लोकमान्य तिलक पुरस्कार से सम्मानित हुए पीएम मोदी, मंच पर एक तरफ दिखे अजित तो दूसरी तरफ शरद पवार
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प्रधानमंत्री नरेन्द्र नोदी को पुणे में लोकमान्य तिलक पुरस्कार से सम्मानित किया गया। पवार मुख्य अतिथि के रूप में कार्यक्रम में शामिल हुए। शरद पवार चूंकि इस कार्यक्रम के चीफ गेस्ट थे, इसलिए पीएम मोदी को सम्मानित करने की जिम्मेदारी भी उन्होंने ही उठाई। इस दौरान एक ही मंच पर शरद पवार और अजीत पवार मौजूद रहे। इस समारोह में राज्यपाल और सीएम एकनाथ शिंदे भी शामिल हुए। पीएम मोदी ने इसे अविस्मरणीय क्षण बताया। इसके साथ ही पीएम मोदी ने पुरस्कार के साथ मिलने वाली राशि को नमामि गंगे परियोजना में दान देने की घोषणा की।
लोकमान्य तिलक पुरस्कार से सम्मानित होने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज का दिन मेरे लिए काफी अहम और भावुक करने वाला है। पुणे की भूमि आदर की भूमि है, मैंने यहां के मंदिर का आशीर्वाद लिया। पीएम मोदी ने कहा कि आज जो सम्मान मिला है, यह मेरे लिए काफी खास है। जब भी कोई अवॉर्ड मिलता है तो उसके साथ हमारी जिम्मेदारी भी जुड़ जाती है। पीएम मोदी बोले कि जिनके नाम में गंगाधर है, उनके अवॉर्ड की जो ईनाम राशि मुझे दी गई है मैं वो नमामि गंगे प्रोजेक्ट में दे रहा हूं। लोकमान्य तिलक जी ने स्वतंत्रता आंदोलन की पूरी दिशा बदल दी थी, जब अंग्रेज कहते थे कि भारतवासी देश चलाने के लायक नहीं है, तब उन्होंने स्वराज का नारा दिया।
पीएम मोदी ने कहा कि लोकमान्य गंगाधर तिलक में युवाओं को पहचानने की कला थी, उन्होंने ही वीर सावरकर को पहचाना। तिलक चाहते थे कि वीर सावरकर विदेश जाकर पढ़ाई करें और वापस आकर देश की सेवा करें। वीर सावरकर के लिए तिलक जी ने सिफारिश की थी, उन्होंने राष्ट्र निर्माण को बढ़ावा दिया।पीएम मोदी ने कहा कि आज अगर हम विदेशी आक्रांताओं के नाम पर बनी सड़क का नाम बदलते हैं, तो कुछ लोगों को मिर्ची लग जाती है लेकिन आजादी से पहले सरदार साहब ने लोकमान्य गंगाधर तिलक की मूर्ति लगाने के लिए अंग्रेजों को चुनौती दे दी थी।
बता दें कि आज 1 अगस्त को लोकमान्य तिलक की पुण्यतिथि होती है। इस मौके पर तिलक स्मारक मंदिर ट्रस्ट की ओर से लोकमान्य तिलक राष्ट्रीय पुरस्कार दिया गया। ये सम्मान इस साल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दिया गया।
Aug 01 2023, 14:38