/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1630055818836552.png StreetBuzz 'आदित्य-एल1' सौर मिशन की तारीख तय, 2 सितंबर को हो सकता है प्रक्षेपण_ India
'आदित्य-एल1' सौर मिशन की तारीख तय, 2 सितंबर को हो सकता है प्रक्षेपण_

#solar-mision-of-india

बेंगलुरु : चंद्रयान-3 मिशन की सफलता के बाद, सूर्य का अध्ययन करने के लिए भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) अब एक हफ्ते के अंदर 'आदित्य-एल1' सौर मिशन भेजने की तैयारियों में जुट गया है.

 आदित्य-एल1 मिशन को दो सितंबर को भेजे जाने की संभावना है. इस अंतरिक्ष यान को सौर कोरोना (सूर्य की सबसे बाहरी परतों) के दूरस्थ अवलोकन और एल1 (सूर्य-पृथ्वी लाग्रेंज बिंदु) पर सौर वायु के यथास्थिति अवलोकन के लिए तैयार किया गया है. एल1 पृथ्वी से करीब 15 लाख किलोमीटर की दूरी पर है. यह सूर्य के अवलोकन के लिए पहला भारतीय अंतरिक्ष मिशन होगा.

आदित्य-एल1 मिशन का लक्ष्य एल1 के चारों ओर की कक्षा से सूर्य का अध्ययन करना है. यह अंतरिक्ष यान सात पेलोड लेकर जाएगा, जो अलग-अलग वेव बैंड में फोटोस्फेयर (प्रकाशमंडल), क्रोमोस्फेयर (सूर्य की दिखाई देने वाली सतह से ठीक ऊपरी सतह) और सूर्य की सबसे बाहरी परत (कोरोना) का अवलोकन करने में मदद करेंगे. 

इसरो के एक अधिकारी ने कहा कि आदित्य-एल1 पूरी तरह से स्वदेशी प्रयास है, जिसमें राष्ट्रीय संस्थानों की भागीदारी है.

बेंगलुरु स्थित इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ एस्ट्रोफिजिक्स (आईआईए) की 'विजिबल एमिशन लाइन कोरोनाग्राफ पेलोड' के विकास में अहम भूमिका है, जबकि पुणे के 'इंटर-यूनिवर्सिटी सेंटर फॉर एस्ट्रोनॉमी एंड एस्ट्रोफिजिक्स' ने मिशन के लिए 'सोलर अल्ट्रावॉयलेट इमेजर पेलोड' विकसित किया है.

 आदित्य-एल1, अल्ट्रावॉयलेट पेलोड का उपयोग करके सूर्य की सबसे बाहरी परत (कोरोना) और एक्स-रे पेलोड का उपयोग कर सौर क्रोमोस्फेयर परतों का अवलोकन कर सकता है.

पार्टिकल डिटेक्टर और मैग्नेटोमीटर पेलोड आवेशित कणों के बारे में जानकारी प्रदान कर सकते हैं. उपग्रह को दो सप्ताह पहले आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्थित इसरो के अंतरिक्ष केंद्र पर लाया गया है. इसरो के एक अधिकारी ने कहा, "प्रक्षेपण दो सितंबर को होने की अधिक संभावना." अतंरिक्ष यान को सूर्य-पृथ्वी लाग्रेंज बिंदु की एल1 हेलो कक्षा के पास स्थापित करने की योजना है. 

इसरो ने कहा कि एल1 बिंदु के आसपास हेलो कक्षा में स्थापित उपग्रह को सूर्य को बिना किसी ग्रहण के लगातार देखने का बड़ा फायदा मिल सकता है. इसने कहा है कि इससे वास्तविक समय में सौर गतिविधियों और अंतरिक्ष मौसम पर इसके प्रभाव का पता लगाया जा सकेगा.

पटाखा फैक्ट्री में जोरदार धमाके से दहला सहारनपुर, एक मजदूर जिंदा जला_

#firecracker -explosion-srhanpur

सहारनपुर: एक ओर जहां एनजीटी तेज ध्वनि वाले पटाखे बनाने पर अंकुश लगाने के दावे कर रही है. वहीं, चंद पैसों के लालच में पटाखा माफिया न सिर्फ एनजीटी के आदेशों की अवहेलना कर रहे हैं. बल्कि लोगों की जान से खिलवाड़ करने से भी बाज नहीं आ रहे हैं. दिवाली से पहले ही प्रतिबंधित बम-पटाखे बनाने का काम धड़ल्ले से चल रहा है. इसी की चलते एक अवैध फैक्ट्री में अचान धमका हो गया, जिससे एक व्यक्ति की मौत हो गई.

दरअसल, थाना गागलहेड़ी इलाके के छजपुरा में पटाखा फैक्ट्री में शुक्रवार देर रात अचानक धमाके से पूरा इलाका दहल गया. जिसमें फैक्ट्री में काम कर रहे एक कर्मचारी की जिंदा जलने से मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई. सूचना परदमकल विभाग की कई गाड़ियों ने मौके पर पहुंची और कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया. वहीं, पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. आग लगने के कारणों का पता नहीं चल पाया है. दमकल अधिकारी घटना की जांच कर रहे हैं.

वहीं इस मामले में सीएफओ ने बताया कि मृतक युवक की पहचान मृतक की पहचान सिद्धार्थनगर निवासी प्रेम प्रकाश के रूप में हुई है. आग लगने के कारणों की जांच की जा रही है. पटाखा फैक्ट्री में हुए धमाके से इलाका दहल गया है. ग्रामीणों में दहशत का माहौल है. बताया गया है कि आग लगने के बाद वहां काम करने वाले मजदूर भाग गए थे. जबकि एक मजूदर अंदर ही फंसा रह गया, जोकि जिंदा जल गया. शव का पचनामा भर कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है.

