लखीसराय के कजरा में सौर ऊर्जा संयंत्र के लिए निविदा जारी, आगामी डेढ़ वर्षों में 185 मेगावाट सोलर बिजली का होने लगेगा उत्पादन
डेस्क : आगामी डेढ़ वर्षों में लखीसराय के कजरा बिजली घर से 185 मेगावाट सोलर बिजली का उत्पादन होने लगेगा। देश में सोलर बिजली का यह सबसे बड़ा भंडारण क्षमता वाला यूनिट है। बिहार स्टेट पावर जेनरेशन कंपनी लिमिटेड ने कजरा बिजली घर से उत्पादन शुरू करने के लिए टेंडर जारी कर दिया है। जनवरी तक चयनित एजेंसियों को काम दे दिया जाएगा। मार्च तक कजरा बिजली घर का काम शुरू करने का लक्ष्य है।
कजरा बिजली घर की फिजिबिलिटी रिपोर्ट और डीपीआर कंसल्टेंट कंपनी मेसर्स गुजरात एनर्जी रिसर्च एंड मैनेजमेंट इंस्टीट्यूट (जर्मी) ने तैयार किया है। कंसल्टेंट कंपनी से वर्तमान बाजार परिदृश्य, स्टैंडर्ड प्रैक्टिस तथा परियोजना की संभाव्यता पर विचार-विमर्श करते हुए बिजली कंपनी ने यह निर्णय लिया है। कंपनी ने सौर ऊर्जा संयंत्र की ईपीसी लागत 1188.41 करोड़ जबकि बैट्री ऊर्जा भंडारण प्रणाली की लागत 621.93 करोड़ का अनुमान लगाया है। इसके अतिरिक्त उपयोग के आधार पर सामान्यत 12 वर्षों की अवधि के पश्चात इन बैट्रियों को बदलने की अनुमानित लागत 435.35 करोड़ होगी।
पीक आवर में 45.40 मेगावाट आपूर्ति होगी
इस प्लांट से न सिर्फ दिन में 185 मेगावाट बिजली का उत्पादन होगा, बल्कि बैट्री ऊर्जा भंडारण प्रणाली (बीइएसएस) के माध्यम से देर शाम पीक आवर में भी 45.40 मेगावाट बिजली आपूर्ति की जा सकेगी।
Dec 17 2023, 19:42