सांसद सुशील सिंह ने सदन मे दिए गये आपत्तिजनक बयान को लेकर सीएम नीतीश को जमकर सुनाया, I.N.D.I.A गठबंधन को भी जमकर लपेटा
औरंगाबाद : औरंगाबाद के बीजेपी सांसद सुशील कुमार सिंह ने महिलाओं के प्रति आपत्तिजनक और विवादास्पद बयान देने के लिए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार तथा 'इंडिया' गठबंधन को जमकर खरी खोटी सुनाई है।
सांसद ने आज गुरुवार को यहां प्रेसवार्ता में कहा कि आरजेडी ने बिहार रूपी गाय को नीतीश कुमार रूपी कसाई के खूंटे से बांध दिया है। कसाई से क्या उम्मीद की जा सकती है? कसाई में कोई मानवीय भावना और संवेदना नही हाेती। कसाई सिर्फ कत्ल करना जानता है और बिहार में मचे कत्ले आम से यहां के लोग कराह रहे है।
कहा कि नीतीश कुमार का महिलाओं के प्रति आपत्तिजनक बयान कसाई मानसिकता का ही चरमोत्कर्ष है। उन्होने कहा कि मामले का सर्वाधिक दुखद पहलु यह है कि 'इंडिया' गठबंधन के किसी भी साझेदार दल ने इस आपत्तिजनक बयान की निंदा नही की। आखिर वें किस मुंह से निंदा करेंगे क्योकि उन्होंने ही तो एक ऐसे आदमी को बिहार की कुर्सी पर बैठा रखा है, जिसे कसाई कह सकते है।
हालांकि वें आरजेडी की बड़ी नेत्री पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी को इस बात के लिए धन्यवाद देते हुए कहा कि उन्होने नीतीश कुमार का बचाव करते हुए भी बयान को गलत ठहराया और यह कहा कि सीएम के मुंह से गलती से यह बात निकल गई है।
सांसद ने कहा कि सीएम के मुंह से यह बात गलती से नही निकली है। उन्होने पूरे होशोहवास में एक बार नही बल्कि दो बार यह बयान दिया है। माफी मांगे जाने के बावजूद उनका यह बयान इस बात का परिचायक है कि नीतीश कुमार किस हद तक गिरी हुई मानसिकता वाले व्यक्ति है।
बयान को लेकर माफी मांगने के दौरान भी नीतीश कुमार के बॉडी लैंग्वेज से कही से यह नही लगता कि उन्हे इस बयान के लिए कोई पछतावा भी है। माफी मांगने के दौरान उनमें कही से भी गलती वाला भाव नही दिख रहा था। माफीनामा के दौरान उनकी थोथी दलील कि वें यह सब शिक्षा और जनसंख्या नियंत्रण के लिहाज से बोल रहे थे। भला शिक्षा का अश्लीलता से क्या मतलब है? जब शिक्षित व्यक्ति इस तरह की बात बोलेगा तो सभ्य समाज के लोग इस पर क्या कहेंगे, यह समझा जा सकता है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री का यह बयान अमर्यादित और लज्जापूर्ण है। नीतीश कुमार के इस बयान से पूरी दुनियां में भारतीय लज्जित हुए है। साथ ही पूरे देश में बिहारी लज्जित हुए है।
कहा कि सीएम शिक्षा और जनसंख्या नियंत्रण और जन्म दर पर बात कहना चाह रहे थे तो इसे दूसरे तरीके से भी कहा जा सकता था। कभी गलती से कोई शब्द एक बार निकल सकता है, दो बार नही। वही गलती होने के बाद इंसान लगे हाथ उसे स्वीकार कर सुधार लेता है लेकिन नीतीश कुमार ने थोथी दलील के साथ एक दिन बाद माफी मांगी। उनका बयान कही से भी क्षम्य नही है। जेडीयू के राष्ट्रीय स्तर से लेकर छोटे स्तर तक के कार्यकर्ता इतना तक कि पार्टी की महिला नेत्रियां किस आधार पर उनके बयान को सही ठहरा रही है, यह तो वें जाने लेकिन उनके बयानों से ऐसा लगता है कि जदयू में जमीर वाला अब कोई भी नही रह गया है। यदि जमीर होता तो जेडीयू की महिला नेत्रियां इसका कड़ा विरोध जताती।
प्रेसवार्ता में भाजपा के जिला महामंत्री मुकेश सिंह, उपाध्यक्ष जुलेखा खातून, महिला प्रकोष्ठ की जिलाध्यक्ष अनीता सिंह, महिला नेत्री सारिका शेखर एवं मीडिया प्रभारी मितेंद्र सिंह आदि मौजूद रहे।
औरंगाबाद से धीरेन्द्र
Nov 09 2023, 19:09