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लोकसभा में गृह मंत्री अमित शाह ने बताया मणिपुर में कैसे भड़की हिंसा, सीएम बीरेन को क्यों नहीं हटाया इसपर भी दिया जवाब

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मणिपुर के मुद्दे पर विपक्ष संसद में लगातार सरकार को घेर रहा है।विपक्ष प्रधानमंत्री मोदी से हिंसा पर बयान देने की मांग कर रहा है। इस बीच केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव के दौरान बोलते हुए मणिपुर हिंसा पर भी अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि यह सच है कि मणिपुर में हिंसा का तांडव हुआ। हिंसक घटनाएं हुईं। वहां जो कुछ भी हुआ, वह शर्मनाक है। उस पर राजनीति करना उससे भी ज्यादा शर्मनाक है।

अमित शाह ने कहा, एक भ्रांति देश मै फैलाई गई है कि ये सरकार मणिपुर पर चर्चा नहीं करना चाहती है। हम पहले दिन से चर्चा को तैयार थे। आप चर्चा को तैयार ही नहीं थे। आप को ये लगता है कि हंगामा करके हमें चुप कर देंगे। आप ऐसा नहीं कर सकते। इस देश की 130 करोड़ जनता ने हमें चुनकर भेजा है। शाह ने कहा कि जब सदन की तारीख भी नहीं आई थी, हम तबसे कह रहे हैं कि चर्चा होनी चाहिए।

6 साल में मणिपुर में एक भी दिन कर्फ्यू नहीं लगा-शाह

गृह मंत्री ने कहा मैं देश को बताना चाहूंगा कि सरकार ने मणिपुर के लिए क्या किया है। 6 साल में मणिपुर में एक भी दिन कर्फ्यू नहीं था। उन्होंने कहा एक भी दिन बंद नहीं रहा। मणिपुर में 6 साल से बीजेपी का शासन है। 2023 में दंगा हुआ। 

गृह मंत्री ने कहा, ‘2021 में पड़ोसी देश म्यांमार में सत्ता परिवर्तन हुआ तो वहां मिलेट्री शासन में कुकी लोगों पर अत्याचार होने लगे। चूंकि म्यांमार का हमारा बॉर्डर खुला हुआ है तो म्यांमार से हजारों कुकी ने मणिपुर मिजोरम में आकर बसना शुरू कर दिया। इससे जनसांख्यकी बदलनी शुरू हो गई। अमित शाह ने कहा, ‘वहां हमारा समझौता है कि कोई पासपोर्ट नहीं लगता। ऐसे में हमने इसको देखते हुए 2022 में बॉर्डर पर फेंसिंग शुरू किया। 2023 में हमने थंब इम्प्रेशन और आई इम्प्रेशन लेकर भारत की वोटर आईडी में डालने का कार्य शुरू किया।

हाई कोर्ट के फैसले ने आग में तेल का काम किया-शाह

अमित शाह ने कहा कि 29 अप्रैल को एक अफवाह फेल गई कि शरणार्थियों के स्थान को गांव घोषित कर दिया गया, जिससे तनाव शुरू हुआ। हाई कोर्ट ने मैतई को एसटी का दर्जा देने का फैसला दिया। मणिपुर हाई कोर्ट के फैसले ने आग में तेल डालने का काम किया। 

प्रधानमंत्री ने मुझे रात को 4 बजे कॉल किया-शाह

अमित शाह ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री ने मुझे रात को 4 बजे कॉल किया है और सुबह 6 बजे मुझे उठाया भी है। और ये लोग (विपक्ष) कहते हैं कि प्रधानमंत्री ध्यान नहीं रखते।तीन दिन तक लगातार हमने यहां से काम किया। 16 वीडियो कॉन्फ्रेंस की, 36 हजार जवान भेजे।चीफ सेक्रेटरी को बदल दिया गया। डीजीपी बदल दिया गया. सुरक्षा सलाहकार भेजे गए।

सीएम बीरेन सिंह को नहीं हटाने पर क्या बोले शाह

सीएम बीरेन सिंह को नहीं हटाने पर अमित शाह ने कहा कि ये कहते हैं कि 356 (राष्ट्रपति शासन) क्यों नहीं लगाया। 356 तब लगाया जाता है जब हिंसा के समय राज्य सरकार मदद न करे। हमने जो बदले राज्य सरकार ने स्वीकार कर लिया। सीएम तब बदलना पड़ता है जो मदद न करे। सीएम मदद कर रहे हैं।