पंजाब गवर्नर की मुख्यमंत्री भगवंत मान को राष्ट्रपति शासन की दी चेतावनी तो सीएम ने दो टूक कहा- राजस्थान जाकर BJP का सीएम चेहरे बनें और...

 पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने शनिवार सुबह प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित पर पलटवार किया है. सीएम ने कहा, 'यह कोई नई बात नहीं है कि राज्यपाल मुझे पत्र लिखें और ऐसी भाषा का प्रयोग करें। हम इसे देखते रहे हैं। लेकिन कल गवर्नर ने पंजाबियों को क्या धमकी दी? उस वर्तमान नियम की अनुशंसा अनुच्छेद 356 के अंतर्गत की जायेगी। मैं उस पर जवाब देना चाहता हूं।

'पंजाब में कानून व्यवस्था नियंत्रण में है'

सीएम ने कहा कि, आपने दो चीजों के बारे में बात की है। पहला कानून व्यवस्था, मैं बताना चाहता हूं कि जब से हमारी सरकार ने 23,518 ड्रग तस्करों को, 1,627 किलोग्राम से अधिक हेरोइन पकड़ी है। इसके साथ ही 13.29 करोड़ ड्रग मनी और 66 ड्रग तस्करों की संपत्तियां कुर्क की गई हैं। अभी 23 अगस्त को ही 41 किलो हेरोइन पकड़ी गई है। फिलहाल आपको बता दूं कि, पंजाब में कानून व्यवस्था नियंत्रण में है। मैं राज्यपाल को याद दिलाना चाहता हूं कि, क्या हरियाणा के राज्यपाल ने नूंह को लेकर हरियाणा के सीएम को कोई नोटिस दिया है। सिर्फ इसलिए क्योंकि हरियाणा केंद्र की तरह बीजेपी की सरकार है।

'हितों की बात नहीं करते राज्यपाल'

क्या आपने मणिपुर के संबंध में कोई बयान दिया है? क्या मणिपुर में संविधान लागू नहीं होता है? यूपी में क्या हो रहा है। क्या यूपी के राज्यपाल सीएम को पत्र लिखने की तारीख दे सकते हैं? मैं बता दूं कि, राज्यपाल ने 16 पत्र लिखे हैं और हमने 9 पत्रों का जवाब दिया है। मैं राज्यपाल से पूछना चाहता हूं कि, आपके यहां पिछले डेढ़ साल से कुल छह विधेयक लंबित हैं आपने अभी तक उन पर हस्ताक्षर नहीं किए हैं। हम एक चुनी हुई सरकार हैं, लोगों ने हमें वोट दिया है. आप हमारे बिल रोक रहे हैं।

मैं राज्यपाल से पूछना चाहता हूं कि क्या आपने कभी आरडीएफ के संबंध में मुझे लिखा है? इससे हम यूनियन में जा सकते हैं और अपना पैसा प्राप्त कर सकते हैं। क्या आपने जीएसटी को केंद्र द्वारा रोके जाने के संबंध में लिखा है? क्या आपने कभी केंद्र के पास लंबित किसानों के मुद्दों के बारे में लिखा है? आप मुझे ऐसे मुद्दों पर कभी नहीं लिखते हैं। क्योंकि पंजाब के राज्यपाल पंजाब के हितों की बात नहीं करते

हैं।

'आप बीजेपी के लिए सीएम चेहरा बनें'

इसके साथ ही चंडीगढ़ में हमारे एसएसपी को देर रात स्थानांतरित कर दिया गया और मुझसे पूछा भी नहीं गया। आप सिर्फ यूटी यानी बीजेपी का पक्ष ले रहे हैं। कानून और व्यवस्था में हमारी सरकार ने 50000 करोड़ का निवेश और 3400 परियोजनाएं दी है। टाटा स्टील, नेस्ले और कई बड़ी कंपनियां पंजाब में आई हैं। यह इस बात का प्रमाण है कि एक राज्य के रूप में हम शांति में हैं। मैं गवर्नर साहब से कहना चाहता हूं कि, राजस्थान जाएं और बीजेपी के लिए सीएम चेहरा बनें और जो शक्ति आप चाहते हैं वह हासिल करें।

'कहां से ऑर्डर ले रहे हैं'

सीएम ने आगे कि, गवर्नर साहब पंजाबियों की भावनाओं की परीक्षा न लें। मैं आपको बताना चाहता हूं कि, आप हमें धमकी दे रहे हैं कि अगर हमने पत्रों का जवाब नहीं दिया तो आप हमारी सरकार को भंग कर देंगे। कहां से ऑर्डर ले रहे हैं। गवर्नर साहब हमारे धैर्य की परीक्षा न लें। आपके पत्रों में सत्ता की भूख होने का संकेत मिलता है। हम पत्रों का जवाब देंगे, लेकिन हमें धमकाएं नहीं। यह सिर्फ बीजेपी का एजेंडा है. जब बात पंजाब की आएगी तो मैं कोई समझौता नहीं करूंगा।

पंजाब के राज्यपाल और मुख्यमंत्री के बीच विवाद जारी, राज्यपाल ने राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की दे दी चेतावनी

पंजाब के राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित और मुख्यमंत्री भगवंत मान के बीच चल रहा विवाद खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। पंजाब के राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित ने आप सरकार पर संविधान के खिलाफ काम करने और उनके पत्रों का जवाब नहीं देने का आरोप लगाया है। राज्यपाल ने सीएम भगवंत मान को पत्र लिखकर चेतावनी दी है कि, अगर उन्होंने उनके पत्रों का जवाब नहीं दिया तो वे राष्ट्रपति शासन की सिफारिश कर सकते हैं।

दरअसल, बनवारीलाल पुरोहित ने कहा कि, राज्यपाल द्वारा मांगी गई जानकारी न देना स्पष्ट रूप से संवैधानिक कर्तव्य का अपमान है, जोकि सीएम भगवंत मान पर लगाया गया है। ऐसा न करने पर मेरे पास कानून और संविधान के अनुसार कार्रवाई करने के अलावा कोई विकल्प नहीं होगा। इससे पहले राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित ने सीएम भगवंत मान पर जून में हुए विधानसभा सत्र के दौरान उनकी छवि खराब करने का आरोप लगाया था।

