गंभीर होता जा रहा वायु प्रदूषण
संदर्भ : नमी बढ़ने के साथ ही बढ़ा प्रदूषण
ठंड के मौसम में हवा सघन होती है और गर्म हवा की तुलना में धीमी गति से चलती है । इसका मतलब है कि ठंडी हवा प्रदूषण को रोक लेती है लेकिन उसे दूर नहीं ले जाती। सर्दियों में वायु प्रदूषण काफी लंबे समय तक बना रहता है। वायु प्रदूषण तब होता है जब गैस, धूल , गंदगी, पराग, कालिख, वायरस आदि हवा को दूषित करते हैं, जिससे यह अशुद्ध , अस्वास्थ्यकर और विषाक्त बन जाती है । हवा में मौजूद वायु प्रदूषण की मात्रा मनुष्यों , जानवरों और पूरे पारिस्थितिकी तंत्र प्रभाव डालती है । वाहन, कल- कारखाने, कचरा जलाना ,धूल, बिजली संयंत्र , निर्माण, विध्वंसक गतिविधियां , विमान और विमानों से उत्सर्जन, जंगलों में लगी आग , ज्वालामुखी विस्फोट भी वायु प्रदूषण को बढ़ावा देते हैं ।
वायु प्रदूषण के कारण क्या बीमारियां होती है : वायु प्रदूषण से चक्कर आना ,सांस लेने में कठिनाई ,अस्थमा, आंख नाक और गले में जलन आदि परेशानियां होने लगती हैं।
कैसे करें कम : सरकार की तरफ से तो वायु प्रदूषण कम करने के प्रयास लगातार किये जा रहे हैं ,वहीं कुछ प्रयास हम लोगों को भी करने होंगे। प्रदूषण पर रोक लगाने में पेड़- पौधे सबसे पहले स्थान पर आते हैं । पूरे विश्व में जो वायु प्रदूषण बढ़ रहा है उसका एक कारण यह भी है कि विकास के लिए अंधाधुंध पेड़ों की कटायी की जा रही है, इसलिए लोगों को ज्यादा से ज्यादा पौधारोपण करना चाहिए।
वायु प्रदूषण का सबसे बुनियादी समाधान जीवाश्म ईंधन से दूर जाना है। उसकी जगह सौर ऊर्जा, पवन ऊर्जा और भूतापीय ऊर्जा वैकल्पिक समाधान हो सकते हैं ।
वहीं लोग निजी वाहनों की जगह सार्वजनिक वाहनों का उपयोग करें । सड़कों के किनारे अधिक से अधिक पेड़ लगाये जायें। आबादी वाले क्षेत्र खुले और हवादार हों। कल- कारखाने आबादी वाले क्षेत्रों से होने चाहिए।
दूसरी ओर देश की राजधानी दिल्ली में बुरी तरह बढ़ चुके प्रदूषण को देखते हुए सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र और राज्य सरकारों को प्रदूषण पर रोक लगाने के लिए उचित उपाय करने का निर्देश दिया है। प्रदूषण चाहे वह किसी तरह का हो जब वह हद से बढ़ जाता है तो मनुष्य के लिए हानिकारक बन जाता है।
Nov 16 2023, 17:13