महिलाओं के साथ दरिंदगी का वीडियो सत्र शुरू होने से एक दिन पहले ही क्यों सामने आया-शाह

महिलाओं से बर्बरता के वायरल वीडियो पर अमित शाह ने कहा कि किसी ने पूछा कि यह वीडियो संसद के मानसून सत्र शुरू होने से एक दिन पहले ही क्यों सामने आया? अगर किसी के पास वीडियो था तो उसे पुलिस तंत्र को या संसद को देना चाहिए था। इसे सार्वजनिक करने की क्या जरूरत थी? महिलाओं के सम्मान की चिंता करनी चाहिए। चार तारीख की घटना का वीडियो था, अगर उसे सार्वजनिक करने की जगह डीजीपी तक पहुंचाया जाता तो पांच को ही कार्रवाई हो जाती।

1993 में नगा-कुकी हिंसा में 7 सौ से ज्यादा लोग मारे गए

गृह मंत्री ने कहा कि दंगे पहले भी हुए हैं पर हमने दंगों को किसी पार्टी से नहीं जोड़ा है। न कभी किसी गृह मंत्री को दंगों पर जवाब देने से रोका है। न ही सदन की कार्यवाही प्रभावित की है।उन्होंने बताया कि ‘मणिपुर में पहले से भी नस्लीय हिंसा होती आ रही है। इससे पहले नरसिंह राव सरकार के दौरान 1993 में भी नगा-कुकी हिंसा हुई थी, जिसमें 750 से ज्यादा लोग मारे गए।

वर्ल्ड कप का नया शेड्यूल जारी, 9 मैचों की तारीख बदली गई, जानें कब होगा भारत-पाक के बीच महामुकाबला

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वनडे वर्ल्ड कप इस साल भारत में खेला जाना है। आईसीसी ने इस वर्ल्ड कप का शेड्यूल पिछले महीने जारी कर दिया था, लेकिन अब कुछ मैचों की तारीखों में फिर से बदलाव किया गया है। अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) द्वारा वर्ल्ड कप 2023 के लिए शेड्यूल में हुए बदलाव की आधिकारिक पुष्टि कर दी गई है। जहां भारत बनाम पाकिस्तान के मैच समेत कुल 9 मुकाबलों में बदलाव किए गए हैं। टीम इंडिया के दो मैचों की तारीखों में बदलावा किया गया है। जिसमें पाकिस्तान के खिलाफ मैच के अलावा नीदरलैंड वाला मैच भी शामिल है।

14 अक्टूबर को को भिड़ेंगे भारत-पाक

पहले 15 अक्टूबर को नरेंद्र मोदी स्टेडियम में भारत और पाकिस्तान की टक्कर होनी थी। अब यह मैच 14 अक्टूबर को ही खेला जाएगा। इसकी वजह से दिल्ली में अफगानिस्तान के खिलाफ इंग्लैंड का मैच शनिवार, 14 अक्टूबर से स्थानांतरित किया गया है। अब 24 घंटे बाद रविवार 15 अक्टूबर को खेला जाएगा। हैदराबाद में श्रीलंका के खिलाफ पाकिस्तान का मुकाबला 12 अक्टूबर की जगह 10 अक्टूबर को खेला जाएगा। लखनऊ में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ ऑस्ट्रेलिया का बड़ा मैच 24 घंटे पीछे चला गया है। पहले यह 13 अक्टूबर को खेला जाना था। लेकिन अब यह उनकी जगह 12 अक्टूबर को ही होगा। इसी तरह, बांग्लादेश के खिलाफ न्यूजीलैंड का मैच 14 अक्टूबर को चेन्नई में होना था। अब यह एक दिन पहले यानी 13 अक्टूबर को खेला जाएगा। पहले यह डे मैच होना था लेकिन अब डे नाइट होगा।