‘राज्यपाल के पास बहुत सारी शक्तियां’

वहीं इससे पहले भी राज्यपाल पुरोहित ने सीएम मान पर प्रशासनिक मामलों पर जानकारी नहीं देने का भी आरोप लगाया था। वहीं उन्होंने कहा था कि पिछले दिनों विधानसभा सत्र के दौरान पारित हुए चार विधेयक में से एक राज्य विश्वविद्यालयों में कुलपतियों की नियुक्ति के लिए राज्यपाल की शक्तियों को छीनने वाला था। पुरोहित ने इसे पूरी तरह से अवैध करार दिया था। पुरोहित ने सीएम मान पर संविधान की धारा 167 का उल्लंघन करने का आरोप लगाया था।

'किसी भी पत्र का नहीं मिला पूरा जवाब'

राज्यपाल पुरोहित ने कहा था कि मुख्यमंत्री राज्यपाल द्वारा मांगी गई किसी भी प्रशासनिक जानकारी को प्रस्तुत करने के लिए बाध्य हैं। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने मार्च में भी उन्हें इस संवैधानिक प्रावधान का सम्मान करने की सलाह दी थी। जिसके बाद उन्होंने मुख्यमंत्री को 10-15 पत्र लिखे लेकिन उनमें से कई तो जवाब नहीं मिला या अधूरा जवाब मिला। उन्होंने कहा कि मैं कोई भी जानकारी मांगता हूं तो सीएम मान नाराज हो जाते हैं। पुरोहित ने सीएम मान पर बयान का विरोध करते हुए कहा कि वो कहते है कि वो केवल तीन करोड़ पंजाबियों के प्रति जवाबदेह हैं, राजभवन के प्रति नहीं। लेकिन उन्हें राज्य को संविधान के अनुसार चलाना है अपनी सनक के अनुसार नहीं, पुरोहित ने कहा आप बादशाह थोड़े हो।

भोपाल में पटवारियों का प्रदर्शन, तिरंगा यात्रा लेकर CM आवास की ओर बढ़े, पुलिस के रोकने पर हुए उग्र, जानिए, क्या है उनकी मांगें

मध्य प्रदेश की राजधानी में भोपाल में वेतनमान विसंगति दूर करने, वेतनवृद्धि और पदवृद्धि जैसी मांगों को लेकर पिछले 3 दिन से सामूहिक अवकाश पर रहने वाले पटवारियों ने शनिवार को आंदोलन का मार्ग अख्तियार कर लिया। प्रदेशभर के पटवारी भोपाल में एकत्रित हुए तथा यहां पर अटल पथ से तिरंगा यात्रा निकालते हुए मुख्यमंत्री आवास की तरफ कूच किया। किन्तु पुलिस ने बैरिकेड्स लगाकर उनका रास्ता रोक दिया। इससे प्रदर्शनकारी पटवारी उग्र हो गए तथा उन्होंने शासन के खिलाफ नारेबाजी आरम्भ कर दी।

बता दें कि पटवारियों की यह तिरंगा यात्रा प्रातः लगभग 11 बजे बाद आरम्भ हुई। मध्यप्रदेश पटवारी संघ के प्रदेशाध्यक्ष उपेंद्र सिंह बघेल ने कहा कि हम मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मिलकर उनके समक्ष अपनी मांगें रखना चाहते हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि मांगें पूरी नहीं होने पर प्रदेशभर के पटवारी 28 अगस्त से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे। 

दरअसल, मध्यप्रदेश में पटवारियों को 1998 में तय किए गए वेतनमान के मुताबिक ही वर्तमान 2023 में वेतन दिया जा रहा है। बीते 25 वर्षों में राज्य के पटवारियों के वेतनमान में कोई वृद्धि नहीं की गई है। जबकि, पटवारियों से पूरे सेवाकाल में कार्य लेने वाले राजस्व विभाग एवं उसकी पद स्थापना वाले भू-अभिलेख विभाग के सभी पदोन्नत पदों (राजस्व निरीक्षक, नायब तहसीलदार, सहायक अधीक्षक भू-अभिलेख, तहसीलदार, अधीक्षक भू-अभिलेख) के वेतनमान में कई बार बढ़ोतरी की गई। पटवारी वेतनमान पे ग्रेड 2800 के लिए साल 2007 पटवारी महाअधिवेशन सनावद में ऐलान किया गया था। राजस्व मंत्री ने 2800 पे-ग्रेड किए जाने का लिखित आश्वासन दिया था, मगर अब तक इस पर अमल नहीं हो पाया है।

विदेश:चीन के विस्तारबादी नीति से पड़ोसी मुल्क परेशान,ताइवान का दावा उनके सीमा क्षेत्र में चीन का लड़ाकू विमान घुसा

चीन की विस्तारवादी नीतियों के कारण उनके पड़ोसी मुल्कों में हमेशा उथल पुथल मचा रहता है।ताजा सूचना के अनुसार ताइवान ने आरोप लगाया है कि चीन का लड़ाकू विमान उनके सीमा के अंदर प्रवेश किया है।

 ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने शनिवार सुबह कहा कि पिछले 24 घंटों में उसकी सीमा क्षेत्र में 20 चीनी वायु सेना के विमान घुस आए हैं। इसके अलावा ताइवान का दावा है कि विमानों के अलावा एक लड़ाकू ड्रोन भी शामिल है।

लोकतांत्रिक रूप से शासित ताइवान पर चीन अपना क्षेत्र होने का दावा करता रहा है। ताइवान ने तीन साल से बीजिंग से बढ़ते सैन्य दबाव को झेल रहा है। शुक्रवार की चीनी गतिविधि पर अधिक जानकारी देते हुए ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि चीन की इस एक्टिविटी में शामिल विमानों में Su-30 और J-10 लड़ाकू विमान और पनडुब्बी रोधी विमान शामिल हैं। 

