नहीं मिली तो किसान के खेत में पार्टी की रैली करेंगे। लेकिन रैली अवश्य करेंगे। रैली की तारीख की घोषणा शीघ्र की जाएगी। उन्होंने कॉलेज प्रशासन पर दबाव में काम करने का आरोप लगाया है। कहा कि उन्हें लिखित आवेदन दिया गया था। अंतिम समय में रैली के लिए जगह नहीं दी गयी।

मंत्री ने दावा किया कि जदयू के कई नेता कॉलेज प्रशासन के संपर्क में थे। हम लगातार वाराणसी में कैंप कर रहे थे। हमारे पार्टी के संयोजक और तीन महासचिव कॉलेज प्रबंधन से मिल चुके हैं। उन्होने शुरू में आश्वासन भी दिया था। हमने तैयारी भी शुरू कर दी थी। उस समय तो किसी प्रकार की रोक की बात नहीं की गयी। अब अचानक क्या हो गया? श्री कुमार ने यह भी कहा कि अंतिम समय में कॉलेज प्रशासन ने बताया, यदि हमने रैली को मंजूरी दी तो हमारे कॉलेज की मान्यता ़खत्म कर दी जाएगी। कॉलेज पर बुलडोजर चला दिया जाएगा। यही नहीं, कॉलेज को दी गयी अनुदान की राशि भी वापस करनी पड़ जाएगी।

दारोगा बहाली की पीटी परीक्षा आज, पहली बार आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से होगी निगरानी

डेस्क : आज रविवार को राज्य में दारोगा बहाली की प्रारंभिक परीक्षा दो पालियों में होगी। इस परीक्षा में 6 लाख 60 हजार अभ्यर्थी शामिल होंगे। हर पाली दो घंटे की होगी। पहली पाली की परीक्षा सुबह 10 बजे और दूसरी पाली की दोपहर 230 बजे से शुरू होगी।

1275 पदों पर होने वाली इस परीक्षा के लिए राज्यभर में 613 केंद्र बने हैं। निगरानी के लिए पहली बार आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) की मदद ली जा रही है। बिहार पुलिस अवर सेवा आयोग (बीपीपीएससी) के अध्यक्ष केएस द्विवेदी ने प्रेसवार्ता में दावा किया कि प्रश्नपत्र लीक होने की कोई गुंजाइश नहीं है। परीक्षा केंद्रों की रियल टाइम मॉनिटरिंग के लिए 16 हजार 500 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं।

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से होगी निगरानी

परीक्षा को कदाचार मुक्त और निष्पक्ष तरीके से संपन्न कराने को लेकर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) का उपयोग किया जायेगा। एआई की मदद से पता चल जाएगा कि नाम-पता या पहचान बदलकर कोई ऐसा अभ्यर्थी तो फिर से परीक्षा नहीं दे रहा है, जिसे पिछली परीक्षा में किसी तरह का कदाचार करते पकड़ जा चुका था। ऐसे अभ्यर्थियों को तीन साल के लिए आयोग की तरफ से आयोजित सभी परीक्षा में शामिल होने से वंचित कर दिया जाता है। एआई से दोबारा परीक्षा देने वालों को पकड़ा जाएगा।

डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव का बड़ा ऐलान, मेडल लाओ और नौकरी पाओ

डेस्क : डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने बड़ा एलान किया है। उन्होंने कहा है कि बिहार के वैसे खिलाड़ी जो प्रतिष्ठित प्रतिस्पर्धाओं में मेडल जीतकर लाएंगे उन्हें बिहार सरकार नौकरी देगी। 

आज एक निजी स्कूल के कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे तेजस्वी यादव ने कहा कि सरकार की नई स्पोर्ट्स पालिसी है जिसमें मेडल लाने वाली खिलाड़ी को सीधे बिहार सरकार में नौकरी मिलेगी।

तेजस्वी ने कहा कि नई स्पोर्ट्स पालिसी के तहत बिहार में 81 लोगों को सरकार सरकारी नौकरी में खेल के ज़रिए अधिकारी बना रही है।

दरअसल, बिहार सरकार वैसे खिलाड़ी जो राज्य, राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय क्रीड़ा प्रतिस्पर्धाओं में मेडल जीतते हैं उन्हें सीधी नौकरी देती है। इसके लिए अलग अलग खेल प्रतियोगिताओं में मेडल जीतने के आधार पर उन्हें विभिन्न श्रेणियों में नौकरी मिलती है। इसी को लेकर अब तेजस्वी यादव ने मेडल लाओ नौकरी पाओ का ऐलान किया है। इससे बिहार में खेलों के बेहतर विकास और खिलाडियों में बेहतर प्रतिस्पर्धा उन्नत हो सकती है।

अब घर बैठे ऑनलाइन कराइए जमीन और घर-मकान का म्यूटेशन, नगर निगम ने लांच किया पोर्टल

डेस्क : पटना नगर निगम में रहने वाले लोगों को लिए बड़ी खुशखबरी है। अब उन्हें अपने जमीन और घर-मकान का म्यूटेशन कराने कि लिए नगर निगम का अंचल कार्यालय और राजस्व पदाधिकारी का चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा। नगर निगम से म्यूटेशन(नामांतरण) के लिए अब ऑनलाइन आवेदन करना होगा। आवेदन करने के बाद 35 दिनों के अंदर म्यूटेशन की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी। जिसकी जानकारी आपके मोबाइल पर मैसेज और लॉगिन में नोटिफिकेशन के माध्यम से दी जाएगी।

बीते शुक्रवार को मौर्यालोक स्थिति निगम मुख्यालय में म्यूटेशन के लिए विकसित किए गए ऑनलाइन पोर्टल का उद्घाटन महापौर सीता साहू और नगर आयुक्त अनिमेष कुमार पराशर ने संयुक्त रूप से किया। 

