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जनता दल (एस) के पूर्व सांसद प्रज्वल रेवन्ना रेप केस में दोषी करार, बेंगलुरु कोर्ट का फैसला

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कर्नाटक हाईकोर्ट ने जनता दल (एस) के पूर्व सांसद प्रज्वल रेवन्ना को यौन उत्पीड़न और बलात्कार के आरोपों में दोषी पाया है। कोर्ट में सजा का ऐलान होना बाकी है। यह मामला एक सेक्स टेप और कई महिलाओं के साथ रेप से जुड़ा हुआ है।जब कोर्ट ने अपना फैसला सुनाया, तो वो खुद को रोक नहीं पाए और कोर्ट में ही फूट-फूटकर रोने लगे। बाहर निकलते वक्त भी उनकी आंखों से आंसू बह रहे थे। जनता दल सेक्युलर से जीतकर सांसद बने प्रज्वल रेवन्ना पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा के पोते हैं।

जानकारी के अनुसार प्रज्वल रेवन्ना के खिलापफ यह फैसला उनके खिलाफ दर्ज रेप के चार एक में आया है। पूर्व सांसद प्रज्वल रेवन्ना को 47 साल की नौकरानी से रेप के आरोप में दोषी ठहराया है। अदालत शनिवार को रेवन्ना को सजा सुनाएगी। रेवन्ना जिस मामले में दोषी करार दिए गए हैं। इस मामले को हासन जिले के होलेनरसीपुरा ग्रामीण पुलिस स्टेशन में दर्ज किया गया था। बेंगलुरु में विशेष अदालत ने 18 जुलाई को बलात्कार के मामले की सुनवाई पूरी कर ली थी। इसके बाद फैसला सुरक्षित रख लिया था।

2,000 से ज़्यादा अश्लील वीडियो क्लिप सामने आए

प्रज्वल रेवन्ना पिछले 14 महीने से जेल में बंद हैं। उन पर एक नहीं, कई महिलाओं के साथ यौन शोषण और बलात्कार के आरोप लगे थे। प्रज्वल रेवन्ना 2024 में दर्ज चार आपराधिक मामलों में मुख्य आरोपी हैं। मामला तब तूल पकड़ा जब जब इंटरनेट पर यौन शोषण के 2,000 से ज़्यादा अश्लील वीडियो क्लिप सामने आए थे। इसके बाद उनके खिलाफ केस दर्ज हुए और पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया था। कर्नाटक सरकार ने प्रवज्ल रेवन्ना के सेक्स टेप सामने आने के बाद जांच के लिए एसआईटी का गठन किया था।

क्या है पूरा मामला?

प्रज्वल रेवन्ना पर उनके घर में काम करने वाली महिला ने यौन उत्पीड़न की शिकायत दर्ज कराई थी। जो उनके परिवार के फार्महाउस में घरेलू सहायिका के रूप में काम करती थी। उसने रेवन्ना पर 2021 से बार-बार बलात्कार करने और किसी को भी घटना के बारे में बताने पर दुर्व्यवहार के वीडियो जारी करने की धमकी देने का आरोप लगाया।

इसके अलावा बेंगलुरु में पब्लिक प्लेसेस में कई पेन ड्राइव मिलीं थीं। इनको लेकर ऐसा दावा किया गया कि पेन ड्राइव में 3 हजार से 5 हजार वीडियो हैं, जिनमें प्रज्वल को महिलाओं के साथ यौन उत्पीड़न करते देखा गया है। वीडियोज में महिलाओं के चेहरे भी ब्लर नहीं किए गए थे। इस मामले के सामने आने के बाद से ही पूरे राज्य भर में बवाल देखने को मिला था। मामला बढ़ता देख जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया था। जांच के बाद प्रज्वल के खिलाफ रेप, छेड़छाड़, ब्लैकमेलिंग और धमकी देने के आरोपों में मामले दर्ज किए गए थे। महिलाओं का रेप करने के बाद रेवन्ना सरकारी नौकरी ऑफर किया करता था।

छह दिन की पुलिस हिरासत में प्रज्ज्वल रेवन्ना, अश्लील वीडियो मामले में हैंआरोपी

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जेडीएस के निलंबित सांसद प्रज्वल रेवन्ना को कोर्ट ने छह जून तक पुलिस हिरासत में भेज दिया है। यौन उत्पीड़न मामले के आरोपी प्रज्वल रेवन्ना गुरुवार की रात को जर्मनी से बेंगलुरु लौटे थे। मामले की जांच कर रही एसआईटी ने उन्हें एयरपोर्ट पर ही गिरफ्तार कर लिया था।गिरफ्तार किए जाने के बाद शुक्रवार को उसे कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने छह जून तक पुलिस हिरासत का आदेश दिया है।

बेंगलुरु से गिरफ्तारी के बाद शुक्रवार को मेडिकल जांच के बाद प्रज्वल रेवन्ना को बेंगलुरु की 42वीं एसीएमएम अदालत में पेश किया गया और हिरासत में लेने का अनुरोध किया गया। अदालत ने एसआईटी की याचिका स्वीकार कर ली और प्रज्वल रेवन्ना को छह जून तक तक के लिए एसआईटी की हिरासत में भेजने का आदेश दिया। एसपीपी अशोक नाइक ने एसआईटी की ओर से बहस की, जबकि अरुण नाइक ने प्रज्वल की ओर से दलील दी।

एसआईटी की ओर से एसपीपी अशोक नाइक ने दलील दी कि सांसद प्रज्वल रेवन्ना पर रेप का आरोप है। लोकसभा चुनाव से पहले उनका अश्लील वीडियो वायरल हुआ था। मामले में सौ से अधिक पीड़ित हैं। कुछ महीने पहले इसे मीडिया में प्रसारित करने पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। उसने जज के सामने तर्क दिया कि वह एक विकृत व्यक्ति है और उसने अपने अश्लील दृश्य का वीडियो टेप कर लिया। जज के सवाल का जवाब देते हुए एसपीपी अशोक नाइक ने कहा कि वह वीडियो वायरल होने के बाद देश छोड़ दिया। उसे गिरफ्तार कर जांच की जाए तो सच्चाई पता चल जाएगी।

अधिवक्ता अरुण नाइक ने प्रज्वल रेवन्ना की ओर से दलील दी। उन्होंने कहा कि पीड़िता ने पहले बलात्कार की शिकायत नहीं की थी। मामले में पीड़ित की कोई भी उपस्थिति दर्ज नहीं की गई थी।वकील अरुण ने अन्य मामलों का जिक्र करते हुए कहा कि इस मामले में हिरासत नहीं मिल सकती। मुझे नहीं पता कि 15 दिन की पुलिस हिरासत की जरूरत क्यों है? प्रज्वल जांच में सहयोग करने को तैयार है।

स्कैंडल में फंसे जेडीएस सांसद देश पहुंचते ही प्रज्जवल रेवन्ना गिरफ्तार, आज होगी कोर्ट में पेशी*
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कर्नाटक सेक्स स्कैंडल केस में आरोपी प्रज्वल रेवन्ना को गिरफ्तार कर लिया गया है। जर्मनी के म्यूनिख से बंगलूरू हवाई अड्डे पर पहुंचते ही विशेष जांच दल (एसआईटी) ने केम्पेगौड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर देर रात प्रज्ज्वल को गिरफ्तार कर लिया। सेक्स स्कैंडल में फंसे प्रज्वल रेवन्ना करीब 34 दिनों बाद जर्मनी से वापस आ गए हैं। इस हफ्ते की शुरुआत में उन्होंने एक वीडियो संदेश जारी कर कहा था कि वह 31 मई को जांच टीम के सामने पेश होंगे और जांच में सहयोग करेंगे।उन्होंने यह भी दावा किया कि उनके खिलाफ मामले झूठे हैं और हासन में राजनीतिक ताकतें काम कर रही हैं। कई महिलाओं के साथ यौन उत्पीड़न के आरोपी जनता दल (सेक्युलर) के सांसद प्रज्वल रेवन्ना को आज तड़के बेंगलुरु पहुंचने के बाद गिरफ्तार कर लिया गया।एसआईटी की टीम अब उनसे पूछताछ करेगी और आज ही उन्हें कोर्ट में पेश किया जाएगा। एक दिन पहले ही बेंगलुरु की एक अदालत ने बलात्कार और यौन शोषण के मामले में प्रज्वल रेवन्ना की अग्रिम जमानत अर्जी खारिज की थी। प्रज्वल जद (एस) सुप्रीमो और पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवेगौड़ा के पोते हैं। यौन उत्पीड़ का आरोप लगने के छह दिन बाद और हसन लोकसभा सीट पर वोटिंग एक दिन बाद 27 अप्रैल को रेवन्ना देश छोड़कर चले गए थे। रेवन्ना ने अपने राजनयिक पासपोर्ट पर म्यूनिख के लिए उड़ान भरी थी। करीब 34 दिनों बाद वह बेंगलुरु लौटे हैं। इससे पहले कर्नाटक सरकार ने गुरुवार को कहा था कि प्रज्वल रेवन्ना अगर देश नहीं लौटते हैं, तो उनके पासपोर्ट को रद्द करने जैसी कार्रवाई की जाएगी। वहीं दूसरी ओर गुरूवार को कई महिलाओं के यौन शोषण के आरोपों का सामना कर रहे जनता दल (सेक्युलर) के निलंबित नेता प्रज्ज्वल रेवन्ना के खिलाफ सैकड़ों लोगों ने प्रदर्शन किया और पीड़ितों के लिए न्याय की मांग की। प्रदर्शनकारियों ने ‘हासन चलो’ मार्च में शिरकत की व आरोपियों की गिरफ्तारी और मामले की निष्पक्ष जांच की भी मांग की। इस मार्च का आयोजन ‘नवेड्डु निलादिद्दरे’ नामक मानवाधिकार समूह द्वारा किया था। इसमें राज्य भर से महिलाओं, श्रमिकों, किसानों और दलितों ने हिस्सा लिया।
प्रज्ज्वल रेवन्ना ने देश लौटने के लिए बुक कराया, जानें कब लौट रहे हैं*
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यौन शोषण के आरोपों का सामना कर रहे प्रज्वल रेवन्ना की भारत वापसी होने वाली है।सूत्रों के अनुसार, प्रज्ज्वल रेवन्ना अब भारत वापस आ रहे हैं। उन्होंने 30 मई की म्यूनिख से बंगलूरू की वापसी की टिकट ली है। बता दें कि देश में जारी लोकसभा चुनाव के बीच ही वह 27 मई को जर्मनी फरार हो गए थे।कर्नाटक की हासन लोकसभा सीट से सांसद प्रज्ज्वल रेवन्ना पर कई महिलाओं के साथ यौन शोषण का आरोप लगा है।