हालांकि, चीन के रक्षा मंत्रालय ने शनिवार को टिप्पणी मांगने वाले कॉल का जवाब नहीं दिया।

ताइवान के मंत्रालय द्वारा उपलब्ध कराए गए मानचित्र के अनुसार, कुछ लड़ाकू विमानों और ड्रोनों ने ताइवान जलडमरू मध्य की मध्य रेखा को पार कर लिया, जो पहले दोनों पक्षों के बीच एक अनौपचारिक बाधा थी। चीनी विमान नियमित रूप से इसे पार कर गए थे। 

मानचित्र में दिखाया गया है कि एक टीबी-001 ड्रोन ने ताइवान के उत्तर की ओर उड़ान भरी और प्रशांत महासागर की ओर गया। मोटे तौर पर द्वीप के पूर्वी तट पर नजर रखी जा रही है, फिर ड्रोन उसी रास्ते से वापस लौट आया।

चीनी राज्य मीडिया ने टीबी-001 को 'जुड़वां पूंछ वाला बिच्छू' कहा है और इसके पंखों के नीचे मिसाइलों के साथ इसकी तस्वीरें दिखाते हुए कहा है कि यह उच्च ऊंचाई, लंबी दूरी के मिशनों में सक्षम है। अप्रैल में, ताइवान ने कहा कि ड्रोन का वही मॉडल ताइवान के आसपास उड़ाया गया था।

मध्यप्रदेश: शिवराज कैबिनेट का विस्तार, 3 नए मंत्री किये गए शामिल,राजेंद्र शुक्ला,गौरीशंकर बिसेन और राहुल लोधी ने ली शपथ

भोपाल। मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले शिवराज सरकार ने अपने मंत्रिमंडल में 3 और मंत्रियों को शामिल किया है. भोपाल के राजभवन में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में आज शनिवार सुबर 8:45 बजे पूर्व मंत्री व विधायक राजेंद्र शुक्ला, पूर्व मंत्री व विधायक गौरीशंकर बिसेन और राहुल लोधी ने शपथ ली. राज्यपाल मंगू भाई पटेल ने उन्हें शपथ दिलाई. इस मौके पर सीएम शिवराज सिंह चौहान, प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा सहित कई दिग्गज नेता मौजूद रहे. शपथ ग्रहण के बाद राहुल लोधी, सीएम शिवराज के पैर छूते हुए नजर आए.

उमा भारती के भतीजे हैं राहुल लोधी:बता दें कि गौरीशंकर बिसेन बालाघाट से 7वीं बार के विधायक चुने गए हैं. राजेंद्र शुक्ला रीवा सीट से चार बार विधायक चुने गए हैं. राहुल सिंह लोधी एक बार के विधायक हैं. वह 2018 में खरगापुर विधानसभा क्षेत्र से चुनाव जीते. 

राहुल पूर्व सीएम उमा भारती के भतीजे हैं. राहुल लोधी को शामिल करने के पीछे का गणित लोधी वोट बैंक हैं.

150 सीटें जीतने का दावा:इससे पहले शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने पहुंचे विधायक राहुल लोधी ने मीडिया से बात करते हुए 150 सीटें जीतने का दावा किया. उन्होंने कहा कि 'बुंदेलखंड में ज्यादा से ज्यादा सीटें जीतेंगे.'' 

बता दें कि सीएम शिवराज को मिलाकर मंत्रिमंडल में अभी तक 31 मंत्री थे. नियमों के मुताबिक 35 मंत्री ही शामिल हो सकते हैं. अब 34 चेहरे ही मंत्रिमंडल में रहेंगे. राहुल लोधी को शामिल करने के पीछे का गणित लोधी वोट बैंक हैं. प्रदेश में करीब 9 प्रतिशत लोधी हैं और वे करीब 65 सीटों पर प्रभाव रखते हैं. अभी मंत्रिमंडल में सामान्य वर्ग से 13, पिछड़ा वर्ग से 10, अनुसूचित जाति से 4 और अनुसूचित जनजाति से 4 चेहरे हैं.

सत्येंद्र जैन और लालू प्रसाद की जमानत के खिलाफ सीबीआई और ईडी ने SC में जताई आपत्ति

नई दिल्ली : उच्चतम न्यायालय ने धनशोधन मामले में दिल्ली के पूर्व मंत्री सत्येन्द्र जैन की अंतरिम जमानत शुक्रवार को एक सितंबर तक बढ़ा दी. न्यायमूर्ति ए. एस. बोपन्ना और न्यायमूर्ति एम एम सुंदरेश की पीठ ने जैन की चिकित्सीय रिपोर्ट का संज्ञान लेने के बाद उन्हें राहत प्रदान कर दी. शीर्ष अदालत ने 24 जुलाई को जैन की अंतरिम जमानत पांच सप्ताह के लिए बढ़ा दी थी. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की ओर से पेश अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल एस. वी. राजू ने अंतरिम जमानत बढ़ाने का पुरजोर विरोध किया.

ईडी ने शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट में कहा कि यदि स्विमिंग उनकी फिजिकल थेरेपी का हिस्सा है तो वह उन्हें स्विमिंग पुल भी ले जा सकता है, लेकिन कोर्ट उन्हें अब एक दिन की भी जमानत ना दे. एएस बोपन्ना और एमएम सुंदरेश की पीठ के समक्ष ईडी का प्रतिनिधित्व कर रहे अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल एसवी राजू ने जैन के लिए मेडिकल जमानत को और बढ़ाने का कड़ा विरोध किया और अदालत से उन्हें आत्मसमर्पण करने और मामले की सुनवाई तय करने का निर्देश देने को कहा.