भारत और नीदरलैंड्स के बीच होने वाले मैच की भी तारीख बदली

वर्ल्ड कप 2023 के अंत में तीन मुकाबलों का शेड्यूल बदला गया है। 12 नवंबर को इंग्लैंड की टक्कर पाकिस्तान और ऑस्ट्रेलिया की बांग्लादेश से होनी थी। अब ये दोनों मैच 11 नवंबर को खेले जाएंगे। इसके साथ ही 11 नवंबर को भारत और नीदरलैंड्स के बीच होने वाला मैच अब 12 नवंबर को होगा। बेंगलुरू में होने वाला यह मुकाबला ग्रुप स्टेज का आखिरी मैच भी होगा। 12 नवंबर को ही दिवाली भी है।

5 अक्टूबर से शुरू हो रहा है वर्ल्ड कप का रोमांच

वर्ल्ड कप 2023 की शुरुआत 5 अक्टूबर को होगी। वर्ल्ड कप 2023 के पहले मुकाबले में इंग्लैंड और न्यूजीलैंड की टीम आमने-सामने होगी। दोनों टीमों के बीच यह रोमांचक भिड़ंत अहमदाबाद में देखने को मिलेगी। इंग्लैंड 2019 की वर्ल्ड कप विजेता टीम है। वहीं न्यूजीलैंड पिछली बार उपविजेता रही थी। 15 और 16 नवंबर को सेमीफाइनल मुकाबले खेले जाएंगे। खिताबी मुकाबला 19 नवंबर को नरेंद्र मोदी स्टेडियम पर होगा।

आदिवासी भारत के पहले निवासी, बीजेपी ने वनवासी कहकर अपमानित किया, राजस्थान में बोले राहुल

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विश्व आदिवासी दिवस पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी राजस्थान के मानगढ़ धाम पहुंचे। यहां राहुल गांधदी ने एक सभा को भी संबोधित किया। राहुल गांधी ने कहा- आदिवासियों ने अंग्रेजों की लड़ाई में हिंदुस्तान को बनाने के लिए जो काम किया जो कुर्बानी दी, उसके लिए मैं आप सब को दिल से धन्यवाद देता हूं। आज आदिवासी दिवस की मैं आपको बधाई देता हूं।सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि आदिवासी भारत के पहले मालिक हैं। यह जो हमारी जमीन है, जिसे आज हम भारत कहते है, यह जमीन आदिवासियों की जमीन थी। यह मुझे मेरी दादी इंदिरा गांधी ने बताया है, लेकिन भाजपा आदिवासियों को आदिवासी नहीं वनवासी कहती है। यह आदिवासियों और भारत माता का अपमान है।

राहुल गांधी बोले, जब मैं छोटा सा था, तब मेरी दादी इंदिरा गांधी जी ने मुझे किताब दी थी। किताब का नाम पेंडू एक आदिवासी बच्चा था। वो एक आदिवासी बच्चे की जिंदगी के बारे में किताब थी। वह जंगल में किस तरह जीता था। तीर कमान से मच्छी मरता था। उसके माता-पिता किस प्रकार जीते थे। मुझे बहुत अच्छी लगती थी। मैं शायद 45 साल पुरानी बात कह रहा हूं। मैंने दादी से पूछा आदिवासी शब्द का क्या मतलब है। वो आदिवासियों से बहुत प्यार मोहब्बत करती थीं, आपसे बहुत गहरा रिश्ता उनका था। मुझे याद है उन्होंने क्या कहा ? उन्होंने कहा यह हिंदुस्तान के पहले निवासी हैं। जो हमारी भारत की जमीन है यह पहले आदिवासी की जमीन थी।मेरे दिमाग मे ये बात बैठ गई कि आदिवासी इस जमीन के पहले निवासी थे। 

बीजेपी-आरएसएस कहती है कि आदिवासी जंगल में रहें-राहुल गांधी

कांग्रेस सांसद ने आगे कहा, पहले देश की पूरी जमीन आदिवासियों की हुआ करती थी। आहिस्ते आहिस्ते उनको धकेला गया।वह (भाजपा) कहती है आप आदिवासी नहीं बनवासी हो। यह गलत है बीजेपी और आरएसएस कहती है कि आप जंगल में रहो, आपके बच्चे डॉक्टर, इंजीनियर, इंडस्ट्रियलिस्ट नहीं बनें, हवाई जहाज नहीं उड़ाएं, प्रोफेसर नहीं बने, वो आपके वनवासी का पट्टा बांधना चाहते हैं। वो चाहते हैं आप वन में ही रहो आगे नहीं बढ़ो। वही वन उद्योगपतियों को सौंप दिए। वह चाहते हैं कि आहिस्ता-आहिस्ता जंगल खत्म कर दें और आप कहीं के नहीं रहें। लेकिन, कांग्रेस की सोच है आप और आपके बच्चे आगे बढ़े। 