विशेष जांच दल (एसआईटी) के सूत्रों के अनुसार, पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा के पोते प्रज्ज्वल रेवन्ना के 31 मई की सुबह बंगलूरू पहुंचने की संभावना है। इस दौरान एसआईटी की टीम केम्पेगौड़ा एयरपोर्ट पर तैनात रहेंगे।ताकि उतरते ही उसे गिरफ्तार किया जा सके।सूत्रों ने बताया कि सांसद ने पहले भी दो बार जर्मनी से फ्लाइट टिकट कैंसिल किया है। इस बीच एसआईटी ने मंगलवार को हासन शहर में प्रज्वल के आवास पर तलाशी ली, जो देर रात तक जारी रही। सूत्रों का कहना है कि कुछ आपत्तिजनक सामग्री जब्त की गई है।

बता दें कि दो दिन पहले उसने एक वीडियो मैसेज जारी किया था, जिसमें उसने 31 मई को एसआईटी के समक्ष पेश होने और जांच में सहयोग करने का वादा किया था। अपने वीडियो मैसेज में प्रज्वल ने कन्नड़ में कहा था, सबसे पहले मैं अपने माता-पिता, दादा, कुमारन्ना (कुमारस्वामी), कर्नाटक के लोगों और पार्टी के सभी कार्यकर्ताओं से माफी मांगना चाहता हूं कि मैंने विदेश में अपने ठिकाने के बारे में किसी को नहीं बताया। जब 26 अप्रैल को चुनाव हुए थे, तब मेरे खिलाफ कोई मामला नहीं था और न ही कोई विशेष जांच दल गठित किया गया था। मेरी विदेश यात्रा की योजना पहले ही बन चुकी थी। मैं चुनाव के बाद वहां से चला आया और तीन-चार दिन बाद यूट्यूब और न्यूज चैनल देखते हुए मुझे इस (मामले) के बारे में पता चला। फिर एसआईटी ने नोटिस जारी किया और मैंने अपने एक्स अकाउंट और अपने वकील के जरिए नोटिस का जवाब देते हुए सात दिन का समय मांगा है।

बता दें पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा के पोते प्रज्ज्वल पर कई महिलाओं से यौन शोषण का आरोप है। यौन शोषण के आरोपों का सामना कर रहे प्रज्वल रेवन्ना की भारत वापसी होने वाली है।सूत्रों के अनुसार, प्रज्ज्वल रेवन्ना अब भारत वापस आ रहे हैं। उन्होंने 30 मई की म्यूनिख से बंगलूरू की वापसी की टिकट ली है। बता दें कि देश में जारी लोकसभा चुनाव के बीच ही वह 27 मई को जर्मनी फरार हो गए थे।कर्नाटक की हासन लोकसभा सीट से सांसद प्रज्ज्वल रेवन्ना पर कई महिलाओं के साथ यौन शोषण का आरोप लगा है। विशेष जांच दल (एसआईटी) के सूत्रों के अनुसार, पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा के पोते प्रज्ज्वल रेवन्ना के 31 मई की सुबह बंगलूरू पहुंचने की संभावना है। इस दौरान एसआईटी की टीम केम्पेगौड़ा एयरपोर्ट पर तैनात रहेंगे।ताकि उतरते ही उसे गिरफ्तार किया जा सके।सूत्रों ने बताया कि सांसद ने पहले भी दो बार जर्मनी से फ्लाइट टिकट कैंसिल किया है। इस बीच एसआईटी ने मंगलवार को हासन शहर में प्रज्वल के आवास पर तलाशी ली, जो देर रात तक जारी रही। सूत्रों का कहना है कि कुछ आपत्तिजनक सामग्री जब्त की गई है। बता दें कि दो दिन पहले उसने एक वीडियो मैसेज जारी किया था, जिसमें उसने 31 मई को एसआईटी के समक्ष पेश होने और जांच में सहयोग करने का वादा किया था। अपने वीडियो मैसेज में प्रज्वल ने कन्नड़ में कहा था, सबसे पहले मैं अपने माता-पिता, दादा, कुमारन्ना (कुमारस्वामी), कर्नाटक के लोगों और पार्टी के सभी कार्यकर्ताओं से माफी मांगना चाहता हूं कि मैंने विदेश में अपने ठिकाने के बारे में किसी को नहीं बताया। जब 26 अप्रैल को चुनाव हुए थे, तब मेरे खिलाफ कोई मामला नहीं था और न ही कोई विशेष जांच दल गठित किया गया था। मेरी विदेश यात्रा की योजना पहले ही बन चुकी थी। मैं चुनाव के बाद वहां से चला आया और तीन-चार दिन बाद यूट्यूब और न्यूज चैनल देखते हुए मुझे इस (मामले) के बारे में पता चला। फिर एसआईटी ने नोटिस जारी किया और मैंने अपने एक्स अकाउंट और अपने वकील के जरिए नोटिस का जवाब देते हुए सात दिन का समय मांगा है। बता दें पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा के पोते प्रज्ज्वल पर कई महिलाओं से यौन शोषण का आरोप है।
यौन शोषण के आरोप में घिरे प्रज्वल रेवन्ना ने जारी किया वीडियो, बताया कब होंगे एसआईटी के सामने पेश

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कर्नाटक के हासन से जेडीएस सांसद प्रज्वल रेवन्ना कई महिलाओं के साथ यौन शोषण के आरोपों में घिरे हैं। इस मामले में काफी समय से फरार प्रज्वल रेवन्ना ने सोमवार को एक वीडियो जारी किया है। प्रज्वल रेवन्ना ने कहा है कि वह 31 मई को विशेष जांच दल (एसआईटी) के सामने पेश होंगे और कथित अश्लील वीडियो मामले से जुड़ी जांच में सहयोग करेंगे। हासन से जेडीएस सांसद अपने घर में काम करने वाली एक महिला द्वारा कथित तौर पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाए जाने के बाद से फरार हैं। 

अब रेवन्ना ने अपने ऊपर लगे आरोपों को 'झूठा' बताया। उन्होंने अपने वीडियो में यह भी दावा किया कि उनके खिलाफ राजनीतिक साजिश रची गई क्योंकि वह राजनीति के क्षेत्र में महत्वपूर्ण प्रगति कर रहे थे।रेवन्ना ने कहा कि मैंने अब तक इसलिए जवाब नहीं दिया क्योंकि मैं डिप्रेस था। मैंने सबसे खुद को अलग कर लिया था। मेरे ख़िलाफ़ महिला यौन उत्पीड़न के आरोप राजनीतिक साजिश की वजह से लगाए गए हैं।

जेडीएस सांसद ने अपने वीडियो में परिवार, पार्टी समर्थकों और राज्य के लोगों से माफी भी मांगी है। रेवन्ना ने कहा है, मैं अपने माता-पिता, अपने दादा, कुमारस्वामी और अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं और राज्य के लोगों से माफी मांगता हूं। मैंने यह नहीं बताया कि मैं कहां हूं। जब (अप्रैल) 26 तारीख को चुनाव हुए, तो मुझ पर कोई मामला नहीं था और तब कोई एसआईटी नहीं बनी थी, मेरी विदेश यात्रा पूर्व नियोजित थी, इसलिए मुझे समाचारों के माध्यम से इसके बारे में पता चला, फिर मेरे एक्स अकाउंट के माध्यम से मुझे एसआईटी का नोटिस भी दिया गया।

उन्होंने आगे कहा कि जब राहुल गांधी सहित कांग्रेस नेताओं ने खुले मंचों पर इस मुद्दे पर चर्चा शुरू की और विपक्ष पर साजिश रचने का आरोप लगाया तो वह अवसाद में चले गए और खुद को अलग कर लिया। आगे रेवन्ना ने कहा है कि 31 तारीख शुक्रवार को सुबह 10 बजे मैं एसआईटी के सामने पेश होऊंगा और जांच से जुड़ी सारी जानकारी दूंगा। मैं एसआईटी जांच में सहयोग करूंगा। मुझे न्यायपालिका पर बहुत भरोसा है, मैं भगवान और न्यायपालिका में विश्वास करता हूं।

प्रज्वल का यह बयान पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा और उनके दादा की गुरुवार 23 मई को दी चेतावनी के 3 दिन बाद आया। पूर्व प्रधानमंत्री ने अपने आधिकारिक एक्स हैंडल पर एक बयान साझा किया जिसमें रेवन्ना को पुलिस के सामने आत्मसमर्पण करने के लिए कहा था। उन्होंने कहा था कि वे भारत लौट आएं और जांच का सामना करें। उन्होंने यह दावा भी किया कि इस मामले की जांच में उनके और उनके परिवार की तरफ से कोई दखलंदाजी नहीं की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि दोषी पाए जाने पर उनके पोते को बख्शा नहीं जाना चाहिए और कानून के तहत कड़ी से कड़ी सजा दी जानी चाहिए।

