पत्रकार विजय गोप के पिताश्री का निधन, 85 वर्ष की आयु में उन्होंने लिया अंतिम सांस,वे अवकाशप्राप्त रेलकर्मी थे
सरायकेला : सरायकेला खरसावा स्ट्रीटबज़्ज़ सराईकेला -खरसावां संवादाता विजय कुमार गोप के पिताश्री सुरेन्द्र गोप का निधन हो गया। वे 85 वर्ष के थे।उनके निधन पर पूरा परिवार शोक संतप्त हैं।
उनका निधन गुरुवार की रात्रि जमशेदपुर के टीएमएच अस्पताल में हुई । तीन माह पूर्व मर्सी में ईलाजरत थे और स्वस्थ्य होकर अपने पैतृक घर पितकी लाया गया था ।जहां उनका शरीर स्वास्थ्य ठीक ठाक था। सुगर और प्रेशर दोनो नार्मल था। अचानक गुरूवार की शाम को तबीयत बिगड़ी और मर्सी अस्पताल ले जाया गया, जहां से टीएमएच रेफर कर दिया गया । टीएमएच के डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। परिवार में शोक का माहौल बना हुआ है। शुक्रवार को उनके पैतृक गांव पितकी से शवयात्रा निकाली गई और बामनी नदी में अंतिम संस्कार किया गया। जहां सैकड़ों की संख्यां में लोग पहुंचे थे।
स्व.सुरेंद्र गोप दक्षिण पूर्वी रेलवे आद्रा प्रमंडल के अधीन काम कर रिटायर्ड कर्मचारी थे ।वे पितकी गांव के निवासी थे,सामाजिक कार्यों में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया करते थे।
वे बहुत परिश्रमी थे साइकिल चलाने में उनकी बड़ी रुचि थी। प्रतिदिन आपने गांव से चांडिल अनुमंडल रेलवे स्टेशन साइकिल से जाते थे साथ ही मार्केटिंग करने के लिए साइकिल से हीं आवागमन करते थे । जबकि उनके घर में चार चक्का वाहन एवं मोटरसाइकिल भी है, लेकिन कभी भी वे साइकिल को नही छोड़ा। 85 वर्षीय सुरेंद्र नाथ गोप का कहना था कि हमारे जमाने से साइकिल चलाना बड़ी बात होती थी । मैंने 100 रुपये में साइकिल खरीदी थी । मैंने पूरी जिंदगी साइकिल की सवारी की,
सुरेंद्र नाथ गोप वर्ष 2000 में दक्षिण पूर्वी रेलवे आद्रा प्रमंडल से सेवानिवृत्त हुए थे।
साइकिल चलाने कारण इतने दिनों तक वे स्वस्थ रहें। स्वास्थ्य रहो निडरता से जिओ ये उनका मूल मंत्र था। मृत्यु के दो माह पूर्व तक वे साईकिल से सवारी करते देखे गये ।आज भी उनके साइकिल घर में सुरक्षित है।
तीन महीनो से सुगर और प्रेशर से पीड़ित थे जिसका इलाज चल रहा था।आज उनके परिवार चार पुत्र तीन पुत्री हैं सभी का शादी कराके उन्होंने घर बसाया ।आज उनके परिवार में सभी लोग शिक्षित और स्वरोजगार से जुड़े हैं परिवार । पोता पोती से घर भरा हुआ है।
Jun 17 2023, 12:14