पीएम चाहते हैं मणिपुर में आग लगी रहे-राहुल गांधी

वहीं, मणिपुर हिंसा पर संसद में सरकार को घेरेन के बाद एक बार फिर राहुल गांधी राजस्थान में भी गरजे। प्रधानमंत्री चाहते हैं कि मणिपुर में आग जलती रहे। तीन माह हो गए, ऐसा लगता है मणिपुर देश का भाग ही नहीं है। मैं रिलीफ कैंप गया, विपक्ष के नेता गए लेकिन पीएम नहीं गए। पीएम मणिपुर पर एक शब्द नहीं बोले। जहां भी ये लोग जाते हैं, किसी न किसी को लड़ा देते हैं। नफरत, हिंसा फैलाएंगे, बाकी लोगों के बारे में गलत शब्द प्रयोग करेंगे।

पीएम तो मणिपुर को भड़काना चाहते हैं-राहुल गांधी

राहुल गांधी ने कहा, बीजेपी ने मणिपुर में भारत माता की हत्या की। पीएम चाहें तो दो तीन दिन में इस आग को बुझा सकते हैं। सेना को कहें दो दिन में आग बुझा दो तो बुझा सकते हैं। लेकिन, पीएम तो मणिपुर को भड़काना चाहते हैं।

केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने संसद में राहुल गांधी को दिया जवाब


डेस्क: केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने संसद में राहुल गांधी को जवाब देते हुए कहा कि यहाँ पर भारत माँ की हत्या की बात की गई। मणिपुर आज खंडित नहीं है। मणिपुर भारत का अभिन्न अंग है।

भारत माँ की हत्या पर कांग्रेस ने तली बजाया. कोई अपनी माँ की हत्या पर ताली कैसे बजा सकता हैं। आज साबित हुआ किसके दिल में गद्दारी है। इनके एक गठबंधन पार्टी DMK ने भारत माता को सिर्फ उत्तर भारत बताया। कांग्रेस को और गांधी परिवार की हिम्मत है तो उनसे सवाल पूछें।

क्या भारत केवल उत्तर भारत है?

क्या कांग्रेस देश का विभाजन चाहती है? कश्मीर में पंडितों पर हत्याचार पर कांग्रेस कभी नहीं बोली। क्या कश्मीर की आवाज़ देश की आवाज़ नहीं है।

सिख दंगों में लोगों की बेहरहमी से हत्या की गई। महिलाओं के साथ रेप किया गया। कांग्रेस सिखों की हत्यारी है। इनका बस चले तो यह धारा 370 पुनः स्थापति कर दें।

 धारा 370 के चलते कश्मीर में बेटियों को कोई अधिकार नहीं था। कश्मीर से धारा 370 हटने के बाद शांति पहुँची है। राजस्थान के भीलवाड़ा में एक 14 साल की बच्ची का रेप कर भट्टी में जला दिया गया। उस पर कुछ क्यों नहीं बोलते हैं। असम में जब हिंसा हुआ करती थी तो हिंसा रोकने के लिए सेना तक नहीं भेजती थी।

 तब कांग्रेस के सीएम तरुण गुगोई ने खुद बोला कि केंद्र की कांग्रेस सरकार कोई मदद नहीं करती थी। असम के नरसंहार पर कांग्रेस क्यों चुप रहती थी?

आपातकाल के दौरान महिलाओं के साथ हत्याचार हुआ। यूपीए के दौरान खुले में सोच जाने से महिलाओं के साथ बलात्कार के मामले हो रहे थे। इस विषय में रिपोर्ट भी इनकी सरकार को दी गई लेकिन इन्होंने कोई कार्रवाई नहीं की।

 आज देश के हर महिला को शौचालय देने काम मोदी सरकार ने किया। हम शौचालय की बात करते हैं तो यह हंसते हैं। जनधन योजना के तहत 23 करोड़ महिलाओं का अकाउंट खुला। मोदी सरकार महिलाओं की मददगार। आज हर किसान के खाते में पैसा पहुँच रहा है। राहुल गांधी ने मुस्लिम लीग पर विश्वास जताया। राजस्थान में अड़ानी को निवेश के लिए क्यों बुलाया?