प्रज्वल रेवन्ना पर उनके घर में काम करने वाली महिला ने यौन उत्पीड़न की शिकायत की थी। 26 अप्रैल को बेंगलुरु में पब्लिक प्लेसेस में कई पेन ड्राइव मिलीं। दावा किया गया कि पेन ड्राइव में 3 हजार से 5 हजार वीडियो हैं, जिनमें प्रज्वल को कई महिलाओं के साथ यौन उत्पीड़न करते देखा गया। महिलाओं के चेहरे भी ब्लर नहीं किए गए। मामला बढ़ने पर राज्य सरकार ने एसआईटी बनाई। प्रज्वल के खिलाफ रेप, छेड़छाड़, ब्लैकमेलिंग और धमकी देने के आरोपों समेत तीन एफआईआर दर्ज की गईं। एसआईटी ने जांच में खुलासा किया कि प्रज्वल ने 50 से ज्यादा महिलाओं का सेक्शुअल हैरेसमेंट किया था। इनमें 22 साल से 61 साल तक की महिलाएं हैं। 50 में से करीब 12 महिलाओं से जबर्दस्ती संबंध बनाए गए, यानी उनका रेप हुआ। बाकी महिलाओं को अलग-अलग तरह का लालच देकर सेक्शुअल फेवर लिया।

विदेश मंत्रालय ने प्रज्वल रेवन्ना को जारी किया नोटिस, पूछा-क्यों नहीं रद्द करें डिप्लोमेटिक पासपोर्ट?

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भारतीय विदेश मंत्रायल ने यौन उत्पीड़न के आरोपों से घिरे जेडीएस नेता प्रज्वल रेवन्ना को कारण बताओ नोटिस जारी किया है।विदेश मंत्रालय ने प्रज्वल रेवन्ना को कारण बताओ नोटिस भेजा है और उनसे पूछा है कि उनका राजनयिक पासपोर्ट रद्द क्यों नहीं किया जाना चाहिए? कर्नाटक सरकार ने हाल में उनका राजनयिक पासपोर्ट रद्द करने की मांग की थी। हासन सीट से सांसद प्रज्वल रेवन्ना पर कई महिलाओं के यौन उत्पीड़न का आरोप है। मामला सामने आने के बाद से ही प्रज्वल फरार है।

विदेश मंत्रालय के अधिकारिक सूत्रों का कहना है कि मंत्रालय प्रज्वल रेवन्ना का राजनयिक पासपोर्ट रद्द करने के कर्नाटक सरकार के अनुरोध पर कार्रवाई कर रहा है। ऐसा माना जा रहा है कि यौन उत्पीड़न के आरोप सामने आने के बाद रेवन्ना राजनयिक पासपोर्ट पर जर्मनी फरार हो गया था। अधिकारी का कहना है कि प्रज्वल रेवन्ना का पासपोर्ट रद्द करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है और इसी के तहत उसे विदेश मंत्रालय की ओर से कारण बताओ नोटिस भेजा गया है। यह नोटिस विदेश मंत्रालय ने ईमेल के जरिए भेजा है। 

सूत्रों का कहना है कि वह राजनयिक पासपोर्ट पर जर्मनी में है। कर्नाटक सरकार द्वारा यौन उत्पीड़न के आरोपों की जांच के लिए गठित एसआईटी की अपील पर इंटरपोल ने उसके खिलाफ ब्लू कॉर्नर नोटिस जारी किया है, लेकिन अभी तक उसकी कोई जानकारी नहीं मिली है।

बता दें कि कर्नाटक के मुख्यमंत्री ने 1 मई को पत्र लिखकर पीएम मोदी से प्रज्वल का पासपोर्ट रद्द कराने की अपील की थी। उन्होंने बुधवार को दूसरी बार ऐसा ही खत लिखा। प्रज्वल मामले की जांच कर रही विशेष टीम ने एक कोर्ट से उनके खिलाफ गिरफ्तारी का वारंट मिलने के बाद विदेश मंत्रालय से उनका पासपोर्ट रद्द करने की अपील की थी। विशेष जांच टीम के निवेदन पर इंटरपोल पहले ही प्रज्वल के खिलाफ ब्लू कॉर्नर नोटिस जारी कर चुकी है।

वहीं, पूर्व पीएम एचडी देवगौड़ा ने अपने पोते प्रज्वल रेवन्ना को चेतावनी दी है। गुरुवार को उन्होंने कहा था कि अगर वो वापस नहीं लौटे और पुलिस के सामने सरेंडर नहीं किया, तो उनका परिवार उन्हें अकेला छोड़ देगा।

रद्द हो सकता है प्रज्वल रेवन्ना का पासपोर्ट, विदेश मंत्रालय ने सिद्धारमैया सरकार की चिट्ठी का दिया जवाब

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प्रज्ज्वल रेवन्ना अश्लील वीडियो मामले में कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिखा था। उन्होंने पीएम मोदी से जेडीएस सांसद प्रज्ज्वल रेवन्ना का राजनयिक पासपोर्ट रद्द करने का अनुरोध किया था। इसके बाद विदेश मंत्रालय एक्शन मोड में दिखाई दे रहा है। इस संबंध में कार्रवाई की जा रही है।न्यूज एजेंसी पीटीआई के सूत्रों के मुताबिक यह लेटर विदेश मंत्रालय को मिल गया है। इस पर कार्रवाई भी की जा रही है।

कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर जेडीएस सांसद प्रज्वल रेवन्ना के राजनयिक पासपोर्ट को रद्द करने की मांग उठाई है।सिद्धारमैया ने अपने पत्र में लिखा है कि ये शर्मनाक है कि प्रज्वल रेवन्ना अपने जघन्य कृत्यों की खबर सामने आने के तुरंत बाद और अपने खिलाफ पहली एफआईआर दर्ज होने से कुछ घंटे पहले अपने राजनयिक पासपोर्ट का इस्तेमाल करके 27 अप्रैल 2024 को देश छोड़कर जर्मनी भाग गया।

इससे पहले कर्नाटक के गृह मंत्री जी परमेश्वर ने अश्लील वीडियो मामले में केंद्र सरकार से प्रज्ज्वल रेवन्ना का राजनयिक पासपोर्ट रद्द करने की मांग की थी। केंद्र की तरफ से कोई प्रतिक्रिया न मिलने पर उन्होंने कहा था कि यह केंद्र की जिम्मेदारी है कि तय कानून के तहत मदद करे और राजनयिक पासपोर्ट को रद्द करे।

बता दें कि जेडीएस सांसद प्रज्ज्वल रेवन्ना यौन शोषण के आरोपों को झेल रहे हैं। 33 साल के प्रज्ज्वल पर महिलाओं के यौन शोषण करने के कई मामले दर्ज हैं। इस घोटाले ने सत्तारूढ़ कांग्रेस और भाजपा-जेडीएस के बीच राजनीतिक बवाल खड़ा कर दिया है। बता दें कि प्रज्ज्वल कर्नाटक के हासन लोकसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं, जहां 26 अप्रैल को मतदान हुआ था। पुलिस सूत्रों के मुताबिक जैसे ही सांसद से जुड़े वीडियो सामने आने लगे, वह वोटिंग खत्म होने के बाद वह 27 अप्रैल को देश छोड़कर जर्मनी भाग गए।

प्रज्वल रेवन्ना मामले में नया मोड़, राष्ट्रीय महिला आयोग ने कहा-शिकायत दर्ज कराने के लिए महिलाओं पर बनाया गया दबाव

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कर्नाटक में जेडीएस सांसद प्रज्वल रेवन्ना से जुड़े सेक्स वीडियो स्कैंडल ने नया मोड़ ले लिया है।राष्ट्रीय महिला आयोग ने दावा किया है कि प्रज्वल रेवन्ना के खिलाफ यौन शोषण के मामले में झूठी शिकायत दर्ज कराने पर मजबूर किया गया। इस महिला ने कहा कि खुद को पुलिसकर्मी बताने वाले तीन लोगों के एक समूह ने उन्‍हें परेशान करने की धमकी देकर झूठी शिकायत दर्ज कराने के लिए मजबूर किया था। बता दें कि प्रज्वल रेवन्ना पर यौन उत्पीड़न, सैकड़ों सेक्स वीडियो रिकॉर्ड करने, धमकाने और साज़िश रचने के आरोप है।

राष्ट्रीय महिला आयोग ने गुरुवार को कहा कि महिलाओं के यौन शोषण के अभियुक्त प्रज्वल रेवन्ना के खिलाफ कोई भी पीड़ित महिला शिकायत दर्ज कराने के लिए आगे नहीं आई है। आयोग का कहना है कि उसके पास सिर्फ एक महिला पहुंची थी। आयोग के मुताबिक इस महिला शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि उसे जनता दल सेक्युलर के नेता और हसन सीट से सांसद प्रज्वल रेवन्ना के खिलाफ फ़र्ज़ी शिकायत दर्ज करने के लिए मजबूर किया गया था।

एनसीडब्ल्यू ने आगे कहा कि महिला ने अपने और अपने परिवार के लिए सुरक्षा की मांग की क्योंकि तीन व्यक्ति अलग-अलग नंबरों से उसके मोबाइल पर कॉल करके गंभीर धमकियां दे रहे थे। एनसीडब्ल्यू ने कहा, एक महिला ने तीन व्यक्तियों के खिलाफ शिकायत दर्ज करने के लिए आयोग से संपर्क किया, जिन्होंने सादे कपड़े पहने थे। कथित तौर पर खुद को कर्नाटक पुलिस के रूप में पेश किया और उसे इस मामले में झूठी शिकायत दर्ज करने के लिए मजबूर किया। उसने कहा कि उसे अलग-अलग फोन नंबरों से कॉल आ रहे थे, शिकायत दर्ज करने की धमकी दी जा रही थी। राष्ट्रीय महिला आयोग ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि यह पता चला है कि इस शिकायतकर्ता को व्यक्तियों के एक समूह द्वारा संभावित उत्पीड़न और झूठे आरोपों की धमकी के तहत शिकायत दर्ज करने के लिए मजबूर किया गया था।