नगर आयुक्त अनिमेष कुमार पराशर ने कहा कि ऑनलाइन म्यूटेशन की सुविधा शुरू होने से निगम क्षेत्र के लोगों को बड़ी राहत मिलेगी। म्यूटेशन कराने में जो भी परेशानियों का उन्हें सामना करना पड़ता था, अब उससे मुक्ति मिल जाएगी।

तकनीक के माध्यम से म्यूटेशन की प्रक्रिया की गति तेज होगी और पारदर्शीता आएगी। म्यूटेशन के आवेदन पर किसी ने आपत्ति दर्ज करायी हो तो वैसी स्थिति में संबंधित पक्ष को साक्ष्य प्रस्तुत करने के लिए अवसर देने के बाद अधिकतम 75 दिनों में प्राक्रिया को पूरी की जाएगी।

पटना में पीएलएफआई के ठिकानों पर एनआईए की छापेमारी, धनरुआ से दो को किया गिरफ्तार

डेस्क : एनआईए ने नक्सलियों की तर्ज पर खड़े उग्रवादी संगठन पीएलएफआई (पीपुल्स लिब्रेशन फ्रंट ऑफ इंडिया) के बिहार, झारखंड, मध्यप्रदेश और दिल्ली में 23 ठिकानों पर छापेमारी की। इसी क्रम में पटना जिले के धनरुआ के पास मौजूद बहरी गांव में भी एनआईए की टीम पहुंची और यहां से सोनू उर्फ रमण कुमार उर्फ सोनू पंडित को गिरफ्तार किया।

पहले केंद्रीय जांच टीम इनके घर पहुंची और लंबी पूछताछ की। इसके बाद इसे गिरफ्तार कर लिया। शुक्रवार की सुबह से ही छापेमारी सभी ठिकानों पर एक साथ शुरू हो गई। इनमें सबसे ज्यादा झारखंड के 19 ठिकानों पर दबिश दी गई। इस मामले में दक्षिण-पश्चिमी दिल्ली से भी एक संदिग्ध निवेश कुमार को गिरफ्तार किया गया है। यह छापेमारी इस संगठन के लेवी वसूली नेटवर्क और उग्रवाद फंडिंग से जुड़े मामले को लेकर की गई है।

छापेमारी के दौरान सभी ठिकानों से बड़ी संख्या में भारतीय सेना की वर्दी, हथियार (प्रमुख रूप से 7.86 एमएम की दो पिस्टल), कारतूस, गोला-बारूद, कई संवेदनशील दस्तावेज, डायरी एवं उपकरण (पेन ड्राइव, डीवीआर, सिम कार्ड), मोबाइल, तीन लाख नगद और ज्वेलरी बरामद हुई है। इनके ठिकानों से बरामद भारतीय सेना की वर्दी मामले को लेकर अलग से जांच चल रही है। इस बात की जांच की जा रही है कि क्या यह सेना के किसी जवान की है या इसे स्थानीय स्तर पर तैयार किया गया है। जांच के बाद ही इससे संबंधित स्थिति स्पष्ट हो पाएगी। इसके अलावा बरामद हथियारों की भी बैलिस्टिक जांच की जाएगी, ताकि पता चल सके कि इन्हें सेना या पुलिस के ठिकानों से चुराए या लूटे गए हैं या तस्करी कर मंगवाए गए हैं।

इन्वेस्टर्स मीट को पूर्व डिप्टी सीएम सुशील मोदी ने बताया फेल, कहा-अडानी को छोड़ नहीं आया कोई बड़ा समूह

डेस्क : राजधानी पटना में बीते बुधवार से दो दिवसीय निवेशक सम्मेलन की शुरुआत हुई थी। इस सम्मेलन के पहले दिन वस्त्रत्त्, चमड़ा, खाद्य प्रसंस्करण समेत अन्य क्षेत्रों में निवेश के 44 प्रस्ताव से संबंधित एमओयू पर हस्ताक्षर हुए।

इधर इस निवेशक सम्मेलन पर बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम व भाजपा के राज्य सभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने बड़ा आरोप लगाया है। उन्होंने कहा है कि इन्वेस्टर्स मीट में आए हुए निवेशकों से जान-बूझकर हस्ताक्षर करवाया गया ताकि किसी तरह 50 हजार करोड़ का आंकड़ा पहुंच जा सके। एसआईपीबी से जिनका प्रस्ताव पहले ही स्वीकृत हो चुका है, पहले से जो विस्तारीकरण में लगे हैं, उन सबको एमओयी में शामिल कर लिया गया है।

सुशील मोदी कहा कि लोगों पर दबाव बनाया गया कि निवेश करना हो या न करना हो परंतु कुछ भी भर दीजिए। पांच हजार करोड़ के भी गंभीर प्रस्ताव नहीं है। अडानी समूह को छोड़कर टाटा, बिरला, अंबानी, मित्तल जैसा कोई बड़ा समूह नहीं आया। बिहार के ही वेदांता समूह के अनिल अग्रवाल भी नहीं आए। बिहार के स्थानीय उद्योग संगठन की घोर उपेक्षा की गई। 

उन्होंने कहा कि 2011 और 2016 की औद्योगिक नीति के तहत निवेशकों का करीब 800 करोड़ बकाया है। इसकी वसूली के लिए निवेशकों को अवमानना का मुकदमा करना पड़ रहा है, तब भी भुगतान नहीं मिल रहा है। उन्होंने दावा किया कि भाजपा की सरकार बनेगी तभी गंभीर निवेशक बिहार आएंगे।