*झोलाछाप डॉक्टरों के गलत उपचार के चलते आये दिन जनपद में हो रही मौत, स्वास्थ्य विभाग मौन*
जय सिंह
बलरामपुर। जनपद बलरामपुर के तुलसीपुर,गैसड़ी, पचपेड़वा, हरैया सतघरवा, उतरौला, श्रीदत्तगंज, के इन ग्रामीण क्षेत्रों में झोलाछाप डॉक्टर वर्षों से बिना किसी डिग्री के कर रहे हैं नागरिकों का इलाज और इनके बिना अनुभव के की जा रही इलाकों से हो रही है मौतें और यह हो रहे हैं मालामाल स्वास्थ्य विभाग तमाम शिकायतों के बाद भी हो रहा है अनजान।
बताया जाता हैं कि जनपद बलरामपुर के तुलसीपुर तहसील अंतर्गत गैसड़ी विकासखंड के ग्राम सभा बघेलखंड के ललन पुरवा निवासी निसार अली अपनी गर्भवती पत्नी का इलाज कराने के लिए 3 झोलाछाप डॉक्टरों के यहां दवा कराने के बाद जब पैसों की तंगी आ गई और मरीज की हालत गंभीर हो गई तो इन झोलाछाप डॉक्टरों ने उसे जनपद अस्पताल ले जाने की बात कही। जब वह अपनी मरीज को लेकर बलरामपुर जनपद मुख्यालय ले जा रहा था तभी रास्ते में ग्रामसभा रमवापुर के पास उसकी पत्नी दम तोड़ देती है फिर वह वापस अपने गांव चला जाता है और पत्नी का दाह संस्कार करने के बाद उसके पास यह झोलाछाप डॉक्टर शिकायत ना करने का दबाव बनाते हैं।
निसार अली गरीब होने के नाते अपने बच्चों का पालन पोषण करने के लिए किसी तरह ही सब पचड़े में पड़ने से संतोष कर लेता है आखिर कब तक यह निसार अली संतोष करता रहेगा। इन झोलाछाप डॉक्टरों द्वारा तमाम ऐसी गर्भवती महिलाएं और मरीज परेशान होते हैं। यह झोलाछाप डॉक्टर गर्भवती महिलाओं का एबॉर्शन ऑपरेशन के जरिए बच्चा पैदा कराना आदि तमाम बड़े-बड़े इलाज करते रहते हैं और कम समय में अरबों रुपए के मालिक हो जाते हैं इनके यहां ना कोई आयकर विभाग पहुंचता है ना कोई स्वास्थ्य विभाग का पहुंचता है और पहुंचता भी है तो वह अपने महीने की बनी बनाई रकम वसूल लेता है और फिर इन को हरी झंडी मिल जाती है कि यह बेखौफ होकर अपना व्यापार संचालित करते हैं इतना ही नहीं बड़े-बड़े मेडिकल स्टोर के मालिक इनकी रहनुमा बनाने का काम करते हैं।
अगर सीएमओ अपने हरकत में आ जाए तो जनपद के ग्रामीण क्षेत्रों में बेखौफ दबाकर रहे बिना डिग्री के झोलाछाप डॉक्टर अपने हरकत में आ जाएं। वही तो मरीजों का करना आर्थिक शोषण होना शारीरिक शोषण हो उनको सही दवा उपलब्ध हो जाया करें। जिससे लोगों को इसका लाभ मिले लेकिन स्वास्थ्य विभाग के जांच अधिकारी एन केन प्रकारेण से पैसा कमाने के चक्कर में इन बी फार्मा डी फार्मा सी एम सी डी के डिग्री धारकों को कोई तवज्जो न देकर इन को हरी झंडी दे देते हैं। तमाम झोलाछाप डॉक्टरों ने बताया कि मैं इनका आदमी हूं मुझे यह विभाग देखता है। मुझे सीएससी चिकित्सा अधिकारी का वर्चस्व प्राप्त है तथा हम तमाम नर्सिंग होम में कंपाउंडर का काम कर चुके हैं इसलिए हमारा कोई नहीं बिगाड़ सकता है ।
हमारे ऊपर जब जांच अधिकारी आते हैं तो नर्सिंग होम के संचालक तथा डायग्नोस्टिक के संचालक और दवा विक्रेताओं का एसोसिएशन मेरे लिए काम करता है और क्योंकि मैं इनसे बल्क में दवा खरीद कर बिक्री करता हूं।बड़े ही आश्चर्य की बात है कि बड़े-बड़े डायग्नोस्टिक वाले और बड़े-बड़े दवाओं के विक्रेता ग्रामीण क्षेत्रों में अपनी कमाई और दवाओं को बिकने के लिए इन अप्रशिक्षित झोलाछाप डॉक्टरों को संरक्षण देते हैं और इन झोलाछाप डॉक्टरों से दिन प्रतिदिन हो रही मौतों से मामला कुछ समझ में नहीं आ रहा।
Jun 07 2023, 16:35