एचडी कुमारस्‍वामी ने लगाया एसआईटी पर आरोप

एनसीडब्ल्यू के आरोपों से संकेत लेते हुए पूर्व मुख्यमंत्री और जेडीएस के प्रदेश अध्यक्ष एचडी कुमारस्वामी ने गुरुवार रात विशेष जांच दल (एसआईटी) पर आरोप लगाया कि इस मामले की जांच कर रही एसआईटी ने झूठे बयान देने के लिए पीड़िताओं को देहव्‍यापार में फंसाने की धमकी दी है। लजेडीएस नेता ने दावा किया कि एसआईटी अधिकारी पीड़िताओं को धमकी दे रहे हैं कि अगर वे कांग्रेस सरकार के पक्ष में बयान नहीं देते हैं तो उन पर देहव्‍यापार का आरोप लगाया जाएगा।

राजस्व मंत्री कृष्णा बायरे गौड़ा से किया सवाल

एच.डी. कुमारस्वामी ने राजस्व मंत्री कृष्णा बायरे गौड़ा से सवाल किया। कृष्णा बायरे ने पहले सेक्स वीडियो स्कैंडल को दुनिया का सबसे बड़ा सेक्स स्कैंडल बताया था। कुमारस्वामी ने मंत्री कृष्णा गौड़ा से पूछा कि अपहरण की गई बचाई गई महिला को आपने कहां रखा है? उसे अदालत में क्यों नहीं पेश किया जा रहा है? क्या आप पीड़ितों के निजी वीडियो के वितरण के कृत्य का समर्थन करते हैं?

एचडी देवगौड़ा के पोते हैं प्रज्वल

बता दें कि पुलिस ने प्रज्वल रेवन्ना और उनके पिता एच डी रेवन्ना, दोनों पर यौन शोषण का मामला दर्ज किया है। इस मामले में कर्नाटक सरकार ने एसआईटी का गठन किया है जो यौन शोषण के मामलों की जांच कर रही है। प्रज्वल रेवन्ना पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा के पोते हैं। प्रज्वल रेवन्ना के पिता कर्नाटक में विधायक हैं और चाचा पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी हैं।

प्रज्वल रेवन्ना मामले में पीएम मोदी ने तोड़ी चुप्पी, बोले-ऐसे व्यक्ति को बर्दाश्त नहीं किया जाना चाहिए, कर्नाटक सरकार को भी घेरा

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रज्ज्वल रेवन्ना यौन शोषण मामले में चुप्पी तोड़ी है। पीएम मोदी ने कहा कि प्रज्वल रेवन्ना जैसे व्यक्ति के लिए जीरो टॉलरेंस नीति होनी चाहिए। ऐसे अत्याचारियों को सभी कानूनी विकल्पों का उपयोग करते हुए कठोर से कठोर सजा दी जानी चाहिए। उन्होंने कर्नाटक की कांग्रेस सरकार पर आरोप लगाया कि उसने जद (एस) सांसद को देश से बाहर जाने दिया और वोक्कालिगा बहुल क्षेत्र में चुनाव संपन्न होने के बाद आपत्तिजनक सेक्स वीडियो जारी किए। पेम ने समाचार चैनल टाइम्स नाउ को दिए एक इंटरव्यू में यह बात कही।

समाचार चैनल टाइम्स नाउ से बात करते हुए मोदी ने कहा कि हजारों वीडियो की मौजूदगी से पता चलता है कि ये उस समय के हैं, जब जदएस और कांग्रेस के बीच गठबंधन था। ये वीडियो तब एकत्र किए गए जब वे सत्ता में थे। लेकिन, इन्हें जारी तब किया गया, जब वोक्कालिगा बहुल क्षेत्र में मतदान संपन्न हो गया। घटनाक्रम को बेहद संदिग्ध बताते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि वीडियो उनके देश से बाहर जाने के बाद जारी किए गए। अगर राज्य सरकार के पास जानकारी थी, तो उसे नजर रखनी चाहिए थी। हवाई अड्डे पर भी निगरानी रखनी चाहिए थी।

प्रधानमंत्री ने कहा कि इस मामले में कार्रवाई करने की जिम्मेदारी राज्य सरकार की है क्योंकि यह कानून और व्यवस्था का मुद्दा था। उन्होंने कहा, आपने कुछ नहीं किया। भारत सरकार को सूचित नहीं किया गया। इसका मतलब है कि यह एक राजनीतिक खेल था। हालांकि, यह मेरा मुद्दा नहीं है, मेरा मुद्दा यह है कि किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाना चाहिए। हमारे देश में इस प्रकार के खेल बंद होने चाहिए। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, हमें उन्हें वापस लाना चाहिए और उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए। कोई अगर-मगर नहीं होना चाहिए। 

पीएम ने कहा, जहां तक मोदी की बात है, जहां तक भाजपा की बात है, जहां तक हमारे संविधान की बात है, मेरा स्पष्ट विचार है कि ऐसे लोगों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस (कतई बर्दाश्त नहीं करने) की नीति होनी चाहिए। उपलब्ध सभी कानूनी विकल्पों का उपयोग करके कड़ी सजा दी जानी चाहिए।

बता दें कि कांग्रेस और जनता दल (सेक्यूलर) ने 2018 के चुनावों के बाद कर्नाटक में गठबंधन सरकार बनाई थी और 2019 का लोकसभा चुनाव साथ लड़ने के बाद दोनों अलग हो गए थे। पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवगौड़ा नीत पार्टी ने पिछले साल सितंबर में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ गठबंधन किया था और दोनों दल मौजूदा लोकसभा चुनाव साथ मिलकर लड़ रहे हैं।

राहुल गांधी ने प्रज्वल रेवन्ना मामले में पीएम मोदी को घेरा, बोले- मास रेपिस्ट के लिए मांगा वोट, अब मांगे माफी

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पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा के पोते प्रज्वल रेवन्ना के कथित अश्लील वीडियो सार्वजनिक होने के बाद मामला गरम है। रेवन्ना का सेक्स स्कैंडल अब उसके साथ गठबंधन में लोकसभा चुनाव लड़ रही भाजपा के लिए परेशानी बन गया है। विपक्षी दलों ने इसे लेकर भाजपा को घेरना शुरू कर दिया है। इस बीच कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पीएम मोदी को इस मुद्दे पर घेरा। राहुल ने कहा कि पीएम मोदी महिलाओं से माफी मांगे।पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने गुरुवार को प्रज्वल रेवन्ना के लिए वोट मांगने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भारतीय महिलाओं से माफी मांगने को कहा।

प्रज्वल रेवन्ना और प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधते हुए राहुल गांधी ने कर्नाटक के शिवमोगा में कहा, प्रधानमंत्री को भारत की माताओं-बहनों से भी माफी मांगनी चाहिए। प्रज्वल रेवन्ना ने 400 महिलाओं का रेप किया और उनका वीडियो बनाया है। यह सेक्स स्कैंडल नहीं बल्कि मास रेप है। राहुल ने कहा, 'प्रधानमंत्री कर्नाटक में भरे मंच पर मास रेपिस्ट को डिफेंड कर रहे थे। उन्होंने (मोदी) कहा था कि कर्नाटक यदि आप इस रेपिस्ट के लिए वोट करेंगे तो इसका लाभ मुझे होगा। राहुल ने आगे कहा, कर्नाटक में हर महिला को जानना चाहिए कि जब प्रधानमंत्री उनसे वोट मांग रहे थे तो वह प्रज्वल की हरकत के बारे में जानते थे।

राहुल गांधी ने सवाल उठाया कि ऐसे आरोपी का बीजेपी ने कैसे समर्थन किया। उसे जर्मनी जाने से क्यों नहीं रोका गया? इसी के साथ उन्होंने ये भी कहा कि हैरत है कि जिस वक्त प्रधानमंत्री मोदी ने रेवन्ना का समर्थन किया, उस वक्त उनको उसके कारनामे कैसे नहीं मालूम थे? राहुल गांधी ने कहा कि उनके पास सारी एजेंसियां हैं, फिर भी उन्हें कैसे नहीं पता चला कि उस पर क्या आरोप हैं और वह विदेश भागने वाला है?