राजू ने कहा कि जैन जेल में एक स्विमिंग पूल चाहते हैं. हम कोर्ट को बताना चाहते हैं कि यदि स्वीमिंग उनकी थेरेपी का हिस्सा है तो हम उन्हें स्विमिंग पूल में ले जा सकते हैं. जैन का प्रतिनिधित्व कर रहे वरिष्ठ अधिवक्ता ए एम सिंघवी ने कहा कि उनके मुवक्किल रीढ़ की हड्डी के महत्वपूर्ण ऑपरेशन के बाद पुनर्वास के दौर से गुजर रहे हैं. राजू ने अदालत से जैन को दी गई चिकित्सीय सलाह को देखने के लिए कहा कि खड़े होकर स्नान करें... उन्होंने कहा कि आमतौर परस्नान खड़े होकर ही स्नान किया जाता है.

पीठ ने हल्के-फुल्के अंदाज में कहा कि क्या करें? अगर वह जेल में फिजियोथेरेपी लेते हैं तो आप उनकी तस्वीरें लेंगे और उन्हें जारी कर देंगे. राजू ने कहा कि हम उन्हें फिजियोथेरेपी के लिए स्विमिंग पूल में ले जाएंगे. राजू ने कहा कि उनके द्वारा दिखाई गई मेडिकल रिपोर्ट में जमानत को एक दिन के लिए भी बढ़ाने की जरूरत नहीं है और उनके साथ किसी भी सामान्य याचिकाकर्ता की तरह व्यवहार किया जाना चाहिए.शीर्ष अदालत को एक मेडिकल स्थिति रिपोर्ट दिखाई गई जिसमें बताया गया कि 21 जुलाई को रीढ़ की हड्डी के ऑपरेशन के बाद वह स्वास्थ्य लाभ कर रहे हैं और उन्हें शरीर की गतिविधियों पर प्रतिबंध के अलावा फिजियोथेरेपी, जलीय व्यायाम की सलाह दी गई है. 

ईडी ने जैन को कथित तौर पर उनसे जुड़ी चार कंपनियों के माध्यम से धनशोधन के आरोप में पिछले साल 30 मई को गिरफ्तार किया था. जैन को ईडी ने भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत 2017 में उनके खिलाफ केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा दर्ज की गई प्राथमिकी के बाद गिरफ्तार किया था.

 निचली अदालत ने सीबीआई द्वारा दर्ज मामले में उन्हें छह सितंबर, 2019 को नियमित जमानत दे दी थी.शीर्ष अदालत ने 26 मई को जैन को चिकित्सा आधार पर छह सप्ताह के लिए अंतरिम जमानत देते हुए कहा था कि किसी भी नागरिक को अपने खर्च पर निजी अस्पताल में अपनी पसंद का इलाज कराने का अधिकार है. एक अन्य हाई-प्रोफाइल मामले में, सीबीआई ने कहा कि राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद को चिकित्सा आधार पर चारा घोटाला मामले में जमानत मिलने के बाद बैडमिंटन खेलते देखा गया था.

सीबीआई का प्रतिनिधित्व कर रहे अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल एसवी राजू ने न्यायमूर्ति एएस बोपन्ना और न्यायमूर्ति एमएम सुंदरेश की पीठ के समक्ष प्रस्तुत किया कि प्रसाद को जमानत देने का झारखंड उच्च न्यायालय का आदेश 'कानून की दृष्टि से खराब' और 'त्रुटिपूर्ण' था. उन्होंने लालू प्रसाद को दी गई जमानत को रद्द करने की मांग की. डोरंडा कोषागार मामले में उन्हें पांच साल जेल की सजा सुनाई गई है.

प्रसाद का प्रतिनिधित्व कर रहे वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल ने सीबीआई की याचिका का विरोध करते हुए कहा कि उनके मुवक्किल की किडनी प्रत्यारोपण सर्जरी हुई है, और इस बात पर जोर दिया कि प्रसाद पहले ही मामले में 42 महीने की कैद काट चुके हैं.

राजू ने कहा कि वह बैडमिंटन खेल रहे हैं. मामले में दोषी ठहराए जाने के बाद उन्हें जमानत दे दी गई है. उन्होंने कहा कि मैं प्रदर्शित करूंगा कि उच्च न्यायालय का आदेश पूरी तरह से गड़बड़ है. दलीलें सुनने के बाद शीर्ष अदालत ने मामले को 17 अक्टूबर तक के लिए स्थगित कर दिया.

मोदी चंद्रयान-3 के वैज्ञानिकों से मिलकर भावुक हुए, कहा- दर्शन करना चाहता था, चांद पर लैंडर जहां उतरा, वह 'शिवशक्ति पॉइंट' कहलाएगा

पीएम मोदी शनिवार की सुबह इसरो के वैज्ञानिकों से मिले, संबोधन के दौरान भावुक हो गए, 45 मिनट वैज्ञानिकों को संबोधित किया

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शनिवार सुबह ISRO के कमांड सेंटर में चंद्रयान-3 टीम के वैज्ञानिकों से मिले। यहां उन्होंने 3 घोषणाएं कीं। पहली- 23 अगस्त को हर साल भारत नेशनल स्पेस डे मनाएगा। दूसरा- चांद पर लैंडर जिस जगह उतरा, वह जगह शिव-शक्ति पॉइंट कहलाएगी। तीसरी- चांद पर जिस जगह चंद्रयान-2 के पद चिन्ह हैं, उस पॉइंट का नाम 'तिरंगा' होगा।

मोदी ने 45 मिनट के भाषण में कहा, 'मैं साउथ अफ्रीका में था, फिर ग्रीस के कार्यक्रम में चला गया, लेकिन मेरा मन पूरी तरह आपके साथ ही लगा हुआ था। मेरा मन कर रहा था आपको नमन करूं। लेकिन मैं भारत में… (रुंधे गले से) भारत में आते ही… जल्द से जल्द आपके दर्शन करना चाहता था।'