अड़ानी को राजस्थान की कांग्रेस सरकार ने जमीन क्यों दी? राहुल गांधी ने अभद्रता की। सदन में फ्लाइंग किस कर के गए।

“चंदा मामा” के और करीब पहुंचा इसरो का चंद्रयान-3, तीसरी कक्षा में सफल एंट्री, जानें अब कितना दूर

#chandrayaan_3_gets_closer_to_the_moon

चंद्रयान-3 को लेकर भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान की ओर से एक और शुभ समाचार आया है। चंद्रयान-3 चांद के और करीबी कक्षा में पहुंच गया है। इसरो ने बताया कि चंद्रयान-3 स्पेसक्राफ्ट ने चांद की कक्षा बदलने की प्रक्रिया को सफलतापूर्वक पूरा किया।चंद्रयान-3 को चंद्रमा की तीसरी ऑर्बिट में पहुंचा दिया है।इसरो के एक ट्वीट कर इसकी जानकारी दी।

इसरो ने एक ट्वीट में कहा, "चंद्रयान-3 अब चांद की सतह के और करीब है। चंद्रयान-3 के ऑर्बिट कम करने की प्रक्रिया पूरी होने के बाद अब इसकी दूरी 174 किमी*1437 किमी रह गई है।" इसरो ने कहा कि अब यान का चांद की कक्षा बदलने से जुड़ा ऑपरेशन 14 अगस्त को दिन में 11.30 से 12.30 के बीच होगा। जैसे-जैसे मिशन आगे बढ़ रहा है चंद्रयान-3 को चांद की कक्षा में और नीचे उतारने की प्रक्रिया आगे बढ़ाई जा रही है, ताकि इसे चांद के ध्रुव पर पहुंचाया जा सके। 

अब 14 अगस्त का इंतजार

इसरो ने 9 अगस्त को दोपहर एक बजकर 40 मिनट पर ऑर्बिट में बदलाव किया। यानी चंद्रयान-3 के थ्रस्टर्स को ऑन किया गया था। बता दें कि यह 5 अगस्त 2023 को जब चंद्रमा की पहली कक्षा में चंद्रयान-3 पहुंचा था। उस समय उसने चांद से पहली तस्वीरें भेजी थीं। चंद्रयान-3 को चरणबद्ध तरीके से चंद्रमा के पास ले जाया जा रहा है। आज चंद्रयान-3 के चंद्रमा की तीसरी कक्षा में प्रविष्ट कराए जाने के बाद 14 अगस्त और 16 अगस्त को इसे क्रमश: चौथी और पांचवीं कक्षा में पहुंचाने की कोशिश की जाएगी। इसके बाद, लैंडर पर डी-आर्बिटिंग कवायद की जाएगी। 

23 अगस्त को चांद में कहां लैंड करेगा चंद्रयान-3?

चंद्रयान -3 की चांद के सतह पर कदम रखने की तारीख 23 अगस्त मुकर्रर है। इसरो ने बताया कि लैंडर चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के पास लैंड करेगा। अगर सब सही रहा तो शाम के 5:45 बजे चंद्रयान-3 चांद की सतह को छू लेगा। तीन पहले 20 अगस्त को चंद्रयान-3 के लैंडर मॉड्यूल की रात पौने दो बजे डीऑर्बिटिंग होगी।

क्या केरल का नाम बदल कर हो जाएगा “केरलम”, विधानसभा में प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित

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केरल विधानसभा ने राज्य का नाम आधिकारिक रूप से बदलकर ‘केरलम’ करने का केंद्र से आग्रह करने संबंधी प्रस्ताव बुधवार को सर्वसम्मति से पारित कर दिया।यह प्रस्ताव मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने पेश किया।इस प्रस्ताव में केंद्र सरकार से भारत के संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल सभी भाषाओं में राज्य का नाम बदलकर ‘केरलम’ करने का आग्रह किया। इस प्रस्ताव को कांग्रेस के नेतृत्व वाले विपक्षी यूडीएफ (संयुक्त लोकतांत्रिक मोर्चा) ने किसी संशोधन या बदलाव का सुझाव दिए बगैर स्वीकार कर लिया।