राहुल गांधी ने आगे कहा कि आज बीजेपी सत्ता के लिए किसी का भी समर्थन करने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि आज पूरी दुनिया में इस बात का शोर है कि एक 400 महिलाओं के रेप के आरोपी को बीजेपी अपना समर्थन दे रही है। राहुल गांधी ने कहा कि पिछले 10 साल में इस सरकार ने केवल 22 लोगों के लिए काम किया। केवल अमीरों की जेब में धन डाला. उन्होंने चंद अमीरों का 16 लाख करोड़ का कर्ज माफ किया है।

बता दें कि प्रज्वल रेवन्ना इस बार भी हासन लोकसभा सीट से भाजपा के समर्थन के साथ जेडीएस कैंडीडेट के तौर पर चुनाव लड़े हैं। इस सीट पर 26 अप्रैल को मतदान हो चुका है। पूर्व प्रधानमंत्री और जद (एस) के मुखिया एचडी देवेगौड़ा के पोते प्रज्वल पर महिलाओं के साथ यौन शोषण का आरोप है। राज्य सरकार ने मामले की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया है।

जनता दल (एस) के पूर्व सांसद प्रज्वल रेवन्ना रेप केस में दोषी करार, बेंगलुरु कोर्ट का फैसला

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कर्नाटक हाईकोर्ट ने जनता दल (एस) के पूर्व सांसद प्रज्वल रेवन्ना को यौन उत्पीड़न और बलात्कार के आरोपों में दोषी पाया है। कोर्ट में सजा का ऐलान होना बाकी है। यह मामला एक सेक्स टेप और कई महिलाओं के साथ रेप से जुड़ा हुआ है।जब कोर्ट ने अपना फैसला सुनाया, तो वो खुद को रोक नहीं पाए और कोर्ट में ही फूट-फूटकर रोने लगे। बाहर निकलते वक्त भी उनकी आंखों से आंसू बह रहे थे। जनता दल सेक्युलर से जीतकर सांसद बने प्रज्वल रेवन्ना पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा के पोते हैं।

जानकारी के अनुसार प्रज्वल रेवन्ना के खिलापफ यह फैसला उनके खिलाफ दर्ज रेप के चार एक में आया है। पूर्व सांसद प्रज्वल रेवन्ना को 47 साल की नौकरानी से रेप के आरोप में दोषी ठहराया है। अदालत शनिवार को रेवन्ना को सजा सुनाएगी। रेवन्ना जिस मामले में दोषी करार दिए गए हैं। इस मामले को हासन जिले के होलेनरसीपुरा ग्रामीण पुलिस स्टेशन में दर्ज किया गया था। बेंगलुरु में विशेष अदालत ने 18 जुलाई को बलात्कार के मामले की सुनवाई पूरी कर ली थी। इसके बाद फैसला सुरक्षित रख लिया था।

2,000 से ज़्यादा अश्लील वीडियो क्लिप सामने आए

प्रज्वल रेवन्ना पिछले 14 महीने से जेल में बंद हैं। उन पर एक नहीं, कई महिलाओं के साथ यौन शोषण और बलात्कार के आरोप लगे थे। प्रज्वल रेवन्ना 2024 में दर्ज चार आपराधिक मामलों में मुख्य आरोपी हैं। मामला तब तूल पकड़ा जब जब इंटरनेट पर यौन शोषण के 2,000 से ज़्यादा अश्लील वीडियो क्लिप सामने आए थे। इसके बाद उनके खिलाफ केस दर्ज हुए और पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया था। कर्नाटक सरकार ने प्रवज्ल रेवन्ना के सेक्स टेप सामने आने के बाद जांच के लिए एसआईटी का गठन किया था।

क्या है पूरा मामला?

प्रज्वल रेवन्ना पर उनके घर में काम करने वाली महिला ने यौन उत्पीड़न की शिकायत दर्ज कराई थी। जो उनके परिवार के फार्महाउस में घरेलू सहायिका के रूप में काम करती थी। उसने रेवन्ना पर 2021 से बार-बार बलात्कार करने और किसी को भी घटना के बारे में बताने पर दुर्व्यवहार के वीडियो जारी करने की धमकी देने का आरोप लगाया।

इसके अलावा बेंगलुरु में पब्लिक प्लेसेस में कई पेन ड्राइव मिलीं थीं। इनको लेकर ऐसा दावा किया गया कि पेन ड्राइव में 3 हजार से 5 हजार वीडियो हैं, जिनमें प्रज्वल को महिलाओं के साथ यौन उत्पीड़न करते देखा गया है। वीडियोज में महिलाओं के चेहरे भी ब्लर नहीं किए गए थे। इस मामले के सामने आने के बाद से ही पूरे राज्य भर में बवाल देखने को मिला था। मामला बढ़ता देख जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया था। जांच के बाद प्रज्वल के खिलाफ रेप, छेड़छाड़, ब्लैकमेलिंग और धमकी देने के आरोपों में मामले दर्ज किए गए थे। महिलाओं का रेप करने के बाद रेवन्ना सरकारी नौकरी ऑफर किया करता था।

छह दिन की पुलिस हिरासत में प्रज्ज्वल रेवन्ना, अश्लील वीडियो मामले में हैंआरोपी

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जेडीएस के निलंबित सांसद प्रज्वल रेवन्ना को कोर्ट ने छह जून तक पुलिस हिरासत में भेज दिया है। यौन उत्पीड़न मामले के आरोपी प्रज्वल रेवन्ना गुरुवार की रात को जर्मनी से बेंगलुरु लौटे थे। मामले की जांच कर रही एसआईटी ने उन्हें एयरपोर्ट पर ही गिरफ्तार कर लिया था।गिरफ्तार किए जाने के बाद शुक्रवार को उसे कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने छह जून तक पुलिस हिरासत का आदेश दिया है।

बेंगलुरु से गिरफ्तारी के बाद शुक्रवार को मेडिकल जांच के बाद प्रज्वल रेवन्ना को बेंगलुरु की 42वीं एसीएमएम अदालत में पेश किया गया और हिरासत में लेने का अनुरोध किया गया। अदालत ने एसआईटी की याचिका स्वीकार कर ली और प्रज्वल रेवन्ना को छह जून तक तक के लिए एसआईटी की हिरासत में भेजने का आदेश दिया। एसपीपी अशोक नाइक ने एसआईटी की ओर से बहस की, जबकि अरुण नाइक ने प्रज्वल की ओर से दलील दी।

एसआईटी की ओर से एसपीपी अशोक नाइक ने दलील दी कि सांसद प्रज्वल रेवन्ना पर रेप का आरोप है। लोकसभा चुनाव से पहले उनका अश्लील वीडियो वायरल हुआ था। मामले में सौ से अधिक पीड़ित हैं। कुछ महीने पहले इसे मीडिया में प्रसारित करने पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। उसने जज के सामने तर्क दिया कि वह एक विकृत व्यक्ति है और उसने अपने अश्लील दृश्य का वीडियो टेप कर लिया। जज के सवाल का जवाब देते हुए एसपीपी अशोक नाइक ने कहा कि वह वीडियो वायरल होने के बाद देश छोड़ दिया। उसे गिरफ्तार कर जांच की जाए तो सच्चाई पता चल जाएगी।

अधिवक्ता अरुण नाइक ने प्रज्वल रेवन्ना की ओर से दलील दी। उन्होंने कहा कि पीड़िता ने पहले बलात्कार की शिकायत नहीं की थी। मामले में पीड़ित की कोई भी उपस्थिति दर्ज नहीं की गई थी।वकील अरुण ने अन्य मामलों का जिक्र करते हुए कहा कि इस मामले में हिरासत नहीं मिल सकती। मुझे नहीं पता कि 15 दिन की पुलिस हिरासत की जरूरत क्यों है? प्रज्वल जांच में सहयोग करने को तैयार है।

स्कैंडल में फंसे जेडीएस सांसद देश पहुंचते ही प्रज्जवल रेवन्ना गिरफ्तार, आज होगी कोर्ट में पेशी*
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कर्नाटक सेक्स स्कैंडल केस में आरोपी प्रज्वल रेवन्ना को गिरफ्तार कर लिया गया है। जर्मनी के म्यूनिख से बंगलूरू हवाई अड्डे पर पहुंचते ही विशेष जांच दल (एसआईटी) ने केम्पेगौड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर देर रात प्रज्ज्वल को गिरफ्तार कर लिया। सेक्स स्कैंडल में फंसे प्रज्वल रेवन्ना करीब 34 दिनों बाद जर्मनी से वापस आ गए हैं। इस हफ्ते की शुरुआत में उन्होंने एक वीडियो संदेश जारी कर कहा था कि वह 31 मई को जांच टीम के सामने पेश होंगे और जांच में सहयोग करेंगे।उन्होंने यह भी दावा किया कि उनके खिलाफ मामले झूठे हैं और हासन में राजनीतिक ताकतें काम कर रही हैं। कई महिलाओं के साथ यौन उत्पीड़न के आरोपी जनता दल (सेक्युलर) के सांसद प्रज्वल रेवन्ना को आज तड़के बेंगलुरु पहुंचने के बाद गिरफ्तार कर लिया गया।एसआईटी की टीम अब उनसे पूछताछ करेगी और आज ही उन्हें कोर्ट में पेश किया जाएगा। एक दिन पहले ही बेंगलुरु की एक अदालत ने बलात्कार और यौन शोषण के मामले में प्रज्वल रेवन्ना की अग्रिम जमानत अर्जी खारिज की थी। प्रज्वल जद (एस) सुप्रीमो और पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवेगौड़ा के पोते हैं। यौन उत्पीड़ का आरोप लगने के छह दिन बाद और हसन लोकसभा सीट पर वोटिंग एक दिन बाद 27 अप्रैल को रेवन्ना देश छोड़कर चले गए थे। रेवन्ना ने अपने राजनयिक पासपोर्ट पर म्यूनिख के लिए उड़ान भरी थी। करीब 34 दिनों बाद वह बेंगलुरु लौटे हैं। इससे पहले कर्नाटक सरकार ने गुरुवार को कहा था कि प्रज्वल रेवन्ना अगर देश नहीं लौटते हैं, तो उनके पासपोर्ट को रद्द करने जैसी कार्रवाई की जाएगी। वहीं दूसरी ओर गुरूवार को कई महिलाओं के यौन शोषण के आरोपों का सामना कर रहे जनता दल (सेक्युलर) के निलंबित नेता प्रज्ज्वल रेवन्ना के खिलाफ सैकड़ों लोगों ने प्रदर्शन किया और पीड़ितों के लिए न्याय की मांग की। प्रदर्शनकारियों ने ‘हासन चलो’ मार्च में शिरकत की व आरोपियों की गिरफ्तारी और मामले की निष्पक्ष जांच की भी मांग की। इस मार्च का आयोजन ‘नवेड्डु निलादिद्दरे’ नामक मानवाधिकार समूह द्वारा किया था। इसमें राज्य भर से महिलाओं, श्रमिकों, किसानों और दलितों ने हिस्सा लिया।
प्रज्ज्वल रेवन्ना ने देश लौटने के लिए बुक कराया, जानें कब लौट रहे हैं*
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यौन शोषण के आरोपों का सामना कर रहे प्रज्वल रेवन्ना की भारत वापसी होने वाली है।सूत्रों के अनुसार, प्रज्ज्वल रेवन्ना अब भारत वापस आ रहे हैं। उन्होंने 30 मई की म्यूनिख से बंगलूरू की वापसी की टिकट ली है। बता दें कि देश में जारी लोकसभा चुनाव के बीच ही वह 27 मई को जर्मनी फरार हो गए थे।कर्नाटक की हासन लोकसभा सीट से सांसद प्रज्ज्वल रेवन्ना पर कई महिलाओं के साथ यौन शोषण का आरोप लगा है।

