मोदी सरकार के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा जारी, कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने पीएम मोदी से पूछे तीन सवाल
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केंद्र सरकार के खिलाफ लोकसभा में आए अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा शुरू हो गई है।कांग्रेस की ओर से गौरव गोगोई और भारतीय जनता पार्टी की ओर से निशिकांत दुबे ने बहस की शुरुआत की। कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने चर्चा की शुरुआत की। कांग्रेस की ओर से इस चर्चा की शुरुआत पहले राहुल गांधी करने वाले थे लेकिन बाद में गौरव गोगोई ने शुरुआत की। बीजेपी ने संसद में सवाल उठाया कि राहुल गांधी की बजाय गोगोई को पहले बोलने का मौका क्यों दिया है। हम तो राहुल गांधी को सुनने आए थे। बीजेपी ने कहा कि पहले राहुल गांधी के बोलने का लेटर क्यों दिया गया, जबकि गोगोई असम सांसद गोगोई पहले बोल रहे हैं।
गोगोई ने पीएम मोदी से पूछे तीन सवाल
बहस की शुरुआत करते हुए गौरव गोगोई ने कहा कि अविश्वास प्रस्ताव पर संख्या की बात नहीं थी, बल्कि मणिपुर के इंसाफ की बात थी। हमने ये प्रस्ताव इसलिए पेश किया कि हमारा सरकार में विश्वास नहीं है।कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने कहा कि प्रधानमंत्री ने मौन व्रत रखा हुआ है और वह संसद में नहीं बोल रहे हैं। इसलिए पीएम का मौनव्रत तोड़ने के लिए हमें अविश्वास प्रस्ताव लाना पड़ा। हमारे पीएम मोदी से तीन सवाल हैं, पहला वह अभी तक मणिपुर क्यों नहीं गए? उन्होंने मणिपुर मुद्दे पर बोलने के लिए 80 दिन का समय लिया और जब बोले तो सिर्फ 30 सेकेंड? अभी तक मणिपुर के सीएम को क्यों नहीं हटाया गया है?
पीएम मोदी को वाजपेयी के राजधर्म की बात याद करनी चाहिए-गोगोई
कांग्रेस नेता गौरव गोगोई ने कहा कि मणिपुर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अटल बिहारी वाजपेयी के राजधर्म की बात याद करनी चाहिए, जहां किसी में भी भेदभाव नहीं करना चाहिए। उन्होंने कहा कि मणिपुर के सीएम ने इस हिंसा के पीछे ड्रग्स का बिजनेस बताया, लेकिन जब पुलिस ने एक बड़े ड्रग माफिया को पकड़ा तो मणिपुर सीएम ऑफिस से उन्हें रिहा करने का आदेश गया।
मणिपुर में फेल हुई है डबल इंजन की सरकार-गोगोई
कांग्रेस सांसद ने कहा कि प्रधानमंत्री को यह स्वीकार करना होगा कि डबल इंजन की सरकार मणिपुर में असफल हुई है। यही वजह है कि 150 लोग मणिपुर में मारे गए हैं और करीब 5000 घर जला दिए गए हैं। 60 हजार लोग राहत कैंपों में रह रहे हैं और 6500 एफआईआर दर्ज हुई हैं। मुख्यमंत्री को बातचीत का माहौल बनाना चाहिए लेकिन उनके द्वारा उठाए गए कदमों से समाज में तनाव बढ़ा है।
मुझे लगा राहुल गांधी पहले बोलेंगे- निशिकांत दुबे
निशिकांत दुबे ने बीजेपी की ओर से सबसे पहले अविश्वास प्रस्ताव पर बहस में बोलने की कमान संभाली। उन्होंने लोकसभा में बोलते हुए कहा कि 'मुझे लगा कि राहुल गांधी पहले बोलेंगे।' निशिकांत दुबे के बोलने के दौरान विपक्ष ने नारेबाजी की और जमकर हंगामा किया। प्रह्लाद जोशी ने हंगामे के बीच कहा कि गोगोई का भाषण पूरा हो गया है, अब निशिकांत दुबे की स्पीच से विपक्ष को डर क्यों है। इसके बाद निशिकांत ने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि 'शायद राहुल गांधी देर से उठे होंगे इसलिए बहस में पहले नहीं बोले।'इस दौरान मणिपुर पर दुबे ने कहा कि मैं खुद मणिपुर के इतिहास का भुक्तभोगी हूं। मेरे रिश्तेदार जो सुरक्षाबल में उच्च पद पर थे, वह उग्रवादी हमले में अपना पैर गंवा दिया था।
राहुल गांधी आप कभी सावरकर नहीं हो सकते-निशिकांत दुबे
अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने सुप्रीम कोर्ट की ओर से 'मोदी' सरनेम टिप्पणी मामले में राहुल गांधी की सजा पर रोक लगाने का मुद्दा उठाया, जिसके बाद उनकी सदस्यता बहाल की गई। उन्होंने कहा, ''सुप्रीम कोर्ट ने कोई फैसला नहीं दिया है, स्थगन आदेश दिया है। वे कह रहे हैं कि वे माफी नहीं मांगेंगे। दूसरी बात, वे कहते हैं मैं सावरकर नहीं हूं। आप कभी सावरकर नहीं हो सकते क्योंकि सावरकर ने 28 साल जेल में गुजारे थे।
सोनिया गांधी पर भी बोला हमला
बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान सोनिया गांधी का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा, 'सोनिया गांधी का बहुत सम्मान करता हूं। सोनिया गांधी एक भारतीय नारी की तरह काम कर रही हैं। उनके दो काम हैं- बेटे को सेट करना है और दामाद को भेंट करना है। मैं अपनी इस बात पर कायम हूं।
Aug 08 2023, 14:32