मलयालम में कहा जाता केरलम

मुख्यमंत्री ने प्रस्ताव पेश करते हुए कहा कि राज्य को मलयालम में ‘केरलम’ कहा जाता है, लेकिन अन्य भाषाओं में यह अब भी केरल ही है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्वतंत्रता संग्राम के समय से ही मलयालम भाषी समुदायों के लिए एकजुट केरल बनाने की आवश्यकता मजबूती से उभरी है। विजयन ने कहा कि संविधान की पहली अनुसूची में हमारे राज्य का नाम केरल लिखा हुआ है।

मुख्यमंत्री ने कहा, लेकिन संविधान की पहली अनुसूची में हमारे राज्य का नाम केरल लिखा हुआ है। उन्होंने कहा, यह विधानसभा केंद्र सरकार से सर्वसम्मति से अनुरोध करती है कि वह संविधान के अनुच्छेद तीन के तहत इसे संशोधित करके ‘केरलम’ करने के लिए तत्काल कदम उठाए और संविधान की आठवीं अनुसूची में उल्लिखित सभी भाषाओं में इसका नाम बदलकर ‘केरलम’ करे।

स्मृति ईरानी का बड़ा आरोप, राहुल गांधी ने संसद से जाते वक्त किए 'फ्लाइंग किस' के इशारे

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केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर बड़ा आरोप लगाया है। स्मृति ईरानी ने दावा किया है कि अपना भाषण खत्म कर संसद से बाहर जाते समय राहुल गांधी ने महिला सांसदों को लक्ष्य करके फ्लाइंग किस के इशारे किए।राहुल गांधी की सांसदी बहाल होने के बाद आज वह संसद में बोले। आज सदन में भाषण के दौरान राहुल गांधी ने सरकार पर जोरदार हमला बोला। अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा की शुरुआत करते हुए राहुल ने भाषण दिया और वह अपने भाषण के बाद संसद से चले गए।इसके बाद केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने अपने वक्तव्य में राहुल पर जमकर हमला बोला। स्मृति ने आरोप लगाया कि राहुल गांधी ने अभद्रता के इशारे किए। उन्होंने कहा कि राहुल सदन से जाते वक्त फ्लाइंग किस का इशारा कर के गए। इस घटना को लेकर स्पीकर ओम बिरला के समक्ष शिकायत भी की गई है। 

लोकसभा में बोलते हुए केंद्रीय महिला एंव बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा, मुझ से पहले जिनको यहां बोलने का मौका मिला उन्होंने आज असभ्यता का परिचय दिया है। उन्होंने अपना भाषण खत्म करने के बाद अभद्र व्यवहार किया।उन्होंने उस संसद में फ्लाइंग किस उछाला जिस संसद में महिला भी बैठी हुई हैं। ऐसा व्यवहार सिर्फ एक स्त्री द्वेषी व्यक्ति ही कर सकता है।स्मृति ईरानी ने कहा, ऐसा गरिमा विहीन आचरण इस देश के सदन में कभी नहीं देखा गया। ये उस खानदान के लक्षण हैं यह सदन में आज देश को पता चला है।

स्मृति ईरानी के बयान के बाद राहुल गांधी से जुड़ा ये मामला काफी बड़ा हो गया है। करीब 22 महिला सांसदों ने स्पीकर ओम बिड़ला को चिट्ठी लिखी है और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के खिलाफ एक्शन लेने की मांग की है। केंद्रीय मंत्री शोभा करंदलाजे ने स्पीकर से शिकायत इसकी शिकायत की है। उन्होंने संसद में राहुल के अनुचित व्यवहार को लेकर शिकायत दी है। केंद्रीय मंत्री और बीजेपी सांसद शोभा करंदलाजे ने कहा, "सभी महिला सदस्यों को फ्लाइंग किस देकर राहुल गांधी चले गए। यह सरासर एक सदस्य का दुर्व्यवहार है। यह एक सदस्य का अनुचित एवं अशोभनीय व्यवहार है।

स्मृति ईरानी का बड़ा आरोप, राहुल गांधी ने संसद से जाते वक्त किए 'फ्लाइंग किस' के इशारे