मोदी बोले, 'मैं आपको सैल्यूट करना चाहता था। सैल्यूट आपके परिश्रम को… सैल्यूट आपके धैर्य को.. सैल्यूट आपकी लगन को… सैल्यूट आपकी जीवटता को... सैल्यूट आपके जज्बे को…।'

PM सुबह 7.30 बजे कमांड सेंटर पहुंचे, इसरो चीफ की पीठ थपथपाई

प्रधानमंत्री सुबह 7 बजकर 30 मिनट पर बेंगलुरु के ISRO के कमांड सेंटर पहुंचे। यहां वे चंद्रयान-3 की टीम के वैज्ञानिकों से मिले। इसरो कमांड सेंटर पर इसरो चीफ एस सोमनाथ ने PM मोदी को गुलदस्ता देकर स्वागत किया। PM ने सोमनाथ को गले लगाया और पीठ थपथपाई। उन्हें चंद्रयान 3 मिशन के सफल होने पर बधाई दी। इस दौरान उन्होंने टीम के सभी वैज्ञानिकों के साथ ग्रुप फोटो भी खिंचवाई।

PM मोदी ने इसरो चीफ एस सोमनाथ को गले लगाया।

मोदी की स्पीच 8 बड़ी बातें, वैज्ञानिकों से कहा- आपकी जितनी सराहना करूं, उतनी कम है

चंद्रयान की सफल लैंडिंग

 आप देश को जिस ऊंचाई पर लेकर गए, ये कोई साधारण सफलता नहीं। अनंत अंतरिक्ष में भारत के वैज्ञानिक सामर्थ्य का शंखनाद है। इंडिया इज ऑन द मून, वी हैव अवर नेशनल प्राइड प्लेस्ड ऑन मून। हम वहां पहुंचे जहां कोई नहीं पहुंचा था। हमने वो किया जो पहले कभी किसी ने नहीं किया था। ये आज का भारत है निर्भीक भारत, जुझारू भारत। ये वो भारत है जो नया सोचता है नए तरीके से सोचता है। जो डॉर्क जोन में जाकर भी दुनिया में रोशनी की किरण फैला देता है।

वैज्ञानिकों की सराहना 

मेरी आंखों के सामने 23 अगस्त का वो दिन, वो एक-एक सेकेंड बार-बार घूम रहा, जब टचडाउन कन्फर्म हुआ। जिस तरह देश में लोग उछल पड़े वो दृश्य कौन भूल सकता है। वो पल अमर हो गया। वो पल इस सदी के प्रेरणादायक पलों में एक है। हर भारतीय को लग रहा था कि विजय उसकी अपनी है। ये सब मुमकिन बनाया है आप सब ने। देश के मेरे वैज्ञानिकों ने ये मुमकिन बनाया है। मैं आप सबका जितना गुणगान करूं वो कम है। मैं आपकी जितनी सराहना करूं वो कम है।

विक्रम लैंडर और प्रज्ञान रोवर 

साथियों मैंने वो फोटो देखी, जिसमें हमारे मून लैंडर ने अंगद की तरह चंद्रमा पर मजबूती से अपना पैर जमाया। एक तरफ विक्रम का विश्वास है, तो दूसरी तरफ प्रज्ञान का पराक्रम है। हमारा प्रज्ञान चंद्रमा पर अपने पदचिह्न छोड़ रहा है। मानव सभ्यता में पहली बार धरती के लाखों साल के इतिहास में उस स्थान की तस्वीर मानव अपनी आंखों से देख रहा है। ये तस्वीर दुनिया को दिखाने का काम भारत ने किया है।

भारत की साइंटिफिक स्पिरिट 

आज पूरी दुनिया भारत की साइंटिफिक स्पिरिट का, हमारी टेक्नोलॉजी का, हमारे साइंटिफिक टेंपरामेंट का लोहा मान चुकी है। हमारा मिशन जिस क्षेत्र को एक्सप्लोर करेगा, उससे सभी देशों के लिए मून मिशन के नए रास्ते खुलेंगे। यह चांद के रहस्यों को खोलेगा।

नारी शक्ति 

 हमारे यहां कहा गया है कि निर्माण से प्रलय तक पूरी सृष्टि का आधार नारी शक्ति ही है। आप सब ने देखा है चंद्रयान-3 में देश में हमारी महिला वैज्ञानिकों ने कितनी बड़ी भूमिका निभाई। चंद्रमा का शिव शक्ति पाइंट सदियों तक भारत की इस वैज्ञानिक क्षमता का साक्षी बनेगा। ये शिव शक्ति पाइंट आने वाली पीढ़ियों को प्ररेणा देगा। हमें विज्ञान का उपयोग मानवता के कल्याण के लिए ही करना है। ये हमारा सुप्रीम कमिटमेंट है।

थर्ड रो से पहली रो तक का सफर

 आज भारत दुनिया का चौथा ऐसा देश है जिसने चंद्रमा की सतह को छुआ है। एक समय था जब भारत के पास जरूरी तकनीक नहीं थी। हमारी गिनती थर्ड रो में खड़े देशों में होती थी। वहां से निकलकर भारत आज दुनिया की पांचवी सबसे बड़ इकोनॉमी बना। आज ट्रेड से लेकर टेक्नोलॉजी तक भारत की गिनती पहली रो में खड़े देशों में होती है। थर्ड रो से फर्स्ट रो में आने में इसरो की अहम भूमिका है। इसरो चीफ सोमनाथ ने PM को चंद्रयान-3 मिशन से जुड़ी जानकारी दी। 

भारत की स्पेस इंडस्ट्री

 अगले कुछ साल में भारत की स्पेस इंडस्ट्री एक बिलियन डॉलर से 16 बिलियन डॉलर बन जाएगी। हम लगातार रिफॉर्म कर रहे हैं। आपको जानकर आश्चर्य होगा पिछले चार सालों में स्पेस सेंटर के स्टार्टअप की संख्या 4 से बढ़कर 150 हो गई। अनंत आकाश में अनंत संभावनाए हैं। एक सितंबर से my gov चंद्रयान को लेकर कॉम्पिटिशन लॉन्च करने जा रही है।

