तो क्या डेढ दशक से झारखंड में आंतक और खौफ का नाम रहा पीएलएफआई अब इतिहास के पन्नों में दफन हो जाएगा...?
रांची : डेढ दशक तक झारखंड में आंतक और खौफ का नाम रहा पीएलएफआई अब इतिहास के पन्नों में दफन हो जायेगा ...पीएलएफआई सुप्रीमों दिनेश गोप की गिरफ्तारी के बाद राज्य पुलिस के अधिकारियों का यह दावा है ।
एऩआईए द्वारा आठ दिनों की रिमांड पर ले कर पूछताछ करने के बाद एक बार फिर से दिनेश गोप को चार दिनों पर रिमांड पर ले कर पूछताछ कर रही है ।
एनआईए ने कुख्यात दिनेश को को एक बार फिर रिमांड पर लेकर पूछताछ कर रही है पिछली* 8 दिनों की रिमांड पर हुई पूछताछ में दिनेश गोप ने पीएलएफआई से जुड़े कई राज एनआईए और राज्य पुलिस के अधिकारियों के सामने खुलासे किए है इन खुलासों में
1.संगठन के तार किन किन सफेदपोशों से जुड़े हैं
2.संगठन का पैसा कहां कहां और किस-किस धंधे में लगा है
3.विदेशी हथियारों के डील किन किन के साथ और कैसे कैसे होती थी
4.विदेशी हथियार कैसे लाए जाते थे
5.संगठन का हथियार कहां कहां छुपाए गए हैं
राज्य पुलिस के अधिकारियों की मानें तो अब पुलिस इन तमाम बिंदुओं पर काम करना शुरू कर दी है इसी का परिणाम है कि खूंटी गुमला में हथियारों और गोलियों का जखीरा मिला तो दिनेश गोप पसंदीदा जिप्सी जिस पर अपने हथियारबंद गुर्गों के साथ चढ़कर इलाके में भय दहशत और खौफ का वातावरण तैयार कर घूमता था उसे भी जमीन खोद कर निकाला गया ।
पुलिस पदाधिकारियों की माने तो दिनेश गोप से मिली जानकारी पर अभी बहुत काम होना बाकी है इसमें हथियारों की बरामदगी होगी, कई सफेदपोश के ऊपर पुलिस की दबिश होगी , अलग-अलग धंधे में लगे दिनेश की संपत्ति को भी जप्त किया जाएगा वही दिनेश गोप के दूसरे राज्यों और अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क से जुड़े लोगों की गिरफ्तारी भी होगी।
इतना ही नहीं विभिन्न जिलों के अलग-अलग थानों में पीएलएफआई और दिनेश के ऊपर दर्ज मामलों की भी रिमांड के दौरान पूछताछ की जाएगी।
Jun 03 2023, 10:46