#smriti_irani_alleges_rahul_gave_flying_kiss_to_women

केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर बड़ा आरोप लगाया है। स्मृति ईरानी ने दावा किया है कि अपना भाषण खत्म कर संसद से बाहर जाते समय राहुल गांधी ने महिला सांसदों को लक्ष्य करके फ्लाइंग किस के इशारे किए।राहुल गांधी की सांसदी बहाल होने के बाद आज वह संसद में बोले। आज सदन में भाषण के दौरान राहुल गांधी ने सरकार पर जोरदार हमला बोला। अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा की शुरुआत करते हुए राहुल ने भाषण दिया और वह अपने भाषण के बाद संसद से चले गए।इसके बाद केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने अपने वक्तव्य में राहुल पर जमकर हमला बोला। स्मृति ने आरोप लगाया कि राहुल गांधी ने अभद्रता के इशारे किए। उन्होंने कहा कि राहुल सदन से जाते वक्त फ्लाइंग किस का इशारा कर के गए। इस घटना को लेकर स्पीकर ओम बिरला के समक्ष शिकायत भी की गई है। 

लोकसभा में बोलते हुए केंद्रीय महिला एंव बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा, मुझ से पहले जिनको यहां बोलने का मौका मिला उन्होंने आज असभ्यता का परिचय दिया है। उन्होंने अपना भाषण खत्म करने के बाद अभद्र व्यवहार किया।उन्होंने उस संसद में फ्लाइंग किस उछाला जिस संसद में महिला भी बैठी हुई हैं। ऐसा व्यवहार सिर्फ एक स्त्री द्वेषी व्यक्ति ही कर सकता है।स्मृति ईरानी ने कहा, ऐसा गरिमा विहीन आचरण इस देश के सदन में कभी नहीं देखा गया। ये उस खानदान के लक्षण हैं यह सदन में आज देश को पता चला है।

स्मृति ईरानी के बयान के बाद राहुल गांधी से जुड़ा ये मामला काफी बड़ा हो गया है। करीब 22 महिला सांसदों ने स्पीकर ओम बिड़ला को चिट्ठी लिखी है और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के खिलाफ एक्शन लेने की मांग की है। केंद्रीय मंत्री शोभा करंदलाजे ने स्पीकर से शिकायत इसकी शिकायत की है। उन्होंने संसद में राहुल के अनुचित व्यवहार को लेकर शिकायत दी है। केंद्रीय मंत्री और बीजेपी सांसद शोभा करंदलाजे ने कहा, "सभी महिला सदस्यों को फ्लाइंग किस देकर राहुल गांधी चले गए। यह सरासर एक सदस्य का दुर्व्यवहार है। यह एक सदस्य का अनुचित एवं अशोभनीय व्यवहार है।

राहुल गांधी को आवंटित बंगला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के ददिहाल का बंगला है, कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने बीजेपी सांसद रविकिशन पर बोला करारा हमला


कांग्रेस नेता और पार्टी की सोशल मीडिया इंचार्ज सुप्रिया श्रीनेत ने बीजेपी सांसद रविकिशन पर करारा हमला बोला है और पूछा है कि क्या राहुल गांधी को आवंटित बंगला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के ददिहाल का बंगला है। दरअसल, बीजेपी सांसद ने न्यूज एजेंसी पीटीआई से बातचीत में कहा था कि यह मोदी जी का बड़प्पन है कि सजा पर रोक के बावजूद राहुल गांधी को बंगला आवंटित कर दिया गया।

रविकिशन ने कहा, "यह देखिए यशस्वी प्रधानमंत्री और भाजपा का बड़प्पन कि आपकी सजा स्टे पर है, फिर भी आपको बंगला दे दिया है। कभी तो आपको अच्छे काम के लिए तारीफ करनी चाहिए। आप लोगों की घमंडिया पार्टी बनी है, लेकिन फिर भी नए बंगले के लिए आपको बहुत मुबारकबाद।"

इस पर सुप्रिया श्रीनेत ने जवाब दिया है, "अपने ददिहाल का बंगला दे रहे हैं मोदी जी? सांसद को बंगला जनता के वोट से मिलता है - मोदी जी की दया से नहीं। अक्ल से पैदल एक और भाजपा के शिरोमणि!"