युवाओं को दिए दो टास्क

 पहला टास्क

पुरानी खगोलीय गणनाओं को साइंटिफिक तौर पर साबित करें। भारत के पास विज्ञान के ज्ञान का खजाना है। वह गुलामी में छिप गया था उसे अब खंगालना है।

दूसरा टास्क

 हमारी युवा पीढ़ी को आज की आधुनिक टेक्नोलॉजी के नए आयाम देने हैं। आसमान से लेकर समंदर तक करने के लिए बहुत कुछ है। डीप अर्थ से लेकर डीप सी तक रिसर्च करें। नई पीढ़ी के कंप्यूटर बनाइए।

PM जब इसरो सेंटर पहुंचे तो वैज्ञानिकों ने ताली बजाकर उनका स्वागत किया। 

बोले- मैंने सोच लिया था, भारत जाकर पहले वैज्ञानिकों को नमन करूंगा

PM नरेंद्र मोदी शनिवार सुबह बेंगलुरु एयरपोर्ट पहुंचे। यहां उन्होंने 10 मिनट स्पीच भी दी। 

PM नरेंद्र मोदी शनिवार सुबह बेंगलुरु एयरपोर्ट पहुंचे। यहां उन्होंने 10 मिनट स्पीच भी दी।

मोदी अपनी दो देशों की यात्रा पूरी करने के बाद ग्रीस से सीधे बेंगलुरु पहुंचे थे। सुबह 6 बजे एयरपोर्ट पर उतरने के बाद उन्होंने लोगों को 10 मिनट तक संबोधित किया। उन्होंने जय जवान, जय किसान, जय विज्ञान का नारा लगाया। इसमें उन्होंने जय अनुसंधान का नारा भी जोड़ा।

उन्होंने कहा, 'सूर्योदय की बेला हो और बेंगलुरु का नजारा हो… देश के वैज्ञानिक देश को जब इतनी बड़ी सौगात देते हैं, इतनी बड़ी सिद्धि प्राप्त करते हैं, जो दृश्य मुझे बेंगलुरु में दिखाई दे रहा है, वो मुझे ग्रीस और साउथ अफ्रीका में भी देखने को मिला। आप सुबह-सुबह इतना जल्दी आए, मैं अपने आप को रोक नहीं पा रहा था। मैं दूर विदेश में था। तो मैंने सोच लिया था कि पहले भारत जाऊंगा तो पहले बेंगलुरु जाऊंगा। सबसे पहले उन वैज्ञानिकों से मिलूंगा और उन्हें नमन करूंगा।'

मोदी का रोड शो, लोग सुबह से इंतजार कर रहे थे

मोदी एयरपोर्ट पर मौजूद लोगों से भी मिले। करीब 5 मिनट लोगों का अभिवादन करते रहे। यहां से उनका काफिला इसरो के कमांड सेंटर के लिए निकला। एयरपोर्ट से सेंटर की दूरी 30 किमी है। इस दौरान उन्होंने रोड शो भी किया। सड़क के दोनों तरफ हजारों की संख्या में लोग खड़े रहे। इस दौरान मोदी कार के दरवाजे के पास खड़े होकर लोगों का अभिवादन करते नजर आए।

पीएम मोदी सुबह 6 बजे बेंगलुरु के HAL एयरपोर्ट पर उतरे।

वैज्ञानिक सुबह 4 बजे ही इसरो के कमांड सेंटर पहुंचे

बेंगलुरु के ISRO टेलिमीट्री ट्रैकिंग एंड कमांड नेटवर्क मिशन कंट्रोल कॉम्प्लेक्स (इस्ट्रैक) के बाहर वैज्ञानिक ​​​​​​सुबह 4:30 बजे से PM मोदी के इंतजार में खड़े रहे। यहां बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात था।

HAL एयरपोर्ट के बाहर लोगों ने नाच-गाकर सेलिब्रेशन किया।

PM मोदी के स्वागत के लिए इसरो के कमांड सेंटर के बाहर वैज्ञानिक अलसुबह से मौजूद रहे।

स्थानीय कलाकार एयरपोर्ट के बाहर ढोल-नगाड़े बजाकर नृत्य कर रहे थे। बेंगलुरु के HAL 

इसके बाद PM दिल्ली के लिए रवाना होंगे, यहां पालम एयरपोर्ट पर उनके स्वागत की तैयारियां की गई हैं।

पाकिस्तान ने दो दिन बाद भारत को बधाई दी

चंद्रयान-3 की चांद पर सफल लैंडिंग के दो दिन बाद पाकिस्तान ने भारत को बधाई दी है। पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि यह बड़ी वैज्ञानिक उपलब्धि है। इसके लिए ISRO के वैज्ञानिक तारीफ के हकदार हैं।

PM ने साउथ अफ्रीका से इसरो चीफ को फोन किया था

चंद्रयान-3 के लैंडर विक्रम की चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सॉफ्ट लैंडिंग के समय पीएम मोदी साउथ अफ्रीका में थे। वे जोहान्सबर्ग से इस इवेंट में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम जुड़े रहे। उन्होंने इसरो के वैज्ञानिकों और देशवासियों को वहीं से संबोधित किया था। उन्होंने इसरो चीफ एस सोमनाथ से फोन पर बात की थी और कहा था कि जितना जल्दी होगा वे इसरो वैज्ञानिकों से मिलेंगे।

PM मोदी ने 23 अगस्त को चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग पर इसरो चीफ सोमनाथ को जोहान्सबर्ग से फोन पर बधाई दी थी।