विशेष जांच दल (एसआईटी) के सूत्रों के अनुसार, पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा के पोते प्रज्ज्वल रेवन्ना के 31 मई की सुबह बंगलूरू पहुंचने की संभावना है। इस दौरान एसआईटी की टीम केम्पेगौड़ा एयरपोर्ट पर तैनात रहेंगे।ताकि उतरते ही उसे गिरफ्तार किया जा सके।सूत्रों ने बताया कि सांसद ने पहले भी दो बार जर्मनी से फ्लाइट टिकट कैंसिल किया है। इस बीच एसआईटी ने मंगलवार को हासन शहर में प्रज्वल के आवास पर तलाशी ली, जो देर रात तक जारी रही। सूत्रों का कहना है कि कुछ आपत्तिजनक सामग्री जब्त की गई है।

बता दें कि दो दिन पहले उसने एक वीडियो मैसेज जारी किया था, जिसमें उसने 31 मई को एसआईटी के समक्ष पेश होने और जांच में सहयोग करने का वादा किया था। अपने वीडियो मैसेज में प्रज्वल ने कन्नड़ में कहा था, सबसे पहले मैं अपने माता-पिता, दादा, कुमारन्ना (कुमारस्वामी), कर्नाटक के लोगों और पार्टी के सभी कार्यकर्ताओं से माफी मांगना चाहता हूं कि मैंने विदेश में अपने ठिकाने के बारे में किसी को नहीं बताया। जब 26 अप्रैल को चुनाव हुए थे, तब मेरे खिलाफ कोई मामला नहीं था और न ही कोई विशेष जांच दल गठित किया गया था। मेरी विदेश यात्रा की योजना पहले ही बन चुकी थी। मैं चुनाव के बाद वहां से चला आया और तीन-चार दिन बाद यूट्यूब और न्यूज चैनल देखते हुए मुझे इस (मामले) के बारे में पता चला। फिर एसआईटी ने नोटिस जारी किया और मैंने अपने एक्स अकाउंट और अपने वकील के जरिए नोटिस का जवाब देते हुए सात दिन का समय मांगा है।

बता दें पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा के पोते प्रज्ज्वल पर कई महिलाओं से यौन शोषण का आरोप है। यौन शोषण के आरोपों का सामना कर रहे प्रज्वल रेवन्ना की भारत वापसी होने वाली है।सूत्रों के अनुसार, प्रज्ज्वल रेवन्ना अब भारत वापस आ रहे हैं। उन्होंने 30 मई की म्यूनिख से बंगलूरू की वापसी की टिकट ली है। बता दें कि देश में जारी लोकसभा चुनाव के बीच ही वह 27 मई को जर्मनी फरार हो गए थे।कर्नाटक की हासन लोकसभा सीट से सांसद प्रज्ज्वल रेवन्ना पर कई महिलाओं के साथ यौन शोषण का आरोप लगा है। विशेष जांच दल (एसआईटी) के सूत्रों के अनुसार, पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा के पोते प्रज्ज्वल रेवन्ना के 31 मई की सुबह बंगलूरू पहुंचने की संभावना है। इस दौरान एसआईटी की टीम केम्पेगौड़ा एयरपोर्ट पर तैनात रहेंगे।ताकि उतरते ही उसे गिरफ्तार किया जा सके।सूत्रों ने बताया कि सांसद ने पहले भी दो बार जर्मनी से फ्लाइट टिकट कैंसिल किया है। इस बीच एसआईटी ने मंगलवार को हासन शहर में प्रज्वल के आवास पर तलाशी ली, जो देर रात तक जारी रही। सूत्रों का कहना है कि कुछ आपत्तिजनक सामग्री जब्त की गई है। बता दें कि दो दिन पहले उसने एक वीडियो मैसेज जारी किया था, जिसमें उसने 31 मई को एसआईटी के समक्ष पेश होने और जांच में सहयोग करने का वादा किया था। अपने वीडियो मैसेज में प्रज्वल ने कन्नड़ में कहा था, सबसे पहले मैं अपने माता-पिता, दादा, कुमारन्ना (कुमारस्वामी), कर्नाटक के लोगों और पार्टी के सभी कार्यकर्ताओं से माफी मांगना चाहता हूं कि मैंने विदेश में अपने ठिकाने के बारे में किसी को नहीं बताया। जब 26 अप्रैल को चुनाव हुए थे, तब मेरे खिलाफ कोई मामला नहीं था और न ही कोई विशेष जांच दल गठित किया गया था। मेरी विदेश यात्रा की योजना पहले ही बन चुकी थी। मैं चुनाव के बाद वहां से चला आया और तीन-चार दिन बाद यूट्यूब और न्यूज चैनल देखते हुए मुझे इस (मामले) के बारे में पता चला। फिर एसआईटी ने नोटिस जारी किया और मैंने अपने एक्स अकाउंट और अपने वकील के जरिए नोटिस का जवाब देते हुए सात दिन का समय मांगा है। बता दें पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा के पोते प्रज्ज्वल पर कई महिलाओं से यौन शोषण का आरोप है।
यौन शोषण के आरोप में घिरे प्रज्वल रेवन्ना ने जारी किया वीडियो, बताया कब होंगे एसआईटी के सामने पेश

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कर्नाटक के हासन से जेडीएस सांसद प्रज्वल रेवन्ना कई महिलाओं के साथ यौन शोषण के आरोपों में घिरे हैं। इस मामले में काफी समय से फरार प्रज्वल रेवन्ना ने सोमवार को एक वीडियो जारी किया है। प्रज्वल रेवन्ना ने कहा है कि वह 31 मई को विशेष जांच दल (एसआईटी) के सामने पेश होंगे और कथित अश्लील वीडियो मामले से जुड़ी जांच में सहयोग करेंगे। हासन से जेडीएस सांसद अपने घर में काम करने वाली एक महिला द्वारा कथित तौर पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाए जाने के बाद से फरार हैं। 

अब रेवन्ना ने अपने ऊपर लगे आरोपों को 'झूठा' बताया। उन्होंने अपने वीडियो में यह भी दावा किया कि उनके खिलाफ राजनीतिक साजिश रची गई क्योंकि वह राजनीति के क्षेत्र में महत्वपूर्ण प्रगति कर रहे थे।रेवन्ना ने कहा कि मैंने अब तक इसलिए जवाब नहीं दिया क्योंकि मैं डिप्रेस था। मैंने सबसे खुद को अलग कर लिया था। मेरे ख़िलाफ़ महिला यौन उत्पीड़न के आरोप राजनीतिक साजिश की वजह से लगाए गए हैं।

जेडीएस सांसद ने अपने वीडियो में परिवार, पार्टी समर्थकों और राज्य के लोगों से माफी भी मांगी है। रेवन्ना ने कहा है, मैं अपने माता-पिता, अपने दादा, कुमारस्वामी और अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं और राज्य के लोगों से माफी मांगता हूं। मैंने यह नहीं बताया कि मैं कहां हूं। जब (अप्रैल) 26 तारीख को चुनाव हुए, तो मुझ पर कोई मामला नहीं था और तब कोई एसआईटी नहीं बनी थी, मेरी विदेश यात्रा पूर्व नियोजित थी, इसलिए मुझे समाचारों के माध्यम से इसके बारे में पता चला, फिर मेरे एक्स अकाउंट के माध्यम से मुझे एसआईटी का नोटिस भी दिया गया।

उन्होंने आगे कहा कि जब राहुल गांधी सहित कांग्रेस नेताओं ने खुले मंचों पर इस मुद्दे पर चर्चा शुरू की और विपक्ष पर साजिश रचने का आरोप लगाया तो वह अवसाद में चले गए और खुद को अलग कर लिया। आगे रेवन्ना ने कहा है कि 31 तारीख शुक्रवार को सुबह 10 बजे मैं एसआईटी के सामने पेश होऊंगा और जांच से जुड़ी सारी जानकारी दूंगा। मैं एसआईटी जांच में सहयोग करूंगा। मुझे न्यायपालिका पर बहुत भरोसा है, मैं भगवान और न्यायपालिका में विश्वास करता हूं।

प्रज्वल का यह बयान पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा और उनके दादा की गुरुवार 23 मई को दी चेतावनी के 3 दिन बाद आया। पूर्व प्रधानमंत्री ने अपने आधिकारिक एक्स हैंडल पर एक बयान साझा किया जिसमें रेवन्ना को पुलिस के सामने आत्मसमर्पण करने के लिए कहा था। उन्होंने कहा था कि वे भारत लौट आएं और जांच का सामना करें। उन्होंने यह दावा भी किया कि इस मामले की जांच में उनके और उनके परिवार की तरफ से कोई दखलंदाजी नहीं की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि दोषी पाए जाने पर उनके पोते को बख्शा नहीं जाना चाहिए और कानून के तहत कड़ी से कड़ी सजा दी जानी चाहिए।