बता दें कि मोदी सरनेम मामले में सुप्रीम कोर्ट ने पिछले दिनों गुजरात कोर्ट के उस फैसले पर रोक लगा दी थी, जिसमें राहुल गांधी को दो साल की अधिकतम सजा सुनाई गई थी। इस सजा की वजह से राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता चली गई थी।

इस कारण उन्हें आवंटित बंगला भी वापस ले लिया गया था लेकिन जब सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद उनकी सांसदी बहाल हुई तो उन्हें बंगला भी आवंटित कर दिया गया। बीजेपी सांसद ने इसे मोदी जी का बड़प्पन करार दिया था, जिस पर कांग्रेस ने ऐतराज जताते हुए करार जवाब दिया है।

लोकसभा में स्मृति ईरानी ने उठाया कश्मीरी पंडितों का मुद्दा तो संसद छोड़कर निकले राहुल गांधी, हुआ जबरदस्त हंगामा


लोकसभा में कांग्रेस नेता राहुल गांधी के दिए गए संबोधन को लेकर सदन में ही जबरदस्त हंगामा हुआ। राहुल गांधी के तुरंत पश्चात् उन्हें 2019 के लोकसभा चुनाव में अमेठी में हराने वालीं केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने भाषण आरम्भ किया। उन्होंने कहा कि आप हिंदुस्तान नहीं हैं,

भारत मेरिट पर भरोसा करता है, वंशवाद पर नहीं। उन्होंने कहा कि पहली बार भारत मां की हत्या की बात तथा कांग्रेस पार्टी यहां पर तालियां बजाती रही। जो भारत की हत्या की बात पर कांग्रेस पार्टी ने ताली पीटी है विपक्षी सदस्यों ने। यहां आज हिंदुस्तानी होने के नाते कहती हूं कि मणिपुर खंडित नहीं है, विभाजित नहीं है, मेरे देश का अंग है।

मैं इनसे पूछती हूं, इन्हीं के गठबंधन के एक सदस्य बैठे हैं, जो तमिलनाडु में बोलते हैं कि भारत का मतलब मात्र उत्तर भारत। क्या भारत सिर्फ उत्तर भारत है, अगर दम है तो अपने सहयोगी को मुंहतोड़ जवाब दें।

 कहा कि यदि राहुल गांधी में हिम्मत है तो भारत पर इस प्रकार का कटाक्ष करने वाले इस नेता का खंडन करके बताएं। कांग्रेस के एक नेता ने अदालत में जाकर वक्तव्य दे दिया कि कश्मीर में जनमत संग्रह होना चाहिए। यदि हिम्मत है गांधी खानदान में है तो कांग्रेस के उस नेता का वक्तव्य क्यों है। आप भारत नहीं हैं। क्या भारत विभाजित हो, यह कांग्रेस के नेतृत्व के निर्देश के अनुसार है? हमारे राष्ट्र के संसदीय इतिहास में आज तक भारत मां की हत्या की बात करने वाले कभी भी बैठकर मेज नहीं थपथपाते। इन्होंने मेज थपथपाई है। ये बात करते हैं इंसाफ की? यह चेहरा धूमिल है। मैं बताऊं किसका चेहरा है?

वही फिर स्मृति ईरानी ने कश्मीरी पंडितों की दास्तान सुनाने लगी तो राहुल गांधी संसद से चले गए। स्मृति ईरानी ने कहा कि यह चेहरा गिरिजा टिक्कू का है। कश्मीरी पंडितों की दास्तान सुन लीजिए। 90 के दशक में एक महिला यूनिवर्सिटी में अपना चेक लेने जाते हैं।

बस से घर लौटने का प्रयास करते हैं। 5 मर्द खींचकर ले जाते हैं, बलात्कार करते हैं और आरी से बदन काट देते हैं। जब गिरिजा टिक्कू के जीवन पर एक फिल्म में दिखाया गया तो कांग्रेस के कुछ प्रवक्ताओं ने उसे प्रपोगैंडा कहा। आप नहीं चाहते कश्मीरी पंडितों की दास्तान सुनाई जाए। सरला बट्ट को भी अगवा कर गैंगरेप किया गया था। ये आप अपने आप को इंसाफ का पुजारी बताते हैं, लेकिन मुझे बताइए कि गिरिजा टिक्कू और सरला बट्ट को कब इंसाफ मिलेगा? तब वहां यह नारा दिया जाता था कि या तो धर्म बदलो, या कश्मीर छोड़ो या यहीं मरो।