वाराणसी-कोलकाता एक्सप्रेस वे का भूमि मुआवजा नोटिस लेने से किसानों ने मना किया
औरंगाबाद : भारतमाला परियोजना के अंतर्गत बन रहे वाराणसी-कोलकाता ग्रीनफिल्ड एक्सप्रेसवे के किसानों ने अब भू-अर्जन विभाग से लेकर नेशनल हाईवे के द्वारा भूमि मुआवजे की नोटिस विरतण पर कङा विरोध जताते हुए तेतरहट और तिवारीडिह गाँवों में भूमि मुआवजे का नोटिस लेने से साफ मना कर दिया।

किसान संघर्ष समिति के जुझारू नेता सतीश कुमार सिंह ने मौके पर बताया कि भूअर्जन विभाग ने जो मुआवजा राशि भेजा है वो पुराने दर पर तय किया गया है। इतनी मुआवजे की राशि तो उन्हें 2013 में एनटीपीसी प्रोजेक्ट के लिए मिला था।
आगे समिति महासचिव अमरेश दूबे ने यह पुछा कि क्या 2013 से लेकर 2023 के बीच कोई महंगाई नहीं बढ़ी है? यदि महंगाई बढ़ी है तो फिर किस आधार पर भू-अर्जन विभाग, बिहार सरकार 10 वर्ष बाद भी कुंभकर्ण के जैसा शयन अवस्था में है! मौके पर भारी संख्या में ग्रामीण उपस्थित हो गएं और उन्होंने नेशनल हाईवे के कर्मचारियों के विरोध में अपनी मुखरता से बात रखी।
ग्रामीणों के अनुसार जब भूमि का अर्जन भू-अर्जन विभाग ने किया है तो फिर नेशनल हाईवे की गाङी से नोटिस क्यों बाँटा जा रहा है?
तेतरहट में मौके पर बङी संख्या में आसपास के पीङित किसानों ने भी अपना विरोध जताया।
औरंगाबाद से धीरेन्द्र


 
						







 
  
 
 

 
 
Oct 27 2023, 17:32
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