प्रज्वल रेवन्ना पर उनके घर में काम करने वाली महिला ने यौन उत्पीड़न की शिकायत की थी। 26 अप्रैल को बेंगलुरु में पब्लिक प्लेसेस में कई पेन ड्राइव मिलीं। दावा किया गया कि पेन ड्राइव में 3 हजार से 5 हजार वीडियो हैं, जिनमें प्रज्वल को कई महिलाओं के साथ यौन उत्पीड़न करते देखा गया। महिलाओं के चेहरे भी ब्लर नहीं किए गए। मामला बढ़ने पर राज्य सरकार ने एसआईटी बनाई। प्रज्वल के खिलाफ रेप, छेड़छाड़, ब्लैकमेलिंग और धमकी देने के आरोपों समेत तीन एफआईआर दर्ज की गईं। एसआईटी ने जांच में खुलासा किया कि प्रज्वल ने 50 से ज्यादा महिलाओं का सेक्शुअल हैरेसमेंट किया था। इनमें 22 साल से 61 साल तक की महिलाएं हैं। 50 में से करीब 12 महिलाओं से जबर्दस्ती संबंध बनाए गए, यानी उनका रेप हुआ। बाकी महिलाओं को अलग-अलग तरह का लालच देकर सेक्शुअल फेवर लिया।

विदेश मंत्रालय ने प्रज्वल रेवन्ना को जारी किया नोटिस, पूछा-क्यों नहीं रद्द करें डिप्लोमेटिक पासपोर्ट?

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भारतीय विदेश मंत्रायल ने यौन उत्पीड़न के आरोपों से घिरे जेडीएस नेता प्रज्वल रेवन्ना को कारण बताओ नोटिस जारी किया है।विदेश मंत्रालय ने प्रज्वल रेवन्ना को कारण बताओ नोटिस भेजा है और उनसे पूछा है कि उनका राजनयिक पासपोर्ट रद्द क्यों नहीं किया जाना चाहिए? कर्नाटक सरकार ने हाल में उनका राजनयिक पासपोर्ट रद्द करने की मांग की थी। हासन सीट से सांसद प्रज्वल रेवन्ना पर कई महिलाओं के यौन उत्पीड़न का आरोप है। मामला सामने आने के बाद से ही प्रज्वल फरार है।

विदेश मंत्रालय के अधिकारिक सूत्रों का कहना है कि मंत्रालय प्रज्वल रेवन्ना का राजनयिक पासपोर्ट रद्द करने के कर्नाटक सरकार के अनुरोध पर कार्रवाई कर रहा है। ऐसा माना जा रहा है कि यौन उत्पीड़न के आरोप सामने आने के बाद रेवन्ना राजनयिक पासपोर्ट पर जर्मनी फरार हो गया था। अधिकारी का कहना है कि प्रज्वल रेवन्ना का पासपोर्ट रद्द करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है और इसी के तहत उसे विदेश मंत्रालय की ओर से कारण बताओ नोटिस भेजा गया है। यह नोटिस विदेश मंत्रालय ने ईमेल के जरिए भेजा है। 

सूत्रों का कहना है कि वह राजनयिक पासपोर्ट पर जर्मनी में है। कर्नाटक सरकार द्वारा यौन उत्पीड़न के आरोपों की जांच के लिए गठित एसआईटी की अपील पर इंटरपोल ने उसके खिलाफ ब्लू कॉर्नर नोटिस जारी किया है, लेकिन अभी तक उसकी कोई जानकारी नहीं मिली है।

बता दें कि कर्नाटक के मुख्यमंत्री ने 1 मई को पत्र लिखकर पीएम मोदी से प्रज्वल का पासपोर्ट रद्द कराने की अपील की थी। उन्होंने बुधवार को दूसरी बार ऐसा ही खत लिखा। प्रज्वल मामले की जांच कर रही विशेष टीम ने एक कोर्ट से उनके खिलाफ गिरफ्तारी का वारंट मिलने के बाद विदेश मंत्रालय से उनका पासपोर्ट रद्द करने की अपील की थी। विशेष जांच टीम के निवेदन पर इंटरपोल पहले ही प्रज्वल के खिलाफ ब्लू कॉर्नर नोटिस जारी कर चुकी है।

वहीं, पूर्व पीएम एचडी देवगौड़ा ने अपने पोते प्रज्वल रेवन्ना को चेतावनी दी है। गुरुवार को उन्होंने कहा था कि अगर वो वापस नहीं लौटे और पुलिस के सामने सरेंडर नहीं किया, तो उनका परिवार उन्हें अकेला छोड़ देगा।

रद्द हो सकता है प्रज्वल रेवन्ना का पासपोर्ट, विदेश मंत्रालय ने सिद्धारमैया सरकार की चिट्ठी का दिया जवाब

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प्रज्ज्वल रेवन्ना अश्लील वीडियो मामले में कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिखा था। उन्होंने पीएम मोदी से जेडीएस सांसद प्रज्ज्वल रेवन्ना का राजनयिक पासपोर्ट रद्द करने का अनुरोध किया था। इसके बाद विदेश मंत्रालय एक्शन मोड में दिखाई दे रहा है। इस संबंध में कार्रवाई की जा रही है।न्यूज एजेंसी पीटीआई के सूत्रों के मुताबिक यह लेटर विदेश मंत्रालय को मिल गया है। इस पर कार्रवाई भी की जा रही है।

कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर जेडीएस सांसद प्रज्वल रेवन्ना के राजनयिक पासपोर्ट को रद्द करने की मांग उठाई है।सिद्धारमैया ने अपने पत्र में लिखा है कि ये शर्मनाक है कि प्रज्वल रेवन्ना अपने जघन्य कृत्यों की खबर सामने आने के तुरंत बाद और अपने खिलाफ पहली एफआईआर दर्ज होने से कुछ घंटे पहले अपने राजनयिक पासपोर्ट का इस्तेमाल करके 27 अप्रैल 2024 को देश छोड़कर जर्मनी भाग गया।

इससे पहले कर्नाटक के गृह मंत्री जी परमेश्वर ने अश्लील वीडियो मामले में केंद्र सरकार से प्रज्ज्वल रेवन्ना का राजनयिक पासपोर्ट रद्द करने की मांग की थी। केंद्र की तरफ से कोई प्रतिक्रिया न मिलने पर उन्होंने कहा था कि यह केंद्र की जिम्मेदारी है कि तय कानून के तहत मदद करे और राजनयिक पासपोर्ट को रद्द करे।

बता दें कि जेडीएस सांसद प्रज्ज्वल रेवन्ना यौन शोषण के आरोपों को झेल रहे हैं। 33 साल के प्रज्ज्वल पर महिलाओं के यौन शोषण करने के कई मामले दर्ज हैं। इस घोटाले ने सत्तारूढ़ कांग्रेस और भाजपा-जेडीएस के बीच राजनीतिक बवाल खड़ा कर दिया है। बता दें कि प्रज्ज्वल कर्नाटक के हासन लोकसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं, जहां 26 अप्रैल को मतदान हुआ था। पुलिस सूत्रों के मुताबिक जैसे ही सांसद से जुड़े वीडियो सामने आने लगे, वह वोटिंग खत्म होने के बाद वह 27 अप्रैल को देश छोड़कर जर्मनी भाग गए।

प्रज्वल रेवन्ना मामले में नया मोड़, राष्ट्रीय महिला आयोग ने कहा-शिकायत दर्ज कराने के लिए महिलाओं पर बनाया गया दबाव

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कर्नाटक में जेडीएस सांसद प्रज्वल रेवन्ना से जुड़े सेक्स वीडियो स्कैंडल ने नया मोड़ ले लिया है।राष्ट्रीय महिला आयोग ने दावा किया है कि प्रज्वल रेवन्ना के खिलाफ यौन शोषण के मामले में झूठी शिकायत दर्ज कराने पर मजबूर किया गया। इस महिला ने कहा कि खुद को पुलिसकर्मी बताने वाले तीन लोगों के एक समूह ने उन्‍हें परेशान करने की धमकी देकर झूठी शिकायत दर्ज कराने के लिए मजबूर किया था। बता दें कि प्रज्वल रेवन्ना पर यौन उत्पीड़न, सैकड़ों सेक्स वीडियो रिकॉर्ड करने, धमकाने और साज़िश रचने के आरोप है।

राष्ट्रीय महिला आयोग ने गुरुवार को कहा कि महिलाओं के यौन शोषण के अभियुक्त प्रज्वल रेवन्ना के खिलाफ कोई भी पीड़ित महिला शिकायत दर्ज कराने के लिए आगे नहीं आई है। आयोग का कहना है कि उसके पास सिर्फ एक महिला पहुंची थी। आयोग के मुताबिक इस महिला शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि उसे जनता दल सेक्युलर के नेता और हसन सीट से सांसद प्रज्वल रेवन्ना के खिलाफ फ़र्ज़ी शिकायत दर्ज करने के लिए मजबूर किया गया था।

एनसीडब्ल्यू ने आगे कहा कि महिला ने अपने और अपने परिवार के लिए सुरक्षा की मांग की क्योंकि तीन व्यक्ति अलग-अलग नंबरों से उसके मोबाइल पर कॉल करके गंभीर धमकियां दे रहे थे। एनसीडब्ल्यू ने कहा, एक महिला ने तीन व्यक्तियों के खिलाफ शिकायत दर्ज करने के लिए आयोग से संपर्क किया, जिन्होंने सादे कपड़े पहने थे। कथित तौर पर खुद को कर्नाटक पुलिस के रूप में पेश किया और उसे इस मामले में झूठी शिकायत दर्ज करने के लिए मजबूर किया। उसने कहा कि उसे अलग-अलग फोन नंबरों से कॉल आ रहे थे, शिकायत दर्ज करने की धमकी दी जा रही थी। राष्ट्रीय महिला आयोग ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि यह पता चला है कि इस शिकायतकर्ता को व्यक्तियों के एक समूह द्वारा संभावित उत्पीड़न और झूठे आरोपों की धमकी के तहत शिकायत दर्ज करने के लिए मजबूर किया गया था।

