संस्कृत शिक्षकों की हुई बैठक, सच्चिदानंद वैद्य ने राज्य सरकार पर लगाया यह बड़ा आरोप
मुजफ्फरपुर: आज दिनांक 19 सितंबर मंगलवार को संस्कृत शिक्षकों की बैठक का आयोजन किया गया। जिसमें बिहार के विभिन्न जिलों से आए हुए शिक्षकों ने अपना अपना विचार रखा।
इस बैठक की अध्यक्षता सच्चिदानंद वैद्य ने की। उन्होंने बिहार सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि राज्य सरकार बिहार में सनातन धर्म को समाप्त करने हेतु मुस्लिम राज की स्थापना करना चाह रही हैं।
कहा कि जहां एक ओर मदरसा विद्यालयों की स्वीकृति वेतन भुगतान दिया जा रहा है। वहीं 43 वर्षों से चल रहे बिहार संस्कृत शिक्षा बोर्ड अंतर्गत संस्कृत विद्यालयों की सुधी तक सरकार नहीं ले रही है।
माननीय उच्च न्यायालय पटना के आदेश का भी सरकार ने अनुपालन नही किया। सरकार के दोहरी नीति के तहत लोक सेवा आयोग में भी उर्दू भाषा के लिए ही नौकरी में जगह दिया गया है। जिसका विज्ञापन संख्या 2/2019 एवम 10/2023 को देखा जाए।
उन्होंने कहा कि अब इसलिए हिंदू संगठन एवं संस्कृत विद्यालयों के शिक्षक गण केंद्र में संसद भवन के समक्ष धरना प्रदर्शन करेंगे और बिहार सरकार के विरुद्ध संस्कृत शिक्षक संघ के बैनर तले दिल्ली में विभिन्न जगहों पर भिक्षाटन करेंगे।
इस सभा में मुजफ्फरपुर से उपेंद्र ठाकुर,चंदन उपाध्याय, अमित कुमार, त्रिभुवन कुमार,ऋतिक वर्मा,विशाल कुमार,अजय कुमार सिंह, सुपौल से क्रांति कुमार बेगूसराय से सुनील पासवान राम नारायण सिंह गोपालगंज से इमामुम अंसारी ,सुशील पासवान शिवहर से भगवान लाल शास्त्री मोतिहारी से जामदार राय ,संजय कुमार बेतिया से देवेंद्र सिंह , राजेश यादव ,कृष्ण प्रसाद रोहतास से इसके अलावा विभिन्न जिलों से आए हुए सैकड़ो शिक्षकों ने अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई।
आगामी 27 सितंबर 2023 को पटना स्थित संस्कृत शिक्षक संघ कार्यालय में पुनः बैठक किया जाएगा और केंद्र में जाने की तिथि निश्चित की जाएगी।
मुजफ्फरपुर से संतोष तिवारी
Sep 19 2023, 18:25