”अपनों” की आपत्ति के बावजूद शरद पवार ने पीएम मोदी के साथ साझा किया मंच, क्या “INDIA”को देने वाले हैं झटका
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आज पुणे में लोकमान्य तिलक राष्ट्रीय पुरस्कार से नवाजा गया। इस कार्यक्रम में शरद पवार भी थे। एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने ही पीएम मोदी को तिलक पुरुस्कार से सम्मानित किया। एनसीपी में टूट के बाद पहली बार पीएम मोदी और शरद पवार एक मंच पर दिखाई दिए। इस दौरान दोनों नेताओं ने एक दूसरे से गर्मजोशी के साथ मुलाकात की।बता दें कि एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने नए विपक्षी गठबंधन INDIA की मांग को ठुकराते हुए न केवल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ मंच साझा किया बल्कि उनके सम्मान पाने के भी साक्षी बने।
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विपक्षी दलों के मना करने के बावजूद कार्यक्रम में शामिल हुए
दरअसल, नये बने विपक्षी गठबंधन इंडिया के लोगों ने पीएम मोदी के साथ तिलक पुरस्कार मिलने के कार्यक्रम में शरद पवार को पेश होने से रोका था। विपक्षी दलों के इस सुझाव को मानने से पवार ने इंकार कर दिया। इंडिया के सदस्यों कहना था कि ऐसे वक्त में जब बीजेपी के खिलाफ एकजुट होकर एक मोर्चा बनाया जा रहा है तो पवार का इस कार्यक्रम में शामिल होना विपक्ष के लिए अच्छा नहीं होगा। पवार ने उन सांसदों से मुलाकात नहीं की थी जो उनको इस समारोह में शामिल नहीं होने के लिए मनाना चाहते थे।
विपक्षी दलों के नेताओं ने नहीं की मुलाकात
पवार दिल्ली में थे तब प्रतिनिधिमंडल में शामिल अलग-अलग विपक्षी दलों के नेताओं ने उनसे मुलाकात करने का समय मांगा। उनसे मुलाकात करना तो दूर, पवार दिल्ली में रुके ही नहीं और सीधे पुणे चले आए जहां पीएम के साथ उनका कार्यक्रम था।
शिवसेना (यूबीटी) ने कहा-पवार कार्यक्रम से दूर रह सकते थे
पुणे के इस कार्यक्रम को लेकर महाविकास अघाड़ी में हड़कंप मचा हुआ है। कांग्रेस और शिवसेना उद्धव खुलकर शरद पवार को कार्यक्रम में ना जाने की नसीहत दे रहे थे लेकिन शरद पवार ने उनकी बातों को तवज्जो नहीं दिया।इस पर शिवसेना (यूबीटी) ने मंगलवार को कहा कि एनसीपी प्रमुख शरद पवार इस कार्यक्रम से दूर रह सकते थे। शिवसेना (यूबीटी) के राज्यसभा सांसद संजय राउत ने कहा था कि अगर इस समय शरद पवार प्रधानमंत्री के साथ मंच साझा करते हैं तो इससे लोगों तक विपक्षी गठबंधन को लेकर क्या मैसेज जाएगा, इससे पवार को भी अवगत होना चाहिए। उन्होंने आगे यह भी कहा था कि यहां पवार के रुख को लेकर भ्रम हो सकता है, उन्हें स्थिति साफ करनी होगी लेकिन हम साथ हैं। एमवीए मजबूत है और INDIA गठबंधन और भी ज्यादा मजबूत है।
'सामना' के जरिए भी शिवसेना (यूबीटी) ने दी सलाह
शिवसेना (यूबीटी) के मुखपत्र 'सामना' के एक संपादकीय में दावा किया कि पीएम मोदी ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया और फिर पार्टी में विभाजन कराया और महाराष्ट्र की राजनीति को खराब कर दिया। कुछ लोगों के मन में शरद पवार को लेकर संदेह हैं और अच्छा मौका था ऐसे संदेह को जवाब देने का वह इस कार्यक्रम से दूर रह सकते थे लेकिन उन्होंने पीएम मोदी का स्वागत किया जो कुछ लोगों को पसंद नहीं आया।









Aug 01 2023, 16:16
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