एचडी कुमारस्‍वामी ने लगाया एसआईटी पर आरोप

एनसीडब्ल्यू के आरोपों से संकेत लेते हुए पूर्व मुख्यमंत्री और जेडीएस के प्रदेश अध्यक्ष एचडी कुमारस्वामी ने गुरुवार रात विशेष जांच दल (एसआईटी) पर आरोप लगाया कि इस मामले की जांच कर रही एसआईटी ने झूठे बयान देने के लिए पीड़िताओं को देहव्‍यापार में फंसाने की धमकी दी है। लजेडीएस नेता ने दावा किया कि एसआईटी अधिकारी पीड़िताओं को धमकी दे रहे हैं कि अगर वे कांग्रेस सरकार के पक्ष में बयान नहीं देते हैं तो उन पर देहव्‍यापार का आरोप लगाया जाएगा।

राजस्व मंत्री कृष्णा बायरे गौड़ा से किया सवाल

एच.डी. कुमारस्वामी ने राजस्व मंत्री कृष्णा बायरे गौड़ा से सवाल किया। कृष्णा बायरे ने पहले सेक्स वीडियो स्कैंडल को दुनिया का सबसे बड़ा सेक्स स्कैंडल बताया था। कुमारस्वामी ने मंत्री कृष्णा गौड़ा से पूछा कि अपहरण की गई बचाई गई महिला को आपने कहां रखा है? उसे अदालत में क्यों नहीं पेश किया जा रहा है? क्या आप पीड़ितों के निजी वीडियो के वितरण के कृत्य का समर्थन करते हैं?

एचडी देवगौड़ा के पोते हैं प्रज्वल

बता दें कि पुलिस ने प्रज्वल रेवन्ना और उनके पिता एच डी रेवन्ना, दोनों पर यौन शोषण का मामला दर्ज किया है। इस मामले में कर्नाटक सरकार ने एसआईटी का गठन किया है जो यौन शोषण के मामलों की जांच कर रही है। प्रज्वल रेवन्ना पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा के पोते हैं। प्रज्वल रेवन्ना के पिता कर्नाटक में विधायक हैं और चाचा पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी हैं।

प्रज्वल रेवन्ना मामले में पीएम मोदी ने तोड़ी चुप्पी, बोले-ऐसे व्यक्ति को बर्दाश्त नहीं किया जाना चाहिए, कर्नाटक सरकार को भी घेरा

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रज्ज्वल रेवन्ना यौन शोषण मामले में चुप्पी तोड़ी है। पीएम मोदी ने कहा कि प्रज्वल रेवन्ना जैसे व्यक्ति के लिए जीरो टॉलरेंस नीति होनी चाहिए। ऐसे अत्याचारियों को सभी कानूनी विकल्पों का उपयोग करते हुए कठोर से कठोर सजा दी जानी चाहिए। उन्होंने कर्नाटक की कांग्रेस सरकार पर आरोप लगाया कि उसने जद (एस) सांसद को देश से बाहर जाने दिया और वोक्कालिगा बहुल क्षेत्र में चुनाव संपन्न होने के बाद आपत्तिजनक सेक्स वीडियो जारी किए। पेम ने समाचार चैनल टाइम्स नाउ को दिए एक इंटरव्यू में यह बात कही।

समाचार चैनल टाइम्स नाउ से बात करते हुए मोदी ने कहा कि हजारों वीडियो की मौजूदगी से पता चलता है कि ये उस समय के हैं, जब जदएस और कांग्रेस के बीच गठबंधन था। ये वीडियो तब एकत्र किए गए जब वे सत्ता में थे। लेकिन, इन्हें जारी तब किया गया, जब वोक्कालिगा बहुल क्षेत्र में मतदान संपन्न हो गया। घटनाक्रम को बेहद संदिग्ध बताते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि वीडियो उनके देश से बाहर जाने के बाद जारी किए गए। अगर राज्य सरकार के पास जानकारी थी, तो उसे नजर रखनी चाहिए थी। हवाई अड्डे पर भी निगरानी रखनी चाहिए थी।

प्रधानमंत्री ने कहा कि इस मामले में कार्रवाई करने की जिम्मेदारी राज्य सरकार की है क्योंकि यह कानून और व्यवस्था का मुद्दा था। उन्होंने कहा, आपने कुछ नहीं किया। भारत सरकार को सूचित नहीं किया गया। इसका मतलब है कि यह एक राजनीतिक खेल था। हालांकि, यह मेरा मुद्दा नहीं है, मेरा मुद्दा यह है कि किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाना चाहिए। हमारे देश में इस प्रकार के खेल बंद होने चाहिए। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, हमें उन्हें वापस लाना चाहिए और उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए। कोई अगर-मगर नहीं होना चाहिए। 

पीएम ने कहा, जहां तक मोदी की बात है, जहां तक भाजपा की बात है, जहां तक हमारे संविधान की बात है, मेरा स्पष्ट विचार है कि ऐसे लोगों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस (कतई बर्दाश्त नहीं करने) की नीति होनी चाहिए। उपलब्ध सभी कानूनी विकल्पों का उपयोग करके कड़ी सजा दी जानी चाहिए।

बता दें कि कांग्रेस और जनता दल (सेक्यूलर) ने 2018 के चुनावों के बाद कर्नाटक में गठबंधन सरकार बनाई थी और 2019 का लोकसभा चुनाव साथ लड़ने के बाद दोनों अलग हो गए थे। पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवगौड़ा नीत पार्टी ने पिछले साल सितंबर में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ गठबंधन किया था और दोनों दल मौजूदा लोकसभा चुनाव साथ मिलकर लड़ रहे हैं।

राहुल गांधी ने प्रज्वल रेवन्ना मामले में पीएम मोदी को घेरा, बोले- मास रेपिस्ट के लिए मांगा वोट, अब मांगे माफी

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पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा के पोते प्रज्वल रेवन्ना के कथित अश्लील वीडियो सार्वजनिक होने के बाद मामला गरम है। रेवन्ना का सेक्स स्कैंडल अब उसके साथ गठबंधन में लोकसभा चुनाव लड़ रही भाजपा के लिए परेशानी बन गया है। विपक्षी दलों ने इसे लेकर भाजपा को घेरना शुरू कर दिया है। इस बीच कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पीएम मोदी को इस मुद्दे पर घेरा। राहुल ने कहा कि पीएम मोदी महिलाओं से माफी मांगे।पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने गुरुवार को प्रज्वल रेवन्ना के लिए वोट मांगने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भारतीय महिलाओं से माफी मांगने को कहा।

प्रज्वल रेवन्ना और प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधते हुए राहुल गांधी ने कर्नाटक के शिवमोगा में कहा, प्रधानमंत्री को भारत की माताओं-बहनों से भी माफी मांगनी चाहिए। प्रज्वल रेवन्ना ने 400 महिलाओं का रेप किया और उनका वीडियो बनाया है। यह सेक्स स्कैंडल नहीं बल्कि मास रेप है। राहुल ने कहा, 'प्रधानमंत्री कर्नाटक में भरे मंच पर मास रेपिस्ट को डिफेंड कर रहे थे। उन्होंने (मोदी) कहा था कि कर्नाटक यदि आप इस रेपिस्ट के लिए वोट करेंगे तो इसका लाभ मुझे होगा। राहुल ने आगे कहा, कर्नाटक में हर महिला को जानना चाहिए कि जब प्रधानमंत्री उनसे वोट मांग रहे थे तो वह प्रज्वल की हरकत के बारे में जानते थे।

राहुल गांधी ने सवाल उठाया कि ऐसे आरोपी का बीजेपी ने कैसे समर्थन किया। उसे जर्मनी जाने से क्यों नहीं रोका गया? इसी के साथ उन्होंने ये भी कहा कि हैरत है कि जिस वक्त प्रधानमंत्री मोदी ने रेवन्ना का समर्थन किया, उस वक्त उनको उसके कारनामे कैसे नहीं मालूम थे? राहुल गांधी ने कहा कि उनके पास सारी एजेंसियां हैं, फिर भी उन्हें कैसे नहीं पता चला कि उस पर क्या आरोप हैं और वह विदेश भागने वाला है?

राहुल गांधी ने आगे कहा कि आज बीजेपी सत्ता के लिए किसी का भी समर्थन करने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि आज पूरी दुनिया में इस बात का शोर है कि एक 400 महिलाओं के रेप के आरोपी को बीजेपी अपना समर्थन दे रही है। राहुल गांधी ने कहा कि पिछले 10 साल में इस सरकार ने केवल 22 लोगों के लिए काम किया। केवल अमीरों की जेब में धन डाला. उन्होंने चंद अमीरों का 16 लाख करोड़ का कर्ज माफ किया है।

बता दें कि प्रज्वल रेवन्ना इस बार भी हासन लोकसभा सीट से भाजपा के समर्थन के साथ जेडीएस कैंडीडेट के तौर पर चुनाव लड़े हैं। इस सीट पर 26 अप्रैल को मतदान हो चुका है। पूर्व प्रधानमंत्री और जद (एस) के मुखिया एचडी देवेगौड़ा के पोते प्रज्वल पर महिलाओं के साथ यौन शोषण का आरोप है। राज्य सरकार ने मामले की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया है।