जब आप अपनी आंखों के सामने इतिहास बनते देखते हैं तो गर्व होता है- मोदी

प्रधानमंत्री मोदी ने चंद्रयान-3 की लैंडिंग पर कहा कि यह नए भारत के जयघोष का क्षण है। जब आप अपनी आंखों के सामने इतिहास बनते देखते हैं तो गर्व होता है। भारत की यह उड़ान चंद्रयान से भी आगे जाएगी। जल्द ही इसरो आदित्य एल-1 मिशन भी लॉन्च करेगा, जिससे सूर्य का विस्तृत अध्ययन किया जा सकेगा। इसके बाद शुक्र और सौरमंडल के सामर्थ्य को परखने के लिए दूसरे अभियान भी शुरू किए जाएंगे।

प्रधानमंत्री ने कहा कि अब चांद से जुड़े मिथक भी बदल जाएंगे। इसके साथ ही नई पीढ़ी के लिए कहावतें भी बदल जाएंगी। पहले कहा जाता था कि चंदा मामा दूर के लेकिन अब लोग कहेंगे चंदा मामा बस एक टूर के।

चंद्रयान-2 के दौरान भी बेंगलुरु पहुंचे थे मोदी

मोदी चंद्रयान-2 मिशन के विक्रम लैंडर की लैंडिंग को देखने के लिए 6 सितंबर, 2019 की रात को भी बेंगलुरु गए थे। हालांकि 7 सितंबर के शुरुआती घंटों में चंद्रमा की सतह से सिर्फ 2.1 किमी ऊपर, इसरो का यान से संपर्क टूट गया था, मिशन पूरी तरह कामयाब नहीं हो सका था।

उत्तरप्रदेश के लखीमपुर खीरी मामले में कोर्ट का अहम फैसला, रेप के बाद हत्या के मामले में दोषी करार नाबालिग को उम्रकैद की सजा

लखीमपुर खीरी जिले के निघासन कांड में पॉक्सो कोर्ट ने महत्वपूर्ण फैसला सुनाया है। कोर्ट ने दलित बहनों से रेप के बाद हत्या के मामले में दोषी करार नाबालिग को उम्रकैद की सजा सुनाई है। यूपी में ये पहला मामला है जब किसी नाबालिग को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई है। 14 सितंबर 2022 को निघासन थाना क्षेत्र में दो सगी बहनों की गैंगरेप के बाद हत्या की गई थी। पॉक्सो कोर्ट ने शुक्रवार को दोनों पक्षों को सुनने के बाद नाबालिग दोषी को गैंगरेप व हत्या समेत कई धाराओं में सजा सुनाई। दरअसल 22 अगस्त को हुई सुनवाई के दौरान अभियोजन की पैरवी कर रहे विशेष लोक अभियोजक बृजेश पांडे ने बताया था कि 14 सितंबर 2022 को निघासन थाना क्षेत्र में दो सगी बहनों से दुराचार कर उनकी हत्या करने के बाद शवों को फांसी पर लटका दिया गया था। इस मामले में एसआईटी ने सुनील, जुनैद, आरिफ और करीमुद्दीन समेत छह आरोपियों के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया था।

इस मामले में दो आरोपी किशोर पाए गए थे। जिसमे एक किशोर की 18 वर्ष से कम लेकिन 16 वर्ष से अधिक थी। इसलिए उसकी सुनवाई पाक्सो कोर्ट में ही चल रही थी। जबकि दूसरे किशोर के मामले को किशोर बोर्ड भेज दिया गया था। आरोपी सुनील, जुनैद, आरिफ और करीमुद्दीन को पहले ही सजा सुनाई जा चुकी है। 22 अगस्त को कोर्ट ने नाबालिग को दोषी माना और आजीवन कारावास की सजा सुना दी। हालांकि आजीवन कारावास के दौरान नाबालिग जेल में नहीं रहेगा, लेकिन उम्रकैद की सजा बरकरार रहेगी। इसके अलावा कोर्ट ने उम्रकैद की सजा के साथ ही नाबालिग पर 46 हजार का जुर्माना भी लगाया है। 

ये है पूरा मामला

14 सितंबर 2022 को निघासन थाना क्षेत्र के एक गांव में दो सगी दलित बहनों के साथ सामूहिक दुराचार के बाद उनकी हत्या कर शवों को लटका दिया गया था। मामले में मुकदमा दर्ज होने के बाद तूल पकड़ने पर विवेचना के लिये एसआईटी गठित की गई थी। एसआईटी ने मामले में छह आरोपियों को गिरफ्तार किया। एसआईटी ने त्वरित विवेचना करते हुए 28 सितम्बर 2022 को छह आरोपियों जुनैद, सुनील उर्फ छोटू, करीमुद्दीन और आरिफ समेत छह के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल कर दिया। कोर्ट ने 30 सितम्बर को आरोपियों पर आरोप तय करते हुए अभियोजन को गवाह पेश करने के लिए निर्देशित किया। 3 अक्टूबर को अभियोजन ने पहले गवाह के रूप में मृतक किशोरियों की मां वादिनी मुकदमा को पेश किया।

पूरे प्रदेश में उछला था मामला

निघासन कांड प्रदेश भर में काफी चर्चा का विषय रहा था। इस घटना ने राजनीतिक सरगर्मी मचा दी थी। इस मामले में लड़कियों का अंतिम संस्कार न करने की बात पर सरकार ने पीड़ित परिवार को तमाम सहूलियतें और इमदाद देने की घोषणा की थी। लड़कियों के पिता के मुताबिक मौके पर पहुंचे अफसरों ने उसको लड़कियों का अंतिम संस्कार कराने के लिए 25 लाख रुपये की माली सहायता और एक एकड़ जमीन का पट्टा व शौचालय देने की घोषणा की थी। नकद सहायता में उसे तभी केवल सोलह लाख रुपये भेजे गए थे। इसके बाद कोई रकम नहीं मिली। एक एकड़ जमीन का पट्टा दिया गया था लेकिन उस पर अभी तक कब्जा नहीं दिलाया गया है। इस जमीन पर और लोग काबिज हैं।